अलग-अलग परिसंपत्ति वर्गों के बीच आम तौर पर थोड़ा सहसंबंध या उलटा या नकारात्मक सहसंबंध होता है। उस समय की अवधि के दौरान जब इक्विटी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों, बॉन्ड, रियल एस्टेट और कमोडिटी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हों। हालांकि, शेयरों में एक भालू बाजार के दौरान, अन्य परिसंपत्तियां, जैसे कि रियल एस्टेट या बांड, निवेशकों को औसत से ऊपर रिटर्न दिखा सकते हैं।

किसी व्यक्ति को ETF का चुनाव कैसे करना चाहिए?

अन्य निवेशों की ही तरह, ETF का चुनाव करना आपकी आवश्यक एसेट ऐलोकेशन, वित्तीय लक्ष्य, जोखिम की वरीयता और समय अवधि पर निर्भर करता है। ETF का चुनाव करना इस पर निर्भर करता है कि आप अपने पोर्टफोलियो में ETF को शामिल करके किस किस एसेट क्लास में निवेश प्रकार की एसेट ऐलोकेशन हासिल करना चाहते हैं क्योंकि ETF विभिन्न प्रकार की एसेट क्लासेज़, जैसे इक्विटीज़, बॉन्ड्स, रीयल एस्टेट, कमोडिटीज़, के लिए उपलब्ध हैं। पहले ETF के लिए एसेट क्लास तय करें।

यह तय करें कि आप किस प्रकार की विविधता चाहते हैं और आप किस इंडेक्स को ट्रैक करना चाहते हैं। किसी व्यापक बाज़ार इंडेक्स को ट्रैक करने वाला ETF सबसे कम जोखिम के साथ अधिकतम विविधता हासिल करने के लिए उपयुक्त है। अगर आप जोखिम लेना चाहते हैं और बाज़ार के विशेष क्षेत्रों, सेक्टर्स या देशों तक पहुँच प्राप्त करना चाहते हैं, तो एक विशिष्ट ETF चुनें।

हर एसेट क्लास की पोर्टफोलियो में है खास भूमिका, जानिए कैसे

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सभी एसेट क्लास में एक साथ गिरावट की आशंका कम रहती है. जब कोई एक एसेट क्लास नुकसान उठाता है तो दूसरा उसकी भरपाई कर देता है.

2. बॉन्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे डेट इंस्ट्रूमेंट नियमित रिटर्न देते हैं. ये पोर्टफोलियो में नियमित आय का स्रोत होते हैं.

3. कैश और सेविंग अकाउंट में बैलेंस के अलावा लिक्विड फंड पोर्टफोलियो में लिक्विडिटी बनाकर रखते हैं. इसकी जरूरत आपको इमर्जेंसी में पड़ती है. पोर्टफोलियो में इनके रहने से अचानक पैसे की जरूरत पड़ने से आपके दूसरे लक्ष्य किस एसेट क्लास में निवेश प्रभावित नहीं होते हैं.

4. सोना, चांदी जैसी कमोडिटी और रियल एस्टेट पोर्टफोलियो को महंगाई से बचाते हैं. अमूमन जब दूसरे एसेट क्लास पर दबाव होता है तो इनमें तेजी रहती है.

Asset Allocation: गोल्ड vs इक्विटी vs डेट? मंदी की आशंका के बीच कैसे बनाएं मजबूत पोर्टफोलियो

Asset Allocation: गोल्ड vs इक्विटी vs डेट? मंदी की आशंका के बीच कैसे बनाएं मजबूत पोर्टफोलियो

Investment Strategy: मौजूद समय में एसेट अलोकेशन स्‍ट्रटेजी बेहतर तरीका है.

Make Your Portfolio Strong: साल 2022 निवेशकों के लिहाज से एक कठिन समय रहा है. हम साल 2022 के अंत में आ गए हैं, लेकिन बाजार में अनिश्चितताएं अभी कायम हैं. रूस और यूक्रेन जंग के चलते जियो पॉलिटिकल टेंशन, महंगाई, रेट हाइक और आगे मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर किस एसेट क्लास में निवेश अभी भी बाजार में मौजूद हैं, जिनके चलते बाजार पर दबाव मौजूद है. एक्‍सपर्ट भी मान रहे हैं कि भले ही बाजार का लंबी अवधि का आउटलुक मजबूत है, नियर टर्म में करेक्‍शन दिख सकत है. ऐसे में निवेशकों के मन में यह सवाल है कि मौजूदा समय में एक मजबूत पोर्टफोलियो कैसे तैयार करें.

अलग अलग एसेट क्‍लास के जरिए पोर्टफोलियो

BPN फिनकैप के सीईओ और डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि बाजार में अनिश्चितताएं अभी मौजूद हैं. शॉर्ट टर्म की बात करें तो ग्‍लोबल सेंटीमेंट बहुत अच्‍छे नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में किसी एसेट क्‍लास पर फोकस करने की बजाए अलग अलग एसेट क्‍लास पर ध्‍यान देना चाहिए. मौजूद समय में एसेट अलोकेशन स्‍ट्रटेजी बेहतर तरीका है. हालांकि निवेश के पहले यह जरूर दखें कि आपके फाइनेंशियल लक्ष्‍य क्‍या हैं, आपमें रिस्‍क लेने की कितनी क्षमता है, बाजार में आप कितना लंबा टिक सकते हैं. इन बातों को ध्यान में रखकर ही निवेश की प्लानिंग करें. उन्‍होंने अभी पोर्टफोलियो में 3 एसेट क्लास इक्विटी, डेट और गोल्ड शामिल करने का सुझाव दिया है.

