इन भयानक दलालों की कोशिश करो
आग (fire) इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंची और करीब चार घंटे में आग पर काबू पाया जा सका ।
Sonipat : गली में गाड़ी खड़ी करने को लेकर खूनी संघर्ष, एक ही परिवार के तीन सदस्यों को मारी गोली
सोनीपत के गांव खेवड़ा में उस समय सनसनी फैल गई, जब दो परिवारों में गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुए झगड़े में गोलियां चल गई, इस पूरी वारदात में एक परिवार के 3 लोग गोली लगने से घायल हो गए।
टिड्डी दल के कहर से फसलों को भारी नुकसान, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने रेवाड़ी में लिया हालात का जायजा
कृषि मंत्री जेपी दलाल खुद शनिवार सुबह हालात का जायजा लेने के लिए जाटूसाना पहुंचे और प्रभावित क्षेत्रों में गए और फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। वहीं गांवों में टिड्डियों को भगाने के लिए थालियां बजाईं जा रही हैं। किसान और अधिकारी फसलों की निगरानी कर रहे हैं ताकि जहां भी टिड्डियों का दल दिखे तत्काल नष्ट किया जा सके।
शशिधर खान का लेख : मीठी-कड़वी यादों का आपातकाल
जब लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में आंदोलन का बिगुल बजा। इंदिरा गांध्ाी विरोध्ाी तकरीबन सभी छोटी पार्टियां जेेपी के पूरी व्यवस्था में बदलाव वाले जेपी के झंडे के नीचे आ गई। उनमें इंदिरा गांध्ाी से मतभेद रखने वाले बड़े कांग्रेसी नेता भी थे।
उमेश चतुर्वेदी का लेख : ऑनलाइन शिक्षा की चुनौतियां
कोरोना संकट काल में बच्चों को लगातार वेबिनार के जरिये ज्ञान की घुट्टी पिलाई जा रही है। चूंकि कोरोना जैसा संकट पहली बार आया है, लिहाजा वेब के जरिए पहली बार ही बच्चों को ज्ञानवान बनाने की कोशिश हो रही है। इसका कैसा नतीजा रहेगा, यह तो अभी बाद में पता चलेगा, लेकिन अब इस पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्या बच्चों को इंटरनेट के सहारे स्कूल जैसी शिक्षा दी जा सकती है, क्या इससे उनका विकास प्रभावित नहीं होगा।
पीएम-कुसुम योजना : Solar Water Pumping System के लिए केवल सरल पोर्टल पर ही आवेदन करें, नहीं तो हो सकती धोखाधड़ी
इस योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल के रूप में कुछ नई वेबसाइट्स क्रॉप की गई हैं। ऐसी वेबसाइट्स जनसाधारण के साथ धोखाधड़ी कर सकती हैं और झूठे पंजीकरण पोर्टल के माध्यम से उनका डाटा चुराकर उसका दुरुपयोग कर सकती हैं। इस कार्यक्रम के लिए सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं और आवेदन जमा करवाने के समय कोई भी पैसा जमा करवाने की आवश्यकता नहीं है।
Haryana में सूक्ष्म सिंचाई मिशन प्राधिकरण को गठित करने की स्वीकृति
मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) ने तीन विभागाें के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिशा- निर्देश दिए।
पानीपत में ड्रग्स पार्क और करनाल में मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित होगा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal ) ने ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत-मेड इन इंडिया, मेड फॉर वर्ल्ड की दिशा में एक कदम-सीआईआई फार्मास्कोप के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया।
Rohtak : जिला परिषद के वार्ड आरक्षित किए, 2021 में होंगे पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव
पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। रोहतक जिले में जिला उपायुक्त ने दोपहर ड्रा के माध्यम से वार्ड आरक्षित करने के प्रक्रिया पूरी की।
PGI Rohtak में कोरोना मरीज से अश्लील हरकत
आरोप है कि ईसीजी करने के दौरान वहां कर्मचारी ने उसके साथ अश्लील बातें शुरू कर दी। कुछ देर बाद छेड़छाड़ भी की। लेकिन मरीज ने इसका विरोध किया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी परिजनों को दी।
सौगात : सफाई कर्मचारियों को Anil Vij ने सौंपे नियुक्ति पत्र
मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश मे सफाई कर्मचारियों ने कोरोना महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा सरकार द्वारा इनके कार्य को सराहते हुए इन्हे पालिका रोल पर लेने का निर्णय लिया इन भयानक दलालों की कोशिश करो गया है।
Haryana : एक हजार गांवों में दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक नहीं लगेगा बिजली कट
ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह (Minister Ranjit Singh) ने स्पष्ट किया 4500 गांवों में पूरे 24 घंटे बिजली रहेगी जबकि इन लगभग 1000 गांवों में दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक बिजली का कोई कट नहीं लगेगा। इसके अलावा, रात को सभी गांवों में बिजली रहेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश- दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखें; हर दफ्तर में मूवमेंट रजिस्टर जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी और बीडीओ से लेकर तहसीलदार एसडीएम थानाध्यक्ष सीओ आदि इन भयानक दलालों की कोशिश करो सभी अपनी तैनाती क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। सरकारी मकान है तो वहां रहें या किराये का आवास लें लेकिन रात में अपने ही क्षेत्र में रहें।
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक लहजे में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य वही करेगा, जिसे वह काम आवंटित है। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ सरकारी कार्मिक बाहरी लोगों को अनधिकृत रूप से यह अधिकार दे रहे हैं। ऐसी हर घटना संज्ञेय अपराध मानी जाएगी। उन्होंने हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया है जिसमें अधिकारी व कर्मचारी के दफ्तर में आने व जाने का विवरण दर्ज किया जाएगा।
बुधवार शाम मंडल से लेकर तहसील स्तर तक के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, प्रदेश के समग्र विकास और राज्य की छवि बदलने इन भयानक दलालों की कोशिश करो में फील्ड में तैनात अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। फील्ड में तैनात अधिकारी व कर्मचारी जनसमस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता दें। जनता की संतुष्टि ही उनके प्रदर्शन की श्रेष्ठता का मानक होगा।
तैनाती स्थल पर रात बिताएं अधिकारी : मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी और बीडीओ से लेकर तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष, सीओ आदि, सभी अपनी तैनाती क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। सरकारी मकान है तो वहां रहें या किराये का आवास लें, लेकिन रात में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। फील्ड में तैनात वरिष्ठ इन भयानक दलालों की कोशिश करो अधिकारी तहसील/ब्लाक/सर्किल का देर रात भी आकस्मिक निरीक्षण करते रहें।
