बिटकॉइन के बारे में संपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी हिंदी भाषा में!
बिटकॉइन क्या है, ये कब आया, बिटकॉइन का इस्तेमाल, इसकी खोज किसने और कहा की, यह कैसे काम करता है व् इसको कहाँ रखा जाता है इन सभी सवालो की जानकारी हिंदी में दी गयी है!
इन सभी सवालो के जबाव का विवरण हमने संछिप्त में किया है आये पहले जानते है आखिर बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) या कह सकते है डिजिटल मुद्रा यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है, जिसका अर्थ है की यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। जिसका मतलब है बिटकॉइन को नियंत्रण करने के लिए कोई भी बैंक शाखा या सर्कार नहीं है मतलब बिटकॉइन का कोई मालिक नहीं है.
कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित किया गया है बिटकॉइन का का प्रयोग आप डिजिटल यानी इंटरनेट की मदद से कर सकते है, यह ऐसी मुद्रा है जिसे हम ही देख सकते हैं ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं बिटकॉइन सिर्फ एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है| बिटकॉइन सभी मुद्राओ से बिलकुल अलग है क्युकी इसे आप शारीरिक रूप से नोट या सिक्के के रूप में सामान की खरीद नहीं कर सकते| बिटकॉइन विश्व का प्रथम पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने और कब किया?
बिटकॉइन का विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था। तब इसकी लोकप्रियता बढ रही थी.
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ और किस लिए किया जाता है?
बिटकॉइन बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया का इस्तेमाल कोई भी मनुष्य कर सकता है जिस तरह हम इंटरनेट का प्रयोग करते है और इसका कोई मालिक नहीं है ठीक बिटकॉइन भी उसी तरह काम करता है. यदि कोई व्यक्ति आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से भुगतान करता है तो लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन शुल्क लगता है लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, बिटकॉइन एक सुरक्षित और तेज मुद्रा है इसी कारण ये तेजी से लोकप्रिय हो रही है| बिटकॉइन का उपयोग आप प्लेन की टिकट, होटल रूम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कार, कॉफी और किसी अन्य चीज के बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया लिए भी पेमेंट कर सकते हैं
आइये जाने बिटकॉइन माइनिंग क्या है?
वर्तमान में बिटकॉइन काफी तेजी से प्रसिद्ध हो रहा है। इसे शक्ति उन हजारों लोगों से मिलती है जिनके पास विशेष कंप्यूटर है जो नेटवर्क को शक्ति संपन्न बनाते हैं नेट पर विनिमय को सुरक्षित करते हैं और लेनदेन की जांच करते हैं। इसे माइनिंग कहा जाता है।
साधारण भाषा में माइनिंग मतलब यदि खुदाई या किसी खोज द्वारा खनिजो को निकालना जैसे की सोना कोयला आदि की माइनिंग चूकि बिटकॉइन का कोई भोतिक रूप तो है नहीं तो इसकी माइनिंग परंपरागत तरीके से तो नहीं हो सकती इसकी माइनिंग मतलव की बिटकॉइन का निर्माण करना होता है| बिटकॉइन एक सी प्रोसेस है जिसमें कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल कर ट्रांजैक्शन ट्रांजैक्शन प्रोसेस किया जाता है, नेटवर्क को सुरक्षित रखा जाता है साथ ही नेटवर्क को सिंक्रोनाइज भी किया जाता है यह एक बिट कंप्यूटर सेंटर की तरह है पर यह डी सेंट्रलाइज सिस्टम है|
भारतीय रिजर्व बैंक ने 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन सम्बन्ध में एक प्रेस प्रश्नी जरी की और कहा इस तरह की मुद्राओ का लेन-देन को कोई भी अधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के लेन-देन में कई तरह के जोखिम हो सकते है| और फरवरी 2017 और 5 दिसम्बर 2017 भारतीय रिजर्व बैंक ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी|
जानिए क्या है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)?
