Saving Vs Current Account: जानिए, सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या फर्क है, किसके क्या हैं फायदे
बैंक अकाउंट लगभग सभी लोगों का होता है. लेकिन बहुत से लोगों को सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में फर्क और इनके फायदों की कम जानकारी होती है. आइए आपको बताते हैं इनमें मुख्य अंतर क्या है और इनके क्या-क्या फायदे हैं
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 25 Jun 2021 10:47 AM (IST)
बैंक अकाउंट लगभग सभी का होता है. बैंक अकाउंट इस्तेमाल पैसे रखने और पैसों के लेन-देने के लिए किया जाता है. ज्यादातर लोगों का सेविंग अकाउंट या फिर करंट अकाउंट होता है. लेकिन सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में फर्क क्या होता है और इनके क्या-क्या फायदे होतें है, आइए इसके बारे में आपको बताते हैं.
सेविंग अकाउंट को आप अकेले या जॉइंटली खुलवा सकते हैं. इस पर 4 से 6 फीसदी तक ब्याज मिलता है. ज्यादातर बैंक में इसे ऑपन रखने के लिए मिनिमम राशि रखना जरूरी होता है. सेविंग अकाउंट कई तरह के होते हैं जैसे रेगुलर सेविंग अकाउंट, सैलरी सेविंग अकाउंट, जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट और सीनियर सिटीजन के लिए भी कुछ स्पेसिफिक सेविंग अकाउंट्स होते हैं.
वहीं, करंट अकाउंट रेगुलर ट्रांजेक्शन के लिए अच्छा रहता है. यह अकाउंट उन लोगों के लिए होता है जो बिजनेस या रोजाना ट्रांजेक्शन करते हैं. ये अकाउंट ज्यादातर बिजनेस आर्गेनाइजेशन, फर्म आदि रखते हैं. इसमें पैसा जमा कराने और निकालने की कोई लिमिट नहीं होती है. करंट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता है.
सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में अंतर
सेविंग अकाउंट लोगों को पैसे की बचत के लिए प्रोत्साहित करता है. वहीं करंट अकाउंट व्यापार को सुचारू रूप से चलाने के काम आता है. सेविंग अकाउंट रेगुलर इनकम वाले लोगों के लिए अच्छा होता है जैसे वेतनभोगी कर्मचारी और दूसरे लोग. वहीं करंट अकाउंट व्यापार के लिए डिजाइन किया गया है. दोनों में मिनिमम राशि नहीं रखने पर पनेल्टी लगती है लेकिन करंट अकाउंट में ज्यादा राशि रखनी होती है.
सेविंग अकाउंट में ट्रांजेक्शन की लिमिट होती है लेकिन करंट अकाउंट में ऐसा नहीं होता. सेविंग अकाउंट पर 4 से 6 फीसदी ब्याज मिलता है लेकिन करंट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता है. सेविंग अकाउंट उतना ही पैसा निकाला जा सकता है जितना अकउंट में होता है लेकिन करंट अकाउंट में ज्यादा पैसा निकालने की भी सुविधा होती है और फिर पैसा जमा कराने पर इसे ब्याज सहित एडजस्ट कर दिया जाता है.
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दोनों अकाउंट्स के ये हैं फायदे
सेविंग अकाउंट के फायदे
सेविंग अकाउंट में ज्यादातर लॉकर फीस पर 15 से 30 फीसदी छूट मिल जाता है. कई बैंक अकाउंट के साथ लाइफ और जनरल इश्योरंस ऑफर करते हैं. इसमें 4 से 6 फीसदी करंट अकाउंट होने के बेनीफिट तक ब्याज मिलता है, कुछ बैंक 7 फीसदी तक भी ब्याज देते हैं. इस अकाउंट को क्रडिट कार्ड बिल या दूसरे यूटिलिटी बिलों का भुगतान के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. फाइनेंसियल मार्केट में ट्रेड के लिए सेविंग अकाउंट होना जरूरी होता है.
