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Stock Market News: बाजार दिग्गजों से जानें निफ्टी और बैंक निफ्टी में आज क्या हो कमाई की रणनीति

मानस जायसवाल का कहना है कि आज निफ्टी में 17740 के स्टॉपलॉस के साथ 17990 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी करें

हफ्ते के आखिरी दिन ग्लोबल संकेत अच्छे दिख रहे हैं। एशियाई बाजारों में रौनक दिख रही है। SGX निफ्टी 70 अंक से ज्यादा ऊपर है। डाओ फ्यूचर्स में भी हरियाली है। फेड के ब्याज दरों में फिर 0.75 फीसदी बढ़ोतरी के संकेतों के बावजूद अमेरिकी बाजारों में कल अच्छी तेजी रही थी। इन ग्लोबल संकेतों से आज हमारे बाजार के भी तेजी के साथ खुलने का अनुमान है।

कल के कारोबार पर नजर डालें तो सेंसेक्स कल 659 अंक गिरकर 59688 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 174 अंक गिरकर 17799 के स्तर पर बंद हुआ था जो पांच दिनों के कंसोलीडेशन रेंज से ऊपर था। निफ्टी ने कल डेली चार्ट पर एक छोटे आकार का बुलिश कैंडल बनाया।

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निफ्टी और बैंक निफ्टी में आज के लिए क्या हो रणनीत

निफ्टी और बैंक निफ्टी में आज के लिए क्या हो कमाई की रणनीति इस पर बात करते हुए हैं manasjaiswal.com के मानस जायसवाल का कहना है कि आज निफ्टी में 17740 के स्टॉपलॉस के साथ 17990 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी करें। वहीं बैंक निफ्टी में 40000 के स्टॉपलॉस के साथ 40600 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी करें।

सीएनबीसी-आवाज़ के वीरेंद्र कुमार का कहना है कि निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 17871-17910 पर और दूसरा बड़ा रजिस्टेंस 17954-17987/18022 पर है। इसका पहला बेस 17772-17711 पर दूसरा बड़ा बेस 17651-17590 पर है। कल निफ्टी पर हमारा 17811 का टार्गेट हासिल हो गया। साफ तौर पर आज के लिए लॉन्ग कैरी करने की राय दी थी। कल FIIs ने जोरदार खरीदारी की है। अब अहम ऑप्शन बेस 17910 से ऊपर चढ़कर 18000 पर आ गया है। नीचे की ओर 17772 और 17711 अहम टेक्निकल सपोर्ट है। पुट के आंकड़ों के हिसाब से 17600-500 के जोन में अहम सपोर्ट है। लॉन्ग रहें, 17811 तक के किसी गिरावट पर खरीदें। आज के लिए 17871-910 का स्तर अहम है। निफ्टी 17871-910 के ऊपर निकला तो 17954-987 संभव है।

करेंसी कैरी ट्रेड क्या है मतलब और उदाहरण

करेंसी कैरी ट्रेड एक ऐसी रणनीति है जिसके तहत एक उच्च-उपज वाली मुद्रा कम-उपज वाली मुद्रा के साथ व्यापार को निधि देती है। इस रणनीति का उपयोग करने वाला एक व्यापारी दरों के बीच के अंतर को पकड़ने का प्रयास करता है, जो अक्सर उपयोग किए जाने वाले उत्तोलन की मात्रा के आधार पर पर्याप्त हो सकता है।

कैरी ट्रेड फॉरेक्स मार्केट में सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियों में से एक है। सबसे लोकप्रिय कैरी ट्रेडों में ऑस्ट्रेलियाई डॉलर/जापानी येन और न्यूजीलैंड डॉलर/जापानी येन जैसे मुद्रा जोड़े खरीदना शामिल है क्योंकि इन मुद्रा जोड़े की ब्याज दर का प्रसार काफी अधिक रहा है। कैरी ट्रेड को एक साथ रखने में पहला कदम यह पता लगाना है कि कौन सी मुद्रा उच्च उपज प्रदान करती है और कौन सी कम उपज प्रदान करती है।

