Bitcoin – Types of crypto currency (Crypto Currency Kya Hai)

क्रिप्टोकरेंसी कैसे बनाएं

आपके पास कई अलग-अलग तरीकों से क्रिप्टोकरेंसी बनाने का ऑप्शन होता है। इनमें से हर ऑप्शन क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिहाज़ से अलग होता है। अपेक्षाकृत सरल मेथड के लिए आपको अपना ब्लॉकचेन बनाना होगा जो आपकी क्रिप्टोकरेंसी का नेटिव हो। आप पहले से मौजूद ब्लॉकचेन के कोड में बदलाव भी कर सकते हैं। यदि इन दोनों मेथड में से कोई भी आपके लिए कारगर है, तो आपके पास अधिक जटिल तरीकों में शामिल होने का ऑप्शन होता है जिसके ज़रिये आप कोई क्रिप्टोकरेंसी बना सकते हैं। इन तरीकों से आप पहले से मौजूद ब्लॉकचेन पर एक नई क्रिप्टोकरेंसी बना सकते हैं जो या फिर ब्लॉकचेन डेवलपर को रख सकते हैं और वह आपके लिए क्रिप्टोकरेंसी बना सकता है।

इन ऑप्शन में से अधिकांश के लिए टेक्निकल कंप्यूटर नॉलेज होना ज़रूरी है। इसके अलावा, आपके पास फिनांशियल नॉलेज भी होना चाहिए और मानव संसाधन से निपटने में माहिर होना चाहिए। आपके द्वारा चुनी गई क्रिप्टोकरेंसी जितनी अधिक टेक्निकल होगी, उतना ही उसे आप अपने अनुकूल बना सकते हैं। कुछ क्रिप्टोकरेंसी डेवलपर्स की राय है कि अपने अनुकूल बनाने की कोशिश करनी चाहिए। चार तरीकों से संबंधित पेचीदगियों को समझने के लिए पढ़ना जारी रखें, यदि आप जानना चाहते हैं कि आप अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी कैसे बना सकते हैं।

मेथड 1. किसी नेटिव क्रिप्टोकरेंसी के सपोर्ट के लिए ब्लॉकचेन बनाना

अपने लिए इसका कोड लिखकर और इसके लिए किसी नेटिव क्रिप्टोकरेंसी सपोर्ट हासिल कर अपना ब्लॉकचेन बनाना संभव है। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए, व्यापक टेक्निकल प्रशिक्षण की ज़रुरत होगी ताकि आपके पास पर्याप्त कोडिंग कौशल हो। क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी इन कौशलों का लाभ उठाकर और अपने फायदे के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की समझ के साथ आप डिजाइन के साथ खेल सकते हैं। यह मेथड आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है यदि आप ऐसी क्रिप्टोकरेंसी बनाना चाहते हैं जिसमें इसका कोई बिल्कुल नया पहलू हो या क्षमता के हिसाब से इनोवेटिव हो।

अपने नेटिव क्रिप्टोकरेंसी के लिए पूरी तरह से नया ब्लॉकचेन बनाने के लिए, आपको इन स्टेप से गुज़रना होगा।

स्टेप 1. एक कन्सेंसस मैकेनिज्म चुनकर शुरू करें जो अनिवार्य रूप से ब्लॉकचेन का ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल है। प्रूफ ऑफ स्टेक (या पीओएस) और प्रूफ ऑफ वर्क (पीओडब्ल्यू) कुछ सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले कन्सेंसस मैकेनिज्म हैं।

स्टेप 2. अपने ब्लॉकचेन और उसके आर्किटेक्चर के लिए लेआउट डिज़ाइन करें। इसमें आपको यह तय करना होगा कि आपका ब्लॉकचेन सार्वजनिक होगा या नहीं, अनुमति की ज़रुरत है या नहीं आदि।

स्टेप 3. इसके बाद, आपको अपने ब्लॉकचेन के कोड की जांच करने और किसी भी तरह की खामी के आकलन के लिए एक कुशल ब्लॉकचेन ऑडिटर रखना होगा।

