विपक्ष का सफाया कर तानाशाह बनना चाहते थे इमरान! मंत्री का दावा- 15 साल तक पाकिस्तान पर हुकूमत का था प्लान
Imran Khan Latest News : 'डॉन' समाचार पत्र की खबर के अनुसार मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने यह घोषणा भी की थी कि उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ मामलों में तेजी लाने के लिए 100 न्यायाधीशों की सेवाएं ली जाएंगी।
(प्रतीकात्मक फोटो)
अपनी पीठ थपथपा रहे इमरान खान
फाइनेंशियल ऐक्शन टास्ट फोर्स ने पाकिस्तान को इस बार भी ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा है। एफएटीएफ ने कहा कि पाकिस्तान ने 34 शर्तों में से 32 को पूरा किया है और बाकी की दो को लेकर अनुपालन रिपोर्ट सौंपी है। हमारी टीम पाकिस्तान का दौरा कर उनके वादों का ग्राउंड वेरिफिकेशन करेगी। उसके बाद ही फरवरी 2023 में होने वाली अगली बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने पर फैसला किया जाएगा। इस बयान के बाद पाकिस्तान में जमकर खुशिया मनाई जा रही हैं। इमरान खान ने एफएटीएफ के हालिया फैसले को लेकर अपनी पीठ खूब थपथपाई है।
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पाकिस्तान ने तोड़े भारत से सभी व्यापारिक रिश्ते
राज एक्सप्रेस। जैसा की सभी को पता है मोदी सरकार के अनुच्छेद-370 हटाने जाने वाले फैसले पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं के बाद पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका लगा है। इस झटके से बौखलाया पाकिस्तान पहले भी समझौता एक्सप्रेस ट्रेंन, बस सेवा, 3 हवाई मार्ग बंद करने जैसे फैसले ले चूका है। पाक ने अब भारत से व्यपारिक रिश्ते तोड़ने का एक अन्य फैसला लिया है। जबकि पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं भारत ने पुलवामा हमले के बाद से ही पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध खत्म कर लिए थे।
भारत का नहीं पाकिस्तान का नुकसान :
भारत द्वारा अनुच्छेद-370 हटाने से बौखलाया पकिस्तान भारत से व्यपारिक रिश्ते तोड़ने का फैसला कर लिया है। मज़े की बात तो यह है कि, पाक के इस फैसले से भारत को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसका कारण यह है कि, भारत के कुल विदेश व्यापार का मात्र 0.31 फीसदी हिस्सा (20 फीसदी माल) ही पाकिस्तान से आता है। बड़ी वजह यह है कि, व्यापार में 3.2 फीसदी हिस्सा (80 फीसदी माल) भारत से पाक जाता है। भारत से व्यपार बंद करने के बाद पाक की हालत और भी ख़राब हो सकती है, क्योंकि पाक में भारत से जाने वाली वस्तुओं की कीमत पहले ही आसमान छू रही है।
पाक में वस्तुओं की कीमतें :
- सब्जियों में टमाटर के दाम 300 रुपये प्रति किलो, प्याज 64.69 रुपये प्रति किलो
- दूध के दाम 108 रुपये प्रति लीटर
- दही के दाम 122 रुपये प्रति किलो
- मटन के दाम 1009 रुपये प्रति किलो
- केले के दाम 130 रुपये दर्जन
- सरसों तेल के दाम 246 रुपये प्रति लीटर
- चीनी के दाम 77.30 रुपये प्रति किलो
- केरोसिन के दाम 151.25 रुपये प्रति लीटर
- एलपीजी सिलेंडर के दाम 1362.50 रुपये (11 लीटर)
- पेट्रोल के दाम 113.18 रुपये प्रति लीटर
- डीजल के दाम 127.30 रुपये प्रति लीटर
दोनों देशों का व्यापारिक इतिहास :
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले आयात-निर्यात और व्यापार के इतिहास पर एक नजर डालें तो, दोनों देशों के आजाद होने के 18 सालों बाद भारत और पाक के बीच व्यापारिक रिश्ते काफी अच्छे थे। इसका मुख्य कारण यह था कि, दोनों ही देश एक दूसरे पर कोई सीमा शुल्क नहीं लगाते थे। जब 1965 का युद्ध हुआ तब इंडिया ने जीत के साथ ही पाक पर कुछ प्रतिबन्ध लगा दिए। जिससे प्रभावित पाक ने भी भारत से जाने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क लगाना शुरू कर दिया। दोनों देशों के बिच व्यापारिक रिश्ते ठीक ही चल रहे थे, लेकिन पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाक से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया। जिससे भारत ने यहाँ से जाने वाले समान पर सिमा शुल्क और अधिक बड़ा दिया और दोनों के व्यापारिक रिश्ते ख़राब हो गए।
