सबसे अच्छा सीमेंट कौन सा है?
बहुत से लोग जो खुद एक नया घर बनाने पर विचार कर रहे हैं, वे अक्सर आश्चर्य करते हैं कि घर बनाने के लिए सबसे अच्छा सीमेंट कौन सा है । हां, यह पूछने में कुछ भी गलत नहीं है कि हाउस कंस्ट्रक्शन के लिए भारत में सबसे अच्छा सीमेंट (sabse acha cement konsa hai ) क्या है। हर कोई जो घर बनाना चाहता है उसे इस पर विचार करना चाहिए। भारत में सभी प्रकार के निर्माण कार्यों के लिए सीमेंट निर्माण कंपनियों द्वारा उच्च गुणवत्ता वाले सीमेंट की पेशकश की जाती है। मैं इन बातों में काफी दिलचस्पी रखता हम इसलिए मैं जानता हूँ की आज के समय में देश में किस सीमेंट को सबसे अच्छा है। आइये मैं आपको बताता हूँ।
घर बनाने के लिए कौन सा सीमेंट अच्छा है?
घरों के निर्माण के लिए दो सर्वोत्तम प्रकार के सीमेंट इस प्रकार हैं जिनसे अच्छे सीमेंट की पहचान होती है ।
- साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (ओपीसी): ओपीसी सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में उपयोग के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला और पसंद किया जाने वाला विकल्प है और यह बहुत लंबे समय से है।
- पोर्टलैंड पॉज़ोलाना सीमेंट (पीपीसी): पॉज़ोलानिक अवयवों के उपयोग के कारण, जो सीमेंट को अधिक विशेषताएँ प्रदान करते हैं, पीपीसी ने अब अन्य सभी विकल्पों को पछाड़ दिया है। इस सीमेंट में ओपीसी 53 ग्रेड सीमेंट के समान ताकत है।
हाउस कंस्ट्रक्शन के लिए भारत में सबसे मजबूत सीमेंट कौन सा है?
घर बनाने के लिए भारत में सबसे अच्छा सीमेंट ( ghar banane ke liye best cement) इस प्रकार है। ये वर्तमान में भारत के शीर्ष 10 सीमेंट ब्रांड हैं।
- अल्ट्राटेक सीमेंट
- एसीसी सीमेंट
- अंबुजा सीमेंट
- श्री सीमेंट
- रामको सीमेंट
- द इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड
- बिनानी सीमेंट
- वंडर सीमेंट
- जेएसडब्ल्यू सीमेंट
- माईसेम सीमेंट
घर बनाने के लिए सबसे प्रसिद्ध और भरोसेमंद सीमेंट अल्ट्राटेक सीमेंट, अंबुजा सीमेंट और एसीसी सीमेंट है।
किस सीमेंट की गुणवत्ता सबसे अच्छी है?
बाजार में सीमेंट के कई ब्रांड हैं। इनमें से तीन सीमेंट ब्रांड- अल्ट्राटेक सीमेंट, अंबुजा सीमेंट, और एसीसी सीमेंट- के पास उच्च स्तर का उपभोक्ता विश्वास है।
भारत में नंबर 1 सीमेंट कौन सा है?
राजस्व और बाजार हिस्सेदारी के अनुसार, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड की सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी है, जो भारत में खपत होने वाले सभी सीमेंट का 21.40 प्रतिशत से अधिक है। अल्ट्राटेक्ट सीमेंट लिमिटेड अब भारत की शीर्ष सीमेंट कंपनी है। इसलिए आपसे इस सवाल का जवाब की “ सबसे अच्छा सीमेंट कौन सा है”, अल्ट्राटेक्ट सीमेंट ही सकता है।
शेयर मार्केट में करना है काम तो ऐसे बने स्टॉक ब्रोकर
शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.
By रवि नामदेव On Aug 23, 2022 856 0
शेयर मार्केट आपको इतना पैसा कमाकर दे सकता है जितना आप पूरी ज़िंदगी में नहीं कमा सकते. वहीं दूसरी ओर आप इसमें पैसा लगाकर बुरी तरह कर्ज में भी डूब सकते हैं. लेकिन यदि आप इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो आप स्टॉक ब्रोकर बनकर (Stock Broker Career) खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं और दूसरों को भी कमाकर दे सकते हैं.
शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?(What is Stock Broker?)
स्टॉक ब्रोकर को समझने के लिए पहले आप ये समझिए कि भारत में आप स्टॉक कैसे खरीदते हैं?
कोई कंपनी जब अपना शेयर लाती है तो वो शेयर मार्केट में लिस्ट होता है. इस शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है ब्रोकरेज फर्म. इन ब्रोकरेज फर्म पर बल्क में कंपनियों के शेयर होते हैं.
इन ब्रोकरेज फर्म में ही काम करते हैं स्टॉक ब्रोकर. स्टॉक ब्रोकर का काम होता है आम लोगों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना. मतलब आप कोई शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर को ही कहना होगा और साथ ही बेचने के लिए भी आपको उसी को कहना होगा.
स्टॉक ब्रोकर इसके अलावा आपको दूसरे स्टॉक भी सजेस्ट करते हैं. स्टॉक ब्रोकर कमीशन और सैलरी दोनों के आधार पर कार्य करते हैं.
अतः स्टॉक ब्रोकर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो शेयर की खरीद और बिक्री का कार्य करता है.
स्टॉक ब्रोकर के लिए योग्यता (Stock Broker Eligibility)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट की बेसिक स्किल्स के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए. क्योंकि आपको जिस जगह पर काम करना है उसके बारे में पहले से जानकारी होना चाहिए.
आपने फाइनेंस, कॉमर्स या अकाउंटेनसी में ग्रेजुएशन करना होता है. क्योंकि इनमें आपको अच्छे इंडिया का नंबर वन ब्रोकर कौन है? से शेयर मार्केट के बारे में समझाया जाता है.
आपकी कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए. आपमें लोगों को कन्वेंस करने का गुण होना चाहिए.
आपकी गणित और रिजनिंग बहुत ही स्ट्रॉंग होनी चाहिए. क्योंकि शेयर मार्केट में सारा खेल आंकड़ों का है.
स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपके अंदर जरूरी योग्यता है तो आप नीचे दिए गए सर्टिफिकेट कोर्स को करके स्टॉक ब्रोकर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
NSE’s Certification In Financial Markets
NSE’s Certified Market Professional
Certificate Program On Capital Markets
A PG Diploma In Capital Market And Financial Services
Post Graduate Diploma In Fundamentals Of Capital Market Development
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए बेस्ट कॉलेज (Stock broker best college)
भारत में यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं और इन कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको ये सारे कोर्स नीचे दिए गए कॉलेज में मिल जाएंगे.
Institute Of Company Secretaries Of India
Institute Of Capital Market Development
All India Center For Capital Market Studies
Mumbai Stock Exchange Training Institute
Institute Of Financial And Investment Planning
Institute Of Chartered Financial Analysts Of India
The Orion Institute Of Capital Market
The UTI Institute Of Capital Market
स्टॉक ब्रोकर कितना कमा सकता है? (Stock broker salary)
Stock Broker बनना कोई हंसी खेल नहीं है. इसमें एंट्री पाना तो आपके लिए आसान रहेगा लेकिन यहाँ टिके रहना मुश्किल है. इसमें शुरुआती तौर पर आप सैलरी के रूप में 20 से 25 हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं.
जब आपको अनुभव हो जाता है और आप सीख जाते हैं कि कब कौन सा शेयर ऊपर जाने वाला है और कौन सा शेयर नीचे आने वाला है तो आप उनमें निवेश करके खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें कमाई की कोई सीमा नहीं है.
भारत में किसी स्टॉक में निवेश करने का काम काफी हद तक ऑनलाइन हो चुका है और लोग अपनी मर्जी से अपने फोन या कंप्यूटर से पैसा निवेश करके अपनी पसंद का शेयर खरीद लेते हैं. लेकिन स्टॉक ब्रोकर का रोल फिर भी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि ये ही आपको बताता है कि ये नया शेयर आया है आप इसमें निवेश कीजिए, कौन सा इंडिया का नंबर वन ब्रोकर कौन है? शेयर आपके लिए फायदेंमंद रहेगा. ये सारी जानकारी बिना स्टॉक ब्रोकर के आपको नहीं मिल पाती है. साथ ही आपके Demat account को मैन्टेन करने का काम भी एक स्टॉक ब्रोकर ही करता है.
