यह स्पष्ट है कि ईकॉमर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फलफूल रहा है, इसलिए अब ईकॉमर्स को एक महत्वपूर्ण और जरूरी बिजनस के रूप में मानने का समय है।

Ecommerce kya hai | Ecommerce काम कैसे करता है ? | Full Details in Hindi

ऑनलाइन खरीदारी दीन-प्रतिदिन बढ़ते जा रही है और ऐसे उम्मीद है की आने वाले अगले 5 साल में यह और तेजी से बढ़ने वाला है,

ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि आप अपना बिजनस शुरू करने से पहले अपना पूरा रिसर्च करें।

पता लगाएँ कि आप किन प्रोडक्टस और सर्विस को बेचने जा ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? रहे हैं और बाज़ार, अपने लक्षित दर्शकों, प्रतिस्पर्धा और जरूरती लागतों को देखें।

इसके बाद, एक डोमेन नाम सिलेक्ट करें , एक बिजनस का स्ट्रक्चर चुनें, और आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करें (जैसे:- टैक्स , लाइसेंस आदि )।

इससे पहले कि आप प्रोडक्ट बेचना शुरू करें, एक प्लेटफ़ॉर्म तय करें और अपनी वेबसाइट डिज़ाइन करें (जैसे:- Shopify, WordPress आदि )।

शुरुआत में सब कुछ सरल और आसान रखने की कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि आप अपने बिजनस का मार्केटिंग करने के लिए ज्यादा-ज्यादा चैनलों का उपयोग करें ताकि यह जल्दी से बढ़ सके।

Types of E-commerce in Hindi?ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है?

चाहे आप कस्टमर को सीधे प्रोडक्ट बेचते हों या अन्य बिजनस को सेवाएं बेचते हों, आप ई-कॉमर्स के साथ ऑनलाइन बिक्री कर सकते हैं।

आपके ऑनलाइन स्टोर को लॉन्च करने से पहले इसके प्रकार पर विचार करें क्यूंकी कई प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस मॉडल हैं।

चुनने के लिए यहां कुछ विभिन्न प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस दिए गए हैं:-

B2C — Business to Consumer

B2C ईकॉमर्स का तात्पर्य व्यक्तिगत ग्राहकों को सामान या सेवाएं बेचने से है।

B2C वह है जो अधिकांश लोग “ईकॉमर्स बिजनस” शब्द सुनते ही सोचते हैं।

B2B — Business to Business

B2B ईकॉमर्स, डायरेक्ट बिजनस को प्रोडक्ट और सर्विस को बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

B2B कंपनियों के पास आमतौर पर उच्च ऑर्डर मूल्य और अधिक खरीदारी होती है।

D2C — Direct to Consumer

D2C ईकॉमर्स, B2C के समान है जिसमें अंतिम ग्राहक एक व्यक्तिगत उपभोक्ता है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि यह रीटेलर या होलसेलर का उपयोग करने के बजाय कस्टमर को सीधे बेचने का अवसर देता है।

E-commerce ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? का भविष्य क्या है?

E-commerce kya hai जानने के बाद आइए जानते है आखिर ईकॉमर्स इंडस्ट्री का भविष्य कैसा है?

E-Marketer के अनुसार, यह अनुमान ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? लगाया गया है कि दुनिया भर में ईकॉमर्स 2021 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

अनलाइन मार्केट में आगे रहने के लिए, कई बिजनस के मालिक अपने बिजनस को ऑनलाइन ले जा रहे हैं – न ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? केवल एक वेबसाइट के द्वारा बल्कि ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? अपने प्रोडक्ट और सर्विस को सीधे अपनी वेबसाइट और अन्य ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेचकर।

ईकॉमर्स के नवीनतम आंकड़े इस तथ्य को उजागर करते हैं ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? कि ऑनलाइन शॉपिंग, कस्टमर के व्यवहार बदल रहा है और ग्राहक के द्वारा इसको प्राथमिकता दिया जा रहा है|

2021 तक ईकॉमर्स की बिक्री, रीटेल बिक्री के 17.5% तक पहुंचने का अनुमान है।

दुनिया की करीब 21.8% आबादी ऑनलाइन खरीदारी करती है।

यदि आप ऑनलाइन बिक्री नहीं कर रहे हैं, तो आप संभावित खरीदारों को अपना ग्राहक बनाने के बेहतरीन अवसर को खो रहे ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? हैं।

ऑनलाइन ले जाना चाहते हैं अपना कारोबार तो सही ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्म कैसे चुनें? पढि़ए पूरी डिटेल

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन कारोबार में कई गुना इजाफा हुआ है.

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन कारोबार में कई गुना इजाफा हुआ है.

नई दिल्‍ली. कोविड-19 महामारी ने सामाजिक दूरी के साथ ऑनलाइन कारोबार के महत्‍व को भी बखूबी समझाया है. वर्तमान में परचून से लेकर बड़े ब्रांड तक ऑनलाइन माध्‍यम से ही अपने कारोबार को नया आयाम दे रहे हैं. ऑनलाइन माध्‍यम से कारोबारी न सिर्फ ज्‍यादा से ज्‍यादा ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? ग्राहकों तक पहुंच बना लेते हैं, बल्कि इससे व्‍यापार की परंपरागत चुनौतियां भी खत्‍म हो जाती हैं. ऐसे में अगर आप भी अपने कारोबार को ऑनलाइन ले जाने के बारे में ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? सोच रहे हैं तो क्‍यूपे के सीईओ और को-फाउंडर मनीष कौशिक बता ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? रहे कैसे सही ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्म चुनना चाहिए.67

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