वर्ष 1990 में संगठित इस वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? संघटक का प्रयोग वित संस्थानों, गैर बैंकिंग वित्त कंपनियों, मर्चेन्ट बैकों, सहकारी बैंकों वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? एवं म्यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा किया जाता है।

भारत में वित्तीय बाजार ( Financial Market in India ) का अर्थ क्या है ?

अर्थ ( Meaning ) :- वित्तीय बाजार एक ऐसी संस्था है जिसमें वित्तीय सम्पत्तियों का क्रय-विक्रय सुविधाजनक रूप से किया जाता है । वित्तीय सम्पत्तियों में जमा ( Deposit ), ऋण ( Debt ), स्टॉक ( Stock ), बॉण्ड ( Bond ), सरकारी प्रतिभूतियाँ ( Govt. Securities ), चैक, बिल्स आदि शामिल हैं । वित्तीय बाजार में कार्य करने वालों में दलाल, व्यापारिक, बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाएँ, बैंक, म्युचुअल फण्ड, कटौती या बट्टा ग्रह ( Discount House ), स्वीकृति ग्रह ( Acceptance House ), केन्द्रीय बैंक आदि होते हैं ।

एक अन्य अर्थ में वित्तीय बाजारों के विषय में बताया गया है कि वित्तीय बाजार ऐसे केन्द्र या व्यवस्था हैं जो वित्तीय दावे ( Financial Claims ) और सेवाओं के क्रय-विक्रय के लिए सुविधाएँ उपलब्ध कराते हैं । इस बाजार में निगम, वित्तीय संस्थाएँ, व्यक्ति, सरकारें वित्तीय उत्पाद ( Financial Product ) का व्यापार या तो प्रत्यक्ष या दलाल, व्यापारी, संगठित विनिमय केन्द्र, बन्द विनिमय केन्द्र आदि के द्वारा करते हैं । इस बाजार में माँग-पूर्ति पक्ष के भाग लेने वालों में कमीशन एजेन्ट, दलाल, वित्तीय संस्थाएँ, व्यापारी, ऋण देने वाले, ऋण लेने वाले, बचतकर्ता एवं अन्य ऐसे जो कानून, प्रसंविदा, सम्प्रेषण आदि से जुड़े हुए होते हैं ।

वित्तीय बाजार एवं इसके प्रकार (Financial Market and its type in Hindi)

नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे अनेक क्षेत्रों वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? से महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। इस लेख के माध्यम से हम समझेंगे वित्तीय बाज़ार (Financial Market and its type in Hindi) के बारे में और जानेंगे बाजार के वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? प्रकारों को।

वित्तीय बाजार से पूर्व समझते वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? हैं बाज़ार को, बाज़ार से आशय ऐसे स्थान से है, जहाँ वस्तुओं या सेवाओं का लेन-देन किया जाता हो। इसी प्रकार वित्तीय बाज़ार एक ऐसा बाजार है, जहाँ अनेक वित्तीय उत्पादों जैसे शेयर, बांड्स, डिबेंचर, मुद्राओं आदि की खरीद बिक्री की जाती है। सामान्यतः यहाँ धन या वित्त का प्रवाह आधिक्य वाले क्षेत्रों से कमी वाले क्षेत्रों की ओर होता है। बाज़ार का मुख्य आधार ब्याज अथवा लाभांश अर्जित करना होता है।

वित्तीय बाजार के प्रकार

वित्तीय बाज़ार (Financial Market) के मुख्यतः दो अंग हैं।

  • मुद्रा बाज़ार
  • पूँजी बाज़ार

मुद्रा बाज़ार (Money Market)

ऐसा बाजार जहाँ विभिन्न वित्तीय संपत्तियों तथा परिसंपत्तियों की खरीद तथा बिक्री अल्प काल, सामान्यतः एक वर्ष से कम की अवधि के लिए की जाती है मुद्रा बाजार कहलाता है। इस बाजार के माध्यम से रिजर्व बैंक द्वारा मुद्रा की तरलता (Liquidity) को नियंत्रित किया जाता है। तरलता से आशय किसी भी वित्तीय संपत्ति को न्यूनतम समय तथा न्यूनतम हानि में नगदी या कैश में परिवर्तन करने से है। उदाहरण के तौर पर सोने को किसी मकान की तुलना में बेहद कम समय में कैश में बदला जा सकता है अतः सोने की तरलता मकान से अधिक होगी।

यह भी पढ़ें : विभिन्न प्रकार के बैंक तथा उनकी कार्यप्रणाली

Components of Money

• M1 = जनता के पास करेंसी नोट एवं सिक्के + बैंकों की मांग जमा (बचत खाता + चालू खाता) + RBI के पास अन्य जमाएँ

अर्थात् M4. द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था में उपलब्ध सभी प्रकृति की तरलता (liquidity) वाली मुद्राओं की माप हो जाती है।

जैसे-जैसे हम M1, से M4 की तरफ बढ़ते हैं मुद्रा की तरलता (liquidity) घटती है। अर्थात् इनमें सर्वाधिक तरलता(liquidity) M1 की है तथा न्यूनतम तरलता M4 की है।

* तरलता (liquidity) का तात्पर्य है उनकी लघु एवं दीर्घ अवधि की आवश्यकताओं की वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? वित्तीय बाजारों में क्या कमी है? पूर्ति करने में सक्षमता। जहाँ किसी मुद्रा की उच्च तरलता (liquidity) उसे लघु अवधि की धन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बेहतर बनाता है वहीं उनके द्वारा धन की दीर्घावधिक आवश्यकता की पूर्ति नहीं की जा सकती यह भी पता चलता है।

* M1 जनता को उपलब्ध मुद्रा की मात्रा है। इसे संकीर्ण मुद्रा (Narrow Money) भी कहते हैं, क्योंकि इसकी तरलता सबसे अधिक है और निवेश में इसकी भूमिका नहीं के बराबर है।

रेटिंग: 4.50
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 226