तीन महीने में 5 म्‍यूचुअल फंड ने बैंक एफडी के मुकाबले 5 गुना से ज्‍यादा रिटर्न दिया है। जिसमें एक फंड एसबीआई का शामिल है। ( Express Photo by Anand Singh )

विदेशी इक्विटी फंड डेट फंड के रूप में वगीकृत किए गए हैं

इस फंड पर टैक्स की सरंचना डेट फंडों जैसी ही है, क्योंकि इसकी 65 फीसदी पूंजी शेयर बाजार और विदेशी कंपनियों में निवेश की जाती है। लंबी अवधि में कैपिटल गेन टैक्स से केवल इक्विटी फंडों में ही छूट मिलती है। इक्विटी फंड एक डिफाइंड फंड हैं जो अपनी 65 फीसदी राशि भारतीय कंपनियों में निवेश करते हैं। जो फंड यह नहीं करते, वे डेट फंड माने जाते हैं।

डीएसपीएमएल वर्ल्ड गोल्ड फंड इक्विटी पर आधारित फंड योजना का फंड है। यह अपनी पूंजी का एक बड़ा हिस्सा विदेशी म्युचुअल फंड योजनाओं में लगाता है जो अपना पैसा गोल्ड माइनिंग कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं।

पिछले कुछ माह से यूटीआई स्प्रेड फंड का पोर्टफोलियो डेट फंड के समान है। इसमें इक्विटी की संख्या बेहद कम है। क्या यह फंड टैक्स के लिए अपनी इक्विटी की विविधता को खो देगा? -जरीर वाडिया

यूटीआई स्प्रैड फंड एक हाइब्रिड ऑर्बिट्राज फंड है। इसके इक्विटी डाइवर्सिफाइड फंड होने को लेकर कोई गफलत नहीं होनी चाहिए। एक ऑर्बिट्राज फंड स्पॉट और डेरिवेटिव बाजार में व्याप्त कीमतों के अंतर के कारण उत्पन्न हुए ऑर्बिट्राज अवसरों का फायदा उठाकर लाभ कमाता है। इसलिए यह फंड बाजार की स्थिति के अनुसार इक्विटी से डेट फंड की ओर एलोकेशन पैटर्न में बदलाव कर सकता है।

एक फंड को इक्विटी डाइवर्सिफाइड फंड तभी माना जा सकता है, जब उसके पोर्टफोलियो में 65 फीसदी हिस्सा इक्विटी का हो। अगर कोई इक्विटी आधारित फंड उपरोक्त मापदंडों में वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) खरा नहीं उतरता क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए तो इसे डेट फंड माना जाएगा और इसी आधार पर इसमें टैक्स देय होगा। आपकी जानकारी के लिए इस साल जनवरी से यूटीआई स्प्रैड फंड ने अपना अधिकांश पोर्टफोलियो इक्विटी से डेट में बदल लिया है।

मैंने अक्टूबर 2005 में रिलायंस म्युचुअल फंड की इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) खरीदी थी। मैं अगले दो माह में इसकी अदायगी क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए होनी है। क्या आप बताएंगे कि मुझे किस तरह से आगे बढ़ना चाहिए और क्या इसमें कोई एक्जिट लोड है? क्या इससे होने वाला लाभ कर के दायरे में आएगा? -संजय पाटील

जिस ईएलएसएस का लॉक इन पीरियड तीन साल का होता है उसके भुगतान पर कोई एक्जिट लोड नहीं लगता क्योंकि यह एक एक साल से अधिक रखा गया इक्विटी फंड है इसलिए इसे कर से छूट मिलेगी।

मैंने अपने अपनी पूंजी का 25 फीसदी फ्रेंकलिन हाईग्रोथ कंपनीज, रिलायंस इक्विटी एडवांटेज, जेएम कोर-11, जेएम-एग्री, इंफ्रा और एआईजी इंडिया इक्विटी फंड आदि एनएफओ में निवेश किया है। मैंने हाल में सुना है कि एनएफओ में निवेश अच्छी रणनीति नहीं है।