स्टेप 4. अंत में, आपको एक कानूनी फर्म की सेवा लेने पर विचार करना चाहिए ताकि आपको किसी भी नई क्रिप्टोकरेंसी को बनाने से पहले कानूनी सलाह मिल सके। और वकीलों मौजूदा कानूनों और रेगुलेशन के अनुपालन की पुष्टि कर सकें।

मेथड 2. मौजूदा ब्लॉकचेन के कोड को बदलें

एक नया ब्लॉकचेन विकसित करने और अपनी नेटिव करेंसी का उपयोग करने के लिए आपके पास हमेशा किसी अन्य ब्लॉकचेन से संबंधित स्रोत कोड का उपयोग करने का ऑप्शन होता है। यह इस तथ्य पर ध्यान देने योग्य है कि आपको अभी भी इसके टेक्निकल पहलुओं में पारंगत होना होगा क्योंकि आपको उस डिज़ाइन को बनाने के लिए स्रोत कोड में बदलाव करना होगा जिस पर आपने अपनी जगहें सेट की हैं।

पहले से मौजूद ब्लॉकचेन के उक्त स्रोत कोड को डाउनलोड और मॉडिफाई कर लेते हैं, तो आपको खामियों की जाँच के लिए ब्लॉकचेन ऑडिटर की सेवाओं को लिस्ट करना होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं आपने किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं किया है, आपको पेशेवर कानूनी सलाह भी लेनी होगी। इन सारी क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद आप नई क्रिप्टोकरेंसी बना सकेंगे।

मेथड 3. नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए मौजूदा ब्लॉकचेन का उपयोग करना

क्रिप्टोकरेंसी निर्माता के पास अपना ब्लॉकचेन बनाए बिना या मौजूदा ब्लॉकचेन को मॉडिफाई किए बिना नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने का ऑप्शन हमेशा होता है। उदाहरण के लिए इथेरियम ब्लॉकचेन को देखते ही साफ़ हो जाता है कि इसे कई तरह के डेवलपर्स द्वारा बनाई गई क्रिप्टोकरेंसी को होस्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बनाई गई नई करेंसी टोकन की श्रेणी में आती है क्योंकि यह डिजिटल पैसा है जो उस ब्लॉकचेन की नेटिव नहीं है जिस पर वह काम करती है।

टोकन बनाने के लिए कुछ हद तक टेक्निकल विशेषज्ञता की ज़रुरत होती है, ज्यादातर मामलों में ठीक-ठाक सा कंप्यूटर नॉलेज बिना किसी मुश्किल के टोकन बनाने के लिए काफी होता है। टोकन कैसे बनता है, यह समझने के लिए नीचे दिए स्टेप पर गौर करें।

स्टेप 1. कोई ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म चुनें (उदाहरण के लिए बिनेंस स्मार्ट चेन या इथेरियम प्लेटफॉर्म लें) जिस पर आप अपना टोकन होस्ट करना चाहते हैं।

स्टेप 2 आप अपने टोकन को किस हद तक कस्टमाइज़ करना चाहते हैं, इसके आधार पर इसे बनाने के लिए आवश्यक उपाय अलग-अलग होंगे। आमतौर पर अत्यधिक कस्टमाइज़ टोकन के लिए एडवांस्ड टेक्निकल नॉलेज की ज़रुरत होती है। टोकन बनाने के तरीके को समझने के लिए वॉलेट बिल्डर जैसे टूल का उपयोग किया जा सकता है।

स्टेप 3. अपनी क्रिप्टोकरेंसी बना लेने पर नए टोकन बनाना शुरू कर सकते हैं। स्टेप 1 में लिस्ट किये गए विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का उपयोग कर आपको टोकन का एक सेट जारी करने से पहले ऑडिटर या वकील की सेवा लेने की ज़रुरत नहीं है।

टोकन सिक्कों के रूप में कस्टमाइज़ नहीं होता है, इसलिए यह क्रिप्टोकरेंसी बनाने का अपेक्षाकृत तेज़ और कहीं अधिक किफायती तरीका है। बनाए गए टोकन को उन सुरक्षा उपायों से फायदा हो सकता है जो पहले स्थापित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म के पास हैं। इसके अलावा, उक्त प्लेटफॉर्म टोकन निर्माताओं को इनोवेटिव फीचर प्रदान कर सकते हैं। अपने टोकन को अच्छी तरह से स्थापित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म के साथ जोड़कर आप अपने टोकन की विश्वसनीयता और वैल्यू बढ़ा सकते हैं।

