Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में अब तक 2800 किलोमीटर से ज्यादा पैदल चल चुके हैं. (Photo: Twitted by@bharatjodo)

2022 में क्रिप्टो ट्रेडिंग रणनीति

नमस्कार दोस्तों, मेरी वेबसाइट ExpiscorMiner.com में आपका स्वागत है, आज हम 2022 में क्रिप्टो ट्रेडिंग रणनीति विषय के बारे में चर्चा करेंगे। यह एक आसान तरीके से ट्रेडिंग तकनीकों के बारे में और अधिक स्पष्ट करने के लिए सबसे अच्छा और आसान लेख होने जा रहा है, इसलिए जुड़े रहें। इस वेबसाइट पर और चलिए लेख शुरू करते हैं।

क्रिप्टो बाजार एक खुला स्रोत बाजार है जो उपलब्ध है और 24×7 खुला है, क्योंकि यह एक खुला मंच है, बाजार सबसे अच्छा विकल्प ट्रेडिंग रणनीति के बंद होने का कोई समय नहीं है और व्यापार दिन में 24 घंटे और साल में 365 दिन बिना किसी अवकाश के किया जा रहा है। . हार्ड कोर लवर ट्रेडर के लिए हर दिन बिना किसी अंतराल के क्रिप्टो व्यापार करने का यह सबसे अच्छा अवसर है।

मैं क्रिप्टो का व्यापार कहाँ से कर सकता हूँ?

2022 में 20+ से अधिक एक्सचेंज हैं जो लगातार प्लेटफॉर्म के माध्यम से सिक्का और टोकन का व्यापार करने के लिए यह सेवा प्रदान कर रहे हैं और यह वास्तव में खाता खोलने के लिए स्वतंत्र हैं और पूर्ण केवाईसी करके वे आपको उनके साथ व्यापार करने के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं और यहां तक ​​कि वे वास्तव में उपयोग करने के लिए ग्राहक के लिए आसान और उपयोगकर्ता के अनुकूल हैं। यदि आप एक्सचेंजों के बारे में विवरण जानना चाहते हैं तो कृपया अधिक पढ़ने और एक्सचेंजों के बारे में स्पष्ट होने के लिए मेरी एक्सचेंज श्रेणियों की जांच करें। हम बाजार में मौजूद कुछ लोकप्रिय एक्सचेंजों का उल्लेख करेंगे, जैसे कि Binance, Coin Base, FTX, Kucoin, WazirX और Gate.io इत्यादि।

स्पॉट ट्रेडिंग: यदि आप एक सिक्का या टोकन खरीद रहे हैं तो आप उस क्रिप्टो को अपने वॉलेट में रख रहे होंगे जो उन्हें आपके स्पॉट वॉलेट में स्टोर करता है जिसे आपके फिएट मनी के साथ ऑर्डर देने पर खरीदा जाता है, यह इस ट्रेडिंग खाते में संग्रहीत किया जाएगा और आप अगर क्रिप्टो की कीमतों में कोई बदलाव होता है तो परिवर्तन देख सकते हैं यहां आपके होल्डिंग मूल्य में धीमी वृद्धि होगी।

ट्रेडिंग रणनीतियाँ

एक व्यापारी के रूप में उन्हें उन तकनीकी कारकों के बारे में पता होना चाहिए जिनके माध्यम से वे व्यापार कर रहे हैं, उनके पास मोमबत्ती की छड़ी और अनुभाग में मौजूद ग्राफ के अध्ययन के बारे में बेहतर स्थिति होनी चाहिए और लाभ और हानि की गणना करने के लिए वास्तव में पर्याप्त तेज़ होना चाहिए। ताकि ट्रेडिंग सत्र में कम या न्यूनतम नुकसान हो।

चार्ट को आसानी से सुधारने के लिए कई संकेतक उपयोग किए जाते हैं, इन संकेतकों पर मेरी श्रेणियों में व्यापक रूप से चर्चा की जाती है, आप अनुभाग की जांच कर सकते हैं और आने वाले बाजार में व्यापार करने के लिए इस तकनीक का उपयोग कर सकते हैं या आपके पास एक व्यापारिक फर्म हो सकती है जो व्यापार कर रही होगी आपकी ओर से और वे आपसे एक छोटी अंश राशि ले सकते हैं।

यह बात है दोस्तों, अगर आपको यह लेख जानकारीपूर्ण लगता है तो आप मेरी वेबसाइट का अनुसरण कर सकते हैं और आप इस लेख को अपने दोस्तों को 2022 में ट्रेडिंग रणनीति के बारे में एक मूल्यवान जानकारी प्राप्त करने में मदद करके साझा कर सकते हैं। धन्यवाद

चुनावी राज्यों में पदयात्रा न करने पर उठे सवाल

कई लोग यह सवाल भी उठाते हैं कि दोनों चुनावी राज्यों को पदयात्रा के रूट से बाहर क्यों रखा गया? यह सवाल पूछने वालों में मुख्य तौर पर दो तरह के लोग हैं. कुछ विश्लेषकों, कांग्रेस सदस्यों या समर्थकों को लगता है कि राहुल गांधी की पदयात्रा को अब तक लोगों का शानदार रिस्पॉन्स मिला है. जिसे देखते हुए उनके गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जाने से कांग्रेस को फायदा होता. दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं, जो कहते हैं कि राहुल गांधी जानबूझकर चुनावी राज्यों में अपनी यात्रा लेकर नहीं गए, क्योंकि उन्हें पता था इससे कोई चुनावी फायदा नहीं होगा और ऐसा होने पर पदयात्रा को लेकर बनी सारी हवा बिगड़ जाती.