करेंसी कैरी ट्रेड की मूल कैरी ट्रेड रणनीति बातें

करेंसी कैरी ट्रेड करेंसी मार्केट में सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियों में से एक है। इसे आदर्श वाक्य के समान समझें “कम खरीदें, उच्च बेचें।” सबसे पहले कैरी ट्रेड को लागू करने का सबसे अच्छा तरीका यह निर्धारित करना है कि कौन सी मुद्रा उच्च उपज प्रदान करती है और कौन सी कम प्रदान करती है।

सबसे लोकप्रिय कैरी ट्रेडों में एयूडी/जेपीवाई और एनजेडडी/जेपीवाई जैसे मुद्रा जोड़े खरीदना शामिल है, क्योंकि इनकी ब्याज दर बहुत अधिक है।

कैरी ट्रेड के यांत्रिकी

जहां तक ​​यांत्रिकी का सवाल है, एक व्यापारी दोनों देशों की ब्याज दरों में अंतर का लाभ कैरी ट्रेड रणनीति कमाने के लिए खड़ा होता है, जब तक कि मुद्राओं के बीच विनिमय दर में बदलाव नहीं होता है। कई पेशेवर व्यापारी इस व्यापार का उपयोग करते हैं क्योंकि जब उत्तोलन को ध्यान में रखा जाता है तो लाभ बहुत बड़ा हो सकता है। यदि हमारे उदाहरण में व्यापारी 10:1 के सामान्य उत्तोलन कारक का उपयोग करता है, तो वह ब्याज दर के अंतर का 10 गुना लाभ कमा सकता है।

करेंसी कैरी ट्रेड उदाहरण

एक मुद्रा ले जाने वाले व्यापार के उदाहरण के रूप में, मान लें कि एक व्यापारी ने नोटिस किया है कि जापान में दरें 0.5 प्रतिशत हैं, जबकि वे संयुक्त राज्य अमेरिका में 4 प्रतिशत हैं। इसका मतलब है कि व्यापारी को 3.5 प्रतिशत लाभ की उम्मीद है, जो कि दोनों दरों के बीच का अंतर है। पहला कदम येन उधार लेना और उन्हें डॉलर में बदलना है। दूसरा कदम उन डॉलर को अमेरिकी दर का भुगतान करने वाली सुरक्षा में निवेश करना है। मान लें कि मौजूदा विनिमय दर 115 येन प्रति डॉलर है और व्यापारी 50 मिलियन येन उधार लेता है। एक बार परिवर्तित होने के बाद, उसके पास जो राशि होगी वह है:

अमेरिकी डॉलर = 50 मिलियन येन 115 = $434,782.61

एक वर्ष के बाद 4 प्रतिशत अमेरिकी दर पर निवेश करने के बाद, व्यापारी के पास है:

अंतिम शेष राशि = $434,782.61 x 1.04 = $452,173.91

अब, ट्रेडर पर कुल 50 मिलियन येन मूलधन और 0.5 प्रतिशत ब्याज बकाया है:

कैरी ट्रेडों के जोखिम और सीमाएं

कैरी ट्रेड में बड़ा जोखिम विनिमय दरों की अनिश्चितता है। उपरोक्त उदाहरण का कैरी ट्रेड रणनीति उपयोग करते हुए, यदि अमेरिकी डॉलर जापानी येन के सापेक्ष मूल्य में गिरना था, तो व्यापारी पैसे खोने का जोखिम उठाता है। इसके अलावा, ये लेनदेन आम तौर पर बहुत अधिक उत्तोलन के साथ किए जाते हैं, इसलिए विनिमय दरों में एक छोटे से आंदोलन के परिणामस्वरूप भारी नुकसान हो सकता है जब तक कि स्थिति को उचित रूप से बचाव नहीं किया जाता है।

