Fundamental Analysis: शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले इसे देखना क्यों है जरूरी?
fundamental analysis में कंपनी के रेवेन्यू, प्रॉफिट मार्जिन, RoE, भविष्य की ग्रोथ की संभावनाएं और दूसरे मीट्रिक्स शामिल होते हैं.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।
follow us
Latest Videos
80C की छूट फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? बढ़ाएगी सरकार, सैलरी वालों को मिलेगा तोहफा?
इस बार के बजट में क्या टैक्सपेयर्स के लिए बड़ा ऐलान हो सकता है. ICAI ने 80C की डेढ़ लाख रुपए की लिमिट को बढ़ाने का सुझाव दिया है.
वित्त मंत्रालय से लेकर रिजर्व बैंक तक क्यों है दूध पर चर्चा?
इस साल 3 बार दूध की कीमतें बढ़ गई हैं और आगे दाम और बढ़ने की आशंका है. ऐसे में दूध का बढ़ा हुआ भाव क्या सरकार की नीतियों को प्रभावित करेगा?
कोविड के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई टेंशन, न्यूनतम पेंशन होगी 7,500 रुपए
नए साल में नई कार या नई बाइक खरीदने वालों के लिए क्या है बड़ी खबर, एजुकेशन सेक्टर में कौन बढ़ा रहा है NPA?
कैसे 30% घट गईं नौकरियां? China में Covid का भारत पर क्या असर?
क्या है Right to Repair जिसकी तैयारी कर रही सरकार? ऑनलाइन Mutual Fund खरीदना कैसे होगा महंगा? शेयर बाजार में आने वाले हैं कितने IPO?
ऐसे आसान होगी विदेश की सैर, आजमाएं ये टिप्स
सस्ते में विदेश यात्रा कैसे करें? बजट फॉरेन ट्रैवल की प्लानिंग कैसे करें? क्या होते हैं फॉरेक्स कार्ड? जवाब जानने के फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? लिए देखें ये वीडियो.
Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स
Stock Market Trading Courses: यहां जानें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में करियर विकल्प क्या हैं और आप इसमें किन योग्यताओं के साथ जॉब कर सकते हैं।
Image credit: freepik
हाइलाइट्स
- स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
- जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
- इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
- आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
- करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
- आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
- आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं
- आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? registered Investment Advisor) या सेबी पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।
- स्टॉकब्रोकर (Stockbroker)
- फाइनांशियल एडवाइजर (Financial Advisor)
- इनवेस्टमेंट एडवाइजर (Investment Advisor)
- पोर्टफोलिया मैनेजमेंट सर्विस (Portfolio Management Services) (PMS)
- रिसर्च एनालिस्ट (Research Analyst)
- ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग (Online Stock Trading)
- फाइनांशियल एनालिस्ट (Financial Analyst)
- इक्वीटी इनालिस्ट (Equity Analyst (Fundamental/ Technical)
- मार्केट रिसर्चर (Market Researcher)
- एमएफ डिस्ट्रिब्यूटर / एडवाइजर (MF Distributor/Advisor)
- इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटर / एडवाइजर (Insurance distributor/advisor)
- एक क्लीयर ट्रेडिंग प्लान तैयार करना। ट्रेडिंग प्लान का लक्ष्य श्ूजर के लिए क्लीयर और मीनिंगफुल होना चाहिए।
- स्ट्रैटजी को लागू करने के लिए ट्रेडर को टेक्नोलॉजी और मेथ्ड से फैमिलियर होना चाहिए।
- आउटकम को प्राप्त करने की प्लानिंग के लिए, ट्रेडर को प्लानिंग पर भरोसा करना चाहिए।
