न्यूयॉर्क में एक अपार्टमेंट देखें

एक संपत्ति बेचने से पहले आपको खुद से क्या पूछना चाहिए?

1 // आप क्यों बेच रहे हैं?

न्यूयॅार्क में रियल एस्टेट बेचने के अनेक कारण हैं। आप खुद यहां रह रहे हैं और ज्यादा स्थान वाली जगह या कस्बे के दूसरे भाग में जाना चाहते हैं। या आप किसी दूसरे शहर या देश में स्थानांतरित होना चाहते हैं। आपके पास निवेश संपत्ति हो सकती है जिसे आप परिसमाप्त करने के लिए तैयार हैं। किसी भी मामले में हम आपकी जगह को बेचने की बारीकियों और पेचीदगियों पर जाने में आपकी मदद करेंगे और आपको समझाएंगे कि काम को पूरा करने के लिए क्या लगेगा ।

2 // आपको कब बेचने की जरूरत है?

यदि यह आपका प्राथमिक निवास है तो आप इसको कुछ निश्चित समय के अंदर बेचना चाहेंगे। यह निश्चित रूप से आपकी बिक्री रणनीति को प्रभावित करेगा, जहां हम एक स्तर के अनुसार संपत्ति का मूल्य चुन सकते हैं जो बाजार में बहुत सी दिलचस्पी बढ़ाएगा। दूसरी ओर, कोई भीड़ नहीं होगी और हम सही व्यक्ति को खोजेंगे जो आपके अपार्टमेंट का सबसे अधिक मूल्य दे।

3 // आपकी संपत्ति की कीमत क्या है?

जब आप संपत्ति बेचते हैं, यह जानना महत्वपूर्ण है कि इसकी कीमत क्या है। यदि इसकी कीमत बहुत कम लगाई गई है, तो आप संभावित लाभ खो सकते हैं। यदि इसकी कीमत बहुत ऊँची लगाई गई है तो आप खुद को महिनों के लिए कीमतों में गिरावट और हताशा के लिए स्थापित कर रहे हैं। इसलिए यह जानना बहुत आवश्यक है कि संभावित खरीददार आपकी संपत्ति की क्या कीमत देने को तैयार हैं। हम, आपके दलाल के तौर पर, सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक सूचनाएं एकत्रित करने में आपकी मदद करेंगे।

  • पड़ोस में तुलनात्मक संपत्तियों की कीमतें
  • एक ही बिल्डिंग में इकाइयों की कीमतें
  • संपूर्ण मांग और आपूर्ति
  • ब्याज दरें, आम शुल्क और कर

4 // समापन लागत क्या है?

विक्रेता द्वारा भुगतानः

  • 6% दलाल का कमीशन (बहु-मिलियन-डालर परिसंपत्तियों के लिए परक्राम्य)
  • राज्य संपत्ति हस्तांतरण कर(0.4%)
  • हवेली कर (1 मिलियन से अधिक संपत्तियों के लिए 1%)
  • सिटी संपत्ति हस्तांतरण कर (पहले 500के का 1%, उसके बाद 1.425%)कौन से दलालों को चुनना है?
  • विक्रेता का प्रतिनिधि

क्रेता द्वारा भुगतानः

  • मूल्यांकन और निरीक्षण शुल्क
  • शीर्षक खोज और बीमा शुल्क
  • गिरवी उत्पति शुल्क और अंक (1%-4%)
  • गिरवी रिकार्डिंग कर (1.75%-2.175%)
  • क्रेता का प्रतिनिधि

5 // मुझे दलाल का उपयोग क्यों करना चाहिए?

खरीददारों को आकर्षित करने के लिए आप अपने अपार्टमेंट को विक्री के लिए विभिन्न वेबसाइटों पर डाल सकते हैं। हालांकि, यदि आप यह अपने आप करने का निर्णय लेते हैं, तो ध्यान रहे कि सही क्रेता खोजने की प्रक्रिया बहुत हताशा भरी और समय लेने वाली हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि न्यूयॅार्क में संपत्तियों का विशाल बहुमत दलालों द्वारा विपण्णन किया जाता है जो आरईबीएनवाई, रियल एस्टेट बोर्ड ऑफ न्यूयॅार्क, जो यह सुनिश्चित करता है कि विक्री के लिए नई संपत्तियां सबसे पहले दलाल समुदाय के भीतर साझा की गई हैं। आपकी तरफ से हमारे जैसे किसी के होने से केवल आपकी संपत्ति को सभी संभावित खरीददारों को ही मार्केट नहीं करेगा, हम आपके लिए योग्य खरीददार भी लाएंगे और हम सभी आवश्यक कागजात तैयार करते हैं। इस तरह के एक गर्म बाजार में, तेज और संक्षिप्त कार्य करना, और कार्य के नियम जानना अनिवार्य है।

6 // मुझे कौन से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने हैं?