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एक समय ऐसा था जब दुनिया में किसी भी प्रकार की मुद्रा नहीं चलती थी। पुराने ज़माने में लेन-देन केवल वस्तुओ के माध्यम से ही किया जाता था। जिसे हम सब Barter System के नाम से भी जानते हैं। लेकिन जेसे-जेसे समय बदलता गया वेसे-वेसे दुनिया अपग्रेड होती रही, और कुछ समय बाद नोट और सिक्कों का निर्माण हुआ जिस से लेन-देन का तरिका पूरी तरह से बदल गया।
और आज के समय में यही नोट और सिक्के हमारे प्रमुख करेंसी है, जिनके आधार पर पूरी दुनिया का लेने-देन चलता आ रहा है।
लेकिन क्या आप जानते हैं इनके अलावा भी एक करेंसी (Currency) है जो पूरी तरह से डिजिटल है। और इस डिजिटल करेंसी को क्रिप्टोकरेंसी के नाम से जाना जाता है।आज समय एकदम फास्ट फॉरवर्ड हो चुका है, टेक्नोलॉजी (Technology) के साथ हर रोज एक नया आविष्कार कर के लोगो में जागरुकता फेला रहा है। लेकिन कई लोगो के मन में अभी भी ये प्रश्न है की क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है? और ये करेंसी डिजिटल हो के भी काम कैसे करती हैं? साथ ही इसे इस्तमाल करने के फ़ायदे क्या है?
सारे स्वालो के जवाब जान ने के लिए आर्टिकल (Article) को पूरा जरूर पढ़े।
मुद्रा (Currency) क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को समझने से पहले हम जानेंगे की करेंसी (Currency) क्या है।
देखा जाए तो आज हर देश के पास अपनी-अपनी करेंसी है। जेसे भारत के पास अपनी मुद्रा (Currency) रुपया है, वेसे ही अमेरिका के पास डॉलर है। और हर एक देश के पास ठीक इसी तरह अपनी-अपनी देश की मुद्रा (Currency) है। करेंसी वो है जो देश दवारा मान्याता प्रपात की गई हो। तभी उस करेंसी की असली वैल्यू (Value) मानी जाती है। करेंसी के बदले में कोई भी वस्तु या सेवा खरीदी जा सके, उसे ही करेंसी कहा जाता है। देखा जाए तो करेंसी कागज और धातु के रूप में बनाये जाते हैं जो सरकार द्वार मान्य हो। इन करेंसी को हम आशनी से छू सकते है, पकड़ सकते हैं या फिर पर्स में रख भी सकते हैं। तभी इनको भौतिक मुद्रा (Physical Currency) के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के मामले ऐसा नहीं होता है।
जानिए क्या है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी , जिसे क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार की डिजिटल या आभासी मुद्रा (Virtual Currency) है जो लेनदेन की सुरक्षा के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है। क्रिप्टोकरेंसी ऐसी मुद्रा है जिसे विकेंद्रीकृत प्रणाली (Decentralized System) द्वारा प्रबंधित (managed) किया जाता है।
दूसरे शब्दों में समझे तो ये एक ऐसी करेंसी है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) पर आधारित है, जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित भी है। जिस कारण से इसे हैक (Hack) करना या कॉपी (Copy) करना बहुत ही मुश्किल है।
देखा जाये तोह क्रिप्टोकरेंसी का Physical कोई भी अस्तित्व नहीं है क्योंकि यह ऐसी डिजिटल करेंसी है जो Computer Algorithm पर बनी है। क्रिप्टोकरेंसी की सबसे खास बात यह है कि ये पूरी तरह से विकेंद्रीकृत है मतलब किसी भी देश या सरकार का इस पर नियंत्रण (Control) नहीं है।
क्या क्रिप्टोकरेंसी की Value है?
