भुगतान की तारीख
यह कंपनी निवेशकों को देगी 193 रुपये हर शेयर पर लाभांश
मुंबई- सनोफी इंडिया ने मंगलवार को हर शेयर पर 193 रुपये का वन-टाइम स्पेशल इंटरिम डिविडेंड (अंतरिम डिविडेंड) देने की घोषणा की है। सनोफी इंडिया के शेयर मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 2.15 फीसदी की गिरावट के साथ 6604 रुपये पर बंद हुए हैं। सनोफी इंडिया के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 9285 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो-लेवल 6333 रुपये है।
कंपनी ने अंतरिम डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट 8 अगस्त 2022 फिक्स की है। फार्मा कंपनी 22 अगस्त 2022 को या इसके बाद में स्पेशल डिविडेंड का भुगतान करना चाहती है। स्पेशल डिविडेंड की एक्स-डेट 5 अगस्त 2022 है। अप्रैल-जून 2022 तिमाही में फार्मा कंपनी सनोफी इंडिया को 120.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान सनोफी इंडिया का मुनाफा 178.3 करोड़ रुपये था।
इन कारणों से एफडी से बनाएं दूरी
- Money9 Hindi
- Publish Date - November 8, 2022 / 01:00 PM IST
जब कभी भी ब्याज दर महंगाई के साथ कदमताल नहीं कर पाती है, इन्वेस्टर्स के लिए वास्तविक रिटर्न निगेटिव हो जाता है. ऐसी स्थितियों में एफडी जैसे पारंपरिक उपाय पैसे का नुकसान करने लगते हैं. हम अभी ऐसी ही स्थिति में हैं, जब खुदरा महंगाई 7.4 फीसदी के पार है, लेकिन एफडी पर 6-7 फीसदी के बीच रिटर्न मिल रहा है. इस कारण हर कोई वैकल्पिक उपाय खोजने लगता है, जो एफडी से ज्यादा रिटर्न दे सके. उच्च लाभांश देने सवाले स्टॉक्स बढ़िया विकल्प हो सकते हैं. आइए सबसे पहले लाभांश के बारे में सब जान लें.
लाभांश
शेयर बाजार के फायदे और नुकसान
इन दिनों शेयर मार्केट के बारे में हर कोई चर्चा कर रहा है, हो सकता है आप भी अपना पैसा स्टॉक मार्केट में लगाने के बारे में सोच रहे हों। आज हम शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे बात करने वाले हैं। शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा-ख़ासा पैसा कमा सकते हैं लेकिन इसके विपरीत डिविडेंड के फायदे और नुकसान भी हो सकता है यानी आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
ताजा उदाहरण देखें तो हाल ही में आये कोरोना महामारी की वजह से स्टॉक मार्केट बुरी तरह से गिर गया था सभी निवेशकों के पोर्टफोलियो में 80-90% तक का नुकसान दिखाई दे रहा था इस स्थिति में जिन लोगों ने घबराहट में अपने स्टॉक्स बेच दिए उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है।
लेकिन यह महामारी शेयर बाजार के जानकारों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया था। बड़े निवेशकों को ऐसे मौके का इंतजार होता है और इस मौके पर अच्छी कंपनियों के स्टॉक्स को बहुत कम भाव में खरीद पाते हैं। कोरोनाकाल के बाद मार्केट बड़ी तेजी से ऊपर जाता हुआ दिखा और अपने उच्चतम स्तर को भी तोड़कर आगे बढ़ चुका है। इस प्रकार से स्टॉक मार्केट के अपने फायदे भी है और नुकसान भी आइये शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
शेयर बाजार के फायदे
कम समय में अच्छा मुनाफा कमाने की संभावना: शेयर बाजार निवेश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें कम समय के निवेश में भी अधिक लाभ कमाए डिविडेंड के फायदे और नुकसान जा सकते हैं। यदि हम बैंक एफडी, बचत खाते आदि की बात डिविडेंड के फायदे और नुकसान करें तो ये सभी लम्बे अवधि के निवेश में एक निर्धारित रिटर्न दे पाते हैं लेकिन स्टॉक मार्केट में कम अवधि में अच्छा मुनाफा मिल सकता है यह पूरी तरह से निवेश किये गये कम्पनी के कामकाज और मार्केट के माहौल पर निर्भर करती है।
अधिक रिटर्न मिलने की संभावना: चूंकि अधिकांश सूचीबद्ध शेयर इक्विटी शेयर हैं, उनका मूल्य सीधे कंपनी के मूल्य से संबंधित है, इस प्रकार जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो कंपनी के शेयरों के मूल्य में पर्याप्त वृद्धि होती है जो अच्छा रिटर्न प्रदान करती है।
कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है:डिविडेंड के फायदे और नुकसान जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। चाहे आपके पास कितने भी शेयर क्यों न हो आप कंपनी के ग्रोथ में भागीदार होते हैं और बदले में आपको वोटिंग अधिकार, लाभांश, बोनस आदि प्राप्त हो सकते हैं।
शेयर बाजार के नुकसान
अस्थिर निवेश: शेयर बाजार अत्यंत अस्थिर (volatile) है इसमें लगातार उतार-चढाव होते रहते हैं। शेयर का भाव कभी भी बढ़ सकता है डिविडेंड के फायदे और नुकसान या घट सकता है। शेयरों के मूल्य को प्रभावित करने वाले कोई एक नही बल्कि कई सारे कारक हैं जैसे: बजट, सरकारी नीतियां, क्षेत्रीय घटनाएँ, महामारी या आपदाएं, कंपनी के लाभ-हानि, कंपनी के प्रबंधन में परिवर्तन आदि।
जानकारी का आभाव: स्टॉक मार्केट में ज्यादातर निवेशक किसी ब्रोकर या अन्य व्यक्ति की राय से अपना पैसा निवेश कर देते हैं जो की सही नही है। निवेश करने से पहले निवेशक को स्वयं शेयर बाजार का ज्ञान लेना जरुरी है। हालांकि सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के द्वारा कंपनियों को निवेशकों के लाभ के लिए सम्बंधित जानकारी का खुलासा करने का निर्देश होता है। लेकिन इसके बावजूद अधिकांश निवेशक अपने लाभ के लिए इस जानकारी का विश्लेषण और उपयोग करने में असमर्थ हैं। निवेशकों को इसके लिए प्रशिक्षण और अभ्यास की बहुत ज्यादा आवश्यकता है।
Stock Market Investment: बोनस शेयर से क्या है फायदा और नुकसान? कंपनियां इसे क्यों डिविडेंड के फायदे और नुकसान जारी करती हैं?
बोनस शेयर मिलने से इन्वेस्टर के पास कंपनी के शेयर की संख्या बढ़ जाती है। जब कंपनी भविष्य में डिविडेंड का ऐलान करती है तो बोनस शेयर की वजह से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर दिया जाता है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। जब किसी कंपनी को अपने बिजनेस से अतिरिक्त प्रॉफिट होता है, तो उस प्रॉफिट की कैपिटल में से एक हिस्सा कंपनी अपने रिजर्व और सरप्लस में सेफ रखती हैं और भविष्य में रिजर्व और सरप्लस में से ही कंपनी अपने इन्वेस्टर के लिए अतिरिक्त शेयर जारी करती हैं, जिसे बोनस शेयर कहा जाता है। बोनस शेयर से कंपनी की नेट वर्थ में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होता है। इसलिए कि बोनस शेयर बिलकुल फ्री होते हैं।
क्या है बोनस शेयर के फायदे
बोनस शेयर मिलने से इन्वेस्टर के पास कंपनी के शेयर की संख्या बढ़ जाती है। जब कंपनी भविष्य में डिविडेंड का ऐलान करती है तो बोनस शेयर की वजह से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है, क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर दिया जाता है। साथ ही, बोनस शेयर जारी होने से शेयर की प्राइस कम हो जाती है ओर मार्केट में कंपनी के शेयर की लिक्विडिटी बढ़ती है। इससे निवेशकों में कंपनी पर भरोसा बढ़ जाता है।
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जानिए कितना मिलेगा डिविडेंड?
अब बात करते हैं शेयरहोल्डर्स के फायदे की. एलआईसी ने घाटे के बावजूद अपने निवेशकों को 10 रुपये फेस वैल्यू वाले प्रति शेयर पर 1.50 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का भी फैसला किया है. कंपनी बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है. इस फैसले पर बस शेयरधारकों की मंजूरी बाकी है. शेयर बाजार में आज इसकी स्थिति पर ध्यान दें तो बीएसई पर सोमवार को कंपनी के शेयर 1.89 फीसदी की तेजी पर 837.05 रुपये पर बंद हुए.
एलआईसी के शेयर आईपीओ के इश्यू प्राइस से अब तक करीब 15 फीसदी तक गिर चुके हैं. लेकिन शेयरधारकों को डिविडेंड की उम्मीद थी.
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