आपको एक “अनन्य बेचने का अधिकार”अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा जाएगा, जिसका मतलब होगा कि सूचिबद्ध दलाल को तय रकम की दलाली का भुगतान मिलेगा, इस परवाह के बिना कि खरीददार कौन लाता है। बदले में, सूचि दलाल जितना संभव हो अधिकतम खरीददारों को आकर्षित करने के लिए सभी मार्केटिंग खर्चों का निस्पादन और भुगतान करेंगे। 2012 की चैथी तिमाही में एनवाईसी अपार्टमेंट को बेचने के लिए औसतन लगभग 6 महिने का समय लगा था, यही कारण है कि ज्यादातर एजेंट कार्य पूरा करने का आत्मविश्वास महसूस करने के लिए कम से कम 6 महिने के लिए विशिष्टता पर जोर देते हैं।

7 // सह-ऑप या कोंडो बेचने में क्या अंतर है?

एक सहस्वामित्व (कोंडो) में काफी ज्यादा लोग आपकी संपत्ति खरीद सकते हैं। कभी कभी वित्तपोषण, पालतू जानवरों और उप किराएदारी के बारे में हल्के प्रतिबंध होते हैं।

यदि आप एक को- ऑप बेच रहे हैं तो हो सकता है कि को- ऑप बोर्ड आपके कौन से दलालों को चुनना है? खरीददार का अनुमोदन न करे। आवेदन प्रक्रिया के कारण, एक को- ऑप को बेचने में आमतौर पर ज्यादा लंबा समय (2-4 महिने) लगता है।

8 // आपको कब बेचना चाहिए?

इस साल बाज़ार क्या करेगा? आपको अभी बेचना चाहिए या किराये पर देना चाहिए? यदि आप बेचते हैं, तो क्या आपको दुबारा निवेश करना चाहिए और कहां? आपका स्वागत है हमारे संपर्क फार्म के माध्यम से हमसे संपर्क करें और हम अपना बाजार ज्ञान आपके साथ साझा करने में प्रसन्न होंगे।

9 // यदि आपने हमारे साथ काम करना चुना, तो हम क्या पेशकश करते हैं?

न्यू यॅार्क कॅसास में आप उच्च शिक्षा प्राप्त (विश्वविद्यालय डिग्री), जानकार और समर्पित लोगों के साथ काम करेंगे। हमारी दलाली को न्यूयॅार्क बाजार में एक दसक से ज्यादा का विक्री अनुभव है इसके अलावा, जब आप हमारे विशेष लिस्टिंग समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं, तो आपको अपनी संपत्ति का एक मार्केटिंग योजना को अपने दिशानिर्देशों के साथ सौंप दिया जाएगा ताकि आपकी संपत्ति अनुकूलतम स्थिति में हो। और सबसे महत्वपूर्ण बात, हम सप्ताहांत काम करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने के लिए आगे और उससे परे जाते हैं कि हर संभावित खरीददार आपकी संपत्ति को देखेगा।

10 // आगे क्या है?

इन मानदंडों के आधार पर, अब आपको यह पता चल जाएगा कि अपनी न्यूयॅार्क शहर की संपत्ति बेचते समय क्या उम्मीद की जानी चाहिए। कृपया हमारे संपर्क फार्म के माध्यम से हमसे संपर्क करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें और हमें कोई भी अतिरिक्त प्रश्नों का उत्तर देने में खुशी होगी।

दलाल क्षुधा के साथ डिजिटल जाते हैं

रियल एस्टेट एजेंटों को एक नेटवर्क बनाने के लिए ज्ञात किया गया है जहां वे सौदे-प्रक्रिया को तेज करने के लिए इन्वेंट्री शेयर करते हैं ऐसी नेटवर्किंग कौन से दलालों को चुनना है? ने ऐतिहासिक रूप से अंत उपयोगकर्ताओं को मदद की है क्योंकि वे संपत्तियों के व्यापक पूल से चुनने में सक्षम हैं। हालांकि, ब्रोकर ऑफ़लाइन और कुछ मामलों में, जैसे कि फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर बातचीत करते हैं कहने की जरूरत नहीं है कि इन तरीकों ने घर खरीदने में पारदर्शिता को प्रभावित किया है। ऐप की शुरुआत आसान इंटर-ब्रोकर वार्तालापों को आसान बनाने में हुई है। डिजिटल समाधान दलालों को फाइन करने की अनुमति देते हैंएक ही इलाके तक सीमित होने के बजाय पूरे देश में एन डी खरीदारों।

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कौन है बिचौलिया सुशेन मोहन गुप्ता, जिसका राफेल डील की दलाली में आया नाम

राफेल डील में दलाली का मुद्दा एक बार फिर से भारत से लेकर फ्रांस तक में हलचल पैदा करने लगा है। रविवार को फ्रांस के मीडिया संस्थान मीडियापार्ट की ओर से आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राफेल डील.

