विदेशी मुद्रा बाज़ार в английский
Their objective is to facilitate external trade and payment and promote orderly development and maintenance of foreign exchange market in India.
लंदन के विदेशी मुद्रा बाजार में रेनमिनबी बॉन्ड़ों का आकार गत वर्ष के शून्य से बढ़ कर 2 बिलियन अ. डॉलर से अधिक के समतुल्य है।
आर्थिक क्षेत्र में यह संबंध वित्तीय बाजारों से अधिक स्पष्ट और कहीं नहीं है जिसमें विदेशी मुद्रा बाजारों का औसत दैनिक कारोबार लगभग 4 ट्रिलियन अमरीकी डालर का होता है।
In the economic arena, this connectivity is nowhere visible more than world financial markets, where average daily turnover in foreign exchange markets alone is estimated at about US$ 4 trillion.
The rupee resumed lower at 55.75 per dollar as against yesterdays closing level of 55.68 at the Interbank Foreign इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार Exchange (Forex) market
The rupee, which closed at 55.65 yesterday, resumed higher at 55.39 a dollar at the Interbank Foreign Exchange (Forex) market
रुपये (₹) में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सेटलमेंट को केंद्र की अनुमति, जानें इसके फायदे
Rupees Allowed for International Trade Settlement: केंद्र सरकार ने 9 नवंबर (बुधवार) को विदेश व्यापार नीति के तहत निर्यात संवर्धन योजनाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार निकायों को भारतीय रुपए में लेनदेन की अनुमति दे दी है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की रुचि में वृद्धि को देखते हुए रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटाने को मंजूरी देने का फैसला लिया गया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार भारतीय रुपए में अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधी लेनदेन को सुगम और आसान बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसका उद्देश्य घरेलू मुद्रा में व्यापार को सुगम बनाना और बढ़ावा देना है।
मंत्रालय ने बताया कि विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने निर्यातकों को विदेश व्यापार नीति के तहत प्रोत्साहन का लाभ देने के लिए मानदंडों को अधिसूचित कर दिया है। इससे आयात और निर्यात के बारे में इनवॉयस तैयार करने, भुगतान और निपटान भारतीय रुपए में किया जा सकेगा।
मंत्रालय ने कहा कि नए बदलावों को निर्यात के लिए आयात, स्टेटस होल्डर्स के रूप में मान्यता के लिए निर्यात प्रदर्शन, अग्रिम प्राधिकरण व शुल्क मुक्त आयात प्राधिकरण योजनाओं के तहत निर्यात आय की वसूली और निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना के तहत निर्यात आय की वसूली के लिए अधिसूचित किया गया है।
इस बीच, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, डॉलर की कमजोरी और निरंतर विदेशी फंड प्रवाह के बीच कल 9 नवंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 45 पैसे की तेजी के साथ 81.47 (अनंतिम) पर बंद हुआ। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार बाजार में स्थानीय इकाई डॉलर के मुकाबले 81.43 रुपये के स्तर पर खुली और सत्र के दौरान 81.23 रुपये के इंट्रा-डे हाई और 81.62 रुपये के निम्नतम स्तर के बीच कारोबार करती दिखी।
डॉलर पर कम होगी निर्भरता
RBI डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए रुपये में विदेशी कारोबार को बढ़ावा देना चाहता है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार पिछले महीने RBI और वित्त मंत्रालय ने बैंकों और कारोबारियों के संगठनों के प्रतिनिधियों से रूपये में आयात-निर्यात लेनदेन को बढ़ावा देने को कहा था।
RBI से मंजूरी मिलने के बाद खोले वोस्ट्रो खाते
RBI ने विदेशों में कारोबार संबंधी दिशा-निर्देशों की घोषणा इस साल जुलाई में की थी। इसके बाद रूस के दो बैंकों ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से अनुमति मिलने के बाद नई दिल्ली में विशेष ‘वोस्ट्रो खाते’ खोले हैं जिससे विदेश में रुपये में कारोबार संभव हो सकेगा। रूस के सबसे बड़े बैंक स्बरबैंक और दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी बैंक किसी अन्य देश के ऐसे पहले बैंक हैं जिन्हें रुपये में कारोबार करने की मंजूरी मिली है।
इससे पहले, RBI ने इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक को रूस के गैजप्रोमबैंक के साथ विशेष ‘वोस्ट्रो’ खाता खोलने की अनुमति दी थी। इस प्रकार का खाता होने से भारत तथा रूस के बीच व्यापार के लिए भुगतान रूपये में करने की सुविधा मिलेगी। इस तरह भारतीय मुद्रा में सीमापार व्यापार करना संभव हो पाएगा।
रुपये को और ताकतवर बनान लक्ष्य
भारतीय करेंसी रुपये (Indian Currency Rupee) का अंतरराष्ट्रीयकरण यानी डॉलर की तरह आने वाले समय में पूरी तरह से कारोबार रुपये में करना मुमकिन हो जाएगा। DGFT ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी करके रुपये में विदेशी कारोबार के रास्ते में आने वाले ब्रेकर्स या दिक्कतों की आशंका को खत्म कर दिया है। दरअसल, सरकार की मंशा साल 2047 तक इंडियन करेंसी को अंतरराष्ट्रीय करेंसी के तौर पर स्थापित करने की है। इसका मकसद साफतौर पर देश को आजाद हुए 100 साल होने पर भारतीय करेंसी रुपये को दूसरी करेंसियों के बराबर ताकतवर बनाना है।
UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 14 October, 2022 UPSC CNA in Hindi
निम्नलिखित में से किस राष्ट्रीय उद्यान का उल्लेख यहाँ किया जा रहा है?