कैंप कार्यालय की प्रवृत्ति बंद हो : मुख्यमंत्री का जोर समय की पाबंदी पर भी था। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालय समय से खुलें। सभी अधिकारी व कार्मिक समय से कार्यालय आएं और जाएं। अधिकारियों को उन्होंने कैंप कार्यालय संचालित करने की प्रवृत्ति बंद करने की नसीहत दी। कार्यालयों में अनुशासन बनाए रखने के लिए कहा।
हर दिन एक घंटा करें जनसुनवाई : योगी ने कहा कि जनहित से सीधे जुड़े कार्यालयों में सोमवार से शुक्रवार तक हर दिन एक घंटे की अवधि जनसुनवाई के लिए तय है। इस अवधि में अधिकारी जनता से मिलें, उनकी शिकायतें/समस्याएं सुनकर गुण-दोष आधार पर निस्तारण करें।
हर जिला बनाए जीडीपी बढ़ाने की कार्ययोजना : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास की ²ष्टि से हर जिला अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बढ़ाने की कार्ययोजना बनाए। हर जिला अपनी आय वृद्धि की नियमित समीक्षा करे और पर्यटन व निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने का प्रयास करे।
जनप्रतिनिधियों की न हो उपेक्षा : योगी ने जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद-संपर्क बनाए रखने, उनके सुझावों पर ध्यान देने व पत्रों का त्वरित निस्तारण करने की नसीहत दी। फोन रिसीव न कर पाने पर काल बैक करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हर सरकारी अधिकारी को इसका अनुपालन करना होगा।
- गांव के किसी बुजुर्ग व प्रतिष्ठित व्यक्ति से राष्ट्रीय पर्वों पर राष्ट्रध्वज भी फहराएं।
- तहसील, थाना व ब्लाक दिवस तय दिनों पर निर्धारित स्थानों पर ही आयोजित किये जाएं।
- आइजीआरएस/सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण लंबित न रहें।
- मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाएं।
- दागी इतिहास वाले संस्थानों को किसी भी दशा में परीक्षा केंद्र न बनाया जाए।
- परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण करने से पूर्व ही जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान संबंधित विभाग से संवाद- समन्वय बना लें।
- डीएम और पुलिस अधीक्षक महीने में एक बार व्यापार बंधु और उद्योग बंधु की बैठकें नियमित तौर पर करें।
- स्कूल चलो अभियान को प्रभावी बनाएं। एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे।
- फसलों को आग से बचाने के लिए सभी फायर स्टेशन मुस्तैद रहें। आग लगने पर तत्काल मुआवजा दें।
India Independence Day 2019: लाल किला से 5 मिनट तक परिवार के बारे में बोलते रह गए थे ये प्रधानमंत्री, पहले भाषण में ही किया था ‘सत्ता की दलाली’ का इस्तेमाल
Independence day 2019: तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने तब इन भयानक दलालों की कोशिश करो कहा था, पिछले 38 साल में हमने बहुत तरक्की की है। इन सालों में हमने करीब 63 फीसदी आबादी को गरीबी रेखा से ऊपर उठा दिया है।
पूर्व पीएम राजीव गांधी। फोटो सोर्स: Twitter/Congress
India Independence Day 2019: बात साल 1985 की है। आजादी की 38वीं वर्षगांठ थी और देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन के शुरुआती पांच सात मिनट में अपने नाना और देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपनी मां इंदिरा गांधी के बारे में ही बात की थी। राजीव गांधी ने देश की तरक्की के रास्ते पर चलने और 38 वर्षों की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए कहा कि पंडित नेहरू और इंदिरा जी ने जो योजनाएं बनाईं, उससे देश आज विकासशील देशों की श्रेणी में सबसे आगे खड़ा है।
