दोस्तों, हमने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के बारें में विस्तार से समझा। बीएसई और एनएसई क्या हैं अब आप समझ गए है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज स्थापना प्रतिभूति बाज़ार को निष्पक्ष, पारदर्शी और दक्ष बनाने के लिए किया गया, जिससे सभी निवेशक विश्वास के साथ प्रतिभूति बाज़ार में निवेश कर सके। अगर आप भी शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए सोच रहे है और आपको शेयर बाज़ार के बारें में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप सेबी से पंजीकृत निवेश सलाहकार की सहायता ले सकते है यह आपको सही शेयर खरीदने में सहायता करेगा।
बीएसई में बदलाव की जरूरत
लेकिन पिछले तीन महीनों के दौरान स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई क्या हैं के कई अधिकारियों के इस्तीफोंसे यह गाड़ी एक बार फिर से पटरी से उतर गई है। दो महीने पहले ही बीएसई के गैर कार्यकारी अध्यक्ष शेखर दत्ता और शेयरधारक निदेशक जमशेद गोदरेज ने बोर्ड से इस्तीफा दिया था।
अब पिछले हफ्ते इस 133 साल पुराने एक्सचेंज के सीईओ और प्रबंध निदेशक रजनीकांत पटेल ने भी अपने इस्तीफे के कागजात सौंप दिए हैं। भले ही इस्तीफे के पीछे पटेल व्यक्तिगत वजहों का हवाला दे रहे हों पर बाजार में यह चर्चा जोरों पर है कि बीएसई के प्रबंधन में दलालों का हस्तक्षेप बढ़ने से दुखी होकर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है।
एशिया का यह सबसे पुराना शेयर बाजार जितने समय तक दलालों की गिरफ्त में रहा है, शायद ही किसी दूसरे देश का शेयर बाजार रहा होगा। यहां यह भी ध्यान रखना चाहिए कि चाहे वह 1990 के दशक के दौरान कारोबार का कंप्यूटरीकरण किया जाना हो या डिम्युचुअलाइजेशन या फिर हाल के बीएसई और एनएसई क्या हैं दिनों में इसका निगमीकरण, सब कुछ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के साथ प्रतिस्पर्धा के कारण किया गया है।
Share Market Today: विदेशी बाजार कमजोर, आज कैसा रहेगा शेयर मार्केट
एशियाई बाजारों में कमजोरी के बावजूद, एक दिन पहले भारतीय शेयर बाजार में जारी गिरावट पर ब्रेक लगा. एनएसई का निफ्टी 50 (NSE nifty 50) इंडेक्स 151 अंक बढ़कर 18,420 पर बंद हुआ, बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 468 अंक बढ़कर 61,806 पर बंद हुआ जबकि बैंक निफ्टी 194 अंक बढ़कर 43,413 के स्तर पर बंद हुआ. इस दौरान आईटी शेयरों बीएसई और एनएसई क्या हैं में लगातार गिरावट जारी रही जबकि ऑटो और एफएमसीजी शेयरों में बिकवाली रही.
विदेशी बाजारों का क्या हाल?
प्रमुख अमेरिकी बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिली-
S&P 500 0.90 फीसदी फिसला
NASDAQ में 1.49 फीसदी धड़ाम हुआ
Dow Jones 0.49 फिसदी गिर गया
एशियाई बाजार कर रहे अच्छा प्रदर्शन-
सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में सुबह 8 बजे 30 अंक या 0.16% फीसदी की गिरावट दर्ज हुई
जापान का निक्केई में 0.30 फीसदी गिरा
ताइवान का शेयर बाजार 0.32 फीसदी फिसला
साउथ कोरिया के कॉस्पी में 0.16 फीसदी गिरा
एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 19 दिसंबर को, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 687.38 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी 538.10 करोड़ रुपये के शेयर्स बीएसई और एनएसई क्या हैं बेचे हैं.
खबरों में हैं ये स्टॉक्स
आज शेयर बाजार में इन स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं जो खबरों में बने हुए हैं-
केपीआईटी टेक्नॉलजी, डेल्टा कॉर्प, एचडीएफसी बैंक, फेडरल बैंक, अडाणी एंटरप्राइस, रिलायंस इंडस्ट्री.
डिस्क्लेमर: यहां दिए गए किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट टिप्स या सलाह एक्सपर्ट्स और एनालिस्टस के खुद के हैं. और इसका क्विंट हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कर किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट डिसिजन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य ले.
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है | NSE क्या है !!