भारत जोड़ो यात्रा के चुनावी राज्यों में जानबूझकर न जाने के आरोपों के बावजूद इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि राहुल गांधी की पदयात्रा के रूट में कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इन चुनावों के नतीजों से शायद इस सवाल का बेहतर जवाब मिल पाएगा कि राहुल गांधी का हज़ारों किलोमीटर पैदल चलना और इस दौरान आम लोगों से लगातार मिलना-जुलना चुनावी नजरिए से कितना असरदार या बेअसर साबित हुआ.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया सबसे अच्छा विकल्प ट्रेडिंग रणनीति जोश भरने की कोशिश

बहरहाल, पदयात्रा पर नजर रखने वाले बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि राहुल गांधी सबसे अच्छा विकल्प ट्रेडिंग रणनीति की यह मेहनत बेकार नहीं जा रही है. वे अपने समर्थकों के साथ-साथ विरोधियों का भी ध्यान खींचने में सफल रहे हैं. साथ ही वे जिन राज्यों से होकर गुज़रे हैं, वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नया जोश देख को मिला है और संगठन में पहले से ज्यादा एकजुटता भी आई है. राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस में दो विरोधी गुट सबसे ज्यादा खुलकर आमने-सामने नजर आते हैं. फिर भी भारत जोड़ो यात्रा के लिए दोनों ने मेहनत की. उनमें आपसी रस्साकशी के साथ ही साथ यात्रा के लिए ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाने की होड़ भी साफ नजर आई. यही वजह है कि अब सबसे अच्छा विकल्प ट्रेडिंग रणनीति तक राजस्थान में पदयात्रा को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और कांग्रेस की आपसी फूट के कारण उसके फ्लॉप होने जैसे अनुमान धरे के धरे रह गए.

कितनी चमकी राहुल गांधी की इमेज?

कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पैदल तय करने के बाद राहुल गांधी ऐसा करने वाले देश के इकलौते मौजूदा राजनेता बन जाएंगे. क्या इसके बाद उनके आलोचक भी बिना हिचके राहुल को अनिच्छुक राजनेता (Reluctant Politician) या कह पाएंगे? लगता यही है कि ऐसा करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा.

इस यात्रा से नेहरू-गांधी परिवार पर लगने वाले इस आरोप की धार भी कमजोर हो रही है कि वे जनता से दूरी बनाकर रखते हैं. राहुल गांधी पर ऐसे आरोप विरोधियों के अलावा कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेता सबसे अच्छा विकल्प ट्रेडिंग रणनीति भी लगाते रहे हैं. लेकिन भारत जोड़ो यात्रा की सबसे ज्यादा चर्चित और लोकप्रिय चीज है आम लोगों के बीच घुले-मिले, उनके साथ बेतकल्लुफी के पल शेयर करते राहुल गांधी की वायरल होती तस्वीरें! जिन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के अलावा उन लोगों ने भी देखा और पसंद किया है, जो कांग्रेस के समर्थक नहीं रहे हैं. इन तस्वीरों ने नेहरू-गांधी परिवार पर जनता से कटे होने के आरोपों की जड़ में मट्ठा डालने का काम किया है.

Agriculture News: खेती और किसान: रक्त के एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है ओट्स

Agriculture News

Agriculture News: ट्स को वानस्पतिक रूप से एविना सटाइवा के नाम से जाना जाता है, जिसे आमतौर पर जई भी कहा जाता है। आजकल यह ओट्स और ओटमील नाम से ज्यादा प्रचलित है। कुछ स्थानों पर इसे जई का दलिया भी कहा जाता है। आमतौर पर यह एक साबुत अनाज है। इसके बीज के दलिये को ओटमील कहते हैं, जिससे तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनाये जाते हैं। हरियाणा और पंजाब राज्यों में इसकी पैदावार अधिक होती है। इसकी खेती खराब मृदा में भी की जा सकती है, जहां अन्य फसलें उगने में असमर्थ होती हैं। ओट्स पूरे वर्ष सेवन हेतु उपलब्ध होता है। ओटमौल को हताबंद डब्बे में ठंडी एवं सूखी जगह पर लगभग दो महीनों तक रखा जा सकता है। ओट्स हमारे सुबह के नाश्ते में सबसे जयादा प्रयोग होने वाला पदार्थ है।