अपने भाषण की शुरुआत में राजीव ने कहा था, “देशवासियों, आज भारत की 38वीं वर्षगांठ है। मैं भारत के हर नागरिक को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। हर गांव में, हर शहर में हमारे किसान, हमारे मजदूर, हमारी माताएं और बहनों को, भारत के बच्चों को, भारत की फौज को और हर हिन्दुस्तानी को जो विदेश रह रहे हैं। 38 साल हो गए हैं। इसी लाल किले से पहली बार पंडित नेहरू जी ने तिरंगा झंडा लहराया था। आज इंदिरा जी को यहां होना था लेकिन हमारे हाथ से वो छिन गईं। आपने मुझे ये जिम्मेवारी दी है। मैंने आजादी की लड़ाई नहीं देखी। मैं बहुत छोटा था। तीन साल का भी नहीं था, जब यहां पहली बार झंडा लहराया गया था और आज भारत की दो तिहाई आबादी ऐसी है जिन्हेंने मेरी तरह आजादी की लड़ाई नहीं देखी है।”
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तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने तब कहा था, “पिछले 38 साल में हमने बहुत तरक्की की है। इन सालों में हमने करीब 63 फीसदी आबादी को गरीबी रेखा से ऊपर उठा दिया है। इन सालों में एक नया मध्यम वर्ग भारत में पैदा हुआ है। अनाज में हम आत्मनिर्भर हुए हैं। हमारा विज्ञान, हमारी टेक्नोलॉजी, हमारी स्वाधीन विदेश नीति, हमारा लोकतंत्र और हमारी आजादी और हमारी धर्मनिरपेक्षता। ये सब बातें इस तरह से हम बना पाए हैं, बढ़ा पाए हैं कि पूरी दुनिया आश्चर्य से देखती है कि एक विकासशील देश कैसे इतनी तरक्की कर पाया है। और हमने ये किया है तीन-चार लड़ाइयों को लड़कर। हमने ऐसा कर दिखाया है क्योंकि इसका रास्ता गांधी जी, पंडित नेहरू जी और इंदिरा जी ने दिखाया है।”
राजीव गांधी ने जब देश की बागडोर संभाली थी तब उनकी उम्र मात्र 41 साल थी। जब वो लाल किले की प्राचीर की तरफ कदम बढ़ा रहे थे तो उनके पास इंदिरा के नाम के अलावा कुछ नहीं था। इंदिरा नेहरू की विरासत के भरोसे ही राजीव ने देश को आगे बढ़ाने की कोशिश की। उनके पीएम बनते ही देश में भयानक सूखा पड़ा था। मानसून ने दगा दे दिया था। तब राजीव ने देश के अलग-अलग इलाके का दौरा किया था। लाल किले से उनके भाषणों में हर साल गरीबों और बेरोजगारों के लिए कुछ न कुछ करने की चिंता साफ झलकती थी। 1987 में स्वतंत्रता दिवस पर ही उन्होंने लाल किले से कहा था कि देश के करोड़ों युवक काम ढूंढ़ नहीं पाते हैं।, रोजगार नहीं पाते हैं। इसलिए ढांचे की कमजोरी को दूर करते हुए उनके लिए काम करेंगे।
अपने पहले ही भाषण में राजीव गांधी ने सत्ता की दलाली जैसे वाक्य का इस्तेमाल कर ये साफ संकेत दिया था कि उनकी सरकार में सत्ता संरक्षित दलाली नहीं चलेगी लेकिन संयोग ऐसा कि उनके ही सरकार के रक्षा मंत्री ने इसी दलाली के खिलाफ उनके खिलाफ विद्रोह कर दिया। तत्कालीन रक्षा मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बोफोर्स तोप की खरीद में दलाली का मुद्दा उठाया था। इस वजह से उन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया था। बाद में सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और जन मोर्चा के रास्ते बाद में जनता दल का गठन किया।
रियल एस्टेट एजेंटों के अनुसार, अपने घर को महकदार बनाने का सरल तरीका
द्वारा जेनिफर बिलॉक जेनिफर बिलॉक जेनिफर बिलॉक एक पुरस्कार विजेता लेखिका, बेस्टसेलिंग लेखिका और संपादक हैं। वह वर्तमान में अपने बोस्टन टेरियर के साथ दुनिया भर की यात्रा का सपना देख रही है। पालन करना श्रेय:
मुझे के कुछ मौजूदा ब्रांड पसंद हैं पौधे आधारित गोमांस . वे स्वादिष्ट हैं, बर्गर की तरह दिखते हैं, और उसी तरह खाते भी हैं। लेकिन मैं आपको बता दूं - वे बिल्ली के भोजन की तरह गंध करते हैं। जब मैं एक बनाती हूँ, मेरी पूरी रसोई को एक मिलता है खुशबू इसे . बिल्ली दौड़ती नहीं है (कम से कम तुरंत नहीं), लेकिन यह उसके कटोरे की तरह एक भयानक गंध आती है। और यह लंबे समय तक रहता है, कभी-कभी इस पर निर्भर करते हुए कि मैं खिड़की को थोड़ी देर के लिए खोल सकता हूं या नहीं, इसे खत्म करने में घंटों लग जाते हैं।
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अब सोचिए अगर मैं अपना घर बेच रहा होता। आप (मेरा काल्पनिक खरीदार) चलते हैं और गर्म बिल्ली के भोजन की तेज सुगंध के साथ चेहरे पर धूम्रपान करते हैं। क्या आप मेरा घर खरीदना चाहते हैं? शायद ऩही।
यहीं पर रियल एस्टेट एजेंट आते हैं। दिखाने से पहले, वे अक्सर एक घर में जा सकते हैं और इसे सजा सकते हैं, जिसमें अजीब गंध शामिल होती है जो खरीदारों को बंद कर सकती है। 'जब गंध की बात आती है, तो कुछ सबसे आम नहीं-तो-महान सुगंध जो मैंने सामना किया है वे बासी या बासी हवा, पालतू और शरीर की गंध, अवशिष्ट खाना पकाने या भोजन की गंध, सिगरेट और पतंगे के गोले हैं,' कहते हैं लेस्ली सेमेलहैक , ब्रुकलिन में कोरकोरन के साथ एक दलाल।
सौभाग्य से, यह बहुत आसान है इनमें से कुछ गंधों से छुटकारा पाएं , कम से कम अधिक सतही वाले। आपको इन भयानक दलालों की कोशिश करो बस इतना करना है कि खिड़कियां खोल दें और ताजी हवा को अंदर आने दें। यह पूरे घर में घूमेगा और खराब गंध को खिड़की से बाहर ले जाएगा। एक और सुपर क्विक फिक्स, सेमेलहैक कहते हैं, एक सुगंधित मोमबत्ती को रोशन करना है।
श्रेय: काई बर्ड
'अगर अधिक समय है, तो मेरी टीम भाप को साफ करेगी या कालीनों और असबाबवाला सामान को इन भयानक दलालों की कोशिश करो बदल देगी या बिस्तर को बदल देगी, जो बहुत मददगार है क्योंकि नरम सतह गंधों को फँसा सकती है,' वह कहती हैं, यह देखते हुए कि अधिकांश घरेलू गंध वास्तव में इन नरम सतहों में अंतर्निहित हैं - पर्दे, फर्नीचर और कपड़ों जैसी चीजों के बारे में सोचें। 'यह हवा को बेअसर करने के लिए स्प्रे करने के लिए भी प्रभावी है, लेकिन अधिक शक्तिशाली नहीं है, किसी भी गंध की भरपाई करने के लिए सुगंध।'
वह कहती हैं कि महक को छिपाने के लिए सेमेलहैक कुछ अन्य तकनीकों का सुझाव देती है, कुकीज सेंकना है, जो 'आगंतुकों के लिए एक आरामदायक, घरेलू अनुभव प्रदान करता है'। 'और एक अतिरिक्त बोनस के रूप में, यह मुझे ओपन हाउस अटेंडीज़ की पेशकश करने के लिए कुछ देता है।' आप भी कर सकते हैं चूल्हे पर मुलतानी मसाला उबालें और खरीदारों (या मेहमानों) को गर्म मल्ड साइडर दें। यह न केवल अंतरिक्ष को एक गर्माहट का एहसास देता है, बल्कि यह हर चीज इन भयानक दलालों की कोशिश करो को सुगंधित भी बनाता है।
अंततः, अधिकांश अप्रिय सुगंध विक्रेताओं के साथ घर छोड़ देते हैं। जब वे बाहर जाते हैं, तो वे अपने साथ वह सामान ले जाते हैं जिसमें गंध होती है। और अगर वहाँ अभी भी एक अजीब गंध है, तो सेमेलहैक कहते हैं कि सब कुछ पेंट का एक नया कोट देने की कोशिश करें। वह कहती है, 'यह नए खरीदारों के लिए किसी भी जिद्दी गंध को बेअसर करने का एक शानदार तरीका है।'
