क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन (Cryptocurrency regulations) के लिए संसद में बिल लाएगी सरकार. बिल में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की चर्चा है. कुछ अपवादों को छोड़कर निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगना तय है. RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करेगा. दूसरे देशों में देखें तो अमेरिका (US), यूरोप समेत कई बड़े देशों में फिलहाल क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं है.
डब्बा ट्रेडिंग के ठिकाने पर छापा, 4 युवक गिरफ्तार दो लैपटॉप व 14 मोबाइल जब्त. संचालक फरार
पुलिस ने शहर में अवैध रूप से वायदा काराेबार, अनाधिकृत स्टॉक तथा कमोडिटी एक्सचेंज के रूप में डब्बा ट्रेडिंग का खुलासा किया है। इसके ठिकाने पर छापे में 14 मोबाइल, तीन कंप्यूटर सीपीयू और दो लैपटॉप के साथ हिसाब किताब के कागजात जब्त किए। कमोडिटी और स्टाक एक्सचेंज पर अवैध रूप से रोज करीब 5 करोड़ का टर्नओवर हाेता था। यह काम दस साल से चल रहा था। इसका संचालक संदीप सेठिया मौके पर नहीं मिला। वहां मिले चार कर्मचारियाें काे गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान में इस साल में इस तरह का यह पहला केस बताया जा रहा है।
एसपी अनिल कयाल के अनुसार गांधीनगर सेक्टर 5 में एक मकान में ऑनलाइन सट्टा कारोबार की सूचना पर सदर एसएचओ नवनीत बिहारी व्यास के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची। मकान के एक कमरे में टेबल पर तीन कंप्यूटर तथा पास में दो लैपटॉप चालू थे। इन पर चार लाेग काम करते, मोबाइल पर बात व हिसाब नोट कर रहे थे। कंप्यूटर स्क्रीन पर ऑनलाइन एनसीडीएक्स जैसी वेबसाइट खुली हुई थी। पास में पड़े स्लीप पेड (सौदा बुक) में विभिन्न कंपनियों के इक्विटी एवं शेयर की समय के साथ रेट लिखी थी। मौके पर काम करते मिले गांधीनगर सेक्टर नंबर 4 निवासी कुसुमकांत पुत्र रमाकांत शर्मा, रतलाम (मध्य प्रदेश) निवासी सचिन पुत्र आनंदीलाल चौहान, रतलाम निवासी राहुल पुत्र नरेंद्र जैन एवं रतलाम निवासी प्रतीक पुत्र रमेश राव पाटील ने बताया कि इस केंद्र का मालिक संदीप सेठिया कुछ समय पहले ही हिसाब लेकर गया। पुलिस चारों को गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने स्वीकार किया कि इनके पास ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग संबंधी लाइसेंस या अधिकृत संस्था से अनुमति नहीं है।
ईडी ने अवैध कारोबार मामले में ऑक्टाफेक्स के 21.14 करोड़ रुपये किए जब्त
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate (ED)) ने वेबसाइट (website) के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार (Illegal online forex trading) के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑक्टाफेक्स (octafax) और उससे जुड़े संस्थाओं के 21.14 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं। वहीं, दूसरी ओर चीन से नियंत्रित नौ कंपनियों के खातों में पड़ी 9.82 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली है।
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प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार मामले में ऑक्टाफेक्स (OctaFX) और संबंधित संस्थाओं के बैंक खातों में मौजूद 21.14 क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? करोड़ रुपये की राशि को फ्रीज किया गया है। ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत यह कार्रवाई की है।
जांच एजेंसी ने चीन से नियंत्रित होने वाली नौ कंपनियों के खातों में पड़ी 9.82 करोड़ रुपये की राशि भी जब्त की है। एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच करते हुए चीन से नियंत्रित नौ संस्थानों के खातों में पड़ी यह राशि जब्त की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ‘एचपीजेड’ नामक ऐप-आधारित टोकन और इसी तरह के अन्य ऐप के दुरुपयोग से संबंधित मामले में यह कार्रवाई की है। (एजेंसी, हि.स.)
MCX पर ED का शिकंजा! सिक्किम से होने वाली कमोडिटी ट्रेडिंग की करेंगे जांच- जानिए पूरी डीटेल
ED investigation on MCX: ED का मानना है कि सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के हिसाब से वहां के लोगों को इनकम टैक्स रिबेट मिली हुई है. लेकिन वहां के लोगों का क्रेडेंशियल इस्तेमाल करके कई क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? लोग कमोडिटी में ट्रेडिंग कर रहे हैं.
