शार्क टैंक इंडिया की 'शार्क' ने अभी तक कितना निवेश किया है
एमक्योर फार्मास्युटिकल्स की सह-संस्थापक, नमिता थापर इससे पहले ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन, गाइडेंट कॉर्पोरेशन जैसी फार्मा कंपनियों के लिए काम कर चुकी हैं। वह उन कारोबारों पर ध्यान केंद्रित करती है जो किसी न किसी तरह से उनकी इंडस्ट्री से संबंधित हैं।
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अमन गुप्ता - 23 सौदों में 6.69 करोड़ रुपये
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700 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति
BoAt ऑडियो के सह-संस्थापक और मार्केटिंग डायरेक्टर ने कई व्यवसायों में निवेश किया है, जो उनके पोर्टफोलियो को बहुत विविध बनाते हैं। उनके शार्क टैंक पोर्टफोलियो में बमर, स्किप्पी आइस पॉप्स, शिपरॉकेट, विकेडगुड, आदि जैसी कंपनियां शामिल हैं।
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अशनीर ग्रोवर - 15 सौदों में 3.96 करोड़ रुपये
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700 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति
अशनीर ग्रोवर भारतपे के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक और भारत के सबसे युवा अरबपति हैं। उन्होंने F&B से लेकर eductech तक कई तरह के बिजनेस में निवेश किया है। उनके पोर्टफोलियो में मोमो मामी, बूज मोबिलिटी, राइजिंग सुपरस्टार जैसी कंपनियां शामिल हैं।
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पीयूष बंसल - 16 डील में 4.19 करोड़ रु
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600 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति
एक आरओआई से अधिक, पीयूष निवेश के अवसरों की तलाश में है जो समाज में एक वास्तविक समस्या का समाधान करता है। शार्क टैंक इंडिया में पीयूष के पोर्टफोलियो में 'जुगाडू' कमलेश का कीटनाशक ट्रॉली स्प्रे भी शामिल है।
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विनीता सिंह - 6 सौदों में 1.52 करोड़ रुपये
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60 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति
विनीता ने आईआईटी-मद्रास से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और आईआईएम-अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री हासिल की, शुगर कॉस्मेटिक्स की स्थापना के लिए एक बहुत ही आकर्षक करोड़ों की नौकरी की पेशकश को छोड़ने से पहले। उनके शार्क टैंक इंडिया पोर्टफोलियो में मोमो मामी, द क्वर्की नारी आदि जैसे व्यवसाय शामिल हैं।
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अनुपम मित्तल - 16 सौदों में 3.71 करोड़ रुपये
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187 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति
अनुपम काफी सक्रिय निवेशक हैं क्योंकि वह पहले ही इलेक्ट्रिकपे, कैशबुक और लिस्ट को फंड कर चुके हैं। वह सभी शार्कों में सबसे लंबे समय तक एंजेल निवेशक रहे हैं।
Facebook और Jio की साझेदारी पर मार्क जुकरबर्ग ने की खुलकर बात, बढ़ेगी डिजिटल कनेक्टिविटी
नई दिल्ली। Fuel for India 2020 इवेंट की शुरुआत आज यानि 15 दिसंबर से हो गई है और यह इवेंट 16 दिसंबर तक चलेगा। दो दिनों तक चलने वाले कई कारोबारों में निवेश इस इवेंट में लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बीच भारत में निवेश के बारे में बातचीत हुई। साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई जो कि देश की तरक्की व डिजिटलाइजेशन से जुड़ी हुई हैं। आइए जानते है इवेंट के पहले दिन फेसबुक व रिलायंस के बीच हुई महत्वपूर्ण चर्चा के बारे में डिटेल से…
Fuel for India 2020 इवेंट के दौरान मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत की भूमिका अहम है। डिजिटलाइजेशन से व्यक्तियों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी, जिससे आने वाले दशकों में देश में समृद्धि होगी।’ इसके अलावा जुकरबर्ग ने भारत में निवेश और जियो के साथ साझेदारी को लेकर भी खुलकर बात की और बताया वह जियो पर निवेश क्यों कर रहे हैं?