फिल्मसिटी में जमीन के लिए कटोरा लेकर पंहुचा पत्रकार, योगीजी ने दिखा दिया ठेंगा
यह जनाब बृजेश मिश्रा हैं जो आजकल उत्तर प्रदेश में पत्रकार का चोला पहनकर मसीहाई पत्रकार के वेश में नेता बने है। कभी हर 15 दिन में नौकरी बदलने वाले यह मसीहाई पत्रकार बृजेश मिश्रा आजकल अपना खुद का चैनल भारत समाचार चलाते हैं। इनका भी मुख्य पेशा वही है, जो क्षेत्रीय चैनलों के मालिकों का कारोबार है।
दलाली कर पैसा कमाना ही इनका मुख्य पेशा है। समाजवादी राज में इनकी तूती इन भयानक दलालों की कोशिश करो बोलती थी। इनका प्रभाव कुछ ऐसा था कि यदि इन्हें छींक भी आ जाए तो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव समेत पूरा मंत्रिमंडल इनका हाल-चाल पूछने घर तक चला जाता था। इन भयानक दलालों की कोशिश करो इनके बारे में उत्तरप्रदेश में बहुत बातें चलती हैं।
दरअसल ये पत्रकार योगी जी के पास जमीनों की दलाली, ट्रांसफर पोस्टिंग की कमाई, बालू खनिज इत्यादि के पट्टे, मनरेगा में दलाली के लिए गए थे। योगी जी ने इन लोगों से पूछा, तब दबी जवाब में कुछ दलाल पत्रकारों ने कहा सर जी पहले अखिलेश जी के राज में हमें भी बालू खनन से लेकर जमीन इत्यादि के ट्रांसफर पोस्टिंग के काम हो जाते थे, अब नहीं हो रहे हैं।
क्षेत्रीय चैनलों के दलाल मालिको भगाया
योगी जी ने इन सभी क्षेत्रीय चैनलों के दलाल मालिको को दुत्कारते हुए भगाया। योगी जी ने कहा कि जाओ आज के बाद से तुम लोग हमारे खिलाफ जितना दिखाना चाहते हो, दिखाते रहो। हम किसी तरह की ब्लैकमेलिंग से डरने वाले नहीं हैं। योगी जी ने कहा यदि तुम लोगों में से कोई जनहित का कार्य लेकर आएगा तो वह कार्य बराबर होगा।
लेकिन यदि दलाली के मुद्दे पर हमारे ऑफिस में आओगे तो जेल जाओगे। उसके बाद से पत्रकार बृजेश मिश्रा लगातार ट्वीटर और अपने चैनल के द्वारा योगी सरकार के खिलाफ विषवमन करता रहता है। ब्रजेश मिश्रा की एक महिला पत्रकार है। इन्होने एक दूसरे सरनेम वाले वामपंथी से शादी की है लेकिन अपने नाम के आगे मिश्रा सरनेम लगाती है।
ऐसा करने का कारण है कि इनके ब्राम्हण कार्ड का एजेंडा चलता रहे। ये महिला पत्रकार आजकल हाथरस के मुद्दे पर इन भयानक दलालों की कोशिश करो एक मसीहा पत्रकार बनी हुई है। जब योगी जी ने फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की, तब दिल्ली से आज तक के मालिक अरुण पुरी, इंडिया टीवी के मालिक रजत शर्मा और भारत समाचार के बृजेश मिश्रा सहित कई बड़े मीडिया संस्थान योगी जी से मिलने गए।
इन लोगों ने योगी जी से कहा कि उस फिल्म सिटी में हमें भी सब्सिडी रेट पर जो ₹1 वर्ग फीट होता है, जमीन दी जाए। दरअसल इन मीडिया के दलालों को पहले ही नोएडा में ₹1 वर्ग फीट पर बहुत बड़ी-बड़ी जमीने मिली हुई है। जहां ये लोग अपना दलाली इन भयानक दलालों की कोशिश करो का अड्डा चलाते हैं।
योगी आदित्यनाथ जी ने सख्ती से पूछा क्या आप फिल्म सिटी में जमीन पाने की योग्यता पूरी करते हैं? क्या आपका कोई प्रोडक्शन हाउस है? क्या आप फिल्म निर्माण से जुड़े हैं। तो ही आप हमारे पोर्टल पर जमीन की नीलामी में हिस्सा लीजिए, आपको जमीन मिल जाएगी। लेकिन मैं यूं ही आप लोगों को सब्सिडी के रेट पर प्लाट नहीं दे सकता। उसके बाद इन चैनलों में हाथरस के मुद्दे पर एक ब्लैक मेलिंग के हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की कोशिश की लेकिन इन दोनों के चेहरे से नकाब बहुत जल्दी उतर गया।
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