ED investigation on MCX: सिक्किम से होने वाली कमोडिटी ट्रेडिंग की ED ने जांच शुरू कर दी है. दरअसल सिक्किम के जरिए जो कमोडिटी में ट्रेडिंग हो रही थी, उसको लेकर ED ने जांच शुरू कर दी है. ED का मानना है कि सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के हिसाब से वहां के लोगों को इनकम टैक्स रिबेट मिली हुई है. लेकिन वहां के लोगों का क्रेडेंशियल इस्तेमाल करके कई लोग कमोडिटी में ट्रेडिंग कर रहे हैं. ऐसे में इनकम टैक्स चोरी क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? हो रही है, जिसके चलते हो सकता है ये मामला मनी लॉन्ड्रिंग तक खिच सकता है. इसी वजह से ED ने जांच शुरू की है.
भारत में क्रिप्टो मार्केट का हाल
- भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है.
- भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है.
- भारत की 7% से ज्यादा जनसंख्या के पास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद.
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश.
- क्रिप्टो में निवेश करने वालों की औसतन उम्र 24 साल.
- 60% क्रिप्टो निवेशक टियर II और टियर III शहरों से हैं.
- भारत में छोटे एक्सचेंज के अलावा 16 एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग होती है.
- 65% लोगों ने पहले इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्रिप्टो में निवेश किया है.
दुनियाभर में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या
देश निवेशक
भारत 10 करोड़
अमेरिका 2.74 करोड़
रूस 1.74 करोड़
नाइजीरिया 1.3 करोड़
एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN 200.47 अरब
BITFINEX 200.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़
- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.
क्या है भारत में कानून ?
- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.
- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?
- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.
- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज बहुत ज्यादा.
फॉरेक्स कारोबारी पांडेय ब्रदर्स ने 207 करोड़ रुपये का ऑनलाइन लेन-देन किया, पुलिस की जांच में खुलासा
West Bengal Crime News: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा जिला के शिवपुर में फॉरेक्स ट्रेडिंग से जुड़े शैलेश पांडेय और उसके भाई अरविंद पांडेय के खिलाफ जांच में पुलिस को बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन की जानकारी मिली है. अब तक दोनों भाइयों द्वारा कुल 207 करोड़ रुपये की अवैध लेन-देन किये जाने का पता चला है.
पहले ही खोले थे 17 बैंक अकाउंट
कोलकाता पुलिस मुख्यालय लाल बाजार के सूत्र बताते हैं कि पहले मिले 11 बैंक अकाउंट की जांच करने पर उन्हें उन अकाउंट में 77 करोड़ रुपये के अवैध रूप से ऑनलाइन लेन-देन का पता चला था. इसके बाद जांच में 17 अन्य अकाउंटों का पता चला. ये अकाउंट उन 11 बैंक अकाउंट से पहले खोले गये थे, जिसका पता पुलिस को चला था.
मोबाइल गेमिंग App के जरिये करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में कोलकाता पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी, 5 गिरफ्तार
उन 17 अकाउंट्स की जांच में पता चला कि 130 करोड़ रुपये के अवैध तरीके से ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस हुए हैं. शातिरों ने ठगी के 130 करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन करने के बाद इन्हें जीरो बैलेंस करके छोड़ दिया गया. इसके बाद अगस्त महीने में पहले पांच, फिर छह यानी कुल मिलाकर 11 नये बैंक अकाउंट खुलवाया और उन 11 बैंक अकाउंट्स में नये तरीके से 77 करोड़ रुपये का अवैध ट्रांजेक्शन किया.
इन 11 में से 2 बैंक अकाउंट में मौजूद 20 करोड़ रुपये को फ्रीज करने में पुलिस को कामयाबी मिली. इसके अलावा पांडेय ब्रदर्स के फ्लैट, दफ्तर व कार की जांच करके अब तक 8.15 करोड़ रुपये नकदी और 13 लाख रुपये के गहने और कई कागजात जब्त किये जा चुके हैं.
एक-दो दिन में पुलिस की गिरफ्त में होंगे पांडेय ब्रदर्स
अधिकारियों का कहना है कि लाल बाजार से कोलकाता पुलिस की छह टीमें पांडेय ब्रदर्स की तलाश में कई जगहों पर रेड कर रही है. दो जगहों पर पुलिस के पहुंचने के पहले वे भाग निकले. लेकिन, पुलिस की पहुंच से अब वे ज्यादा दूर नहीं हैं. पुलिस को पूरा भरोसा है कि अगले एक या दो दिन के भीतर पांडेय ब्रदर्स को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
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