'बीमा सुगम' से होगी बड़ी बचत, ब्रोकर और एजेंट का कमीशन जाएगा आपकी जेब में! जानिए कैसे होगा फायदा?
'बीमा सुगम' का उद्देश्य सभी इंश्योरेंस कंपनियों, कस्टमर्स और ब्रोकर्स को एक प्लेटफार्म पर लाना है.
'बीमा सुगम' एक ऑलनाइन प्लेटफार्म होगा, जहां से ग्राहक स्वयं पॉलिसी खरीद सकेंगे. इससे एजेंट और ब्रोकर्स की भूमिका कम हो . अधिक पढ़ें
- News18 हिंदी
- Last Updated : November 22, 2022, 08:00 IST
हाइलाइट्स
वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म बीमा सुगम के 1 जनवरी, 2023 से शुरू होने की संभावना है.
यहां बीमा पॉलिसी खरीदना, क्लेम सेटलमेंट, एजेंट पोर्टेबिलिटी समेत कई सेवाएं मिलेंगी.
एजेंट-ब्रोकर को मिलने वाला कमीशन घटने से बीमा कंपनियों के खर्च कम होंगे.
नई दिल्ली. भारत में इंश्योरेंस प्रोडक्ट और कंपनियों के कामकाज पर नजर रखने वाली नियामक संस्था भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) लगातार ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने की कोशिश करती आई है. इसी कड़ी में इरडा एक विशेष डिजिटल प्लेटफार्म पर काम कर रहा है, जहां इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदी जाएगी और पॉलिसी सर्विसिंग से जुड़ी अन्य सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकेगा. बीमा सुगम के 1 जनवरी, 2023 से एक्टिव होने की संभावना है.
खास बात है कि इससे इंश्योरेंस एजेंट और ब्रोकर्स की भूमिका कम हो जाएगी, साथ ही एजेंट कमीशन घटने से बीमा कंपनियों का खर्च घटेगा और प्रोडक्ट्स सस्ते हो जाएंगे. इसका सीधा लाभ ग्राहकों को मिलेगा. बीमा सुगम का उद्देश्य सभी इंश्योरेंस कंपनियों, कस्टमर्स और ब्रोकर्स को एक प्लेटफार्म पर लाना है. यह एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म होगा जहां सभी तरह की लाइफ इंश्योरेंस जीवन और जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी को सूचीबद्ध किया जाएगा. बीमा सुगम के माध्यम से पॉलिसी की बिक्री-खरीदी, पॉलिसी सेवाएं और क्लेम सेटलमेंट से जुड़ी प्रोसेस को पूरा किया जा सकेगा.
बीमा सुगम से होने वाले बड़े फायदे
बीमा सुगम के माध्यम से इंश्योरेंस से जुड़ी इन सभी सर्विसेज को एक ही जगह पर लाने के लिए मौजूदा स्ट्रक्चर में जरूरी बदलाव करने की आवश्यकता है. इस प्लेटफॉर्म का एक्सेस इंश्योरेंस कंपनी, एजेंट, ब्रोकर और कस्टमर्स के पास होगा. यह UIDAI, NSDL, CDSL के साथ भी लिंक होगा.
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शेयर मार्केट में करना है काम तो ऐसे बने स्टॉक ब्रोकर
शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.
By रवि नामदेव On Aug 23, 2022 856 0
शेयर मार्केट आपको इतना पैसा कमाकर दे सकता है जितना आप पूरी ज़िंदगी में नहीं कमा सकते. वहीं दूसरी ओर आप इसमें पैसा लगाकर बुरी तरह कर्ज में भी डूब सकते हैं. लेकिन यदि आप इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो आप स्टॉक ब्रोकर बनकर (Stock Broker Career) खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं और दूसरों को भी कमाकर दे सकते हैं.
शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?(What is Stock Broker?)
स्टॉक ब्रोकर को समझने के लिए पहले आप ये समझिए कि भारत में आप स्टॉक कैसे खरीदते हैं?
