• बैंकिंग प्रणाली त्रुटि।

Binomo एक स्कैम ब्रोकर है या वैध?

Binomo एक स्कैम ब्रोकर है या वैध?

 Binomo एक स्कैम ब्रोकर है या वैध?

बिनोमो घोटाला है या वैध? यह एक ऐसा सवाल है जो बिनोमो में ट्रेडिंग करने से पहले हर कोई जानना चाहता है। जब आप किसी चीज़ से अतिरिक्त धन प्राप्त करने के लिए भुगतान करते हैं, तो यह एक निवेश है। हालांकि, केवल सही निवेश ही आपको अतिरिक्त पैसा दिला सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पार्टनर को इतना विश्वसनीय होना चाहिए कि आप अपना फंड सौंप सकें या अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए उनकी सेवा का उपयोग कर सकें।

प्रश्न बिनोमो घोटाला या नहीं का मूल्यांकन 3 मानकों द्वारा किया जाता है


संगठन वास्तविक है या नहीं?

Binomo एक स्कैम ब्रोकर है या वैध?

क्या आप अपने फंड को किसी ऐसे संगठन को सौंपने की हिम्मत करते हैं जिसे आपको पता भी नहीं है कि उसका मुख्यालय कहाँ है? अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको कई तरह के जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, आपके फंड का उपयोग उस उद्देश्य से भिन्न उद्देश्य के लिए किया जाता है, जिसके लिए आप सहमत थे। या अगर आपके निवेश में कोई समस्या है तो आपको कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिल सकता है जो आपकी मदद करे। मैं अपनी संपत्ति को जोखिम भरे स्थान पर रखने के बजाय मौके को जाने देना पसंद करूंगा।


संगठन कब तक काम करता है?

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बिनोमो क्या है?

Binomo एक स्कैम ब्रोकर है या वैध?

बिनोमो एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो उपयोगकर्ता को ऑर्डर खरीदकर वित्तीय रूप से निवेश करने की अनुमति देता है। इस प्लेटफॉर्म में, व्यापारी एक निश्चित अवधि में संपत्ति के मूल्य अनुपात की प्रवृत्ति की भविष्यवाणी करते हैं और संबंधित ऑर्डर खरीदते हैं। यदि भविष्यवाणी सही है, तो व्यापारियों को लाभ के रूप में आय की राशि प्राप्त हो सकती है। यदि यह गलत है, तो व्यापारी उस निवेश को खो देंगे जो पहले लेनदेन करने के लिए उपयोग किया गया था।

यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है। बिनोमो एक घोटाला है या नहीं इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय है। हालांकि, बिनोमो में व्यापार करते समय व्यापारियों को इनमें से कम से कम एक समस्या का सामना करना पड़ेगा:

स्टॉक टिप मेसेजस और कॉल्स से सावधान रहें

पिछले कुछ वर्षों में, स्टॉक टिप मेसेजस, कॉल्स और वेबसाइटों का संकट एक खतरनाक सरदर्द बन गया है। हम देखतें आ रहे है की अनजाने इन्वेस्टर्स काफ़ी सवाल पूछतें हैं, जिन्होंने इन मेसेजस और कॉल्स के आधार पर इन्वेस्टमेंट किया है। हम इस लेख द्वारा आपको सावधान करना चाहतें हैं और आपको आग्रह करना चाहतें है की, आप गुमनाम और नकली स्टॉक टिप्स के आधार पर इन्वेस्ट या ट्रेड ना करें।

इन योजनाओं को आमतौर पर “pump and dump” घोटाले के रूप में जाना जाता है। आइए जानतें हैं कि एक सामान्य स्कैम कैसे काम करता है। ऑपरेटर ऐसे इलिक्विड स्टॉक को चुनते हैं जो आमतौर पर ज़्यादा ट्रेड नहीं करते हैं। ऑपरेटर पहले से ही ये स्टॉक को होल्ड करते होंगे और स्टॉक की कीमत बढ़ाने के लिए इस तरह के SMS, टेलीग्राम और WhatsApp मैसेज भेजना शुरू कर देंगे। इन मेसेजस के कुछ उदाहरण यहाँ दिए गए हैं जहाँ ये टिप्सटर Zerodha को फ़ेरबदल करते हैं जैसे “ZRODHA”, “ZERDHA”आदि और हमारा रूप धारण करते हैं। यह गैर कानूनी है और हमने हमेशा SEBI और Cyber cell सहित संबंधित अधिकारियों को ऐसे मामलों को रिपोर्ट किया है।

अगर आपने ये शेयर्स पहले ही खरीद लिए हैं तब आपको क्या करना चाहिए?

