आपकी पर्सनल कुंजी निजी ही रहनी चाहिए। उसे किसी के साथ साझा न करें। प्रतिष्ठित एक्सचेंजों और पर्स का प्रयोग करें। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए अपने लाभ और हानि को ट्रैक करें। चूंकि क्रिप्टो वैश्विक करेंसी है और अभी तक 'वास्तविक निवेश' के रूप में इसकी पहचान नहीं की गई है, इसलिए इसका कोई भी स्वरूप आभासी हो सकता है।

Crypto Tokens with the Most Financial Potential in 2023 (Jagran File Photo)

Cryptocurrency Investment: कितना सच है क्रिप्टोकरेंसी से एक झटके में अमीर बनने का सपना? फायदा होगा या नुकसान

Cryptocurrency Investment क्रिप्टोकरेंसी ने निवेश के लिए एक नया बाजार बनाया है। बिटकॉइन जैसी डिजिटल मुद्राओं के दाम 20000 डॉलर पहुंचने के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए पैसा बनाने का आकर्षक जरिया बन गई है। लेकिन एक रातों-रात अमीर बनने का यह सपना कितना सच है?

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की लोकप्रियता दिन पर दिन क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए बढ़ती ही जा रही है। पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए निवेश का बहुत ही आकर्षक विकल्प बन रही है। नए निवेशक क्रिप्टोकरेंसी की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। ज्यादातर निवेशक इसकी चमक-दमक से अधिक प्रभावित हो रहे हैं।

लेकिन चूंकि यह निवेश का एक नया तरीका है और इसका कोई निश्चित ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है तो ऐसे में यह जान लेना बहुत जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसमें निवेश करने से पहले आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश

समझने क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए वाली पहली महत्वपूर्ण बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय प्रणालियों और निवेश के आम तौर-तरीकों से काफी अलग है। हमारे देश में निवेश संबंधी तमाम नियम जो सुरक्षा प्रदान करते हैं, वह क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित व्यापार में हासिल नहीं होती, क्योंकि इन करेंसी के एक्सचेंज वर्चुअल होते हैं। शेयर बाजार में निवेश करते समय आपको पता होता है कि आप किसके साथ काम कर रहे हैं, आपका पैसा कहां जा रहा है या आपको बदले में क्या मिल रहा है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के निवेश में आपको ये सारी सहूलियत नहीं होती।

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इसलिए अगर आप क्रिप्टो में निवेश करने जा रहे हैं तो इस बात पर लगातार नजर रखें कि क्रिप्टो मार्केट में क्या हो रहा है। आए दिन फंड घोटाले की खबरों को देखते हुए आपको इसकी जानकारी होनी बहुत जरूरी है। क्रिप्टो में निवेश से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि जिस निवेश विशेषज्ञ के साथ आप काम कर रहे हैं, वह पंजीकृत है। निवेश करने या न करने का निर्णय भावना में बहकर न लें।

स्कैम का कितना है खतरा

स्कैम की दुनिया के खिलाडियों को क्रिप्टो बहुत पसंद हैं, इसलिए धोखाधड़ी का गंभीर खतरा है। इससे सावधान रहें। नए लोग, जिनके पास अधिक जानकारी नहीं होती, वे स्कैमर्स के झांसे में आसानी से आ जाते हैं। जब किसी विशेष निवेश उत्पाद के बारे में बहुत अधिक चर्चा होती है, तो मंझे हुए व्यापारी ग्राहक से यह कहते हैं कि "हर कोई इसे खरीद रहा है"। यही हाल क्रिप्टो का है। बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी हैं जो वास्तविक नहीं हैं। जालसाजों ने क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में लाभ की संभावना देखी है और उन्होंने लोगों के पैसे चुराने के लिए कुछ टोकन बनाए हैं। ये फर्जी डिजिटल टोकन भी तेजी से बढ़ रहे हैं।

FPI invest 11599 crore in indian share market (Jagran File Photo)