फेसबुक इसलिए कर रही है जियो पर निवेश
इस साल अप्रैल में, फेसबुक ने भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी, Jio Platforms में 5.7 बिलियन डॉलर (43,574 करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की थी। इस निवेश को लेकर फेसबुक का कहना है कि वह भारत में लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए लगातार कारोबारों के नए-नए समाधान पेश करती रहेगी, ताकि उन्हें अपनी ऑनलाइन मौजूदगी दर्ज कराने और वृद्धि करने में मदद मिल सके। मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि उन्हें भारत के भविष्य पर काफी भरोसा है और मुख्य वजह है कि उन्होंने भारत में निवेश किया है।
रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि फेसबुक और जियो की साझेदारी न केवल डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा मिलेगा। बल्कि लोगों को रोजगार के भी कई कारोबारों में निवेश नए अवसर मिलेंगे। मुकेश अंबानी ने कहा, ‘जियो से डिजिटल कनेक्टिविटी आई और अब व्हाट्सऐप पेमेंट फीचर से डिजिट इंटरएक्टिविटी बढ़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जियो ने फ्री वॉयस सेवाएं देने की शुरुआत की है और हमें इस पर गर्व है कि जियो अपने नेटवर्क से फ्री वॉयस सर्विस देने में कई कारोबारों में निवेश सक्षम रहा है।
कई कारोबारों में निवेश
रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर ग्रुप का रिटेल कारोबार 24,713 करोड़ रुपये में खरीदा
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) फ्यूचर ग्रुप के खुदरा एवं थोक कारोबारों और रसद तथा भंडारण कारोबारों के अधिग्रहण का ऐलान ने किया है। आरआरवीएल ये अधिग्रहण 24,713 करोड़ रुपये में कर रही है। रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने इस अवसर पर कहा कि वह फ्यूचर ग्रुप के ब्रांड्स को एक नया आशियाना देकर खुश हैं।
आरआरवीएल ने शनिवार को प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि वह फ्यूचर ग्रुप की खुदरा और थोक करोबार और रसद तथा भंडारण कारोबारों का अधिग्रहण करने जा रही है। ये डील 24713 करोड़ रुपये में फाइनल हुई है। इस डील के बाद भारत के खुदरा कारोबार में रिलायंस बेताज बादशाह बन गई है। इस डील से फ्यूचर ग्रुप के खुदरा और थोक उपक्रम को रिलायंस रिटेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जबकि फैशन लाइफस्टाइल और लॉजिस्टिक्स तथा वेयरहाउसिंग उपक्रम को रिलायंस रिटेल वेंचर्स (आरआरवीएल) कई कारोबारों में निवेश में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (आरआरएफएलएल)) मर्जर के बाद बड़े पैमाने पर फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में निवेश भी करेगी। वह, 1200 करोड़ रुपये प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए निवेश करेगी और फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में कई कारोबारों में निवेश 6.09 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके अलावा वह 400 करोड़ रुपये इक्विटी वारंट के रूप में निवेश करेगी। इस मौके पर ईशा अंबानी ने कहा कि 'इस लेन-देन के साथ हम फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध प्रारूपों और ब्रांड्स को एक घर प्रदान करने के साथ-साथ इसके बिजनेस इकोसिस्टम को संरक्षित करके खुश हैं, जिसने भारत में आधुनिक खुदरा क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम देश भर में अपने उपभोक्ताओं को लगातार बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की संपत्ति की जांच के लिये ED से शिकायत, आवेदन में उपलब्ध कराए गए सभी तथ्य
Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. रूपा तिर्की की मौत की सीबीआई जांच की मांग के लिए हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने वाले याचिकाकर्ता अनुरंजन अशोक ने ईडी में लिखित शिकायत दिया है. अनुरंजन ने पंकज मिश्रा और डहु यादव की संपत्ति की जांच की मांग की है. यह आवेदन ईडी को प्रेषित कर कहा गया है कि पंकज मिश्रा ने पत्थर, बालू और जानवरों की तस्करी के जरिये बेतहाशा पैसे कमाए हैं. और यह सारी कमाई पूरी तरह से ब्लैक मनी है. उक्त कारोबारों से होने वाली कमाई की गई ब्लैक मनी को व्हाइट मनी बनाने के लिए उन्होंने करीब 100 करोड़ से ज्यादा का निवेश जमीन और अन्य कारोबार में किया है.
शिकायत में कई तथ्यों का जिक्र
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी में शिकायत दर्ज कराई गयी है. उसमें कई तथ्यों का भी जिक्र किया गया है. आवेदन में कहा गया है कि पंकज मिश्रा का रांची के मोरहाबादी क्षेत्र में एक फ्लैट है, और साहिबगंज में उनके करीबी और रिश्तेदारों के नाम पर तीन घर भी हैं. पंकज मिश्रा ने बिहार के कटिहार जिले में एक स्कूल भी बनाया है. और डहु यादव के साथ दो ऑटोमेटिक क्रशर में भी काफी पैसा निवेश किया है. वहीं बंगाल के आसनसोल जिले में दो घर और तीन प्लॉट खरीद के जरिये बड़ी राशि का निवेश किया गया है.
पंकज मिश्रा और डहू यादव ने करीब 27 करोड़ रुपये की जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है, और उक्त जमीन को बेच रहे हैं. आरोप है कि पंकज मिश्रा अपना सारा काला धन मुख्य रूप से अपने ससुर के घर कटिहार में रखते हैं.
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