इन शेयर्स में मार्केट खुलते ही लोअर सर्किट लग जातें है। ऐसे में इससे बाहर निकलना संभव नहीं है। अगर आपने इनमें से किसी एक स्टॉक में इन्वेस्ट किया है, तब आप AMO ऑर्डर प्लेस करने स्कैम ब्रोकर्स क्यों नहीं चुनते हैं ट्रेडर के अलावा और कुछ नहीं कर सकते हैं।

यह इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गई है। जब आप किसी ब्रोकर के साथ अकाउंट ओपन करते हैं, तब ब्रोकर को आपके मोबाइल और ईमेल डिटेल्स एक्सचेंज, डिपॉजिटरी, KYC एजेंसियों को शेयर करना पड़ता है। जब भी आप ट्रेड करते हैं तब एक्सचेंज इस जानकारी का इस्तेमाल करके आपको SMS भेजता हैं और जब ब्रोकर आपके फंड बैलेंस को अपलोड करते हैं तब अलर्ट भेजता है। जब भी आपके डीमैट अकाउंट में कोई डेबिट ट्रांसक्शन होता है, तब डिपॉज़िटरीज़ इसका इस्तेमाल SMS भेजने के लिए करते हैं। जब भी कोई KYC एजेंसी को आपका PAN मिलता है और आपका KYC करती है तो KYC एजेंसियां आपको अपडेट भेजने के लिए ​​इसका इस्तेमाल करती हैं। इनमें से कई कंपनीज़ थर्ड पार्टी IT सॉल्यूशंस और SMS गेटवे का इस्तेमाल करती हैं और इसलिए लीक कहीं भी हो सकता है। कैलाश नाध ने इसी सवाल का जवाब Reddit AMA जो हमने पिछले साल किया था, उस पर विस्तार से बताया था।

IQ Option घोटाला? एक विकल्प ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता की जांच कैसे करें

सभी विकल्प सटोरिये उन लोगों को पसंद करते हैं जो जल्दी अमीर बनना और जुआ खेलना पसंद करते हैं। वास्तव में, विकल्प पैसा कमाना आसान नहीं है। अधिक जानने के लिए आप इस लेख को पढ़ सकते हैं – विकल्प क्या है?

और अगर आप वास्तव में इस विकल्प के खेल में प्रयास करना चाहते हैं, तो शुरू करने के लिए एक मंच चुनते समय आपको कुछ संदेह हो सकते हैं, है ना? क्या बिनोमो ठीक है? क्या Olymp Trade ठीक है? IQ Option बारे में क्या? यह लेख आपको दिखाएगा कि इन प्लेटफार्मों की विश्वसनीयता की जांच कैसे करें। वहां से, आपको पता चल जाएगा कि अपना ट्रेडिंग खाता कहां खोलना है।

IQ Option घोटाला? एक विकल्प ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता की जांच कैसे करें

Hypestat . में विकल्प प्लेटफॉर्म की वेबसाइट का नाम देखें

ऐसी कई प्रतिष्ठित वेबसाइटें हैं जिनका उपयोग आप उस प्लेटफॉर्म के डोमेन नाम की जांच करने के लिए कर सकते हैं जिसे आप जानते हैं। लेकिन उनके पूर्ण कार्यों का उपयोग करने के लिए, आपको एक शुल्क देना होगा। उदाहरण के लिए, समान वेब डॉट कॉम, एलेक्सा डॉट कॉम, आदि।

