लिस्टिंग के दिन 8 प्रतिशत का फायदा! 8 दिसंबर को मार्केट में डेब्यू करेगी कंपनी

Kewda Farming: यूं उगता है दुनिया का सबसे खुशबूदार फूल. 5 लाख में बिकने वाले इसका तेल ही बढ़ा देगा आपकी इनकम

Kewda Cultivation: ये सिर्फ एक फूल या फसल नहीं है, बल्कि ये एक आयुर्वेदिक औषधी भी है. घने जंगलों में उगने और मनमोहक खुशबू के लिए 'फूलों का राजा' भी कहते हैं, जो उड़ीसा के गंजम में उगाया जा रहा है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Dec 2022 03:08 PM (IST)

दुनिया के सबसे खुशबूदार फूल केवड़ा-केतकी की खेती और बिजनेस

Kewda Business Idea: फूलों की दुकान खोलो. खुशबू का व्यापार करो. कविता कुछ लाइनों से आप केवड़ा का बिजनेस करने की प्रेरणा ले सकते हैं, क्योंकि केवड़ा की खेती बेहद कम जगहों पर की जाती है, लेकिन पूरी दुनिया में इसकी डिमांड रहती है. इससे ही महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? ज्यादातर फ्यूम, सेंट, इत्र और तमाम ब्यूटी प्रोडक्ट्स और यहां तक कि मिठाई और फूड प्रोडक्ट्स में भी केवड़ा का इस्तेमाल किया जाता है. केवड़ा के फूल की गिनती दुनिया के सबसे खुशबूदार फूलों में होती है. आज कल खुशबू के लिए कैमिकल बेस्ड एसेंस का इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन केवड़ा को खुशबू का नेचुरल सोर्स है, जिसकी वजह से भी इसकी ज्यादा मांग है.

केवड़ा की खेती उड़ीसा में बड़े पैमाने पर की जाती है. वैसे तो ये फूल समुद्र किनारे वाले इलाकों, नदी, तालाब और दूसरे जल स्रोतों के किनारे ही उगता है, लेकिन देश के मैदानी इलाकों में भी कई किसान इसकी खेती कर रहे हैं. किसान अगर कम समय में अच्छा पैसा कमाना चाहते हैं तो केवड़ा की खेती के साथ-साथ इसकी प्रोसेसिंग करके केवड़ा तेल और केवड़ा जल का भी प्रोडक्शन ले सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.

क्यों फेमस है केवड़ा
केवड़ा सिर्फ एक फसल या फूल नहीं है, बल्कि ये एक आयुर्वेदिक औषधी भी है. घने जंगलों में उगने वाले इस फूल को फूलों का राजा भी कहते हैं. कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लेकर फेंफड़ों की जलन, यूरिन डिजीज, हार्ट डिजीज, कान के रोग, खून के रोग, सिर दर्द, त्वचा रोग और और पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए केवड़ा वरदान है. तभी तो केवड़ा से केवड़ा जल बनाकर मिठाई, सिरप, शरबत और कोल्ड ड्रिंक्स में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. इसकी मनमोहक सुगंध से मन और शरीर को रिलेक्स मिलता है.

ये तनाव और दूसरे मानसिक रोगों में भी काफी हद तक राहत प्रदान करता है. केवड़ा की कमर्शियल फार्मिंग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. जहां इसका फूल की प्रोसेसिंग करके तेल, अर्क और जल बनाया जाता है तो वहीं इसकी पत्तियां झोपड़ियों को ढ़कने, चटाई तैयार करने, टोप, टोकनियों और कागज बनाने के काम के काम आती है. इसकी लंबी जड़ों के रेशे का इस्तेमाल भी रस्सी और टोकरियां बनाने के लिए किया जाता है.