करंट अकाउंट के फायदे
करंट अकाउंट में डिमांड ड्राफ्ट सुविधा से पैसा जमा करना और ट्रांसफर कर आसान हो जाता है. इसमें बैंक डोर स्टेप बैंकिंग, टेलिफोनिक बैंकिंग, ऑनलाइन बैंकिग जैसे सुविधाएं देते हैं. इस अकाउंट से लोन लेने में भी मदद मिलती है. इसके कस्टमर देश में कहीं भी किसी भी ब्रांच से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.
Published at : 25 Jun 2021 10:47 AM (IST) Tags: benefits current account savings account difference हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Kaam-ki-baat News in Hindi
Saving Account और Current Account में क्या होता है बड़ा अंतर, जानिए इनके सभी फायदे
Saving bank account Vs Current bank account: क्या आप सेविंग बैंक अकाउंट और करंट बैंक अकाउंट में अंतर जानते हैं? क्या आप इनसे जुड़े सभी फायदों के बारे में जानकरी रखते हैं. अगर नहीं तो नीचे जानें इससे जुड़ी कुछ खास बातें.
Saving bank account Vs Current bank account: आज लगभग सभी के पास बैंक अकाउंट होता है. आज अधिकतर लोग पैसोंज की लेन-देन के लिए बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप सेविंग बैंक अकाउंट और करंट बैंक अकाउंट में अंतर जानते हैं और क्या आप इनसे जुड़े सभी फायदों के बारे में जानकरी रखते हैं. आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें:
सेविंग बैंक अकाउंट
आप किसी भी बैंक में सिंगल अथवा जॉइंट सेविंग बैंक अकाउंट खुलवा सकते हैं. सेविंग बैंक अकाउंट के तहत खाताधारक को खाते में जमा राशि पर 3 से 6 फीसदी तक ब्याज दिया जाता है. कुछ बैंक सेविंग बैंक अकाउंट पर 7 फीसदी तक ब्याज भी प्रदान करते हैं. अधिकतर बैंकों में सेविंग बैंक करंट अकाउंट होने के बेनीफिट अकाउंट में कुछ न्यूनतम राशि रखना आवश्यक होता है. सेविंग बैंक अकाउंट कई तरह के होते हैं जैसे: रेगुलर सेविंग अकाउंट, सैलरी सेविंग अकाउंट, जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट.
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करंट बैंक अकाउंट
करंट बैंक अकाउंट उन ग्राहकों के लिए होता है, जो बड़ी मात्रा में नियमित रूप से पैसों का लेन-देन करते हैं. करंट बैंक अकाउंट खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है, जो व्यापार करते हैं. करंट बैंक अकाउंट में पैसे जमा करने अथवा निकालने के लिए कोई लिमिट नहीं होती है. हालांकि करंट बैंक अकाउंट पर किसी तरह का कोई ब्याज नहीं मिलता है.
सेविंग बैंक अकाउंट के फायदे
कई बैंक सेविंग बैंक अकाउंट पर लाइफ और जनरल इश्योरंस ऑफर देती हैं. सेविंग बैंक अकाउंट वाले खाताधारकों को लॉकर फीस पर 15 से 30 फीसदी तक की छूट मिल जाती है.
सेविंग बैंक अकाउंट के जरिए आप आसानी से बिलों का भुगतान कर सकते हैं. ट्रेडिंग के लिए भी सेविंग बैंक अकाउंट जरूरी होता है.
करंट बैंक अकाउंट के क्या हैं फायदे
इस बैंक अकाउंट में खाताधारक के लिए ड्राफ्ट के जरिए पैसे जमा करना अथवा ट्रांसफर करना बेहद आसन होते हैं. कई बैंक करंट बैंक अकाउंट पर डोर स्टेप बैंकिंग की सुविधा भी देते हैं.
करंट बैंक अकाउंट रखने वाले खाताधारक देशभर में अपनी बैंक की किसी भी शाखा से पैसे निकाल अथवा जमा कर सकते हैं. करंट बैंक अकाउंट पर खाताधारकों को आसानी से लोन भी मिल जाता है.