Hypestat.com जैसी “चेकिंग” में विशेषज्ञता वाली वेबसाइट के साथ, आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है, लेकिन फिर भी आप अपनी ज़रूरत की हर जानकारी की जाँच कर सकते हैं। उसके बाद, आपको पता चल जाएगा कि आप जिस प्लेटफॉर्म को व्यापार के लिए चुनते हैं वह दुनिया में कहां होता है।

Hypestat . में विकल्प प्लेटफॉर्म की वेबसाइट का नाम देखें

विकल्प समुदाय पर जाँच करें

समुदाय की जाँच करने के लिए आप अपने परिचित कई प्लेटफ़ॉर्म खोजने के लिए सीधे google.com पर जा सकते हैं। IQ Option घोटाला, Olymp Trade घोटाला, बिनोमो घोटाला जैसे कुछ नामों की जांच कर सकते हैं।

IQ Option घोटाले के लगभग 1,670,000 परिणाम हैं

IQ Option घोटाले के लगभग 1,670,000 परिणाम हैं

Olymp Trade घोटाले के लगभग 598,000 परिणाम हैं।

Olymp Trade घोटाले के लगभग 598,000 परिणाम हैं

बिनोमो घोटाले के लगभग 105,000 परिणाम हैं।

राकेश झुनझुनवाला : ब्लैक कोबरा का मंदड़िया चेला जिसने हर्षद मेहता की बर्बादी से लगाई छलांग

rakesh.jhunjhunwala

राकेश झुनझुनवाला बिग बुल बाद में बने

हर्षद मेहता ने बैकों से बैंक रिसीट लिया पर 90 दिन के भीतर शेयर खरीदने का प्रूफ या शेयर पेपर जमा ही नहीं किए। ये बीआर कैश मनी की तरह था। हर्षद इसे दूसरे बैंक से कैश भी करा लेता था। हर्षद ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को भी चूना लगा दिया। 500 करोड़ रुपए के स्कैम में हर्षद ने स्टॉक मार्केट को इतना बढ़ा दिया कि शेयरों की कुल कीमत देश के हेल्थ और शिक्षा बजट से ज्यादा हो गई। जब सुचेता दलाल ने हर्षद के गेम का पर्दाफाश किया तो उसका दुश्मन मनु मानेक इसका फायदा उठाने को बेताब था। मनु मानेक को शेयर दलाल ब्लैक कोबरा के तौर पर जानते थे। राधाकृष्ण दमानी और राकेश झुनझुनवाला इसी के चेले थे।

ले फटाफट-दे फटाफट

जैसे ही हिंट मिला कि मार्केट क्रैश होने वाला है। आरीबाई ने स्कैम ब्रोकर्स क्यों नहीं चुनते हैं ट्रेडर बीआर के गेम में बैंकों पर शिकंजा कस दिया है। वैसे ही ब्लैक कोबरा ने फन फैला दिया। फटाफट शेयर शॉर्ट होने लगे। यानी मंदड़िए बने ब्लैक कोबरा के गुट ने हर्षद मेहता की खरीदे शेयरों को बेचना शुरू कर दिया। जैसे ही मार्केट गिरना शुरू हुआ इनकी चांदी हो गई। 500 में शेयर बेच 200 में खरीदने लगे। यानी 300 का शुद्ध मुनाफा। देखते ही देखते सेंसेक्स 4500 से 2500 पर आ गया। राकेश झुनझुनवाला मालामाल हो गए। वो जमाना कागजों पर शेयरों की खरीद बिक्री का था। ब्लैक कोबरा के बारे में कहा जाता है कि अस्सी के दशक में वो शर्त लगाकर 100 रुपए के शेयर को एक रुपए पर तोड़ सकता है। मनु मानेक ने हर्षद मेहता को पटखनी देने के लिए 90-91 में अफवाह फैलाई कि हर्षद को एक करोड़ रुपए का घाटा हो स्कैम ब्रोकर्स क्यों नहीं चुनते हैं ट्रेडर गया है। उसे उम्मीद थी कि इसके बाद हर्षद ने जिन कंपनियों के शेयर स्कैम ब्रोकर्स क्यों नहीं चुनते हैं ट्रेडर खरीदे थे उसमें बिकवाली शुरू हो जाएगी। लेकिन तब ब्लैक कोबरा कामयाब नहीं हो सका।

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