मेथड 4. अपनी क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए एक ब्लॉकचेन डेवलपर सूचीबद्ध करें

नया टोकन या करेंसी बनाने के लिए आप किसी ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कंपनी की मदद ले क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी सकते हैं। ऐसे एंटरप्राइज को ब्लॉकचेन-एज़-ए-सर्विस (या बीएएस) कंपनी कहा जाता है जो क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन नेटवर्क डेवलप करने और इसे बनाए रखने का काम करते हैं। इनमें से कुछ कंपनियां कस्टमाइज्ड ब्लॉकचेन बनाती हैं, अन्य अपने ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग कर सकती हैं जो पहले से मौजूद हैं।

निष्कर्ष

अपनी क्रिप्टोकरेंसी बनाकर, आप इसे वैसे कस्टमाइज़ कर सकते हैं जैसा आपको ठीक लगता है और इस प्रक्रिया में, आप ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में अधिक जानकारी हासिल कर पाते हैं। इसके अलावा, आपकी क्रिप्टोकरेंसी को वैल्यू मिल सकता है जो आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मतलब, क्रिप्टोकरेंसी तभी बनानी चाहिए जबकि आपके पास पर्याप्त टेक्निकल नॉलेज हो या फिर आपके पास बीएएएस कंपनी की सर्विस लेने लिए पैसा हो। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी बनाने में बहुत समय लग सकता है और यह महंगी पहल है क्योंकि आपको इसका हमेशा रखरखाव करना होगा है ताकि यह सफल हो।

डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग का उद्देश्य है सिर्फ जानकारी देना न कि कोई सलाह/इन्वेस्टमेंट के बारे में सुझाव देना या किसी स्टॉक की खरीद-बिक्री की सिफारिश करना।

डिजिटल टोकन को रेगुलेट करने की तैयारी: रिजर्व बैंक ने शुरू की कवायद, क्रिप्टो करेंसी के कारोबार को मिल सकती है मंजूरी

देर-सबेर ही सही, भारत में क्रिप्टो करेंसी को शर्तों और नियमों के साथ मंजूरी मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2 नवंबर को क्रिप्टो करेंसी कारोबार से जुड़े अहम लोगों के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने शनिवार को RBI और दूसरी एजेंसियों के साथ इस बारे में बैठक की है।

जानकारी के मुताबिक, RBI ने बहुत ही शॉर्ट नोटिस पर यह बैठक बुलाई थी। 2 नवंबर को बुलाई गई बैठक में RBI के वरिष्ठ अधिकारी, तीन क्रिप्टो एक्सचेंज के अधिकारी, क्रिप्टो ब्रोकर और इंडिया टेक के अधिकारी शामिल हुए। इन सभी ने क्रिप्टो पर एक व्हाइट पेपर तैयार किया था। ऐसा क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी माना जा रहा है कि चीन में भले ही क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा है, पर भारत में कुछ नियंत्रण और शर्तों के साथ इसे मंजूरी मिल जाएगी।

KYC फ्रेमवर्क और अवैध लेन-देन की संभावनाओं पर चर्चा
इस मीटिंग में KYC फ्रेमवर्क और अवैध लेन-देन की आशंकाओं पर भी चर्चा हुई। मनी लॉन्ड्रिंग की चिंता के अलावा, यदि क्रिप्टो का वॉल्यूम वक्त के साथ बढ़ता है तो RBI संभावित वित्तीय अस्थिरता के बारे में भी चिंतित है। भारत में करीब 2 करोड़ निवेशकों के पास 4-5 अरब डॉलर के क्रिप्टो के सिक्के रखने का अनुमान है। वैसे अब केवल बिटकॉइन ही नहीं, हजारों क्रिप्टो करेंसी हैं। यदि क्रिप्टो की सप्लाई बढ़ती रहती है, तो कुछ स्तर पर यह मॉनिटरी पॉलिसी के लिए चुनौती भी हो सकती है।