पाक ने लगाई सिनेमा जगत पर रोक :
पाक द्वारा व्यापारिक रिश्ते ख़त्म करने से शायद फिल्म जगत को थोड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है, क्योंकि पाक में भारत से बनी फिल्मों को काफी पसंद किया जाता है। जिससे पाक से फिल्म जगत को कमाई में फायदा होता है। पाक ने व्यापारिक सम्बन्ध खत्म करने के साथ ही भारत के फिल्म जगत से पाक में रिलीज़ होने वाली फिल्मो को भी बंद कर दिया है।
पाक की GDP:
पाकिस्तान की GDP की बात करे तो, पाक की GDP अमेरिकी डॉलर में 0.31 लाख करोड़ है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) 2018 की रैंकिंग के अनुसार, पाक का स्थान 39 है। जबकि भारत की GDP अमेरिकी डॉलर में 2.71 लाख करोड़ है। इस GDP के अनुसार भारत का स्थान इस रैंकिंग में 7वें स्थान पर है। इस प्रकार भारत दुनिया की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसे देखा जाये तो पाक भारत की तुलना में वैसे ही बहुत पीछे है और अब पाक के हालत बहुत ही बदतर होती जा रही है, वहां लोगों के पास ईद का त्यौहार मनाने तक के लिए पैसे नहीं है।
पाक पर कर्जा :
अगर हम पाकिस्तान द्वारा लिए कर्जे की बात करे तो, पाक के ऊपर अन्य दूसरे देशों से लिए हुए कर्जे की रक्कम अमेरिकी डॉलर के हिसाब से 105 अरब है। यदि हम इस रकम की तुलना किसी देश की अर्थव्यवस्था से करे तो, यह रकम 43 छोटे देशों की संयुक्त अर्थव्यवस्था (107 अरब) के लगभग बराबर है। इतना कर्जा होने के बाद पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं भी पाक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब ऐसे में पाक भारत से व्यपारिक रिश्ते तोड़ने का फैसला लेने की भूल कर रहा है।
भारत से पाक निर्यात किया जाने वाला माल :
भारत से पाकिस्तान निर्यात किये जाने वाले माल में दवाइयां, कच्चा कॉटन, कॉटन यार्न, रसायन, प्लास्टिक, सब्जियां, हस्तनिर्मित ऊन और डाइज शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2017-18 में पाक से भारत निर्यात किया माल :
- 7.83 करोड़ डॉलर की कीमत का सीमेंट
- 3.49 करोड़ डॉलर की कीमत का उर्वरक
- 11.28 करोड़ डॉलर की कीमत के फल
- 6.04 करोड़ डॉलर की कीमत के रसायन और चमड़े व अन्य संबंधित उत्पाद
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पंजाब में किसानों का मेनिफेस्टो: नेशनल हाइवे टोल फ्री; कार्पोरेट्स की इंडस्ट्री को बढ़ावा नहीं;पाकिस्तान से व्यापार; हर फसल पर MSP
पंजाब में चुनाव लड़ रहे 22 किसान संगठनों के संयुक्त समाज मोर्चा (SSM) ने 'चुनाव इकरारनामा' के नाम से 25 पॉइंट का मेनिफेस्टो जारी कर दिया है। चंडीगढ़ में मोर्चा प्रधान बलबीर राजेवाल ने कहा कि किसानों को फल-सब्जी समेत हर फसल पर MSP मिलेगी। इसके अलावा पंजाब में सभी नेशनल हाइवे टोल फ्री होंगे। हुसैनीवाला और बाघा बॉर्डर खुलकर पाकिस्तान और सेंट्रल एशिया से व्यापार करेंगे।
पंजाब में कार्पोरेट्स की बड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा नहीं देंगे। छोटी इंडस्ट्री के जरिए पंजाब का विकास करेंगे। इससे रोजगार भी मिलेगा। IT सेक्टर को तरजीह देंगे। पंजाब बॉर्डर स्टेट है, इसलिए केंद्र से स्पेशल स्टेट्स की मांग होगी। केंद्र स्पेशल पैकेज दे। UAPA जैसे केस खत्म कराए जाएंगे।
किसानों के चुनाव इकरारनामा के महत्वपूर्ण प्वाइंट्स
- हर किसान परिवार सेव फार्म कमीशन, 25 हजार इनकम इंश्योर करने के लिए पॉलिसी
- फसल का नुकसान हुआ तो कोआपरेटिव सोसाइटी के जरिए भरपाई करेंगे।