Agriculture News

ओट्स में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होता है। इसमें पाये जाने वाले पोषक तत्वों के कारण हमारे भोजन में कैलोरी की मात्रा नियंत्रित रहती है। ओट्स हमारी कुल कंलोरी को 81 प्रतिशत तक कम कर सकता है। ओट्स शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। ओटमील खाने से पेट भरा रहता है और जल्दी भूख भो नहीं लगती है। 100 ग्राम ओट्स में 16.9 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती हैं तथा 1.628 किलो जूल ऊर्जा देती है।

इसके सेवन से यह रक्त के एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, जिसमें हृदय रोग को आशंका भी कम रहती है। इसमें विटामिन, मिनरल और मैंगनीज होने के कारण यह हमारी हड्डियों के लिए काफी अच्छा होता हैं।

बीटा-ग्लूकोन शरीर में कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ ही हानिकारक जीवाणुओं से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिनमें एवेनानथ्रालिड्स भी शामिल हैं। उच्च रक्तचाप को कम करने के साथ ही यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।

BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा को छुट्टी लेनी होती है तो क‍िससे करनी होती है बात, पर‍िवार को कैसे देते हैं क्‍वॉल‍िटी टाइम? जान‍िये

BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा को छुट्टी लेनी होती है तो क‍िससे करनी होती है बात, पर‍िवार को कैसे देते हैं क्‍वॉल‍िटी टाइम? जान‍िये

पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) (ANI photo)

बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) को छुट्टी लेनी होती है तो क‍िससे बात करनी होती है? नड्डा ने एक इंटरव्‍यू में इस सवाल का जवाब द‍िया है। जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा क‍ि पहले तो छुट्टी बीमारी या बहुत अन‍िवार्य स्‍थ‍ित‍ि में ही लेनी होती है। ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में भी यह सोचते हैं क‍ि छुट्टी में भी पार्टी का क्‍या काम और कैसे क‍िया जा सकता है। इस बारे में संसदीय बोर्ड (Parliamentary Board) से चर्चा करनी होती है। नड्डा ने समाचार चैनल आज तक के कार्यक्रम एजेंडा (Agenda Aajtak) में सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) के सवाल का जवाब देते हुए यह बताया।

क्या परिवार शिकायत नहीं करता?

जब जेपी नड्डा (JP Nadda) से पूछा गया क‍ि पर‍िवार कभी श‍िकायत नहीं करता क‍ि वक्‍त नहीं देते, तो उन्‍होंने कहा क‍ि पर‍िवार से काफी सहयोग भी म‍िलता है और वह परि‍वार को क्‍वॉल‍िटी टाइम भी देते हैं। पर‍िवार से सामंजस्‍य काफी अच्‍छा है और गृहस्‍थ जीवन में पर‍िवार को इग्‍नोर करके नहीं चल सकते।

bernard-arnoult

Bhupendra

no alt text set

‘व्यस्त नहीं अस्त-व्यस्त होना है समस्या’

नड्डा (JP Nadda) ने समय-प्रबंधन (Time Management) का महत्‍व बताते हुए कहा क‍ि जीवन में व्‍यस्‍त होना समस्‍या नहीं है, अस्‍त-व्‍यस्‍त होना समस्‍या है। उन्‍होंने एक कव‍िता सुनाते हुए बताया क‍ि अगर आप समय प्रबंधन सही तरीके से कर लेते हैं तो साथ-साथ सब काम कर सकते हैं और पर‍िवार को भी पर्याप्‍त वक्‍त दे सकते हैं।

जेपी नड्डा (JP Nadda) ने बताया कि जब मैं युवा था तो अक्सर एक कविता सुना करता था। वो कुछ यूं थी- ‘कुछ चिट्ठियां लिखी हैं, कुछ लिखनी हैं…कुछ चिट्ठियां पढ़ी हैं, कुछ पढ़ने हैं…कुछ अखबार पढ़े हैं, कुछ पढ़ने हैं…। बाद में मुझे एहसास हुआ कि मैं व्यस्त नहीं अस्त-व्यस्त हूं।

मुस्कुराते हुए बोले- गृहस्थ जीवन को नहीं कर सकते इग्नोर

जेपी नड्डा हल्के-फुल्के अंदाज में कहते हैं कि गृहस्थ जीवन को इग्नोर नहीं किया जा सकता है। हमें भी काम में खुशी तभी मिलती है, जब घर में सब कुछ अच्छा रहे। पटना यूनिवर्सिटी से बीए और हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने वाले जेपी नड्डा ने छात्र राजनीति से सियासत की शुरुआत की थी। साल 2020 में उन्हें बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था।

पढें जीवन-शैली (Lifestyle News) खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News)के लिए डाउनलोड करें Hindi News App.

रेटिंग: 4.25
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 430