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कम मेहनत में मिल जाएगा मुनाफा
एक्सपर्ट्स की मानें तो केवड़ा की खेती में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती, लेकिन कुछ सावधानियां बरतनी होती हैं. ऐसी मान्यता है कि केवड़ा की झाड़ में सांप अपना घर बना लेते हैं, इसलिए कतारों में पौधे लगाकर निगरानी करते रहने की आवश्यकता होती है. केवड़ा के पतले, लंबे, घने और कांटेदार पत्तों वाले पेड़ की दो प्रजातियां होती हैं, एक पीला और दूसरा सफेद. पीली किस्म को केवड़ा कहते हैं, जबकि सफेद को केतकी के नाम से जानते हैं.

केतकी में ज्यादा खुशबू होती है. इसके कोमल पत्तों का इस्तेमाल भी औषधी के तौर पर किया जाता है. केवड़ा के बीज-पौधों की बुवाई रोपाई करने के बाद जनवरी-फरवरी तक फूल आना चालू हो जाते हैं. केवड़ा की फसल में खरपतवार नहीं उगते, जिससे निराई-गुड़ाई की मेहनत बच जाती है. अगर आपके इलाके में अच्छी बारिश होती है तो सिंचाई की लागत भी बचा सकते हैं.

यही वजह है कि जल स्रोतों के आस-पास ही केवड़ा की खेती करने की सलाह दी जाती है. इन दिनों नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा किनारे पड़ी खाली जगहों पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस अवसर का लाभ लेकर केवड़ा की खेती चालू कर सकते हैं.

कहां होती है केवड़ा की खेती
भारत में उड़ीसा के गंजम जिले को केवड़ा का सबसे बड़ा उत्पादन मानते हैं. यहां ज्यादातर नदी, नहर खेत और तालाबों के आस-पास केवड़ा-केतकी की खेती की जाती है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और अंडमान द्वीप पर भी केवड़ा-केतकी की खेती होती है. दक्षिण पूर्वी भारत से लेकर ताईवान, दक्षिणी जापान और दक्षिणी इंडोनेशिया तक केवड़ा उगया जाता है.

इसकी महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी और दोमट मिट्टी ही सबसे उपयुक्त रहती है, लेकिन मिट्टी की जांच के आधार पर रेतीली, बंजर और दलदली मिट्टी में भी केवड़ा-केतकी का क्वालिटी उत्पादन ले सकते हैं. अगर जल निकासी की अच्छी व्यवस्था है तो इसका व्यापार खूब फल-फूल सकता है. हाल ही में जारी रिपोर्ट्स से पता चला है कि केवड़ा के तेल की कीमत करीब 4 लाख से 5 लाख रुपये और परफ्यूम की प्रति लीटर कीमत करीब 30,000 से 40,000 रुपये है.

अच्छी बात ये है कि अरोमा मिशन के तहत केवड़ा जैसी खुशबूदार-औषधीय फसलों की खेती के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाती है. साथ में इसका प्रोसेसिंग बिजनेस लगाने के लिए भी एग्री बिजनेस स्कीम के तहत अनुदान दिया जाता है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Published at : 07 Dec 2022 03:08 PM (IST) Tags: Flower cultivation Agriculture News महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? Agri Business हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Agriculture News in Hindi

बिना पैसे के घर बैठे शुरू करें ये 5 काम, कमाएं 30 से 40 हजार रुपए महीना !

बढ़ती महंगाई में सिर्फ सैलरी के दम पर घर चलाना मुश्किल होता है. घर के खर्च के अलावा और कई खर्च ऐसे होते हैं जो बिन बताए आते हैं. ऐसे में जरूरत है कुछ एक्सट्रा इनकम की.

  • बढ़ती महंगाई में सिर्फ सैलरी के दम पर घर चलाना मुश्किल
  • हर किसी को नौकरी के साथ कुछ एक्सट्रा इनकम की जरूरत
  • साइड बिजनेस या पार्ट टाइम काम के जरिए कमाई का मौका

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बिना पैसे के घर बैठे शुरू करें ये 5 काम, कमाएं 30 से 40 हजार रुपए महीना !

नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई में सिर्फ सैलरी के दम पर घर चलाना मुश्किल होता है. घर के खर्च के अलावा और कई खर्च ऐसे होते हैं जो बिन बताए आते हैं. ऐसे में जरूरत है कुछ एक्सट्रा इनकम की. ऐसे बहुत से साइड बिजनेस या कमाई के जरिए हैं जिनसे नौकरी के साथ-साथ एक्सट्रा कमाई की जा सकती है. खास बात यह है कि इसमें ज्यादा महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? इन्वेस्टमेंट की भी जरूरत नहीं होती. घर बैठे ही यह काम किए जा सकते हैं. हम आपको ऐसे ही पांच तरीके बता रहे हैं, जिससे आप ज्यादा पैसे कमा सकते हैं.

मोबाइल टिफिन सर्विस
टिफिन सेंटर का कारोबार इन दिनों खूब जोरों पर है. महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी इस कारोबार में उतर आए हैं. किसी भी कमर्शियल एरिया में मोबाइल टिफिन सेंटर कमाई का बेहतरीन मौका बन सकता है. हालांकि, इसमें थोड़ा निवेश करना होगा, लेकिन ये कभी न फेल होने वाला बिजनेस है. इंटरनेट और ऐप की मदद से भी इससे कमाई की जा सकती है. जरूरत है आपको सही जगह पहचान के अपनी मार्केटिंग करने की.

ट्रांसलेटर
ट्रांसलेटर के रूप में आप घर बैठे बहुत सा काम उठा सकते हैं. गुजरात, महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? है? महाराष्ट्र अथवा दक्षिण भारत के किसी राज्य में इसकी बहुत डिमांड है. आपके लिए एक स्‍थानीय भाषा का जानना बेहद फायदे का सौदा हो सकता है. ऑनलाइन ऐसी कई कंपनियां हैं, जिनके पास रिजनल कंटेंट की डिमांड बहुत ही ज्यादा है. 15 से लेकर 20 हजार रुपए इस काम में मिनिमम इनकम है. आप चाहें तो इसे कंपनी के रूप में भी स्थापित कर सकते हैं.

ई-कॉमर्स कंपनी में फ्री सेलर
आप ई-कॉमर्स कंपनी में फ्री में सेलर बनकर भी पैसा कमा सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि आप कोई प्रोडक्ट घर पर तैयार करके इन वेबसाइट्स के जरिए उसे बेच सकते हैं. ई-कॉमर्स कंपनियां फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, स्नैपडील का बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है. आप चाहें तो अपना कोई प्रोडक्ट यहां सेल कर सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं.

योगा टीचर
स्वास्थ्य को लेकर इन दिनों लोग बहुत एक्टिव हैं. योगा के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है. आप चाहें तो योगा टीचर के रूप में भी करियर बना सकते हैं. बिना पूंजी शुरू किया जाने वाला यह बेहतरीन करियर ऑप्शन है. प्रति व्यक्ति 500 रुपए के हिसाब से इसे शुरू कर आप आसानी से 30 से 35 हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं.

होम ट्यूटर
अगर आप मैथ्स या साइंस स्ट्रीम से ग्रैजुएट हैं, तो होम ट्यूटर के रूप में आप मोटी कमाई कर सकते हैं. होम ट्यूटर के रूप में फिजिक्स, मैथ्स और साइंस टीचर्स की बहुत ज्‍यादा रिक्वायरमेंट है. दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में आप बिना किसी निवेश के कम समय में नौकरी से ज्यादा कमाई कर सकते हैं. 15 से लेकर 20 हजार रुपए तक की कमाई आसानी से की जा सकती है. इसके अलावा, कमाई होने पर आप खुद का कोचिंग सेंटर भी खोल सकते हैं.

Chanakya Niti: मर्द में यदि हैं ये 5 गुण तो पार्टनर रहती है हमेशा संतुष्‍ट, लंबे समय तक नहीं छोड़ती साथ

दुनिया के महान अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाजशास्त्री, नीतिशास्त्री आचार्य चाणक्य यानी कौटिल्य के महिला और पुरुषों के सुखद जीवन के लिए भी बहुत काम की बातें बताई हैं.

Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्‍य की नीति पर अमल करके व्‍यक्ति बेहतर जीवन जी सकता है. वह खूब सफल हो सकता है, बहुत अच्‍छा जीवनसाथी और रिश्‍ते पा सकता है, ढेर सारा धन कमा सकता है. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के जरिए कई कठिन संदेश दिए हैं लेकिन इन्‍हें जीवन में उतार लिया जाए तो जीवन संवर जाता है.

साथ ही व्‍यक्ति बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना भी कर सकता है. आज हम चाणक्य के नीति शास्त्र के उन सिद्धांतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप अपनी पत्‍नी या पार्टनर को हमेशा खुश और संतुष्ट रख सकते हैं.

पुरुषों में जरूर होने चाहिए ये गुण

पुरुष के अंदर यदि आचार्य चाणक्य के बताए ये खास गुण हों तो उसकी पत्‍नी और पूरा परिवार हमेशा खुश रहता है. जीवन में खुशियां, सुकून और समृद्धि रहती है.

जितना धन हो उसमें संतुष्‍ट रहना: पुरुष को पैसा कमाने के लिए खूब मेहनत करनी चाहिए, ताकि वो, उसकी पत्‍नी और पूरा परिवार आराम से रह सके. किसी चीज का अभाव न रहे. लेकिन पैसे के पीछे बेतहाशा भागना नहीं चाहिए. वरना परिवार को समय न दे पाने से रिश्‍ते कमजोर हो जाएंगे. पत्‍नी को प्‍यार देना बहुत जरूरी है.

सतर्कता: पुरुष को हमेशा सतर्क रहना चाहिए ताकि दुश्‍मन उसे और उसके परिवार को नुकसान न पहुंचा सकें. साथ ही अपनी पत्‍नी और परिवार के प्रति जिम्‍मेदारियां निभाने को लेकर सजग रहना चाहिए. ऐसे पति से पत्‍नी हमेशा खुश और संतुष्‍ट रहती है.

वफादारी: पुरुष को हमेशा वफादार होना चाहिए. उसे हर हाल में अपनी पत्‍नी के प्रति ईमानदार रहना चाहिए और उसका साथ देना चाहिए.

सम्‍मानजनक व्‍यवहार: पुरुष को हमेशा अपनी पत्‍नी को सम्‍मान देना चाहिए. खासतौर पर दूसरों के सामने उससे सम्‍मान से पेश आना चाहिए. ऐसे पति से पत्‍नी हमेशा खुश रहती है.

खुशमिजाज: ऐसा पुरुष जो बेवजह गुस्‍सा न करता हो और हंसमुख हो, उसे महिलाएं बहुत पसंद करती हैं. ऐसे पुरुष से उसकी स्‍त्री कभी नाराज नहीं रह पाती और हमेशा उसके साथ रहती है.

Rishikesh नारी शक्ति स्वयं सहायता ग्रुप का गठन किया,डीएम ने बैंकों को चेकलिस्ट जारी की

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उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क, शीशमझाड़ी क्षेत्र में स्थानीय लोगों के घरों से कचरा उठाकर कुछ पैसे कमाने वाली आर्थिक रूप कमजोर छह महिलाओं के अब ‘अच्छे दिन’ आने वाले हैं. नगरपालिका ने इन महिलाओं को चिह्नित कर इन्हीं के माध्यम से शीशमझाड़ी को स्वच्छता रखने की पहल की है. इन महिलाओं का नारी शक्ति के नाम से स्वयं सहायता समूह का गठन कराया गया है.