क्रिप्टोकरेंसी को भले ही किसी नोट या सिक्को में प्रिंट (Print) नहीं किया जाता। लेकिन आज के समय में इसकी अपनी वैल्यू है। इसे भले ही आप अपने पॉकेट या तिजोरी में रख नहीं सकते लेकिन आप इसका भरपुर इस्तेमाल कर सकते है जैसे आप देश की करेंसी को करते है।
क्रिप्टोकरेंसी से आप सामान खरीद सकते है, Investment कर सकते है, Trade कर सकते है। फर्क सिर्फ इतना है कि आप इसे किसी भी बैंक या लॉकर में नहीं रख सकते हैं क्योंकि यह पूरी तरह से डिजिट (Digit) पर आधारित है यानी आप इसे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसीलिए इसे डिजिटल मनी (Digital Money) और वर्चुअल मनी (Virtual Money) भी कहा जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार:
दुनिया का सबसे पहले क्रिप्टोकरेंसी “Bitcoin” है। इसका आविष्कार सातोशी नाकामोतो नामक एक इंजीनियर ने 2008 में किया था और 2009 में इसे ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था। कहा जाता है ब्लॉकचेन पे सबसे पहले रन होने वाली करेंसी भी बिटकॉइन “Bitcoin” ही थी।
कुछ विशेषज्ञ (Experts) के अनुसार सन 2008 से लेकर सन 2022 तक अनुमान लगाया जा रहा है की मार्केट में 20,000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी लॉन्च हो चुके हैं। मतलब क्रिप्टोकोर्रेंसी शुरुआती दौर से ही अपनी कामियाबी की छाप छोड़ता जा रहा है। कहा जाता है की आने वाले समय में क्रिप्टोकुरेंसी और भी ज्यदा उपयोगी और फायदेमंद सबित होगा।
Top क्रिप्टोकुरेंसी (Cryptocurrencies)
Bitcoin: हाल ही आपने लेख (Article) में पढ़ा की बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी है।
Ethereum: एथेरियम एक विकेंद्रीकृत ओपन-सोर्स ब्लॉकचेन है। CoinMarket Cap के हिसब से यह दुनिया की दुसरी बड़ी क्रिप्टो करेंसी में से है। इसका आविष्कार 2015 में हुआ था और से ईथर (Ether) के नाम से भी जाना जाता है।
Dogecoin: डॉगकॉइन का निर्माण 2013 में दुनिया के सबसे बेहतरीन दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स ने किया था। यह ऐसी क्रिप्टोकरेंसी है जिसका नाम एक Sarcastic meme के आधार पर रखा गया है।
CNF Token: CNF टोकन का निर्माण 2021 में हुआ था। CNF टोकन TRC 20 टोकन है जो ट्रॉन ब्लॉकचेन (Tron Blockchain) पर बनाया गया है।
आज के समय में सभी को क्रिप्टोकरेंसी से वर्चित होना चाहिए क्योकि क्रिप्टोकरेंसी हमारा फ्यूचर मनी (Future Money) है आज नहीं तो कल ये हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण (Important) हिसा जरूर बन जाएगा और तकनीक (Technology) भी तेज गति से आगे बढ़ रही है और आने वाले समय में ये और भी ज्यादा फास्ट (Fast) और उपयोगी (Useful) होने वाला है।
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है और इस करेंसी का मालिक कौन है?
दोस्तों एक ऐसा जमाना था जहा पर हम एक वस्तु देकर दूसरी वस्तु या खाने-पिने की चीजे खरीद ते थे। उसके बाद वस्तुओ की जगह पैसो ने यानि की मुद्रा ने ली और आज हमें व्यापर-लेनदेन और किसी वास्तु को खरीद ने के लिए चलन की ज़रूरत होती है।
आज के चलन को हम छू सकते है। हमारे पास घर पर रख सकते है। और इस मुद्रा या चलन से हम कुछ भी कर सकते है।
मगर दोसत वक़्त के साथ दुनिया की हर एक चीज़ में बदलाव देखने मिलता है, जिसका असर हमें चलन, मुद्राओ पर देखने मिला है और उस बदल को आज हम क्रिप्टो करेंसी कहते है।
जो की सिर्फ एक आभासी तौर पर उपलब्ध है मतलब जिसे हम छू नहीं सकते, अपने पास कही संभाल कर नहीं रख सकते। मगर जिस जिस तरह का काम हम हमारे साधारण चलन और मुद्रा से करते है उसी तरह के सारे व्यव्हार, व्यापर, वस्तु की लेनदेन हम इस आभासी चलन यानि की क्रिप्टो करेंसी से कर सकते है।
जब जब हम क्रिप्टो करेंसी का नाम सुनते है सुनते तब तब हमारे दिल और दिमाग में एक ही नाम आता है और वो नाम बिटकॉइन है। आज के दौर क्रिप्टो करेंसी का दब-दाबा बना हुआ है, और क्रिप्टो करेंसी को दुनिया भर में पहचान देने का काम बिटकॉइन ने किया है।
वैसे तो दोस्तों बिटकॉइन यह एक Crypto Currency है, यह बात ज्यादातर लोगो को पता ही है। मगर आखिर बिटकॉइन का उगम कहा से हुआ?, बिटकॉइन का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? यह बाते बहोत से लोगो को नहीं पता।