कोई कंपनी जब अपना शेयर लाती है तो वो शेयर मार्केट में लिस्ट होता है. इस शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है ब्रोकरेज फर्म. इन ब्रोकरेज फर्म पर बल्क में कंपनियों के शेयर होते हैं.
इन ब्रोकरेज फर्म में ही काम करते हैं स्टॉक ब्रोकर. स्टॉक ब्रोकर का काम होता है आम लोगों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना. मतलब आप कोई शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर को ही कहना होगा और साथ ही बेचने के लिए भी आपको उसी को कहना होगा.
स्टॉक ब्रोकर इसके अलावा आपको दूसरे स्टॉक भी सजेस्ट करते हैं. स्टॉक ब्रोकर कमीशन और सैलरी दोनों के आधार पर कार्य करते हैं.
अतः स्टॉक ब्रोकर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो शेयर की खरीद और बिक्री का कार्य करता है.
स्टॉक ब्रोकर के लिए योग्यता (Stock Broker Eligibility)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट की बेसिक स्किल्स के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए. क्योंकि आपको जिस जगह पर काम करना है उसके बारे में पहले से जानकारी होना चाहिए.
आपने फाइनेंस, कॉमर्स या अकाउंटेनसी में ग्रेजुएशन करना होता है. क्योंकि इनमें आपको अच्छे से शेयर मार्केट के बारे में समझाया जाता है.
आपकी कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए. आपमें लोगों को कन्वेंस करने का गुण होना चाहिए.
आपकी गणित और रिजनिंग बहुत ही स्ट्रॉंग होनी चाहिए. क्योंकि शेयर मार्केट में सारा खेल आंकड़ों का है.
स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपके अंदर जरूरी योग्यता है तो आप नीचे दिए गए सर्टिफिकेट कोर्स को करके स्टॉक ब्रोकर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
NSE’s Certification In Financial Markets
NSE’s Certified Market Professional
Certificate Program On Capital Markets
A PG Diploma In Capital Market And Financial Services
Post Graduate Diploma In Fundamentals Of Capital Market Development
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए बेस्ट कॉलेज (Stock broker best college)
भारत में यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं और इन कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको ये सारे कोर्स नीचे दिए गए कॉलेज में मिल जाएंगे.
Institute Of Company Secretaries Of India
Institute Of Capital Market Development
All India Center For Capital Market Studies
Mumbai Stock Exchange Training Institute
Institute Of Financial And Investment Planning
Institute Of Chartered Financial Analysts Of India
The Orion Institute Of Capital Market
The UTI Institute Of Capital Market
स्टॉक ब्रोकर कितना कमा सकता है? (Stock broker salary)
Stock Broker बनना कोई हंसी खेल नहीं है. इसमें एंट्री पाना तो आपके लिए आसान रहेगा लेकिन यहाँ टिके रहना मुश्किल है. इसमें शुरुआती तौर पर आप सैलरी के रूप में 20 से 25 हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं.
जब आपको अनुभव हो जाता है और आप सीख जाते हैं कि कब कौन सा शेयर ऊपर जाने वाला है और कौन सा शेयर नीचे आने वाला है तो आप उनमें निवेश करके खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें कमाई की कोई सीमा नहीं है.
भारत में किसी स्टॉक में निवेश करने का काम काफी हद तक ऑनलाइन हो चुका है और लोग अपनी मर्जी से अपने फोन या कंप्यूटर से पैसा निवेश करके अपनी पसंद का शेयर खरीद लेते हैं. लेकिन स्टॉक ब्रोकर का रोल फिर भी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि ये ही आपको बताता है कि ये नया शेयर आया है आप इसमें निवेश कीजिए, कौन सा शेयर आपके लिए फायदेंमंद रहेगा. ये सारी जानकारी बिना स्टॉक ब्रोकर के आपको नहीं मिल पाती है. साथ ही आपके Demat account को मैन्टेन करने का काम भी एक स्टॉक ब्रोकर ही करता है.
ये हैं निवेश के लिए 10 सबसे अच्छे म्यूचुअल फंड
हमने पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्कीमों को चुना. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं.