इंडस्ट्री में कई लोग चाहते हैं कि क्रिप्टो करेंसी को सिर्फ भारत में जो एक्सचेंज हैं, उनसे ही खरीदा जाए। बैंकों की तरह इन एक्सचेंज को FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के लिए 74% तक की अनुमति दी जानी चाहिए। क्रिप्टो की आड़ में फंड के लेन-देन पर भारत के बाहर भी कई रेगुलेटर्स की ओर से आवाज उठाई गई है।

नियम लागू करना आसान नहीं है
एक बैंकर ने कहा कि क्रिप्टो से जुड़े नियम लागू करना आसान नहीं है। इसके लिए हार्डवेयर में सभी क्रिप्टो होल्डिंग्स के डिस्क्लोजर की जरूरत होगी। उन्हीं कारोबार को इजाजत दी जाएगी, जिनकी निगरानी की जा सकती है। इंडस्ट्री यह चाहती है कि क्रिप्टो को करेंट क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी असेट के रूप में क्लासीफाई किया जाए न कि करेंसी के तौर पर, ताकि इसे आसानी से नकदी में बदला जा सके। साथ ही इंडस्ट्री यह भी उम्मीद कर रही है कि सरकार और RBI कुछ अन्य मुद्दों पर छाए संशय के बादल साफ करे।

कई सारी बातों पर होगा फोकस

  • इस मुद्दे से जुड़ी अहम बातों में यह है कि क्या इससे हुए फायदे को कैपिटल गेन या बिजनेस इनकम मानकर इस पर टैक्स लगाया जाना चाहिए।
  • क्या विदेशी एक्सचेंज और अन्य सेलर्स से क्रिप्टो खरीद में होने वाली धांधली विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) का उल्लंघन होगा और क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
  • चूंकि भारत में फाइनेंशियल रेगुलेटर कई हैं, जैसे बीमा के लिए IRDAI, म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के लिए सेबी, बैंकिंग और अन्य पेमेंट के लिए रिजर्व बैंक। इसलिए यह अभी तय नहीं है कि इसे कौन रेगुलेट करेगा।

एक्सचेंज केवल एक प्लेटफॉर्म है
करेंसी से जुड़े एक्सचेंज का कहना है कि वे खरीदार और विक्रेता से मेल कराने के लिए सिर्फ एक मंच हैं। क्रिप्टो की खरीद और सप्लाई नहीं करते हैं। हालिया नियमों के तहत अगर कोई विदेश से सिक्के लाकर अपने देश में बेचता है तो इसका आसानी से पता लगाना मुमकिन नहीं है।

क्रिप्टो की कीमतों में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव है। उदाहरण के तौर पर पिछले 24 घंटे में हुस्की नामक करेंसी की कीमत 67 हजार प्रतिशत बढ़ी है। इससे इसका मार्केट कैप 1.5 अरब डॉलर हो गया है। इससे पहले SQUID, शिबा और कोकोस्वैप की कीमतें भी इसी तरह से बढ़ी थीं।

शनिवार को प्रधानमंत्री ने की थी मीटिंग
दो दिन पहले ही केंद्र सरकार ने देश में अवैध तरीके से चल रहे सभी क्रिप्टो एक्सचेंज के मसले पर मीटिंग की थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों के लिए टेरर फंडिंग और काला धन जमा करने वालों के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का जरिया बने इन क्रिप्टो एक्सचेंज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा। शनिवार को PM ने इसे लेकर फाइनेंस मंत्रालय, RBI और गृह मंत्रालय के साथ बैठक की। इसमें मोदी ने साफ तौर पर पूछा कि क्रिप्टो करेंसी को रेगुलराइज करने के लिए कौन से कदम उठाए गए हैं।

क्रिप्टो करेंसी के मुद्दे पर हुई समीक्षा
बैठक में क्रिप्टो करेंसी और उससे जुड़े सभी मुद्दों की समीक्षा हुई। साफतौर पर यह तय किया गया कि क्रिप्टो करेंसी के नाम पर युवाओं को गुमराह करने वाली अपारदर्शी एडवर्टाइजिंग पर रोक लगाई जाए। बैठक में RBI, फाइनेंस मंत्रालय और गृह मंत्रालय की तरफ से देश-दुनिया के क्रिप्टो एक्सपर्ट्स से ली गई सलाह के बाद सामने आए मुद्दों पर बात की गई।