विज्ञापन से प्रभावित न हों

आजकल कई सेलिब्रिटी भी सोशल मीडिया, रेडियो या टेलीविजन पर बिटकॉइन और अन्य टोकन की मार्केटिंग करते हुए नजर आ रहे हैं। आपको सलाह दी जाती है कि पूरी तरह से सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट के आधार पर कोई निवेश निर्णय न लें। किसी सफल निवेशक को आंख मूंदकर फॉलो न करें।

इस मूल्यांकन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आप जिस सिक्के में निवेश कर रहे हैं, वह उन लोगों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए समर्थित है, जो जानते हैं कि यह क्या है। इसे एक बुनियादी परीक्षा मानें। यह आपको एक ऐसी फर्म में निवेश करने क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए से बचने में मदद कर सकती है जो केवल पैसा बनाने में दिलचस्पी रखती है।

Cryptocurrency में निवेश करना चाहते हैं, तो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले करने होंगे ये काम

Cryptocurrency में निवेश करना चाहते हैं, तो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले करने होंगे ये काम

Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना थोड़ा जटिल हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच में बहुत ही पॉपुलर इन्वेस्टमेंट टूल बन चुका है. इसमें अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव रहने के बावजूद इसमें लगातार निवेश बढ़ रहा है. इसके पीछे कारण है कि क्रिप्टो में निवेश अच्छा रिटर्न देता है. सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम और डॉजकॉइन जैसे कुछ और कॉइन्स हैं. क्रिप्टो में निवेश करना थोड़ा जटिल प्रक्रिया हो सकती है. इसमें माइनिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange) पर ट्रेडिंग फिर क्रिप्टो वॉलेट को मेंटेन करने जैसी कई जरूरी चीजें होती हैं, जिनकी जानकारी होनी जरूरी होती है. हम आपको निवेश से पहले की कुछ बेसिक बातें बता रहे हैं, ताकि अगर आप यह निवेश शुरू करते हैं तो आपको जरूरी बातें पहले से पता रहें.

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अगर आप क्रिप्टो में निवेश शुरू कर रहे हैं तो आपको पहले क्रिप्टो एक्सचेंज से शुरुआत करनी चाहिए. क्रिप्टो एक्सचेंज वो प्लेटफॉर्म होता है, जहां निवेशक शेयर मार्केट की तरह क्रिप्टो करेंसी खरीदते-बेचते हैं और इसकी ट्रेडिंग करते हैं. लेकिन शेयर मार्केट के उलट, क्रिप्टो मार्केट सातों दिन चौबीसों घंटे चलता है और इसको रेगुलेट करने वाली कोई संस्था नहीं होती है. यह खुद ही खुद को रेगुलेट करता है.

हम आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले की कुछ जरूरी बातें यहां बता रहे हैं-

1. क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना

क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.

2. जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना और KYC प्रोसेस

किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए जिस तरह डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए भी आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इससे आपके अकाउंट की भी सुरक्षा होगी. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा. इसी पेमेंट ऑप्शन से आप ट्रेडिंग शुरू होने के बाद डिपॉजिट और विदड्रॉल वगैरह करेंगे.

bitcoin

3. अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना

एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. अगर आपने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली तो फिर या तो आप इसे डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं या फिर इसे फ्लैट करेंसी में कन्वर्ट करवाकर विदड्रॉ कर सकते हैं.

क्रिप्टो मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. यहां जितनी तेजी से कीमतें बढ़ती हैं, उतनी ही तेजी से गिरती भी हैं. ऐसे में समझदारी इसी में है कि शुरुआत में आप जितना रिस्क उठा सकें, उतना ही निवेश करें. हमेशा छोटे निवेश से शुरू करना चाहिए. हमेशा निवेश से पहले अपनी रिसर्च कर लीजिए. जब मार्केट पर पकड़ लगने लग जाए तो फिर आप अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.