एक प्रभावी कैरी ट्रेड रणनीति में केवल उच्चतम उपज वाली मुद्रा को लंबा करना और सबसे कम उपज वाली मुद्रा को छोटा करना शामिल नहीं है। जबकि ब्याज दर का वर्तमान स्तर महत्वपूर्ण है, इससे भी अधिक महत्वपूर्ण ब्याज दरों की भविष्य की दिशा है। उदाहरण के लिए, अमेरिकी डॉलर ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के मुकाबले बढ़ सकता है यदि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ऐसे समय में ब्याज दरें बढ़ाता है जब ऑस्ट्रेलियाई केंद्रीय बैंक सख्त हो जाता है। साथ ही, कैरी ट्रेड तभी काम करते हैं जब बाजार संतुष्ट या आशावादी हों। अनिश्चितता, चिंता और भय के कारण निवेशक अपने कैरी ट्रेडों को खोल सकते हैं। 2008 में मुद्रा जोड़े जैसे AUD/JPY और NZD/JPY में 45% बिकवाली सबप्राइम वैश्विक वित्तीय संकट से शुरू हुई थी। चूंकि कैरी ट्रेड अक्सर लीवरेज्ड निवेश होते हैं, वास्तविक नुकसान शायद बहुत अधिक थे।

टाटा स्टील ट्रेड अप्रेंटिस बहाली में बाहरी-भीतरी का मुद्दा गरमाया, राजनीति तेज

झामुमो ने इससे पहले भी कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी थी।

टाटा स्टील ट्रेड अप्रेंटिस बहाली में बाहरी-भीतरी का मुद्दा गरमा गया है। इसको लेकर राजनीति तेज हो गयी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि सिर्फ झारखंड के आदिवासी-मूलवासी को ही लिया जाए। अन्यथा आंदोलन होगा।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील ट्रेड अप्रेंटिस बहाली में बाहरी-भीतरी का मुद्दा गरमाने लगा है। बहाली के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं, जिसमें झारखंड व ओडिशा के मूल निवासी को प्राथमिकता देने कैरी ट्रेड रणनीति की बात कही गई है। अब झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि सिर्फ झारखंड के आदिवासी-मूलवासी को ही लिया जाए। दूसरा पक्ष भी सामने खडा हो गया है। उसका कहना है कि यह कैसे हो सकता है। झारखंड में रहनेवाले दूसरे पात्रों को कैसे वंचित किया जा सकता है।

भारत और ब्रिटेन फ्री ट्रेड की दिशा में

Piyush Goyal

हर कार्य समूह के सह-अध्यक्षों ने अनुशंसित बाजार पहुंच सुधारों की एक श्रृंखला को प्रस्तुत किया, जो इन क्षेत्रों में यूके-इंडिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देगा। सिफारिशों को कार्य समूहों द्वारा निर्मित विस्तृत रिपोर्टों से तैयार किया है जो की यूके और इंडिया के कई श्रेणी के व्यवसायों के फीडबैक को समेकित करता है। इस फीडबैक का मंत्रियों द्वारा कृतज्ञता से स्वागत किया गया, जो कई सिफारिशों को लागू करने के लिए प्रगति करने पर प्रतिबद्ध हैं।

JETCO (जेटको )के बाद,केविन मैकॉल- मैनेजिंग डायरेक्टर, UKIBC ने कहा कि, "व्यापार को बढ़ावा देने वाली साझेदारी की आज घोषणा की गई है, जिसने यूके-इंडिया एफटीए के लिए रास्ता तय किया है, एक महत्वपूर्ण संकेत है कि यूके और इंडिया दोनों पहले से ही मजबूत साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह भी महत्वपूर्ण है की सरकारें बाजार तक पहुंचे वालो अवसरों और बाधाओं पर विशेष ध्यान बनाए रखे , जो कि न केवल द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा बल्कि,एफटीए के प्रति विश्वास और गति का भी निर्माण करेगा।'

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लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान कैरी ट्रेड रणनीति रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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