यह भी मुमकिन है कि जिन स्कीमों के नाम बताए जाएं, वे लक्ष्यों और जोखिम प्रोफाइल के अनुकूल न हों. यही देखते हुए हमने टॉप 10 म्यूचुअल फंड स्कीमों की एक लिस्ट बनाई है. इसमें पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्कीमों को चुना गया है. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं. हमारा मानना है कि नियमित म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए ये पर्याप्त होनी चाहिए.
टॉप 10 स्कीमों की लिस्ट
1. एक्सिस ब्लूचिप फंड
2. मिराए एसेट लार्जकैप फंड
3. पराग पारेख लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
4. कोटक स्टैंडर्ड मल्टीकैप फंड
5. एक्सिस मिडकैप फंड
6. डीएसपी मिडकैप फंड
7. एक्सिस स्मॉलकैप फंड
8. एसबीआई स्मॉलकैप फंड
9. एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड
10. मिराए एसेट हाइब्रिड इक्विटी फंड
हालांकि, इन स्कीमों में निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. पहली बात यह कि हर एक कैटेगरी के बारे में जानें और पता करें कि क्या वह आपके निवेश के लक्ष्य और जोखिम प्रोफाइल से मेल खाती है.
एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 65-80 फीसदी इक्विटी में निवेश करना जरूरी है. बाकी का 20-35 फीसदी उन्हें डेट में निवेश करना होता है. ये पूर्व की बैलेंस्ड या इक्विटी हाइब्रिड स्कीमों की तरह निवेश करती हैं. इक्विटी में कम से कम 65 फीसदी निवेश की सीमा के चलते इन पर इक्विटी स्कीमों की तरह इंडिया का नंबर वन ब्रोकर कौन है? टैक्स लगता है.
इसमें 'एग्रेसिव' शब्द से आपको भ्रमित नहीं होना चाहिए. कई म्यूचुअल फंड एडवाइजर नए निवेशकों को एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह देते हैं. उनकी दलील होती है कि इक्विटी और डेट का मिलाजुला पोर्टफोलियो उथल-पुथल के दौरान इन्हें स्थिरता देता है.
वहीं, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें बेहद बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. सेबी के वर्गीकरण नियमों के अनुसार, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई रकम का कम से कम 80 फीसदी शीर्ष 100 कंपनियों में निवेश करना इंडिया का नंबर वन ब्रोकर कौन है? जरूरी है. चूंकि ये स्कीमें अपेक्षाकृत कम अस्थिर होती हैं. इसलिए इनमें रिटर्न भी सामान्य होता है. ऐसे में लार्जकैप स्कीमों में निवेश करते हुए रिटर्न की अपेक्षाओं को वास्तविक रखने की जरूरत है.
मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करती हैं. इनमें बड़े आकार की कंपनी बनने का दमखम होता है. बेशक इनके साथ जोखिम और अस्थिरता ज्यादा होती है. लेकन, इनसे अधिक रिटर्न की भी अपेक्षा की जा सकती है. एडवाइजर नए निवेशकों को मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों की सलाह नहीं देते हैं. न ही उन्हें इन स्कीमों में पैसा लगाने को कहा जाता है जो अपने निवेश के साथ ज्यादा जोखिम नहीं ले सकते हैं.
स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 80 फीसदी छोटी कंपनियों में निवेश करना जरूरी है. शेयर बाजार में 250वें पायदान के नीचे आने वाली सभी कंपनियां इस श्रेणी में आती हैं. इनमें हमेशा सात से 10 साल की लंबी अवधि को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए. छोटी अवधि में केवल ज्यादा रिटर्न के लिए इनमें निवेश करने पर आप नुकसान उठा सकते हैं. इनके साथ बहुत ज्यादा जोखिम होता है. नए निवेशकों को इन स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है.
मल्टीकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों का सुझाव अक्सर उन निवेशकों को दिया जाता रहा है जो निवेश के साथ थोड़ा जोखिम ले सकते हैं. सेबी के नए नियमों के अनुसार, मल्टीकैप स्कीम को अपने कुल एसेट का कम से कम 75 फीसदी इक्विटी या इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना होगा. उनके लिए लार्ज, मिड और स्मॉलकैप शेयरों में न्यूनतम 25-25 फीसदी निवेश करना अनिवार्य किया गया है.
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