Savings Account: आपके पास भी है सेविंग अकाउंट? जान लें क्यों है यह खास और क्या हैं इसके फायदे
Savings Account में न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहता है. आप अपने सेविंग अकाउंट में पैसा आसानी से डिपॉजिट कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर निकाल भी सकते हैं.
अगर आप अपने फाइनेंशियल जर्नी की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपके लिए सेविंग अकाउंट का होना काफी अहम है.
Benefits of Savings Account: अगर आप अपने फाइनेंशियल जर्नी की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपके लिए सेविंग अकाउंट का होना काफी अहम है. सेविंग अकाउंट में न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहता है बल्कि इसमें आपको कम ही सही पर रिटर्न भी मिलता है. इसका फायदा यह है कि आप अपने सेविंग अकाउंट में पैसा आसानी से डिपॉजिट कर सकते हैं या निकाल भी सकते हैं. किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में आप सेविंग अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं. यह एक इमरजेंसी फंड है जिसका इस्तेमाल आप पैसे की जरूरत होने पर कर सकते हैं. हालांकि, सेविंग अकाउंट एक इन्वेस्टमेंट नहीं है, इसलिए एक्सपर्ट्स इसमें केवल सरप्लस फंड रखने का सुझाव देते हैं.
आप अपनी शॉर्ट-टर्म जरूरतों के लिए अपने बचत खाते में पैसा जमा कर सकते हैं. इसमें चेक बुक, एटीएम निकासी, और नकद जमा जैसी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए व इसमें मिलने वाली सेवाओं के लिए जरूरी फीस की जांच कर लेनी चाहिए. सीनियर सिटीजन्स बैंक में जमा किए गए अपने पैसे और फिक्स्ड डिपॉजिट में अपना पैसा जमा करने पर हाई रिटर्न हासिल कर सकते हैं. हमने यहां बताया है कि सेविंग अकाउंट रखने के कौन-कौन से फायदे हैं.
क्या हैं सेविंग अकाउंट के फायदे
- एक सेविंग बैंक अकाउंट सरप्लस फंड रखने के लिए सुरक्षित है.
- आपको बचत खाते में रखी राशि पर ब्याज मिलता है.
- ब्याज दरें 3% से 6.50% प्रति वर्ष तक हो सकती हैं.
- आप पूरे भारत में अपने डेबिट कार्ड से एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं
- इसमें इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भी है.
- लॉकर रेंटल फैसिलिटी में डिस्काउंट मिलता है.
- कुछ बैंक पर्सनल एक्सीडेंट और डेथ कवर सहित बीमा कवर प्रदान करते हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Bankbazaar.com के CEO आदिल शेट्टी कहते हैं, “एक सेविंग अकाउंट आपकी जमा राशि पर ब्याज देने के अलावा आपके पैसे को सुरक्षित रखता है. प्राइवेट और सरकारी बैंक हैं जहां आप को-ऑपरेटिव बैंकों और पोस्ट ऑफिस के अलावा अपना पैसा जमा कर सकते हैं. आपको किस तरह की फैसिलिटी मिलेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास किस तरह का सेविंग अकाउंट है. अपने बैंक अकाउंट और उन सर्विसेज के बारे में जानना जरूरी है जिनका आप लाभ उठा सकते हैं. बैंक अपने ग्राहकों को बेनिफिट और नए अपडेट के बारे में जानकारी देने के लिए नियमित रूप से ईमेल और न्यूज लेटर भेजते हैं. आपको लाभ और नई जरूरतों के बारे में नए बैंकिंग नियमों से अवगत रहना चाहिए.”
इसके अलावा, आपको अपने सेविंग अकाउंट को बिना किसी एक्टिविटी के निष्क्रिय नहीं रहने देना चाहिए. यदि आपका खाता बहुत लंबे समय तक निष्क्रिय रहता है या बैंक के निर्देशों के अनुसार आपके द्वारा अहम जानकारी अपडेट नहीं की जाती है तो बैंक आपके खाते को फ्रीज कर सकता है.