अब समूह की यह महिलाएं शीशमझाड़ी वार्ड का कूड़ा-कचरा सोर्स सेग्रीगेशन के तहत मुनिकीरेती नगरपालिका को देंगी, इसके बाद निकाय इसे कचरे को बेचकर महिलाओं को भुगतान करेगा. महिलाएं वार्ड में घरों से कूड़े का उठान का शुल्क भी वसूलेंगी और यह रकम भी महिलाओं की ही होगी. अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने कहा कि इससे शीशमझाड़ी क्षेत्र स्वच्छ रहेगा और महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा. ईओ तनवीर मारवाह का कहना है कि समूह के माध्यम से महिलाएं स्वरोजगार के लिए दो लाख का लोन भी ले सकती हैं.

सरकार की विभिन्न योजनाओं में स्वरोजगार अपनाने वाले लाभार्थियों को ऋण प्राप्ति के लिए बार-बार बैंक के चक्कर न लगाने पड़े इन प्रक्रियाओं को और सरल बनाने के उद्देश्य से डीएम अभिषेक रूहेला ने सभी बैंकों को चेकलिस्ट जारी की है. इसमें सभी बैंकर्स चेकलिस्ट का अनुश्रवण कर समस्या का निस्तारण करेंगे.
एनआईसी महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? कक्ष में जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. महाप्रबंधक उद्योग को निर्देशित किया कि जिन लाभार्थियों के आवेदन पर बैंक से ऋण स्वीकृत नहीं हुआ है,उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने योजना का लाभ दिलाने पर काम किया जाए.

लिस्टिंग से पहले ₹68 का ‘मुनाफा’, कंपनी के IPO पर आज भी लगाया जा सकता है दांव

30 नवंबर को यूनिपार्ट्स इंडिया (Uniparts India) का आईपीओ (IPO) आया था। इस आईपीओ को निवेशक 2 दिसंबर तक सब्सक्राइब कर सकते हैं। बता दें, ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर बुलिश महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? नजर आ रहे हैं।

लिस्टिंग से पहले ₹68 का ‘मुनाफा’, कंपनी के IPO पर आज भी लगाया जा सकता है दांव

ऐसे निवेशक जो शेयर बाजार में इंवेस्ट करके पैसा कमाना चाह रहे हैं उनके लिए आईपीओ एक बेहतर विकल्प हो सकता। 30 नवंबर को यूनिपार्ट्स इंडिया (Uniparts India) का आईपीओ (IPO) आया था। यह आईपीओ 3 दिनों तक खुला रहेगा। यानी इस आईपीओ को निवेशक 2 दिसंबर तक सब्सक्राइब कर सकते हैं। आज भी इंवेस्टर्स के पास यूनिपार्ट्स के आईपीओ पर दांव लगाने का मौका है। बता दें, अक्टूबर से ही आईपीओ मार्केट गुलजार है।

लिस्टिंग के दिन 8 प्रतिशत का फायदा! 8 दिसंबर को मार्केट में डेब्यू करेगी कंपनी

ग्रे मार्केट में यूनिपार्ट्स के आईपीओ ने मचाया धमाल

ग्रे मार्केट में यूनिपार्ट्स का आईपीओ प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है। गुरुवार को कंपनी को आईपीओ 68 रुपये के प्रीमियम पर ग्रे मार्केट में उपलब्ध था। बता दें, एंकर निवेशकों से 251 करोड़ रुपये जुटाने वाली यह कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में 12 दिसंबर को महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है? लिस्ट हो सकती है।

यूनिपार्ट्स के आईपीओ पहले दिन मिला शानदार रिस्पॉस

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, आईपीओ के तहत 1,01,37,360 शेयरों की पेशकश पर 58,36,700 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। गैर-संस्थागत निवेशकों की कैटगरी को 90 प्रतिशत अभिदान मिला और रिटेल इंडिविजुल्स इंवेस्टर्स (आरआईआई) के मामले में 77 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला। कुल 14,481,942 शेयरों के आईपीओ के लिए प्राइस 548-577 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। बता दें, आईपीओ पूरी तरह से बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है। कंपनी को सार्वजनिक निर्गम से कोई आय प्राप्त नहीं होगी।

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