- फूड प्रोसिसंग के लिए किसानों को 2% ब्याज पर 5 लाख तक का लोन देंगे।
- छोटी इंडस्ट्री को तरजीह, कोआपरेटिव सोसाइटी मजबूत करेंगे।
- कोआपरेटिव सोसाइटी का समय पर कर्जा मोड़ने वालों को ब्याजमुक्त कर्ज देंगे।
- रेवेन्यू विभाग की सेवाएं किसानों को टाइम बाउंड तरीके से मिले।
- एजुकेशन-हेल्थ का इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे।
माफिया खत्म, बिजली सस्ती
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब में शराब, रेत और ट्रांसपोर्ट माफिया खत्म होगा। कोआपरेटिव सोसाइटी और कार्पोरेशन बनाकर सरकार सारा काम अपने हाथ में लेगी। इसके अलावा महंगी बिजली वाले समझौते रद्द होंगे। स्टेट पावर रेगुलेटरी कमीशन मजबूत करेंगे और सीधे ग्रिड से खरीद कर सस्ती बिजली देंगे।
90 दिन काम करेगी विधानसभा
संयुक्त समाज मोर्चा ने कहा कि सरकार बनी तो पंजाब विधानसभा साल में 90 दिन काम करेगी। जिसमें 75 % विधायकों की हाजिरी अनिवार्य होगी। इसके अलावा एक हिसाब-किताब कमीशन बनाएंगे। जो नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स की लूट की जांच करेगी। जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ केस दर्ज करेंगे।
दूसरी पार्टियों के मेनिफेस्टो गप
किसान नेताओं ने कहा कि हमने वह वादे किए हैं, जो पूरे किए जा सकते हैं। आम आदमी पार्टी कह रही है कि महिलाओं को एक हजार मंथली देंगे। इसके लिए उन्हें 25 हजार करोड़ चाहिए। कांग्रेस अगर अपने वादे पूरे करे तो उन्हें 30 हजार करोड़ की जरूरत है। अकाली-भाजपा गठजोड़ को इससे ज्यादा चाहिए। सवाल यह है कि यह पैसे कहां से आएंगे?। पंजाब पर पहले ही 3 लाख करोड़ का कर्ज है।
अमीरात स्थित टेलीकॉम फर्म टेलीनॉर पाकिस्तान को खरीदने के लिए बातचीत कर रही
कराची: पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े सेलुलर सेवा प्रदाता का स्वामित्व जल्द ही बदल सकता है क्योंकि टेलीनॉर पाकिस्तान व्यापार करने की बढ़ती लागत और सिकुड़ती संभावनाओं के बीच देश से बाहर निकलना चाहता है, एक रिपोर्ट में कहा गया है।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वालों के अनुसार, टेलीनॉर पाकिस्तान अपने संचालन को बेचने के लिए अमीरात स्थित एक बहुराष्ट्रीय दूरसंचार फर्म के साथ बातचीत कर रहा है। अंदरूनी सूत्रों के अनुसार अमीराती फर्म, जिसकी पहले से ही पाकिस्तान में मजबूत उपस्थिति है, और टेलीनॉर के बीच बातचीत एक "उन्नत चरण" में पहुंच गई है। कंपनी ने कथित तौर पर $ 1 बिलियन और $ 1.2 बिलियन के बीच एक मांग मूल्य निर्धारित किया था, लेकिन इच्छुक पार्टी अधिग्रहण पर $ 780-910 मिलियन खर्च करना चाह रही है।
पीओके से चीन के लिए चली बस सेवा क्यों बढ़ा रही है भारत की चिंता
पाकिस्तान और चीन के बीच बस सेवा शुरू हो गई है. ये बस सेवा लाहौर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगिट से होते हुए चीन के सुदूर पश्चिम प्रांत जिनजियांग के काशगर तक जाएगी. भारत ने पीओके से शुरू होने वाली इस बस सेवा का विरोध किया था लेकिन इसके बाद भी चीन ने इस विरोध को खारिज कर दिया. ये बस सेवा ये बताती कि चीन किस तरह अपनी ताकत के नशे में अकड़ रहा है.
दरअसल 1963 पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं में पाकिस्तान और चीन के बीच एक सीमा समझौता हुआ था. उसके अनुसार चीन ने पाक अधिकृत कश्मीर को एक विशेष हिस्सा माना था.
उसने भारत को भरोसा दिया था कि पाकिस्तान का उसका ये समझौता केवल पाकिस्तान के क्षेत्रों तक मान्य रहेगा. लेकिन पिछले कुछ पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं सालों से चीन लगातार पाकिस्तान की शह पर इस समझौते को धता बताकर पीओके में अपनी गतिविधियां बढ़ा रहा है. इस क्षेत्र पर भारत हमेशा से अपना दावा करता आया है.