(a) बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान
(b) देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान
(c) मौलिंग राष्ट्रीय उद्यान
(d) नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान
उत्तर: d
व्याख्या:
- नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1983 में अरुणाचल प्रदेश में स्थापित एक विशाल संरक्षित क्षेत्र है।
- 1,000 से अधिक फूलों और लगभग 1,400 जीव प्रजातियों के साथ, यह पूर्वी हिमालय में एक जैव विविधता हॉटस्पॉट है।
- यह पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश राज्य में चांगलांग जिले के भीतर भारत और म्यांमार के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है।
- यह दुनिया का एकमात्र उद्यान है जहां बड़ी बिल्ली की चार प्रजातियां इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार हैं बाघ (पैंथेरा टाइग्रिस), तेंदुआ (पैंथेरा पार्डस), हिम तेंदुआ (पैंथेरा उनसिया) और धूमिल तेंदुआ (नियोफेलिस नेबुलोसा) पाई जाती हैं।
- हालाँकि, राष्ट्रीय उद्यान में हिम तेंदुओं को अभी तक न तो देखा गया है और न ही दर्ज किया गया है और हाल के सर्वेक्षण के आधार पर वन्यजीव अधिकारियों को हिम तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि का इंतजार है।
- भारत में पाई जाने वाली एकमात्र ‘वानर’ प्रजाति, हूलॉक गिबन्स, इस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है।
प्रश्न 5. भारत के संदर्भ में, ‘अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)’ के ‘अतिरिक्त नयाचार (एडिशनल प्रोटोकॉल)’ का अनुसमर्थन करने का निहितार्थ क्या है? (CSE-PYQ-2018)(स्तर – कठिन)
(a) असैनिक परमाणु रिएक्टर IAEA के रक्षोपायों के अधीन आ जाते हैं।
(b) सैनिक परमाणु अधिष्ठान IAEA के निरीक्षण के अधीन आ जाते हैं।
(c) देश के पास नाभिकीय पूर्तिकर्ता समूह (NSG) से यूरेनियम के क्रय का विशेषाधिकार हो जाएगा।
(d) देश स्वतः NSG का सदस्य बन जाता है।
उत्तर: a
व्याख्या:
- पुराने आईएईए (International Atomic Energy Agency (IAEA)) सुरक्षा उपायों के तहत सभी एनपीटी इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार हस्ताक्षरकर्ता अपने परमाणु स्थलों को निर्दिष्ट करेंगे और आईएईए निर्दिष्ट स्थलों का निरीक्षण करेगा।
- इस प्रकार, आईएईए, पुराने सुरक्षा उपायों के तहत, केवल किसी देश द्वारा घोषित या निर्दिष्ट स्थलों पर ही अनधिकृत गतिविधियों के लिए निरीक्षण कर सकता था।
- इस प्रकार इसने मूल रूप से राष्ट्रों के लिए गुप्त परमाणु कार्यक्रम चलाने का एक विकल्प खुला छोड़ दिया – जैसा कि इराक के मामले में हुआ था।
- इस प्रकार, वर्ष 1993 में, IAEA ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के लिए अतिरिक्त प्रोटोकॉल (AP) तैयार किए।
- हालांकि, भारत विशिष्ट अतिरिक्त प्रोटोकॉल आईएईए को उन गतिविधियों में बाधा डालने या हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं देते हैं जो भारत के सुरक्षा समझौतों के दायरे से बाहर हैं, इस प्रकार भारत IAEA समझौते के बाहर एक सैन्य परमाणु कार्यक्रम के संचालन का अधिकार सुरक्षित रखता है।
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
प्रश्न 1. “पेलेट संयंत्र और टॉरफेक्शन दिल्ली के प्रदूषण का जवाब हो सकता है”। व्याख्या कीजिए। (150 शब्द, 10 अंक) (जीएस-3; पर्यावरण)
प्रश्न 2.”मनरेगा योजना महामारी के दौरान और बाद विफलता और एक सफलता दोनों थी”। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द, 15 अंक) (जीएस-2; शासन)
Share Market Update: घरेलू इक्विटी मार्केट लाल निशान पर बंद, डॉलर के मुकाबले रुपया दस पैसे टूटा
Share Market Update: रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले दस पैसे की गिरावट के साथ 82.90 के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में यह गिरावट यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से कठोर रुख अपनाते हुए ब्याज दरों में 75 इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद दर्ज की गई है।