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई क्या हैं मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही है परंतु ये अलग अलग कंपनी है । स्टॉक एक्सचेंज का मुख्यालय मुंबई में स्थित है । यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बाद सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है । नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना सन 1992 में की गई थी। सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुआत किसी स्टॉक एक्सचेंज से हुई थी। इसके बाद पेपर सिस्टम खत्म हो गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंदर सन 1996 में निफ़्टी की शुरुआत की गई थी । निफ़्टी पूरे भारत में 50 से ज्यादा स्टॉक बीएसई और एनएसई क्या हैं इंडेक्स दे रहा है और भारतीय पूंजी बाजार में अपना स्थान बना रहा है। भारत के अंदर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को सन 1992 में एक कंपनी के नाम से पहली बार संबोधित किया गया था । इसके बाद सन् 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को सिक्योरिटीज कांट्रैक्ट एक्ट 1956 के अनुसार कर भुगतान कंपनी के रूप में मान्यता दी गई।
Difference Between BSE and NSE in Hindi
# भारत के अंदर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज 4 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज सबसे बड़े शेयर बाजार के सबसे बड़े एक्सचेंज बाजार है। जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पुराना है और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज अभी अभी आया है।
# विश्व के सबसे बड़े एक्सचेंज बाजार के अंदर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 10 वा स्थान और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 11 स्थान है ।
# इन दोनों में सबसे बड़ा अंतर यही है कि डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के अंदर सबसे पहले सन 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज आया था उसके बाद सन 1995 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज आया था।
# स्टॉक मार्केट के अंदर इंडेक्स एक ऐसी चीज होती है जो किसी भी स्टॉक मार्केट का मार्केट के अंदर वैल्यू बताती है । इस इंडेक्स के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स 50 दिखाता है वहीं पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज इंडिया 30 दिखाता है ।
# नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी माना जाता है जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क सेंसेक्स दिखाता है | इन सब के साथ-साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंदर 1696 कंपनियां और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 5749 कंपनियों ने अपना पंजीकरण कर रखा है ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कार्य
दोस्तों ,अब हम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के कार्य प्रणाली के बारें में विस्तार से जानेंगे।
अगर कोई निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहता है तो सबसे पहले उसको मार्किट आर्डर के द्वारा आर्डर देना होता है , और कंप्यूटर ट्रेडिंग जो एक स्वचालित प्रक्रिया है के माध्यम से आपके आर्डर का मिलान किया जाता है। जब कोई निवेशक मार्किट आर्डर देता है तो उसे एक नंबर दिया जाता है जिसको यूनिट नंबर कहा है। कंप्यूटर ट्रेडिंग में खरीदने और बेचने व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है। खरीदने वाले व्यक्ति को बेचने वाले व्यक्ति को कोई जानकारी नहीं रहता है और बेचने वाले व्यक्ति को खरीदने वाले व्यक्ति की कोई जानकारी नहीं रहता है।
जब आपका आर्डर को कोई मिलान नहीं मिलता है तो आर्डर के क्रम को मिलाने के लिए आर्डर सूची से जोड़ा जाता है, और यह प्राइस टाइम (Price time) के प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। सर्वोत्तम मूल्य के आर्डर को पहले प्राथमिकता दिया जाता है और एकसमान मूल्य वाले आर्डर को पहले आर्डर के आधार पर प्राथमिकता दिया जाता है।
NSE INDIA : BSE INDIA : WHAT IS NSE AND BSE
नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम National Stock Exchange और Bombay Stock Exchange के बारे में जानकारी देने जा रहे है. इस बीएसई और एनएसई क्या हैं लेख में हम NSE और BSE क्या है? NSE India? BSE India? National Stock Exchange क्या है? Bombay Stock Exchange क्या है? difference between NSE and BSE? आदि के बारे में जानकारी देने जा रहे है.
अगर आप भी National Stock Exchange और Bombay Stock Exchange के बारे में जानना चाहते है या फिर NSE India, BSE India के बारे में जानकारी हाशिल करना चाहते है. तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े. यक़ीनन यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
NATIONAL STOCK EXCHANGE – NSE INDIA
NSE FULL FORM –
NSE – NATIONAL STOCK EXCHANGE
यदि आप शेयर मार्केट में interested हैं, और शेयर मार्केट के बारे में जानकारी रखते हैं, तो आपने जरूर सुना होगा NSE और BSE के बारे में, लेकिन क्या आपको इन दोनों में अंतर पता है, कि यह दोनों क्या है, तथा इन दोनों में क्या-क्या अंतर है, यदि नहीं पता तो आप इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें, ताकि आपको इसके बारे में एक अच्छी जानकारी हो सकें.
देखा जाए तो इंटरनेट पर बहुत सारे सर्च किए जाते हैं, NSE और BSE के बारे में, इसी को देखते हुए हमने भी सोचा क्यों ना हम भी इस पर एक आर्टिकल लिखें, ताकि लोगों को इससे मदद हो सके.
दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा यदि आप शेयर मार्केट में interested हैं, और आप शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे इस ब्लॉग में शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी दी गई है जिसे आप सर्च करके पढ़ सकते हैं.
BOMBAY STOCK EXCHANGE – BSE INDIA
BSE FULL FORM –
BSE – BOMBAY STOCK EXCHANGE
यह भारत का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज है, जिसे 1875 में स्थापित किया गया था.
BSE की बात करें तो, यह बीएसई और एनएसई क्या हैं बहुत पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, लेकिन इस स्टॉक एक्सचेंज को ऑनलाइन ट्रेडिंग की जल्द व्यवस्था बीएसई और एनएसई क्या हैं ना करने के कारण इसका वॉल्यूम गिरता चला गया और आज के समय में देखा जाए तो BSE का वॉल्यूम NSE जी मुकाबले बहुत कम होता है.
Chairman | T.C Suseel Kumar |
CEO | Shri Ashishkumar Chauhan |
Market Capitalization | 800.19 Trillion+ |
Index | Sensex |
DIFFERENCE BETWEEN NSE AND बीएसई और एनएसई क्या हैं BSE
आइए हम एक चार्ट द्वारा NSE और BSE में अंतर के बारे में आपको बताते हैं.
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