कितने घंटे की बस यात्रा
लाहौर से गिलगिट होते हुए शुरू हुई ये बस सेवा कारोकोरम मार्ग से गुजरेगी. ये बस सेवा कुल 30 घंटों की होगी. इसमें पांच स्टाप होंगे. 15 सीटर ये लग्जरी बस सेवा हफ्ते में चार दिन चलेगी. इसका प्रति यात्री टिकट 13 हजार रुपए है जबकि आने जाने का किराया 23 हजार होगा. पाकिस्तान के पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं एक प्राइवेट बस आपरेटर ने ये बस चला रहा है.
पीओके में पाकिस्तान सैनिक के साथ चीनी सेना की जवान
चीन ने बस सेवा के लिए तर्क दिया है कि इससे सीपीईसी प्रोजेक्ट को मदद मिल सकेगी और चीन-पाकिस्तान व्यापार को बढावा मिलेगा. दरअसल सीपीईसी प्रोजेक्ट के पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं तहत चीन पाकिस्तान के साथ रेल और सड़क संपर्क बेहतर कर रहा है. लेकिन जानकार मानते हैं कि चीन जिस तरह पीओके में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है, वो भारत के लिए चिंता का विषय है.
क्यों है पाकिस्तान अधिकृत का महत्व
ये भी सही है पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं कि चीन को अगर सड़क मार्ग से कुछ भी पाकिस्तान को पहुंचाना है तो उसका एकमात्र लिंक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ही होगा, जिसका क्षेत्र गिलगिट बाल्टीस्तान है. लिहाजा चीन - पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) यही से गुजर रहा है. इसमें चीन करीब 50 बिलियन डॉलर की रकम निवेश भी कर चुका है.
- चीन की मंशा सीपीईसी के जरिए बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह तक सड़क मार्ग विकसित कर अपने सामान को वहां तक पहुंचाना है.
पीओके में चीन द्वारा बनाया जा रहा कराट पॉवर प्रोजेक्ट
किस तरह पीओके में गतिविधि बढ़ा रहा है
- अपने प्रोजेक्ट्स की हिफाजत के बहाने यहां उसके सैनिकों का इजाफा हो रहा है. इस पूरे इलाके में कई हजार चीनी सैनिकों को मौजूदगी बताई जा रही है.
- इस एरिया के जरिए वो पॉलटिको डिप्लोमेसी का खेल खेल रहा है. ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन ने इस क्षेत्र में अपना कोई भौगोलिक एजेंडा बनाया हुआ है.
- इस एरिया में उसने निवेश पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं बढाया है
- चीन के कई प्रोजेक्ट्स गिलगिट बाल्टीस्तान में हैं, इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर और पॉवर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं. झेलम नदी पर दो बिलियन डॉलर की लागत से एक चीनी कंपनी पॉवर प्रोजेक्ट बना रही है, जो 30 सालों तक चीनी कंपनी के नियंत्रण में रहेगा.
- सीपीईसी प्रोजेक्ट्स के तहत पाकसितान ने यहां अपनी तीन अतिरिक्त टुकड़ियां बढाई हैं .
- इस एरिया से चीन से आने वाली सीधी सड़क तो काराकोरम मार्ग के जरिए तो गुजरेगी ही साथ ही रेलवे लिंक भी स्थापित किया जा रहा है.
पीओके को चीन से जोड़ने वाला काराकोरम हाई-वे
काराकोरम मार्ग पर चीनी प्रोजेक्ट्स
वर्ष 2006 में चीन की सरकारी कंपनी एसेट ऑफ सुपरविजन एंड एडमिनिस्ट्रेटिव कमीशन और पाकिस्तान के द नेशनल हाईवे अथारिटी के बीच एक समझौता हुआ.
ये समझौता काराकोरम मार्ग को 30 मीटर और चौड़ा करने के लिए था. इससे इसकी आपरेशनल क्षमता तिगुनी हो जाएगी और हर मौसम में इस पर मिलिट्री और हैवी व्हीकल आवाजाही हो सकेगी.
- जुलाई 2010 में फिर पाकिस्तान के नेशनल हाईवे अथारिटी ने चाइना रोड एंड ब्रिज कारपोरेशन के साथ एक समझौता किया. ये काराकोरम हाईवे प्रोजेक्ट फेज-2 के लिए था. इसके तहत इसे चीन थाकोट ब्रिज से जोड़ने और संपर्क हाईवे जगलोट-स्काई रोड को चौड़ा करने की बात है.
पीओके तक चीन का रेल लिंक
एबोटाबाद (हवेलियन) से लेकर चीनी सीमा पर खुंजरेब दर्रे तक 411 मील का रेल संपर्क बनाया जा रहा है.
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