निगम का कहना है कि आपके पोर्टफोलियो में किस एसेट क्‍लास का कितना रेश्‍यो होना चाहिए, यह आपके रिस्‍क लेने की क्षमता पर निर्भर है. अगर आप एग्रेसिव इन्‍वेस्‍टर्स हैं यानी रिस्‍क लेने का तैयार हैं और लंबी अवधि तक बाजार में टिकना चाहते हैं तो पोर्टफोलियो में इक्विटी, डेट और गोल्‍ड का रेश्‍यो 70:25:5 होना चाहिए. लेकिन आप माडरेट इन्‍वेस्‍टर हैं यानी ज्‍यादा रिस्‍क नहीं लेना चाहते तो यह रेश्‍यो 45:45:10 को होना चाहिए. अगर आप कंजर्वेटिव इन्‍वेस्‍टर हैं यानी रिस्‍क नहीं लेना चाहते तो यह रेश्‍यो 20:70:10 को होना चाहिए.

इक्विटी में कहां करें निवेश

उनका कहना है कि इक्विटी में अभी लार्ज एंड मिड कैप और मल्‍टीकैप कटेगिरी बेहतर है. जबकि डेट में शॉर्ट मैच्‍योरिटी वाले फंड और डायनमिक बॉन्‍ड फंड बेहतर विकल्‍प हो सकते हैं.

स्टैंडर्ड एसेट अलोकेशन के रूप में, पोर्टफोलियो का 10 फीसदी आमतौर पर जोखिम वाले निवेश से हेज के लिए गोल्ड में रखा जाता है. इसके लिए सॉवरेन गोल्ड बांड भी बेहतर विकल्प है, जिसमें 2.5 फीसदी सालाना रिटर्न अतिरिक्‍त बेनेफिट मिलता है. वहीं मैच्येारिटी पर लांग टर्म गेंस टैक्स से छूट मिलती है. गोल्‍ड हेजिंग का काम भी करता है. इसमें बाजार की वोलेटिलिटी या मंदी जैसी स्थिति में सुरक्षा मिलती है, लिक्विडिटी भी बेहतर है.

(Disclaimer: कैपिटल मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है. निवेश किस एसेट क्लास में निवेश से पहले अपने स्तर पर पड़ताल कर लें या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श कर लें. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी एसेट क्‍लास में निवेश की सलाह नहीं देता है.)

Mutual Fund: मल्टी असेट फंड में निवेश से मिलते हैं कई तरह के लाभ, जानिए इसकी क्या है विशेषता

मल्टी असेट क्लास में इक्विटी, बॉण्ड, कैश सभी का होता है समावेश

मल्टी किस एसेट क्लास में निवेश असेट क्लास में इक्विटी, बॉण्ड, कैश सभी का होता है समावेश

  • लोग म्यूचुअल फंड में निवेश के वक्त इस बात को समझना भूल जाते हैं कि उनके फंड में किस तरह का असेट है
  • विशेषज्ञ कहते हैं कि आपके फंड में कई तरह के असेट क्लास हो
  • इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है

मुंबई
बात जब म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में इंवेस्टमेंट (Investment in Mutual Fund) की आती है तो एक अहम सवाल सामने आता है। यह सवाल किस एसेट क्लास में निवेश है पोर्टफोलियो (Portfolio) में किस तरह का असेट क्लास (Asset Class) हो? इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Investment Portfolio) को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क (Risk) काफी हद तक कम हो जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी असेट क्लास एक निश्चित समय में समान तरीके से प्रदर्शन नहीं करते हैं। आज हम बात करेंगे मल्टी असेट फंड (Multi Asset Fund) की। इसमें निवेश से आपको कई तरह के लाभ मिलते हैं जो कि अन्य फंड में नहीं मिलते।

एसेट क्लास उपयोगी क्यों हैं? [Why Are Asset Classes Useful?] [In Hindi]

वित्तीय सलाहकार निवेशकों को रिटर्न बढ़ाने के लिए अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने में मदद करने के तरीके के रूप में परिसंपत्ति वर्ग पर ध्यान केंद्रित करते हैं। कई अलग-अलग परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करना निवेश चयनों में एक निश्चित मात्रा में विविधता सुनिश्चित करता किस एसेट क्लास में निवेश है। प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग से अपेक्षा की जाती है कि वह अलग-अलग जोखिम को प्रतिबिंबित करे और निवेश की विशेषताओं को लौटाए और किसी भी बाजार के माहौल में अलग-अलग प्रदर्शन करे। Asset-Based Lending क्या है?

आपको वास्तव में यह जानने की ज़रूरत नहीं है कि कोई विशिष्ट निवेश किस परिसंपत्ति वर्ग में आता है। आपको बस बुनियादी अवधारणा को समझने की जरूरत है कि निवेश की व्यापक, सामान्य श्रेणियां हैं। विविधीकरण की अवधारणा के कारण यह तथ्य महत्वपूर्ण है। विविधीकरण आपके निवेश को विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में फैलाकर आपके समग्र जोखिम को कम करने का अभ्यास है।

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