दोस्तों आपके इन्ही सवालो बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया के सारे जवाब देने के लिए हमने हमारे इस पोस्ट बताया है कि बिटकॉइन (Bitcoin) किस देश देश की करेंसी है? इसका मालिक कौन है और भी बहोत कुछ। बस आप हमारे इस लेख पे अंत तक बने रहे।
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बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन यह एक विकेन्द्रीकृत आभासी चलन है, जिसे हम बैंक की विपरीत बिना किसी माधास्ति के इंटरनेट से किसी वेबसाइट या ऐप के जरिये सीधा खरीद सकते है, बेच सकते है, और उसक विनिमय कर सकते है। यानि की हमें बिटकॉइन से व्यापर, व्यवहार बिना किसी सरकार के नियत्रण के अंदर कर सकते है।
दोस्तों भले ही आज बिटकॉइन पर किसी देश, सरकार, बैंक का पूर्ण रूप से नियत्रण नहीं है। मगर कोई भी देश, या सरकार बिटकॉइन के व्यवहार, व्यापर और विनमय के लिए नियम लागू करा सकती है।
जिसकी वजह से आज दुनिया में कही देशो ने बिटकॉइन को लीगल या इलीगल करेंसी घोषित की है।
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?
दोस्तों बिटकॉइन और उसे माइनिंग या बनाने की अंतर्निहित तकनीक 2009 में जापान इस देश से सातोशी नाकामोटो इस इंसान या समूह द्वारा बनाई गई थी।
हलाकि सातोशी नाकामोतो यह किस एक व्यक्ति का नाम है या किसी समूह का नाम है यह अभीतक पता नहीं लगा पाया। इसलिए बिटकॉइन को किस अलग अलग हिस्सों या कीमतों में बाटा गया है उसे Bitcoins माइन करने वाले माइनर्स सातोशी इस नाम का इस्तेमाल करते है।
दोस्तों बिटकॉइन को भले ही जापान में बनाया था। मगर फिर भीं हम इसे पूरी तरह से जापानी आभासी बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया चलन नहीं कह सकते। क्यूकी बिटकॉइन पर जापान देश या जापान सरकार का पूर्ण रूप से नियंत्रण नहीं है।
सातोशी नाकामोटो कौन है?
सातोशी नाकामोटो प्रकल्पित ज्ञात नाम वाले व्यक्ति या व्यक्तियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला नाम है।
जिन्होंने बिटकॉइन का विकास किया है , जिन्होंने बिटकॉइन का श्वेत पत्र लिखा, और जिन्होंने Bitcoin के मूल संदर्भ तकनीक को बनाया।
कार्यान्वयन के हिस्से के रूप में, नाकामोटो ने पहला बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया अपना ब्लॉकचेन डेटाबेस भी तैयार किया था। नाकामोटो या व्यक्ति या समूह दिसंबर 2010 तक बिटकॉइन के विकास में सक्रिय था। उसके बात सातोशी नाकामोटो इस व्यक्ति या ग्रुप को कोई भी देश या बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया सरकार ढूंढ नहीं पाई।
क्रिप्टो करेंसी किन देशो में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है
दोस्तों आज कही सारे देश के लोग क्रिप्टो या बिटकॉइन को शेयर मार्किट की तरह होल्ड करके बाद में बेच देते है।
आज भारत के साथ अन्य कही देश के लोग बिटकॉइन को खरीद ते है और बेचते है। हलाकि भारत में और अन्य कही देशो ने क्रिप्टो करेंसी अपनाया भी नहीं या बैन भी नहीं किया है।
देश
क्रिप्टो के खरीदारों की संख्या
लोकसंख्या के प्रतिशत
दोस्तों ऊपर दी हुई यदि वर्तमान ( Dec-2021 ) के हिसाब से बनाई गई है। भविष्य में क्रप्टो के खरीद दार किसी भी देश में बढ़ सकते है या फिर कम हो सकते है।
दोस्तों आज बिटकॉइन कोण खरीदना नहीं चाहता, बिटकॉइन को हम तरह तरह के माध्यम से खरीद या बना सकते है जिसे हम माइनिंग कहते है। इंटरनेट पर आपको बिटकॉइन को पैसे से या मुफ्त में प्राप्त करने के कही माध्यम मिल जायेंगे।
मगर इस बात का भी ध्यान दे अभीतक भारत सरकार ने बिटकॉइन को भारत में विनिमय करने की अनुमति नहीं दी है, शायद भविष्य में देदे या फिर ना भी दे।
इसलिए आप बिटकॉइन या किसी भी करेंसी को छोटी रकम में ही ख़रीदे या फिर माइन करे। ताकि भिवष्य में क्रिप्टो करेंसी से संबधित कुर्ती से आपको नुकसान न हो।
तो दोस्तों अब आपको समाज गया होंगे की बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? औरबिटकॉइन से जुडी अन्य बाते।