1. क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना

क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.

2. जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना और KYC प्रोसेस

किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए लिए जिस तरह डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए भी आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इससे आपके अकाउंट की भी सुरक्षा होगी. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा. इसी पेमेंट ऑप्शन से आप ट्रेडिंग शुरू होने के बाद डिपॉजिट और विदड्रॉल वगैरह करेंगे.

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3. अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना

एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. अगर आपने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली तो फिर या तो आप इसे डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं या फिर इसे फ्लैट करेंसी में कन्वर्ट करवाकर विदड्रॉ कर सकते हैं.

क्रिप्टो मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. यहां जितनी तेजी से कीमतें बढ़ती हैं, उतनी ही तेजी से गिरती भी हैं. ऐसे में समझदारी इसी में है कि शुरुआत में आप जितना रिस्क उठा सकें, उतना ही निवेश करें. हमेशा छोटे निवेश से शुरू करना चाहिए. हमेशा निवेश से पहले अपनी रिसर्च कर लीजिए. जब मार्केट पर पकड़ लगने लग जाए तो फिर आप अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.

Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी

Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी

दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है.

Investing in Crypto Currencies: भारत समेत दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है जिसे कंप्यूटर पर जटिल समीकरणों को हल कर माइन किया जाता है. इसे माइन करने वाले यानी माइनर्स को रिवार्ड के तौर पर क्रिप्टो करेंसी मिलती है लेकिन जिन्हें तकनीकी समझ नहीं है, वे भी क्रिप्टो हासिल कर सकते हैं. जिस क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहक्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए िए प्रकार कंपनी के शेयरों की बीएसई और एनएसई जैसे एक्सचेंजों पर खरीद-बिक्री होती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बिटक्वाइन जैसे क्रिप्टो की खरीद-बिक्री होती है यानी कि आपको अगर बिटक्वाइन में निवेश करना है तो किसी एक्सचेंज पर जाकर आसानी से इसमें पैसे लगा सकते हैं.

इस प्रकार कर सकते हैं क्रिप्टो में निवेश

क्रिप्टों में निवेश के लिए वजीरएक्स (WazirX), क्वाइनडेक्स (Coindex), जेबपे Zebpay, क्वाइनस्विच कुबेर (Coin Switch Kuber) और यूनोकॉइन UnoCoin जैसे एक्सचेंज हैं. क्रिप्टो में निवेश के लिए पहले आपको एक्सचेंज की साइट पर जाकर पर्सनल डिटेल्स के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा.

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क्रिप्टो ट्रेडिंग पर ये हैं चार्जेज

  • एक्सचेंज फीस: क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है. फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • नेटवर्क फीस: क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है. आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए यह फीस दी जाती है.
  • वॉलेट फीस: क्रिप्टो करेंसी को ऑनलाइन बैंक खाते के समान एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.

तीन तरह के लगते हैं ट्रांजैक्शन चार्ज

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि क्रिप्टो ट्रेडिंग में मोटे तौर पर तीन प्रकार के ट्रांजैक्शन चार्ज लगते हैं- एक्सचेंज फीस, नेटवर्क फीस और वॉलेट फीस.

एक्सचेंज फीस (Exchange fees): क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करते समय ट्रेडर को पहला ट्रांजैक्शन फीस, एक्सचेंज फीस के बारे में पता होना चाहिए. एक्सचेंज फीस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज द्वारा खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए चार्ज की जाती है. भारत में अधिकांश Cryptocurrency Exchange का एक फिक्स्ड चार्ज मॉडल है, लेकिन लेनदेन की अंतिम लागत उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर करती है जिसका उपयोग आप लेनदेन को पूरा करने के लिए कर रहे हैं. एक स्मार्ट ट्रेडर के रूप में आपको अच्छी तरह छानबीन करना चाहिए और पता लगाना चाहिए कि कौन से क्रिप्टो एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन चार्ज लेते हैं.

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