- लगातार सफलता प्राप्त करने में सक्षम होने के लिए रेवेंज ट्रेडिंग (revenge trading), रीसेंसी बायस (recency bias), स्टीरियोटाइपिंग इत्यादि जैसे बिहेवेरियल बायसेज (behavioral biases) के बारे में हमेशा अवेयर रहना चाहिए।
- हमेशा कुछ नियम रखें और हमेशा उनका पालन करें।
- ट्रेडिंग को फुलटाइम प्रोफेशन/बिजनेस के रूप में मानें जिसमें बिजनेस करने की लागत में आपको होने वाली हानि होती है। नुकसान से कभी भी न हिचकिचाएं और हमेशा स्ट्रिक्ट स्टॉप-लॉस का पालन करें।
- ट्रेडर ज्यादातर सेल्फ थॉट ब्रीड (self-taught breed) होते हैं। हालांकि, एक प्रोफेशनल ट्रेडर को शुरू करने के लिए फाइनांस की मूल बातें समझने की जरूरत है। कॉलेज की डिग्री आजकल एक प्रीकंडीशन है - कम से कम यदि आप ट्रेडिंग को सिरियसली लेना चाहते हैं या किसी सम्मानजनक फाइनांशियल इंस्टीट्यूशन या कॉर्पोरेशन में ट्रेडिंग से रिलेटेड करियर बनाना चाहते हैं।
- अधिकांश ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनांस, अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स या इंडस्ट्री में डिग्री होती है। डिफाइंड क्राइटेरिया के रूप में, शुरुआत करने के लिए आयु 18 वर्ष हो ऐसा जरूरी नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करने की कोई न्यूनतम उम्र नहीं है। नाबालिग और वयस्क दोनों शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
- माता-पिता या गार्जियन द्वारा संबंधित दस्तावेज जमा करने के बाद नाबालिग के नाम पर अकाउंट खोला जा सकता है। नाबालिग के वयस्क होने तक माता-पिता या गार्जियन अकाउंट की देखरेख करते हैं। नाबालिग के 18 साल के होने के बाद, डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट व्यक्ति को कुछ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेज प्राप्त करने के लिए एक एडवाइजरी भेजता है ताकि वह नया अकाउंट खोल सके और उसमें डिटेल ट्रांसफर कर सके।
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड जरूरी है। इसे खोलते समय आपको केवाईसी दस्तावेजों के साथ अपने पैन कार्ड की एक प्रति जमा करनी होगी। दूसरी ओर, किसी के लिए इस इंडस्ट्री में इनवेस्टेंट एडवाइजरी या किसी कंसल्टिंग कंपनी में प्रोफेशनल के रूप में काम करने के लिए एनआईएसएम सर्टिफाइड होना चाहिए और इकोनॉमिक्स / बिजनेस मैनेजमेंट फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? / फाइनांस या इसी तरह के कोर्स में मास्टर या ग्रेजुएट होना जरूरी है।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
Fundamental Analysis
What is Turnover of a Company – किसी कंपनी का टर्नओवर क्या है?
यहाँ पर हम जानेंगे की कंपनी टर्नओवर (What is Turnover of a Company) क्या होता है। और टर्नओवर की गणना (Calculation of Turnover)कैसे की जाती है उसके बारे में जानेंगे। टर्नओवर क्या है ? – Turnover Definition किसी बिजनेस द्वारा एक निश्चित समय में सामान को बेचने पर जो पूँजी(Capital) हमें मिलती है वह, उस … Read more
Cash Flow – Meaning & Type of Cash Flow
आज हम कैश फ्लो(Cash Flow) क्या है ? और कैश फ्लो कितने प्रकार के होते हैं। इसके बारे में विस्तार से जानेंगे। Cash Flow Meaning – कैश फ्लो क्या होता है ? कैश फ्लो को हिन्दी में नकद प्रवाह कहा जाता है। यह नगद प्रवाह को आसान तरीके से इस तरह समझा जा सकता है। … Read more
What is Net Worth – नेटवर्थ क्या है ?
नेटवर्थ क्या है (What is Net Worth) ? ये कैसे काम में आती है ? नेटवर्थ का हिंदी में मतलब क्या होता है ? आप इसकी गणना कैसे कर सकते है ? इस बारे मे हम आज देखेंगे। Net Worth Meaning in Hindi – नेट वर्थ का हिंदी में मतलब। नेटवर्थ का हिन्दी शाब्दिक अर्थ … Read more
What is CAGR – सीएजीआर क्या है ?
