कंपनी सचिव (सीएस)
कंपनी सचिव या सीएस भी छात्रों में सीए के बाद सबसे लोकप्रिय कोर्स है। जिसे 12वीं में 50 फीसदी अंक हासिल करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स को करने के बाद नौकरी की अपार संभावनाएं खुल जाती है । और इस कोर्स के बाद छात्र कंपनी सचिव बनने की योग्यता प्राप्त कर लेता है।

120 पेड़ लगाएं और 12 साल में बने करोड़पति, जानिए क्या है इसकी खासियत और क्यों है इतनी मांग

कैसा होता है महोगनी का पेड़

महोगनी की लकड़ी मजबूत और काफी लंबे समय तक उपयोग में लाई जाने वाली लकड़ी होती है. यह लकड़ी लाल और भूरे रंग की होती है. इस पर पानी के नुकसान का कोई असर नहीं होता है. अगर वैज्ञानिकों के तर्कों की बात करें तो यह पेड़ 50 डिग्री सेल्सियस तक ही तापमान को सहने की क्षमता को बदार्शत कर सकता है और जल न भी हो तब भी यह लगातार बढ़ता ही जाता है.

इसकी लकड़ियां के इस्तेमाल चौकड़ा, फर्नीचर, और लकड़ी के अन्य नाव निर्माण के लिए होता है जो काफी बेशकीमती माना जाता है. इसके पत्तों का उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों में होता है. इसका पौधा पांच वर्षों में एक बार बीज देता है. इसके एक पौधे से पांच किलों तक बीज प्राप्त किए जा सकते है. इसके बीज की कीमत काफी ज्यादा होती है और यह एक हजार रूपए प्रतिकिलो तक बिकते है. अगर थोक की बात करें तो लकड़ी थोक में दो से 2200 रूपए प्रति घन फीट में आसानी से मिल जाती है. यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजो और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयों को बनाने में होता है.

कैसी जगह पर उगते हैं पेड़

महोगनी के वृक्षों को उस जगह पर उगाया जाता है, जहा तेज हवाएं कम चलती है, क्योकि इसके पेड़ 40 से 200 फ़ीट की लम्बाई तक लम्बे होते है . किन्तु भारत में यह पेड़ केवल 60 फीट की लम्बाई तक ही होते है . इन पेड़ो की जड़े कम गहरी होती है, और भारत में इन्हें पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर किसी भी जगह उगाया जा सकता है . महोगनी के पेड़ो की खेती कर अच्छी कमाई की जा सकती है. इसके पेड़ो को किसी भी उपजाऊ मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन जल भराव वाली भूमि में इसके वृक्षों को न लगाए और न ही पथरीली मिट्टी में लगाए . इन पेड़ो के लिए मिट्टी का P.H. मान सामान्य होना चाहिए .

महोगनी की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु को सबसे अच्छा माना जाता है, अधिक वर्षा इसके पेड़ो के लिए उपयुक्त नहीं होती है . सामान्य मौसम में इसके पेड़ो का अच्छे से विकास होता है, जब इसके पौधो को लगाया जाता है तब इनको तेज गर्मी और सर्दी से बचाना होता है. महोगनी के पौधो को अंकुरित और विकसित होने के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है, सर्दियों के मौसम में 15 और गर्मियों के मौसम में 35 डिग्री के तापमान में अच्छे से विकास करते है .

भारत में उगायी जाती है पांच विदेशी किस्में

भारत में इसके पेड़ो की अभी तक कोई खास प्रजाति नहीं है, अभी तक केवल 5 विदेशी किस्मे कलमी किस्मो को ही उगाया गया है. जिनमें क्यूबन, मैक्सिकन, अफ्रीकन, न्यूज़ीलैंड, और होन्डूरन आदि किस्में शामिल हैं. पेड़ो की यह सभी किस्मे पौधे और उनकी उपज की गुणवत्ता के आधार पर उगाई जाती है, यह पौधे लम्बाई में 50 से 200 फीट तक होते है.

महोगनी की खेती के लिए इसके पौधों को किसी भी पंजीकृत सरकारी कंपनी से ख़रीदा जा सकता है, इसके अतिरिक्त इसके पौधों को नर्सरी में भी तैयार किया जा सकता है. पौधों को नर्सरी में तैयार करने में अधिक समय व मेहनत लगती है . इसलिए इसके पौधों को खरीद कर लगाना ज्यादा उचित होता है. नर्सरी से पौधों को खरीदते समय यह जरूर ध्यान रखे कि पौधे दो से तीन वर्ष पुराने और अच्छे से विकसित हो. पौधों को लगाने के लिए जून और जुलाई के महीने को ज्यादा उपयुक्त माना गया है.