घरेलू इक्विटी बाजार गुरुवार को लाल निशान पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 60,836.41 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि व्यापक बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.70 पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार रहे, उन्होंने 1,436.30 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले दस पैसे की गिरावट के साथ 82.90 के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में यह गिरावट यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से कठोर रुख अपनाते हुए ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद दर्ज की गई है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में गुरुवार को भारतीय मुद्रा 82.87 के स्तर पर खुली इसके बाद इसे 82.74 के उच्च और 82.92 के निचले स्तर को छूते देखा गया। यह अंततः अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.90 के स्तर पर बंद हुआ इसमें 82.80 की अपनी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट आई।
इस बीच, डॉलर इंडेक्स छह मुद्राओं के बास्केट की तुलना में हरे निशान पर कारोबार करते हुए 1.39 प्रतिशत की मजबूती के साथ 112.89 के लेवल पहुंच गया। वहीं इस दौरान वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 1.16 प्रतिशत फिसलकर 95.04 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, रिजर्व बैंक की दर निर्धारण समिति ने गुरुवार को मुद्रस्फीति पर सरकार को दी जाने वाली एक रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की। बता दें कि केंद्रीय बैंक इस वर्ष जनवरी से इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार लगातार तीन तिमाहियों में खुदरा मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे रखने में क्यों विफल रही, उसी से संंबंधित रिपोर्ट सरकार को सौंपी जानी है।
विस्तार
घरेलू इक्विटी बाजार गुरुवार को लाल निशान पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 60,836.41 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि व्यापक बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार 70 पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार रहे, उन्होंने 1,436.30 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
रुपया डॉलर के मुकाबले दस पैसे कमजोर हुआ
रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले दस पैसे की गिरावट के साथ 82.90 के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में यह गिरावट यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से कठोर रुख अपनाते हुए ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद दर्ज की गई है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में गुरुवार को भारतीय मुद्रा इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार 82.87 के स्तर पर खुली इसके बाद इसे 82.74 के उच्च और 82.92 के निचले स्तर को छूते देखा गया। यह अंततः अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.90 के स्तर पर बंद हुआ इसमें 82.80 की अपनी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट आई।
डॉलर में 1.39 प्रतिशत की मजबूती
इस बीच, डॉलर इंडेक्स छह मुद्राओं के बास्केट की तुलना में हरे निशान पर कारोबार करते हुए 1.39 प्रतिशत की मजबूती के साथ 112.89 के लेवल पहुंच गया। वहीं इस दौरान वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 1.16 प्रतिशत फिसलकर 95.04 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, रिजर्व बैंक की दर निर्धारण समिति ने गुरुवार को मुद्रस्फीति पर सरकार को दी जाने वाली एक रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार लिए बैठक की। बता दें कि केंद्रीय बैंक इस वर्ष जनवरी से लगातार तीन तिमाहियों में खुदरा मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे रखने में क्यों विफल रही, उसी से संंबंधित रिपोर्ट सरकार को सौंपी जानी है।
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