अब मुझे इन फंडों खासकर जेएम एसेट मैनेजमेंट के दो फंडों में किए गए निवेश का क्या करना चाहिए? क्या आप मुझे मिडकैप और फ्लेक्सी कैप की श्रेणी के कुछ फंडों के बारे में जानकारी दे सकते हैं? -सुरील पटेल

हाल ही में पेश किए गए जेएम कोर-11 सीरीज-1 व जेएम एग्री व इंफ्रा फंड क्लोज एंडेड इक्विटी डायवर्सिफाइड फंड हैं। इनका मेच्यौरिटी पीरियड तीन साल का है। जेएम एग्री और इंफ्रा फंड अपनी पूंजी मिड और स्मॉल कैप की उन कंपनियों में निवेश करता है जो अपनी पूंजी कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कंपनियों में निवेश करती है। इसके चलते इसमें लॉर्ज कैप की इंफ्रा कंपनियों से अधिक जोखिम है।

पिछले दिनों बाजार में हुई गिरावट का असर इन पर लार्ज कैप की इंफ्रा कंपनियों से अधिक हुआ है। नतीजतन इनके रिटर्न में काफी गिरावट हुई। वास्तव में इंफ्रा फंड लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दे सकते क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए हैं। जेएम कोर-11 फंड एक मिड कैप ओरिएंटेड फंड है यह भी अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहा। ये सभी नए फंड हैं। इसलिए इनके लंबी अवधि के प्रदर्शन का कोई रिकार्ड नहीं है।

अगर आप इनमें निवेश करना चाहते हैं तो इनके प्रदर्शन पर लगातार निगाह गड़ाए रखें। हमेशा किसी अच्छे रिकार्ड वाले फंड में निवेश की ही सलाह दी जाती है। लेकिन लोग हमेशा कम एनएवी होने के कारण एनएफओ की ओर आकृष्ट होते हैं। आपको मिड कैप आधारित फंडों में निवेश के लिए रिलायंस ग्रोथ, सुंदरम सिलेक्ट मिडकैप या मैग्नम मल्टीप्लायर प्लस पर निगाह रखनी चाहिए।

क्या होता है Mutual fund और कैसे करें इसमें निवेश, जानिए एक्सपर्ट से

म्यूचुअल फंड की दुनिया एक ऐसी दुनिया है जिसके बारे में हर जागरूक निवेशक जानना चाहता है. क्योंकि यहां निवेश करने की सलाह लगभग हर वित्तीय सलाहकार देते हैं. तो क्या है म्यूचुअल फंड, कैसे कर सकते हैं आप इसमें निवेश की शुरुआत और कैसे चुन सकते हैं आप अपने लिए सबसे बेहतर म्यूचुअल फंड. चलिए जानते हैं म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट से.

The world of mutual funds is a world about which every conscious investor wants to know. Because almost every financial advisor gives advice to invest here. So what is mutual fund, how can you invest in it. know everything in this video

Investment: हर महीने 1000 रुपये का निवेश करके बनाएं लाखों, जानिए क्या हैं विकल्प

पैसे से हर किसी की जिंदगी खुशहाल बनी रहती है. पैसा नहीं होने पर लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं. ऐसे में पैसे कमाने के साथ-साथ निवेश भी करते रहना चाहिए. ताकि भविष्य की जरूरतें आसानी से पूरी की जा सकें.

Published: October 29, 2020 5:08 PM IST

Rs 500 Note

आज के आधुनकि जीवन में हर किसी की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ कोई भी व्यक्ति जीवन भर काम नहीं करना चाहता है. ऐसे में अपने भविष्य को सुरक्षित करने और सभी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए निवेश करना बहुत आवश्यक हो जाता है.

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लेकिन निवेश करने से पहले अपनी आय का आकलन करना पड़ता है. साथ ही यह भी तय करना पड़ता है कि किस जरूरत को पूरा करने के लिए आप निवेश करना चाह रहे हैं. यह भी तय करना होगा कि कितना पैसा निवेश करना चाहते हैं और कहां पर निवेश करना चाहते हैं.