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने चेतावनी दी थी
दो दिन पहले ही RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल करेंसी को लेकर चेतावनी दी थी। उन्होंने इसे बेहद गंभीर विषय बताया था और जल्द ही कोई बड़ा कदम उठाए जाने की तरफ इशारा किया था। क्रिप्टो करेंसी पर शिकंजा कसने के लिए RBI और शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी मिलकर एक फ्रेमवर्क तैयार कर रहे हैं।

3 नवंबर को किया गया था दावा
दरअसल 3 नवंबर को कई संगठनों और क्रिप्टो के कारोबारियों ने मिलकर एक अंग्रेजी समाचार पत्र में दो फुल पेज विज्ञापन दिया था। इसमें यह दावा किया था करोड़ों भारतीयों ने क्रिप्टो में 6 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसका रेगुलेशन किया जाता है। रेगुलेशन में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IMAI) और अन्य हैं जो सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी हैं।

​​​​​​​एडलवाइस म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा कि फाइनेंशियल असेट्स को IMAI नहीं रेगुलेट कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह पता नहीं है कि निवेशक बेस और सही साइज इंडस्ट्री की क्या है। अगर यह 6 लाख करोड़ रुपए का निवेश है तो इसे बहुत जल्दी से रेगुलेट किया जाना चाहिेए।

Crypto Currency Kya Hai (क्रिप्टो करेंसी क्या है सभी जानकारी हिंदी में)?

Crypto Currency kya hai क्रिप्टो करेंसी क्या है

Crypto Currency kya hai (क्रिप्टो करेंसी क्या है) – आज हर कोई Crypto Currency के बारे में जानना चाहता है क्योंकि कुछ सालो में Crypto Currency का नाम बहुत तेजी से फैला क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी है। एक सवाल हर किसी के मन में घूमता है Cryptocurrency आखिर है क्या और बहुत से लोगो को इसके बारे में नहीं पता होता। तो आज इस पोस्ट में हम आपको Crypto Currency से जुडी सारी जानकारी देंगे।

Crypto Currency kya hai क्रिप्टो करेंसी क्या है?

Crypto Currency एक डिजिटल मुद्रा है। जैसे की हर देश की कोई न कोई मुद्रा होती है जैसे भारत की रुपया क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी अमेरिका का डॉलर ऐसे ही सभी देशो की अपनी-अपनी मुद्रा होती है जिसे हम छू और देख सकते है। लेकिन Crypto Currency किसी देश की मुद्रा नहीं है यह केवल डिजिटल फॉर्म में काम करती है। इसका कोई रूपए या डॉलर की तरह कोई हार्ड कॉपी नहीं है। Crypto Currency का केवल ऑनलाइन लेनदेन हो सकता है।

हम इसे ऐसे भी समझ सकते है Crypto Currency एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी देश की सरकार द्वारा लागू नहीं किया जाता है। और न ही Crypto Currency पर किसी देश, बैंक या किसी 3rd पार्टी या अन्य का नियंत्रण होता है अर्थात यह पूर्णतः एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसे हम छू नहीं सकते।

Crypto Currency का इतिहास

Crypto Currency की शुरुआत डेविड चाउम द्वारा की गयी थी जिसे उन्होंने शुरुआत में एक्श नाम दिया और फिर 1995 में, उन्होंने इसे डिजिकैश के माध्यम से लागू किया था। किन्तु तब इसे कुछ सफलता नहीं मिली। उसके कुछ सालो बाद कुछ और लोगो ने भी इस पर ध्यान दिया लेकिन वह भी इतना सफल नहीं हो पाए। फिर 2009 में सतोषी नाम के एक व्यक्ति ने बिटकॉइन के नाम से एक Crypto Currency की शुरुआत की जो की पहली डिजिटल मुद्रा है।