कौन है बिचौलिया सुशेन मोहन गुप्ता, जिसका राफेल डील की दलाली में आया नाम

राफेल डील में दलाली का मुद्दा एक बार फिर से भारत से लेकर फ्रांस तक में हलचल पैदा करने लगा है। रविवार को फ्रांस के मीडिया संस्थान मीडियापार्ट की ओर से आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राफेल डील के लिए फ्रेंच एविएशन कंपनी दसॉ ने बिचौलिये को 7.5 मिलियन कौन से दलालों को चुनना है? यूरो की दलाली दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक यह रकम फर्जी कंपनियों और नकली बिलों के जरिए ट्रांसफर की गई थी। इस डील में जिस बिचौलिये का नाम सामने आ रहा है, वह है सुशेन मोहन गुप्ता। सुशेन मोहन गुप्ता को लेकर एक तरफ कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि उसने मामले की जांच नहीं कराई। वहीं बीजेपी का कहना है कि यूपीए सरकार के दौर में मिलीभगत से ही सुशेन मोहन ने इस काम को अंजाम दिया है।

46 वर्षीय कारोबारी गुप्ता का नाता भारत की डिफेंस और एविएशन इंडस्ट्री से गहरा ताल्लुक रखने वाले परिवार से है। पुरानी दिल्ली में बसे गुप्ता परिवार का पैतृक रूप से कपड़ों का कारोबार था, लेकिन सुशेन के दादा बृज मोहन गुप्ता ने एविएशन की दुनिया में कदम कौन से दलालों को चुनना है? रखा था। गुप्ता ने कई अंतरराष्ट्रीय डिफेंस और एविएशन कंपनियों के साथ करार में रोल अदा किया था। ब्रिटिश कंपनी वेस्टलैंड एयरक्राफ्ट्स, प्रैट एंड विट्नी समेत कई दिग्गज कंपनियों के साथ गुप्ता ने डील कराई थी। बृज मोहन गुप्ता के बाद उनके बेटे देव ने भी इसे फैमिली बिजनेस के तौर पर जारी रखा और अब सुशेन मोहन गुप्ता परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं।

दिल्ली के अमेरिकन एम्बेसी स्कूल से पढ़े सुशेन मोहन गुप्ता ने उच्च शिक्षा भी अमेरिका से ही हासिल की है। इसके बाद सुशेन मोहन ने परिवार के एविशन कारोबार के अलावा हॉस्पिटेलिटी और पावर बिजनेस में भी दखल दिया था। सुशेन गुप्ता का नाम 2010 के वीवीआईपी चौपर स्कैम में नाम आया था। इस डील को अगस्टा वेस्टलैंड से उन्होंने गौतम खैतान और कारोबारी राजीव सक्सेना के साथ मिलकर कराया था। गौतम खैतान के पिता ओपी खैतान का गुप्ता फैमिली से पुराना संबंध रहा है। वह गुप्ता परिवार के वकील के तौर पर काम कर चुके थे।

इसके अलावा ओपी खैतान के जरिए ही गुप्ता की मुलाकात राजीव सक्सेना से हुई थी। तीनों को अगस्टा वेस्टलैंड डील की जांच के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद दिल्ली की एक कोर्ट ने जमानत पर सुशेन गुप्ता को रिहा कर दिया था। अब मीडियापार्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुशेन गुप्ता ने कई देशों में फैले अपने फर्जी कंपनियों के नेटवर्क के जरिए डील में दलाली की रकम ली थी।

धर्मेंद्र राठौड़ कांग्रेस-भाजपा का रजिस्टर्ड दलालः पायलट समर्थक MLA का बयान

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राजस्थान में जुबानी जंग की रौ में भाषाओं की मर्यादाएं तार तार हो रही हैं. खेमों में बंटी कांग्रेस के गहलोत बनाम पायलट समर्थक चुन चुन कर जुमलों और विवादित बोलों का इस्तेमाल कर रहे हैं (Ved Solanki On Dharmendra Rathore). गद्दार, धोखेबाज जैसे शब्दों के बाद अब रजिस्टर्ड दलाल की बारी आ गई है. इस बार पायलट खेमे के वेद सोलंकी ने अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ इसका प्रयोग किया है.