Commerce Courses After 12th : कॉमर्स के विद्यार्थी 12वीं के बाद इन Courses में ले सकते है दाखिला

ज्यादातर बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिज़ल्ट जारी कर चुके हैं। छात्रों को साल भर की मेहनत का फल मिल चुका है। और अब वक्त है आगे की राहें चुनने का। वो राहें जो उनके भविष्य की दिशा तय करेंगी। इसलिए ये फैसला सोच समझ कर लेना बेहद जरूरी है। कला, कॉमर्स या साइंस. हर स्ट्रीम का छात्र अपनी ही फील्ड में करियर बनाने के बारे में सोचता है। बात कॉमर्स की करें तो कॉमर्स के छात्रों के पास करियर ऑप्शन की कमी नहीं लेकिन ज़रूरी है अपने लिए सही कोर्स चुनने की। आपके लिए ये काम आसान हो इसलिए कुछ चुनिंदा कोर्स की जानकारी हम आपको दे रहे हैं जो आपके करियर में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए)
चार्टर्ड एकाउंटेंसी यानि सीए एक कोर्स है जिसके ज़रिए वाणिज्य छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। भारत में इस कोर्स को लेकर छात्रों में सबसे ज्यादा उत्सुकता देखी जा सकती है। किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कुल मिलाकर कम से कम 50 फीसदी अंकों से 12वीं पास होनी ज़रूरी है।

NCERT Solutions for Class 12 Geography India: People and Economy Chapter 11 (Hindi Medium)

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 12 Geography. Here we have given NCERT Solutions for Class 12 Geography India: People and Economy Chapter 11 International Trade.

अभ्यास प्रश्न (पाठ्यपुस्तक से)

प्र० 1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए।
(i) दो देशों के मध्य व्यापार कहलाता है|
(क) अंतर्देशीय व्यापार
(ख) बाह्य व्यापार
(ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
(घ) स्थानीय व्यापार
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक स्थ्लबद्ध पोताश्रय है?
(क) विशाखापट्टनम
(ख) मुंबई
(ग) एन्नोर
(घ) हल्दिया
(iii) भारत भारत में सबसे अच्छा 12 व्यवसाय का अधिकांश विदेशी व्यापार वहन होता है
(क) स्थल और समुद्री द्वारा
(ख) स्थल और वायु द्वारा
(ग) समुद्र और वायु द्वारा
(घ) समुद्र द्वारा भारत में सबसे अच्छा 12 व्यवसाय
(iv) वर्ष 2010-11 में निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था
(क) यू०ए०ई०
(ख) चीन
(ग) जर्मनी ।
(घ) स०रा० अमेरिका

बीकॉम VS बीबीए (B.Com Vs BBA) - क्लास 12 के बाद कौन सा बेहतर ऑप्शन है?

Shanta Kumar

बीकॉम VS बीबीए (B.Com Vs BBA): बीकॉम और बीबीए के बीच किसी एक भारत में सबसे अच्छा 12 व्यवसाय को चुनने में कंफ्यूज हैं? इस लेख से आप दोनों कोर्सेस की डिटेल में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और अपने लिए सबसे अच्छा विकल्प आसानी से शुन सकते हैं

BBA Vs B.Com

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बीकॉम VS बीबीए (B.Com Vs BBA)

व्यावसायिक शिक्षा की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है और इसका कारण भारतीय बाजार में हो रहे बदलाव का है। शैक्षिक संस्थान देश में आर्थिक परिवर्तनों की आवश्यकताओं के अनुरूप अधिक केंद्रित कोर्स शुरू कर रहे हैं। जो छात्र व्यवसाय और प्रबंधन क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं।

मैनेजमेंट या कॉमर्स के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए बीकॉम और बीबीए सबसे पहली पसंद होती है। बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (Bachelor of Commerce (B Com)) सबसे पुराने कोर्स में से एक है जो आज भी छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है। वहीं बैचलर इन बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (Business Administration (BBA)) उन कोर्सेज की कैटेगरी में आता है, जिनकी मांग में हाल के वर्षों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। उपलब्ध विभिन्न विकल्पों के कारण कक्षा 12 के बाद सही करियर का रास्ता चुनना मुश्किल हो जाता है। बी.कॉम और बीबीए उन छात्रों की सबसे लोकप्रिय पसंद हैं, जो प्रबंधन और व्यवसाय के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। कॉमर्स के क्षेत्र में ऐसे कई कोर्स हैं जो छात्रों के लिए नए अवसर खोलते हैं। इसी तरह, बीबीए प्रोग्राम की विशेषज्ञता भी काफी विविध है और इसके अपने फायदे हैं।

बी.कॉम वर्सेस बीबीए की जानकारी (About B.Com Vs BBA)

कॉमर्स बैकग्राउंड से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद छात्र अक्सर कंफ्यूज रहते हैं, 'क्या बी.कॉम बीबीए से बेहतर है (Is B.Com better than BBA)?' या 'क्या मुझे 12वीं के बाद बीबीए करना चाहिए या बी.कॉम? (Should I do BBA after 12th class or B.Com)'।

बीबीए (Bachelor of Business Administration) (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) एक स्नातक स्तर का कोर्स है जो छात्रों के व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने के लिए पेश किया जाता है। भारत में बीबीए कोर्स (BBA course) तीन साल की अवधि के लिए है। तीन साल के कोर्स की अवधि को फिर छह सेमेस्टर में बांटा गया है। कुछ देश चार साल की अवधि के लिए बीबीए कोर्स (BBA course) कराते हैं। बीबीए का अध्ययन करने वाले छात्रों को मानव संसाधन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, संचालन प्रबंधन, विपणन, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्त और बीमा जैसे विषयों को सीखने की जरूरत है। छात्र अपने बीबीए कोर्स में जो सीखते हैं, वे उन्हें व्यवसाय का प्रबंधन करने के लिए ज्ञान प्राप्त करने में मदद करते हैं। बीबीए कोर्स (BBA course) के पाठ्यक्रम को इस तरह डिजाइन किया गया है कि एमबीए प्रोग्राम की नींव रखी जा सके।

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