हालाँकि शुरुआत में इसे भी कुछ खास सफलता क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी नहीं मिली लेकिन कुछ ही सालो में इसमें इतनी तेजी देखने को मिली की सबकी आँखे चौंका गई क्योंकि इसकी कीमत इंडियन रुपया में 51 लाख से भी अधिक गए थी।

Crypto Currency के प्रकार

इन कुछ सालो में Crypto Currency में बहुत तेजी देखने को मिल और देखते ही देखते 2021 में ही लगभग 100 से भी अधिक क्रिप्टो करेंसी लॉन्च हुई। जिसमे सबसे ज्यादा लोकप्रिय बिटकॉइन है इसके अलावा Ethereum, Solana (SOL), Binance Coin (BNB), Avalanche (AVAX), Cosmos (ATOM), Filecoin (FIL) प्रसिद्ध है।

Bitcoin

Bitcoin - Types of crypto currency

Bitcoin – Types of crypto currency (Crypto Currency Kya Hai)

Bitcoin एक सबसे लोकप्रिय Crypto Currency है जिसकी शुरुआत सातोशी नामक एक जापानी व्यक्ति ने 2008 में की थी। और फिर इसे 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर (A to Z कंप्यूटर की शॉर्टकट Keys) के रूप में जारी किया था। यह दुनिया की पहली Crypto Currency भी कहलाती है। बिटकॉइन की कीमत इंडियन रुपया में 51 लाख तक पहुंच चुकी थी जबकि इसकी 2015 में 21k (21 हजार) थी जो की अभी 2022 में 15 लाख के लगभग है।

Ethereum

Ethereum भी bitcoin की तरह ही एक लोकप्रिय Crypto Currency है। जिसे Ether के नाम से भी जाना जाता है। इसे 30 July 2015 को live किया गया था। जिसकी शुरुआती कीमत इंडियन रूपए में 600-700 तक थी जोकि 2022 में 1 लाख से भी अधिक है। यह bitcoin के बाद दूसरे नंबर पर आती है।

Solana (SOL)

Solana एक प्रकार की Crypto Currency यानि की एक डिजिटल मुद्रा है जिसका लेन देन डिजिटल रूप से ही किया जाता है। 16 मार्च 2020 को सोलाना का पहला ब्लॉक बनाया गया था। जिसकी market value 200 डॉलर से भी ज्यादा रह चुकी है लेकिन अभी हाली में इसमें गिरावट देखने को मिली है।

Binance Coin (BNB)

Binance भी एक Crypto Currency exchange है। जिसकी स्थापना एक डेवलपर चांगपेंग झाओ ने की थी जिसे 2017 में लॉन्च किया किया गया था इसकी शुरआत में कीमत भारतीय रूपए में 6-7 रूपए थी जो की 3 से 4 साल में उछाल मार कर 2021 में 51000 रूपए तक पहुंच गयी थी लेकिन उसके बाद इसमें तेजी देखने को नहीं मिली और यह गिर कर 22000 रुपए तक आ पहुंची है।

क्या भारत में Crypto currency legal है?

Crypto Currency के बारे में लोग जानते तो हैं लेकिन बहुत से लोगो के मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्या Crypto करेंसी इंडिया में legal है भी या नहीं। तो आपको बता देते है कि 2022 के बजट में नए सेक्शन 115BBH को पेश करने का प्रस्ताव किया गया था। जिसके बाद वित्त मंत्रालय ने इस पर ३०% टैक्स कि घोषणा कि लेकिन यह नहीं कहा कि यह लीगल है। केंद्र सरकार ने अभी Crypto Currency को मंजूरी नहीं दी है। भारतीय सरकार इस पर अभी विचार कर रही है।

इस आर्टिकल में हमने Crypto Currency kya hai टॉपिक पर लेख लिखा है अगर आपको इस लेख से जुडी कोई भी जानकारी गलत या कुछ अपना प्रतिक्रिया देना चाहते है तो कृपया करके कमेंट सेंक्शन पर कमेंट पोस्ट करे और अगर आपको Crypto Currency kya hai हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा तो कृपया करके अपने दोस्तों और परिवार तक इस लेख को पहुंचाने की कोशिस करे |