करंट अकाउंट क्या होता है? इसके फायदे और नुक्सान क्या होते है?
करंट अकाउंट को चालू खाता भी कहा जाता है। यह अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसमे आप हर समय रोजाना लेन-देन कर सकते है। ये अकाउंट किसी कंपनी, पब्लिक इंटरप्राइजेज, businessmen (बिजनेसमेन) के लिए उपयोग होता है। जहा पर पैसे का लेन- देन बड़ी मात्रा में होता है, ऐसे लोग करंट अकाउंट का इस्तेमाल करते है।
करंट अकाउंट में आप एक दिन में जितने मर्जी पैसे का लेन देन कर सकते है। इसमें कोई लिमिट नहीं होती है इसी कारण RBI ने नियम बनाया है की किसी भी तरह के करंट अकाउंट में आपको ब्याज नहीं मिलता है। आपने चाहे जितने पैसे अकाउंट में जमा किये हो आपको ब्याज नहीं मिलेगा। आसान सी भाषा में कहे तो चालू खाता अर्थात करंट अकाउंट व्यवसाय से सम्बंधित होता है इसे व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों द्वारा उपयोग में लाया जाता है, तथा इससे किसी भी समय कितनी मात्रा में लेन-देन किया जा सकता है।
इसे transactional Account के रूप में भी जाना जाता है, ये खाते न तो निवेश के और न ही बचत के उदेश्य से खोले जाते है, ये केवल व्यापार की सुविधा के लिए होते है।
अब मन में सवाल आता है की करंट अकाउंट खोलते कैसे है? तथा इसे खोलने के लिए किन किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इसकी जानकारी आपको नीचे मिलेगी।
करंट अकाउंट कैसे खोलते है?
चालू खाता खोलने के लिए आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीको का इस्तेमाल कर सकते है। यदि आप offline तरीके का इस्तेमाल करते है तो आपको बैंक में जाके बैंक से एक फॉर्म लेना होता है तथा उसे भरना होता है, और उस फॉर्म की जरूरत के अनुसार उसमे मांगे गए documents जमा करवाने होते है तथा आपको करंट अकाउंट के लिए अप्लाई करना होता है।
यदि आप online तरीके का इस्तेमाल करते है तो आपको उस बैंक की जिस बैंक में आप अकाउंट खुलवाना चाहते है, बैंक की वेबसाइट पर जाना होता है तथा open account पर क्लिक करके करंट अकाउंट तथा चालू खाते पर क्लिक करके ऑनलाइन फॉर्म को भरना होता है जो बैंक द्वारा दिया गया होता है।
इस फार्म को भरने के बाद जरुरी दस्तावेजों को जोड़ कर बैंक को भेजना होता है तथा अकाउंट ओपन करना होता है। और आपका अकाउंट खुल जाता है तथा इसे चलाने के लिए इसमें पैसे रखने होते है, और सब अपने बैंक के नियम अनुसार करंट अकाउंट खोलने के पैसे लेते है। अधिकतर बैंको में करंट अकाउंट खुलवाने के लिए minimum राशि 10,000 होती है, 10 हजार में आप अपना करंट अकाउंट खुलवा सकते है तथा करंट अकाउंट का लाभ उठा सकते है।
करंट अकाउंट खुलवाने के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
करंट अकाउंट (चालू खाता) खुलवाने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों की आवश्यकता होती है-
-
करंट अकाउंट होने के बेनीफिट
- पेन कार्ड
- पासपोर्ट साइज की फोटो
- व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट – GST registration /shop Establishment registration ( for proprietorship), partnership Deed (For Partnership), Incorporation certificate (For Company )
- व्यवसाय का एड्रेस प्रूफ (Address proof of the proprietorship /firm / Company / HUF)
- पार्टनर्स और डाइरेक्टर्स का आईडी और एड्रेस प्रूफ (पार्टनरशिप या कंपनी के करंट अकाउंट के लिए )
- बैंक खाता खोलने के लिए एक चेक
ये सभी दस्तावेजों की आवश्यकता करंट अकाउंट खोलने के लिए एक बैंक को होती है तथा इन दस्तावेजों के द्वारा आप अपना करंट अकाउंट खुलवा सकते है और बैंक द्वारा दी जाने वाली सेवाएं जैसे मोबाइल बैंकिंग, डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते है।
करंट अकाउंट खुलवाने की आवश्यकता क्या होती है?