मुझे उम्मीद है आपको हमारे इस लखे से थोड़ी बहोत मदत मी होंगी। इस तरह के टेक्नोलॉजी से जुड़े बातो को जानने के लिए हमारी वेबसाइट के अन्य लेख भी आप पढ़ सकते है, धयानवाद, जय हिंदी।
सेटलमेंट गाइड : जानिए, क्रिप्टोकरेंसी क्या है और क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए
क्रिप्टोकरेंसी का नाम अपने ज़रूर सुना होगा लेकिन हो सकता है इसके बारे में आपको ज़्यादा जानकारी न हो। आज सेटलमेंट गाइड के इस बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया अंश में हम समझेंगे कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी है क्या और क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए।
मुख्य बातें :
- क्रिप्टोकरेंसी बाइनरी कोड से बने डिजिटल टोकन का एक रूप है।
- क्रिप्टोकरेंसी अनियमित हैं जिसका अर्थ है कि वह किसी भी प्राधिकरण, बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा नियंत्रित नहीं की जाती।
- कुछ क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए आप न्यूनतम से शून्य लेनदेन शुल्क के साथ एटीएम से पैसे भी निकाल सकते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए स्कैमर्स लोगों को बरगला सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की 2000 के दशक में शुरुआत हुई और साइबर स्पेस में अपनी पहचान बनाने वाला पहला सिक्का था बिटकॉइन। कथित तौर पर, इसे सतोशी नाकामोतो ने बनाया था, जो एक व्यक्ति या कोई समूह हो सकता है लेकिन आज तक उसकी पहचान कभी सामने नहीं आई है।
डिजिटल मुद्रा क्रिप्टोग्राफी के सिद्धांत पर काम करती है, जहां डेटा की मदद से कोड द्वारा एक टोकन बनाया जाता है जो एक दूसरे से जुड़े ब्लॉकों में संग्रहीत होता है। इस प्रणाली को ब्लॉकचेन तकनीक के रूप में जाना बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया जाता है।
ब्लॉकचेन तकनीक का आविष्कार 1980 के दशक में हुआ था। यह तकनीक पैसे को ट्रैक करने में कुशल साबित हुई है और इसने क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार में काम कर रहे लोगों के बीच विश्वास हासिल कर लिया।
आपको बता दें कि एक क्रिप्टोकरेंसी कोई भी बना सकता है और इस प्रकार की करेंसी हजारों की तादाद में साइबर स्पेस में पाई जा सकती हैं। लेकिन इसमें कुछ सबसे लोकप्रिय हैं जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और लिटकोइन।
As an employee in a business you shouldn't be using company computing time to earn cryptocurrency and that may lead to dismissal. Source: Getty Images
इन सिक्कों का बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया उपयोग व्यापार, खरीद, भुगतान प्रणाली और निवेश के लिए किया जाता है।
बिटकॉइन जैसी कुछ क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए आप बहुत कम लेनदेन शुल्क के साथ एटीएम से पैसे भी निकाल सकते हैं
क्रिप्टोकरेंसी के साथ लाभ कमाने की बात आती है तो संभावनाएं अनंत होती हैं।
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो निवेश में नया है और लाभ कमाने का एक आसान तरीका ढूंढ रहा है, उसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना आसान लग सकता है लेकिन बड़े फायदे जोखिम के साथ आते हैं। क्रिप्टोकरेंसी दुनिया भर में अनियंत्रित हैं, जिसका अर्थ है कि
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ब्लॉकचेन तकनीक इस तरह से बनाई गई है कि निवेशक सिक्कों के लेनदेन को विनियमित करने और बदलाव करने के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार हैं और यही क्रिप्टोकरेंसी को अविश्वसनीय बना सकता है। अब क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का कोई नियामक निकाय नहीं है, इसलिए कई निवेशकों ने इसमें घोटालों के कारण बड़ी रकम भी खोई है।
घोटालों और फ़िशिंग घोटालों से धोखा देना आसान है बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया और ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी कंपनियों को भी वैध दिखने वाले स्कैमर ने भारी नुक्सान पहुंचाया है। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले सावधान रहे और अधिक जानकारी के लिए www.