Raipur News : क्रिप्टो करेंसी की स्टाक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी मामले में पुलिस ने 60 लाख रुपये कराए फ्रीज

Raipur News : क्रिप्टो करेंसी की स्टाक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी मामले में पुलिस ने 60 लाख रुपये कराए फ्रीज

रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। क्रिप्टो करेंसी की स्टाक ट्रेडिंग के नाम पर रायपुर के एक अफसर से नौ लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने ठग के क्रिप्टो वालेट में जमा कुल 60 लाख रुपये फ्रीज कराने में सफलता हासिल की है। आशंका है कि ठग गिरोह ने देशभर के लोगों से यह रकम ठगी होगी।

जांच में आगे और राजफाश्ा होने की संभावना है। दरअसल डीडीनगर पुलिस थाने में एक सरकारी अफसर ने क्रिप्टो करेंसी की स्टाक ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देकर अपने साथ हुई नौ लाख रुपये की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस मामले की जांच आजाद चौक सीएसपी रत्ना सिंह कर रही हैं।

ताइवान से निकला व्यक्ति

सीएसपी रत्ना सिंह ने बताया कि ठगी के इस पेंचीदे मामले को सुलझाने के लिए पीड़ित अफसर की ओर से ट्रांसफर की गई राशि की पूरी डिटेल निकाली गई। डिटेल निकालने के बाद वह अंतिम वालेट, जिसमें रकम ट्रांसफर की गई है, उसके बारे में बैंक से जानकारी हासिल की गई।

Case on Raja Pateria : राजा पटेरिया पर जिन धाराओं में प्रकरण दर्ज उनमें अधिकतम सात साल तक की जेल और जुर्माने का प्रविधान

बैंक से पता चला कि अफसर की रकम जिस क्रिप्टो वालेट में ट्रांसफर की गई है, वह ताइवान के किसी व्यक्ति की है। इसके बाद संबंधित बैंकों के माध्यम से उस ताइवान के नागरिक के क्रिप्टो वालेट को फ्रीज करने की कार्रवाई की गई। ताइवान के जिस क्रिप्टो वालेट में रकम ट्रांसफर की गई थी, उस वालेट में जमा 60 लाख रुपये को फ्रीज कराया गया है।

वाट्सएप ग्रुप से हुई थी ठगी

पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बिगड़े बोल, मोदी की हत्‍या वाले बयान में फंसे कांग्रेस नेता राजा पटेरिया को कहा, कुत्‍ता

पुलिस से मिली जानकारी के क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी क्रिप्टो करेंसी की सारी जानकारी अनुसार शातिर साइबर ठगों ने जनवरी में एक सरकारी अफसर को अपने वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इस ग्रुप में क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग संबंधित मैसेज भेजकर अफसर को भारी मुनाफा मिलने का झांसा दिया।

ठगों के झांसे में आकर अफसर ने शुरू में मिनिमम अमाउंट की क्रिप्टो करेंसी खरीदी। ठगों ने अफसरों को मुनाफे सहित पैसे रिटर्न किए। बड़ी रकम जमा करने के बाद ठगों ने न मुनाफा दिया और न ही मूलधन वापस किया, तब ठगी का अहसास होने पर पीड़ित अफसर ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

बिजली बिल में बढ़ोतरी के विरोध में बिजली दफ्तर का आज घेराव करेगा भाजयुमो, सुरक्षा निधि के नाम पर अवैध वसूली का लगाया आरोप

वाट्सएप ग्रुप के एडमिन की पड़ताल

पुलिस के अनुसार ठगों ने वाट्स एप ग्रुप बनाकर अफसर को अपने साथ जोड़ा था। पुलिस अब उस वाट्सएप ग्रुप की पड़ताल कर रही है। ठगों ने क्रिप्टो स्टाक ट्रेडिंग के नाम से अफसर से ठगी की थी। अफसर को अपने वाट्स एप ग्रुप में किसने जोड़ा, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही वाट्सएप ग्रुप के एडमिन के बारे में पड़ताल की जा रही है। जल्द ही मामले में कुछ नया राजफाश्ा होने की संभावना है।

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