पहले तो आपको निवेश और बचत के अंतर को समझना जरूरी है. अक्सर लोग बचत तो करते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. जब आप निवेश करते हैं तो आप इसे केवल सुरक्षित नहीं रखते, बल्कि इसे बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं. निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेर सारे पैसे हों. आप हर महीने 500 या 1000 रुपये भी निवेश करके अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं.
हम आपको यहां पर ऐसे ही पांच तरीके बता रहे हैं जहां हर महीने 1000 रुपये निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

कंपनियों के शेयरों में निवेश

शेयर बाजार में विभिन्न कंपनियों के स्टॉक में हर महीने 1000 रुपये निवेश करके आप अपना पोर्टफोलियो अच्छा बना सकते हैं. हालांकि, इतनी कम राशि में आप बड़ी कंपनियों के महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कई ऐसी कंपनियां हैं जो अच्छा ग्रोथ कर रही हैं और उनके शेयर की कीमत 1000 रुपये से कम है. ऐसी कंपनियों का शेयर खरीदकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें और शेयर इस मकसद से खरीदें कि आपको इसे 7 से 10 साल के बाद बेचना है. इसलिए ऐसी कंपनी के शेयर खरीदें जिसके फंडामेंटल्स काफी मजबूत हों.

रेकरिंग टर्म डिपॉजिट

रेकरिंग डिपॉजिट (RD) एक तरह का टर्म डिपॉजिट है जो निवेशकों की रेगुलर सेविंग की आदत को बढ़ावा देता है. RD अकाउंट में हर महीने मिनिमम 100 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसकी अधिकतम मेच्योरिटी 10 साल की है. इसमें ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक Interest मिलता है. यह भी फिक्स्ड डिपाजिट की तरह फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट आप्शन है, लेकिन यहां निवेश के लिए अधिक सहूलियत है. FD में जहां एक मुश्त पैसा लगाना पड़ता है, RD में आप SIP की तरह अलग-अलग इंस्टालमेंट में मंथली बेसिस पर निवेश कर सकते हैं.

म्यूचुअल फंड्स में निवेश

आप म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश भी कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और वे कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड्स निवेश का एक अच्छा विकल्प है. निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से Mutual Funds स्कीम चुन सकते हैं. Mutual Funds के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. SIP के जरिये आप इसमें निवेश कर सकते हैं. आप चाहें तो इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund), डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम (Hybrid Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं.

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) एक छोटी बचत योजना है, जिसमें आप 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इस समय इस पर 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक से खरीद सकते हैं. इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है. अगर आप पांच साल के लिए क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए NSC में हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं तो एक साल में इसमें 12,000 रुपये जमा होते हैं, लेकिन पांच साल के बाद यही अमाउंट 16,674 रुपये हो जाती है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने में सबसे कम जोखिम है. इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं रहता है. अभी PPF पर सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और सरकार इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत PPF में निवेश करने क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए पर 1.5 लाख तक का टैक्स लाभ भी देती है. इसका लॉक पीरियड 15 साल है. 15 साल तक अगर आप PPF में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं तो कुल जमा राशि 1,80,000 हो जाती है, लेकिन बदले में आपको 3,25457 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा टैक्स बेनिफिट अलग से मिलेगा.