दोस्तो आपने कई बार सुना होगा की यह कंपनी इतने (CAGR) से बढ़ रही है ओर वह कंपनी उतने (सीएजीआर) से बढ़ रही है। तब आपको समज नहीं आता है कि इतने (सीएजीआर) से बढ़ रही के क्या मतलब होता है? – what is cagr ? इस लिए हम CAGR के बारे में विस्तार से … Read more
What is Balance Sheet
बेलेन्स सीट क्या है – What is Balance Sheet . दोस्तों आपने Balance Sheet के बारे मे कई बार सुना होगा। पर आपके दिमांग मे प्रश्न होता होगा कि ये बेलेन्स सीट क्या है। तो हम बेलेन्स सीट के बारे मे विस्तृत मे समजेंगे। Balance Sheet Meaning – बेलेन्स सीट क्या है। बेलेन्स सीट (Balance … Read more
What is EPS – EPS Formula, Ex.
आप ने EPS के बारे मे बहोत सुना होगा लेकिन आपके मन मे होता होगा की ये क्या है। तो हम आज इसके बारे मे चर्चा करेंगे। EPS Full Form : Earning Per Share ( प्रति शेअर आय ) EPS Meaning : Earning Per Share क्या होता है ? किसी भी कंपनी के पास लाखों … Read more
Annual Report – वार्षिक रिपोर्ट क्या है
Annual Report – वार्षिक रिपोर्ट के बारे में आपने सुना होगा लेकिन आखिरकार ये वार्षिक रिपोर्ट है क्या? कौन-कौन से मापदंडों को ध्यान में रखकर वार्षिक रिपोर्ट तैयार की जाती है। तो चलिए इसको विस्तार से समझते है। Annual Report Meaning – वार्षिक रिपोर्ट मतलब कंपनी के पूरे वर्ष के अंत में पूरा लेखा जोखा। … Read more
Profit and Loss Account (P&L Account) क्या होता है
Profit and फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? Loss Account (P&L Account) के बारे में सुना होगा कि कंपनी के Fundamental Analysis – फंडामेंटल एनालिसिस में इसका जिक्र होता रहेता है तो हम इसके बारे में विस्तृत में चर्चा करेंगे। Profit and Loss Account : Definition किसी कंपनी वर्ष के अंत में सभी खर्च की आपूर्ति के बाद होने वाले फायदा(Profit) … Read more
Accounting Ratios क्या है ?
Accounting Ratio Definition (Financial Ratio) : लेखा अनुपात क्या है लेखांकन अनुपात Financial Ratios (Accounting Ratios)अनुपात का उप-समूह है, इनका उपयोग लेखाकार या अन्य सम्बंधित पक्षों द्वारा व्यवसाय के वित्तीय विवरण के अन्योन्याश्रित वित्तीय मुद्दों का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। लेखांकन अनुपात (Accounting Ratios) का उपयोग कंपनी की लाभप्रदता(Profitability), दक्षता(Efficiency) और वित्तीय … Read more
Sources of Business Finance – व्यापार वित्त के स्रोत।
Sources of Business Finance – इस विषय में हम जानेंगे कि एक छोटे व्यापार को बढ़ाने के लिए उसके पास पूंजी के लिए क्या-क्या स्रोत होते है। और वो उनका कब कब और कैसे इस्तेमाल करते है। हम यहाँ कौन कौन से वित्त के वैकल्पिक स्रोत (Alternative Sources of Finance) होते है उसके बारे में … Read more
Fundamental Analysis
Bonus Issue Before Bonus Total no. of Shares Before BonusShare Price Total Investments After Bonus Total no. of Shares After BonusShare Price Total Investments 1:1 100 ₹550 ₹55,000 200 ₹275 ₹55,000 3:2 100 ₹550 ₹55,000 150 ₹366.667 ₹55,000 5:1 100 ₹550 ₹55,000 500 ₹110 ₹55,000 Upper Circuit Lower Circuit तो इस तरह अगर आज XYZ स्टॉक …
Fundamental analysis kya hota hai?