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच चुके हैं. संभवत सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद राजस्थान में कांग्रेस का भविष्य क्या होगा इसको लेकर तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. दूसरी तरफ अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचे और पायलट कैंप के विधायकों बयान बाजी शुरू कर दी. अब तक थोड़ा शांत बैठे पायलट समर्थकों ने गहलोत कैंप के विधायकों पर जवाबी हमला शुरू कर दिया है (Gehlot Loyalist Vs Pilot Loyalist).

और बोले रजिस्टर्ड दलाल: पायलट कैंप के विधायक वेद सोलंकी (Pilot Close Aide Ved Solanki) ने आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पर प्रहार किया है. उन्होंने सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने का जवाब दिया है. कहा है- कौन कौन से दलालों को चुनना है? धर्मेंद्र? धर्मेंद्र राठौड़ तो रजिस्टर्ड दलाल है (Dharmendra Rathore registered Dalal). सब जानते हैं कि किस तरह से वो कांग्रेस और बीजेपी दोनों जगह दलाली करते हैं.

हम आलाकमान के साथ: सोलंकी ने कहा कि सब जानते हैं कि हम आलाकमान के साथ हैं, कौन सच्चा, कौन झूठा, कौन गद्दार, कौन क्या सब जानते हैं. धर्मेंद्र राठौड़ की बात करने का मतलब समय जाया करना है. इसके साथ ही वेद सोलंकी ने कहा कि विधायक दल की बैठक में जिस तरह से कांग्रेस के बड़े परिवार और वरिष्ठ नेता कांग्रेस आलाकमान के साथ खड़े रहे उसे देखकर हर कोई गर्व से कह रहा है कि ये नेता वही हैं जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में सींचा है.

बड़े पॉलिटकल घराने हमारे साथ: सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस के बड़े घराने जो हमेशा कांग्रेस के साथ रहे, चाहे मदेरणा परिवार हो,ओला परिवार हो,नारायण सिंह का परिवार हो,या वरिष्ठ विधायक नरेंद्र बुडानिया हो, दलित समाज के सबसे वरिष्ठ विधायक परसराम मोरदिया हो, एसटी के सबसे वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा हो यह सभी वहां थे तो माइनॉरिटी के 3 स्टेट में मंत्री रहने वाले तैयब हुसैन की बेटी जाहिदा भी वही थी.

आईडियोलॉजी की बात है: सोलंकी ने कहा कि जो कांग्रेस आईडियोलॉजी के साथ चलते हैं सालों साल चुनाव जीतकर आते हैं. कांग्रेस में आस्था रखते हैं वो लोग विधायक दल की बैठक में मौजूद थे. जिस तरह से उन्होंने रात को 12 बजे तक वेट किया,मैं उन लोगों को नमन करता हूं. उन लोगों की त्याग ,तपस्या कौन से दलालों को चुनना है? कभी व्यर्थ नहीं जाएगी. हमने उनसे प्रेरणा मिली है कि कैसे कॉन्ग्रेस आईडियोलॉजी का व्यक्ति कांग्रेस के साथ रहता है.

surat news- सूरत में चीटर व्यापारियों और दलालों के कारण नकदी का व्यापार चौपट

surat news- सूरत में चीटर व्यापारियों और दलालों के कारण नकदी का व्यापार चौपट

प्रदीप मिश्रा
सूरत. कपड़ा बाजार के लिए कोढ़ बने चीटर व्यापारियों और दलालों ने कारोबार को भारी क्षति पहुंचाई है। इनके कारण नकदी का व्यापार चौपट हो गया है।
कुछ साल पहले तक अन्य राज्यों से सैकड़ों व्यापारी 25 हजार से एक-दो लाख रुपए तक का माल नकद खरीदने सूरत आते थे। यहां के व्यापारियों पर विश्वास होने के कारण वह किसी भी मार्केट की दुकान में इन्क्वायरी करते और कौन से दलालों को चुनना है? माल खरीद कर ले जाते थे। अब वह कतराने लगे हैं। चीटर दलाल सालासर हनुमान गेट से कमेला दरवाजा तक के मार्केट के आगे खड़े रहते हैं। जैसे ही अन्य राज्यों के व्यापारी रिक्शा या अन्य वाहन से उतरते हैं, दलाल उन्हें सस्ता माल दिलाने का आश्वासन देकर व्यापारी के पास ले जाते हैं, जहां चीटर व्यापारी अच्छे कपड़े दिखाता है अन्य राज्य के व्यापारी से एडवांस पेमेंट लेने के बाद उसे 10-20 साडियां दे दी जाती हैं। बाकी साडिय़ां ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजने का आश्वासन दिया जाता है। इसके बाद सस्ता और रद्दी माल भेजने का खेल शुरू हो जाता है।

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