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SIP Calculator: हर महीने जमा करें 1000 रुपए, घर बैठे मिलेंगे 2 करोड से ज्यादा

छोटी छोटी बचत कर बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आप हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) में निवेश करते है तो करोड़पति बन सकते हैं। पिछले दो दशक में म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहा है। कुछ फंड्स 20 फीसदी तक रिटर्न दे रहे है।

SIP Calculator

SIP Calculator: हर इंसान को भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। कुछ लोग छोटी बचत करते है तो कुछेक मोटा रिटर्न चाहते है। इसलिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने जमा करते है। अगर आप भी कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहते है तो म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। बीते कुछ सालों से म्‍यूचुअल फंड काफी पसंद आ रहा है। क्योंकि निवेशकों का निवेश किया हुआ पैसा अच्‍छा बेनिफ‍िट दे रहा है। आप हर महीने 1000 रुपए जमाकर 2 करोड़ से भी ज्यादा रिटर्न पा सकते है। हालांकि इसमें समय ज्यादा देना होता है। आइए जाते है म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी में कितना ब्याज मिलता है और कितने समय के लिए जमा करवाना होगा।

एसबीआई के यह पांच म्‍यूचुअल फंड करा सकते हैं एफडी से ज्‍यादा कमाई, जानिए कितना मिलेगा ब्‍याज

म्‍यूचुअल फंड में वैसे लांग टर्म में निवेश की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर आप एक साल के लिए भी निवेश करते हैं तो एफडी से ज्‍यादा कमाई कराते हैं। आज हम आपको स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के पांच ऐसे में म्‍यूचुअल फंड के बारे में बताएंगे जिन्‍होंने बीते एक साल में अच्‍छा रिटर्न दिया है।

एसबीआई के यह पांच म्‍यूचुअल फंड करा सकते हैं एफडी से ज्‍यादा कमाई, जानिए कितना मिलेगा ब्‍याज

तीन महीने में 5 म्‍यूचुअल फंड ने बैंक एफडी के मुकाबले 5 गुना से ज्‍यादा रिटर्न दिया है। जिसमें एक फंड एसबीआई का शामिल है। ( Express Photo by Anand Singh )

एसबीआई डेट फंड्स द्वारा डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स का निवेश किया जाता है। ये फंड निवेशकों को आयमें स्थिरता लाने के साथ-साथ उनके रुपयों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले निवेशकों के लिए भी यह फंड काफी अच्‍छे हैं। एसबीआई म्यूचुअल फंड में भारत के कुछ बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले डेट फंड हैं। सर्वश्रेष्ठ एसबीआई योजनाओं को उनके पिछले प्रदर्शन, एयूएम और अन्य कारकों के आधार पर चुना गया है। जो निवेशक निवेश करना चाहते हैं, वे इन फंडों में ऐसा कर सकते हैं और स्थिर आय बनाने के लिए डेट मार्केट से लाभ उठा सकते हैं।

डेट म्यूचुअल फंड आपके पैसे का एक बड़ा हिस्सा फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज जैसे सरकारी बांड, डिबेंचर, कॉरपोरेट बांड और अन्य मनी-मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है। डेट म्यूचुअल फंड ऐसे आउटलेट में निवेश करके निवेशकों के लिए जोखिम तत्व को काफी कम करते हैं। यह अपेक्षाकृत सुरक्षित निवेश विकल्प है जो आपको धन बनाने में मदद कर सकता है। आइए आपको भी बताते हैं किे आख‍िर एसबीआई के ऐसे कौन से फंड हैं।

एसबीआई मैग्नम मीडियम ड्यूरेशन फंड डायरेक्ट : एसबीआई मैग्नम मीडियम ड्यूरेशन फंड का डायरेक्ट रिटर्न पिछले साल के दौरान 6.67 फीसदी रहा है। अपने डेब्यू के बाद से इसने हर साल औसतन 9.98 फीसदी का रिटर्न दिया है। फंड का व्यय अनुपात 0.68 फीसदी है, और आप इसमें न्यूनतम 1000 रुपए से निवेश शुरू कर सकते हैं। फंड की शीर्ष होल्डिंग्स भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, टाटा रियल्टी और इंफ्रास्ट्रक्चर में हैं। लिमिटेड, फ्लोमेटेलिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पास है। एसबीआई मैग्नम मीडियम ड्यूरेशन फंड का एयूएम 9,412 करोड़ रुपए है।