Qualitative Analysis Quantitative Analysis Qualitative analysis – में हम उन बातों को एनालाइज करते हैं, जिन्हें हम नंबर्स में नहीं जान सकते | दूसरी भाषा में कहें तो क्वालिटेटिव एनालिसिस में हम नंबर के अलावा कंपनी के कोर बिजनेस को एनालाइज करते हैं | जैसे – कंपनी का बिजनेस मॉडल कैसा है, कंपनी के प्रोडक्ट ओर सर्विस …
Demat aur Trading account kya hota hai?
Demat Account Trading Account डीमैट अकाउंट का फुल फॉर्म डिमैटेरियलिजेशन अकाउंट होता है | यह अकाउंट आपके बैंक अकाउंट जैसा होता है, जैसे आप अपने बैंक अकाउंट में पैसों को रखते हैं | वैसे ही डीमैट अकाउंट में खरीदे हुए शेयर्स को रखा जाता है | इस अकाउंट का उपयोग हम शेयर्स को खरीदने और …
Investment kya hota hai?
Short Term Investment (शॉर्ट टर्म) Long Term Investment (लॉन्ग टर्म) शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में ज्यादातर 1 से 3 सालों साल तक के लिए इन्वेस्ट किया जाता है | लॉन्ग टर्म में 5 साल से ज्यादा समय के लिए इन्वेस्ट किया जाता है | शॉर्ट टर्म में इन्वेस्ट करने पर, ज्यादातर हमें अच्छे रिटर्न देखने को …
Mutual Fund kya hai ?
एक्टिव मैनेज फंड पैसिव मैनेज फंड इसमें फंड मैनेजर उस फंड से जुड़े डिसीजन में एक्टिवली शामिल होता है | पैसेवली मैनेज फण्ड किसी-न-किसी इंडेक्स को कॉपी कर रहे होते है |इसमें फंड मैनेजर उस फंड में एक्टिवली शामिल नहीं होता | इसमें फंड मैनेजर अपनी टीम के साथ मिलकर इक्विटी , डेट और हाइब्रिड …
Sebi kya hai?
सेबी का मुख्यालय मुंबई में स्थित हैं | क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई, और कोलकाता में स्थित हैं | सेबी की वर्तमानअध्यक्ष माधवी पुरी बुच (28 फरवरी 2022 से अब तक) ऑफिशियल वेबसाइट https://www.sebi.gov.in/ स्टॉक एक्सचेंज और म्युचुअल फंड के मामलों को नियंत्रण करना | ट्रेडर्स और इन्वेस्टर के हितों की रक्षा करना | इंसाइडर …
BSE और NSE क्या है?
BSE क्या है? NSE क्या है? BSE का फुल फॉर्म बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) होता है फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? | NSE का फुल फॉर्म नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) होता है | BSE की स्थापना वर्ष 1875 में हुई थी | NSE की स्थापना वर्ष 1992 में हुई थी | BSE का मुख्यालय मुंबई में …
IPO kya hai?
Primary मार्केट क्या होता है ? Secondary मार्केट क्या होता है? प्राइमरी मार्केट में नए शेयर और बॉन्ड यीशु किए जाते हैं | सेकेंडरी मार्केट में पहले से ही यीशु हुए बांड और शेयर ट्रेड होते हैं | प्राइमरी मार्केट को न्यू यीशु मार्केट भी कहते हैं | सेकेंडरी मार्केट को आफ्टर मार्केट भी कहते हैं …
Dividend kya hota hai?
Interim Type Dividend Final Type Dividend जब कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कंपनी का quarter रिजल्ट डिस्कस करते हैं, और अगर कंपनी ने अच्छा परफॉर्म किया है | तब आपको जो डिविडेंड मिलता है, उसे interim डिविडेंड कहते है, यह साल में एक बार भी मिल सकता है या कई बार भी मिल सकता है | …
Stock Analysis क्यों जरुरी है ?