दोस्तों जैसा की हमने आपको बताया करंट अकाउंट से एक दिन में कितनी बार भी आप पेसो का लेन-देन कर सकते है, यदि आप एक व्यवसायी है तो आपको रोजाना अत्यधिक मात्रा में पेसो का लेन देन करना होता होगा तथा करंट अकाउंट के द्वारा आप पेसो का लेन देन आसानी से हर समय कर सकते है और बैंको द्वारा दी जाने वाली सुविधा का लाभ उठा सकते है।
किसी भी साधारण व्यक्ति को अपना करंट अकाउंट नहीं खुलवाना चाहिए इससे उसे कोई लाभ नहीं होगा। क्यूंकि इसमें कोई ब्याज नहीं मिलता है।
करंट अकाउंट के फायदे क्या है?
बैंक ओवरड्राफ्ट – करंट अकाउंट से खाता धारक को अपने अकाउंट में जमा राशि से अधिक राशि निकालने की सुविधा मिलती है।
कोई सीमा नहीं – करंट अकाउंट से सबसे बड़ा लाभ यह होता है की व्यक्ति एक दिन में इससे कितना भी लेन देन कर सकता है।
लेनदेन पर कोई अतिरिक्त शुल्क नही – करंट अकाउंट में अधिक बार लेन देन करने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है।
बैंकिंग सेवाएं – सेविंग अकाउंट की तरह इसमें भी आपको बैंक द्वारा नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम कार्ड वैगरह की फ्री सर्विस दी जाती है।
अन्य सुविधा – करंट अकाउंट के माध्यम से खाताधारक अपने लेनदारों को चेक, पे आर्डर, डिमांड ड्राफ्ट प्रत्यक्ष रूप से भुगतान करने के लिए जारी कर सकता है।
हांलाकि चालू खाते की तरलता के कारण इस पर किसी भी प्रकार का ब्याज अर्जित नहीं किया जा सकता है लेकिन अकाउंट बैलेंस पर बेहद कम ब्याज की उपलब्धता इस प्रकार के खाताधारकों को इनके उपयोग के लिए और भी आकर्षक बनाता है।
पूर्ण नियंत्रण – इसके अलावा कोई भी उद्यमी अपने Current Bank Account के माध्यम से कभी भी और कही भी और अनेको जगहों पर फंड निकाल एवं ट्रांसफर कर सकता है।
करंट अकाउंट के नुकसान क्या है?
कोई ब्याज नही – चालू खाता पर बयाज न मिलना एक बहुत ही बड़ा नुकसान है, क्यूंकि व्यवसायी को करंट अकाउंट खुलवाने के बाद उसमे बैंक द्वारा कोई ब्याज नही दिया जाता है तथा ब्याज के माध्यम से वह एक कमाई का अवसर खो देते है।
अतिरिक्त शुल्क – चालू खाते को नियमित रूप से अपडेट करने में खाताधारक पर कुछ अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है, क्यूंकि अधिकांश पैकेज अतिरिक्त सेवाओं के लिए अतिरिक्त चार्ज करते हैं।
लम्बी प्रक्रिया – इस प्रणाली में कागजी कार्यवाही ज्यादा होने की वजह से यह समय खाने वाला और लम्बा कार्य हो जाता है, अर्थात इसमें अधिक समय लग जाता है।
अधिक फीस – कॉर्पोरेट बिजिनेस ट्रांसक्शन की वजह से बैंको को ज्यादा फीस देनी हो सकती है।
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