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एसबीआई बैंकिंग एंड पीएसयू फंड : 17 जुलाई, 2021 तक इस फंड का एयूएम 14,078 करोड़ रुपए और एनएवी 2,597.98 रुपए था। एसबीआई बैंकिंग और पीएसयू फंड डायरेक्ट-ग्रोथ पर 1 साल का रिटर्न 4.16 फीसदी है। इसने अपनी स्थापना के बाद से प्रति वर्ष औसतन 8.77 फीसदीका रिटर्न दिया है। फंड की शीर्ष होल्डिंग ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्प लिमिटेड, भारतीय स्टेट बैंक, राष्ट्रीय आवास बैंक, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम। लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड के पास है। बैंकिंग और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) फंड मुख्य रूप से बैंकों, पीएसयू और सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों द्वारा जारी बांड में निवेश करते हैं। वे दो से तीन साल के निवेश के साथ-साथ लंबी अवधि के पोर्टफोलियो में एक निश्चित आय अनुपात के लिए उपयुक्त हैं। आप बैंक सावधि जमा से अधिक रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। फंड का एक्‍सपेंस रेश्‍यो 0.34 फीसदी है, जो कि अधिकांश अन्य बैंकिंग और सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन फंडों के बराबर है।

एसबीआई मैग्नम इनकम फंड : मध्यम से लंबी अवधि के डेट फंड ज्यादातर बांड में निवेश करते हैं क्योंकि वे समान अवधि के बैंक एफडी की तुलना में अधिक रिटर्न देने का प्रयास करते हैं। इन फंडों में निर्दिष्ट समय अवधि के दौरान पैसे डूबने की संभावना कम होती है, लेकिन ब्याज दर में बदलाव के जवाब में उन्हें कुछ अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है। एसबीआई मैग्नम इनकम डायरेक्ट प्लान पर पिछले एक साल का ग्रोथ रिटर्न 5.76 फीसदी था। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 8.85 फीसदी रहा है। फंड की शीर्ष होल्डिंग्स भारतीय रिजर्व बैंक, इंडियन बैंक, एम्बेसी ऑफिस पार्क्स आरईआईटी, टाटा रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में हैं। SBI मैग्नम इनकम फंड के डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो 0.8 फीसदी है।

एसबीआई सेविंग फंड : इसका एयूएम 22,380.83 करोड़ रुपए है, और 17 जुलाई 2021 तक घोषित नवीनतम एनएवी 34.591 करोड़ है। फंड एक्‍सपेंस रेश्‍यो 0.75 फीसदी जो कि अधिकांश अन्य मनी मार्केट फंडों से अधिक है। भारत सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक, एक्सिस बैंक लिमिटेड, नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट और आरबीएल बैंक लिमिटेड फंड की शीर्ष होल्डिंग्स में से हैं। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 7.25 प्रतिशत रहा है। मनी मार्केट डेट फंड एक साल की मैच्योरिटी वाले शॉर्ट टर्म बॉन्ड में निवेश करते हैं। वे बैंक खाते या अल्पकालिक एफडी की तुलना में कुछ अधिक रिटर्न अर्जित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इन फंडों के पास निर्दिष्ट अवधि के दौरान पैसे खोने की न्यूनतम संभावना होती है, लेकिन वे रिटर्न या पूंजी सुरक्षा की गारंटी नहीं देते हैं।

एसबीआई क्रेडिट रिस्क फंड : एसबीआई क्रेडिट रिस्क फंड-ग्रोथ अपनी श्रेणी में एक मध्यम आकार का फंड है, जिसका एयूएम 3,473 करोड़ रुपए है। फंड का व्यय अनुपात 1.54 प्रतिशत है, जो कि अधिकांश अन्य क्रेडिट जोखिम फंडों द्वारा लगाए गए व्यय अनुपात से अधिक है। एसबीआई क्रेडिट रिस्क फंड का 1 साल का ग्रोथ रिटर्न 6.98 फीसदी है। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 7.64 प्रतिशत रहा है। जीओआई, IndInfravit Trust, टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, फ्लोमेटालिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, और गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड फंड की शीर्ष होल्डिंग्स में से हैं।

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