शेयर मार्केट में लगभग 5000+ companies है । उनमें से 1600+ companies National Stock Exchange ( NSE ) और 1328+ कंपनी Bombay Stock Exchange ( फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? BSE ) मे Listed है | किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए कुछ Parameter की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है |
कुछ लोग कोई कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं यह देख कर हमें भी उस कंपनी के शेयर खरीद लेने चाहिए या सुनी सुनाई बातों पर भरोसा रख के किसी कंपनी की हिस्सेदारी लेना मूर्खता है । किसी कंपनी का नाम अच्छा है या कोई कंपनी अच्छे संगठन से Belong करती है इस वजह से हमें भी उस कंपनी में Invest करना चाहिए ऐसा ना सोचे ।
किसी भी कंपनी के शेयर लेने से पहले उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी होना अनिवार्य होता है । जिसे शेयर मार्केट के भाषा में Stock Analysis कहा जाता है | Stock Analysis यह एक Method है जिसकी Help से Investor और Treader स्टॉक मार्केट को Examine और Evaluate करते हैं ।
शेयर की Buying And Selling के लिए इस Method का उपयोग करते हैं । स्टॉक एनालिसिस यह Market Analysis और Equity Analysis को भी Refer करता है । Stock Analysis ये उस योजना पर आधारित होता है जो Market Data के द्वारा Past और Present की स्टडी करते हैं । जिससे ट्रेडर और इन्वेस्टर को यह जानकारी मिलती है कि कौन से स्टॉप पर Focus करना है या कौन सा stock choose करना है । इस मेथड की स्टडी करके ट्रेडर Entery or Exit Point को भी स्पष्ट कर सकते हैं ।
Types of stock analysis :
स्टॉक एनालिसिस के दो मुख्य प्रकार होते हैं । उनमें से पहला प्रकार Fundamental Analysis और दूसरा Technical Analysis होता है ।
हम सबसे पहले फंडामेंटल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? के बारे में जानकारी लेते हैं । फंडामेंटल एनालिसिस कंपनी की पूरी इंफॉर्मेशन होती है जैसे कि कंपनी के डायरेक्टर कौन है कंपनी के सीईओ कौन है कंपनी किस सेक्टर से बिलॉन्ग करती है कंपनी का Market Capital कितना है इससे कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में हमें पता चलता है । बाद में कंपनी के फाइनेंसियल मैनेजमेंट के बारे में भी पता होना बहुत जरूरी होता है जैसे कि कंपनी की बैलेंस शीट, कंपनी का प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट स्टेटमेंट, कैश फ्लो स्टेटमेंट, लेजर स्टेटमेंट Etc .
कंपनी के हर 3 महीने में Quarterly Results आते हैं उसकी जानकारी से हमें यह पता चलता है कंपनी प्रॉफिट में है यह लॉस में हैं । कंपनी का ग्रोथ रेट कैसा है यह हमें फंडामेंटल एनालिसिस से पता चलता है अगर कंपनी प्रॉफिट फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? में है तो कंपनी को कितने करोड़ का प्रॉफिट हुआ है और अगर कंपनी लॉक में है तो कंपनी को कितने करोड़ को लॉस हुआ है यह क्वार्टरली रिजल्ट्स से पता चलता है । अगर किसी क्वार्टर में कंपनी को लॉस हुआ है तो नेक्स्ट क्वार्टर में कंपनी ने अपना कितना लॉस कवर किया है इसका भी कंपनी के शेयर प्राइस पे फर्क पड़ता है ।
इसमें दूसरा प्रकार होता है टेक्निकल एनालिसिस का । टेक्निकल एनालिसिस में asset और हिस्टोरिकल प्राइस चार्ट और मार्केट पैटर्न की प्रीवियस स्टडी करके फ्यूचर मोमेंट को प्रेरित करते हैं । ट्रेडर सपोर्ट और रेसिस्टैंस लाइन, चार्ट पेटर्न, इंडिकेटर इस प्रकार की टूल्स बयिंग और सेलिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं । इसलिए मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले stock analysis करना जरूरी होता है |
Note :- Both varieties of stock analysis have the same intended outcome to make the correct buying and selling decision and choose the optimal times to place trades.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 679