The blockchain technology was invented in the 1980s and has been proven to be a very reliable method of maintaining data. Source: Getty Images
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What is block chain in Hindi ? ब्लॉक चैन क्या है और कैसे इस्तेमाल किया जाता है ?
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Last Updated on December 24, 2019 by Admin
What is blockchain (ब्लॉक चैन क्या है ?):
हमने कभी न कभी बिटकॉइन के बारे में सुना होगा, इस बिटकॉइन के लेन-देन के लिए जो टेक्नोलॉजी की इस्तेमाल होती है वो है ब्लॉकचैन. जैसा के हमारे पैसों की लेन-देन करने के लिए बैंक्स हमारी मदद करती है इसी तरह बिटकॉइन के लेन-देन के लिए ब्लॉकचैन है.
Who owns blockchain (ब्लॉक चैन का मालिक कौन है ?) :
जिस तरह इंटरनेट का कोई मालिक नहीं है इसी तरह ब्लॉक चैन का भी कोई मालिक नहीं है. इंटरनेट एक decentralized नेटवर्क है और ब्लॉक चैन एक distributed network है. इस नेटवर्क को इस टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने वाले ही बनाते है. इसे सातोशी नाकामोतो (Satoshi nakamoto) ने 2008 में आविष्कार किया था.
How blockchain works (ब्लॉक चैन कैसे काम करता है ?) :
जैसा के मैंने पहले बताया ये एक distributed network है जब 2 लोग कोई transaction बिटकॉइन इस्तेमाल करके करते है थो इस नेटवर्क में रहने वाले सारे लोग इसकी इनफार्मेशन देख सकते है. ये इनफार्मेशन एक ledger में store होती है और किसी भी user की पहचान नहीं देखि जा सकती.
2 लोगों के बीच होने वाला हर लेन-देन verify होता है. जिसके लिए क्रिप्टोग्राफ़ी इस्तेमाल की जाती है और ये encrypted होते है. ये सारी जानकारी block में स्टोर किया जाता है. एक बार block में स्टोर होने के बाद जानकारी को बदला नहीं जा सकता है. नई transaction की इनफार्मेशन नई block में store की जाती है और हर block एक दूसरे से चैन की तरह कनेक्टेड हो जाते है.
हर transaction करने के लिए 2 कीस (keys) की ज़रुरत होती है एक private key जिससे user को transaction करने का access मिलता है. और एक होता है public key, user के अड्रेस की तरह काम करता है.
इस ब्लॉकचैन को हैक करना बहुत मुश्किल है क्यों की सारी इनफार्मेशन publicly सारे users के पास होती है. अगर किसी को हैक (बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया hack) करना हो तो सारे कम्प्यूटर्स को हैक करना पड़ेगा या कम से कम 51% कम्प्यूटर्स को हैक करना पड़ेगा.
ये ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी सिर्फ bitcoins तक ही लिमिटेड नहीं है इसे बहार की दुनिया में बहुत सारे जगह इस्तेमाल करसकते है. जैसा के डिजिटल वोटिंग, रियल एस्टेट , वेपन्स ट्रैकिंग, मेडिकल रिकार्ड्स, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IOT), prescription drugs जैसे सारे चीज़ों की इनफार्मेशन को ट्रेस किया सकता है.
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