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क्या आप डीमैट अकाउंट खोलना चाह रहे हैं? शुरू करने के लिए क्लिक करें!

Share Market cap this week (Jagran File Photo)

AMC & F&O Charges of All Popular Demat Trading Account (Zerodha,Angel etc)

AMC की शुरुआत उस वक्त हुई जब शेयर को फिजिकल रूप से खरीदा जाता था और शेयर खरीदने का सर्टिफिकेट मिलता था। बाद में इसी सर्टिफिकेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए जो खर्चे लगे, उसे ही AMC के रूप में लिया जाने लगा।

किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर आप अलग अलग डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। अलग अलग कंपनी के demat account खोलने के लिए उनकी AMC की रकम भी अलग अलग होती है।

F&O charges

F&O charge का पूरा नाम Future and Options charge.

जब कोई भी व्यक्ति Future and Options में ट्रेडिंग करता है तो ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीदते और बेचते वक्त उस व्यक्ति से एक निश्चित रकम ली जाती है जिसे F/O charges कहते हैं।

लगभग सभी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर F&O charges एक जैसे ही होते हैं।

AMC and F&O charges नहीं भरने पर क्या होगा ?

F&O charges तो ट्रेडिंग के दौरान ऑटोमैटिक ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस ही काट लिए जाते हैं इसीलिए इसको ना भरने का कोई सवाल ही नहीं आता।

लेकिन अगर आप AMC नहीं भरते हैं तो सबसे पहले आपको AMC भरने से जुड़े ढेर सारे sms, फोन कॉल और ईमेल आयेंगे।

इसके बाद भी अगर आप AMC नहीं भरते हैं तो आपके demat account को deactivate कर दिया जायेगा। यानी आप demat account से कोई ट्रेडिंग और ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे।

अकाउंट को पुनः एक्टिवेट करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस आपको कम से कम 500 रुपए हर्जाना और AMC की पूरी रकम चुकानी होगी।

Zerodha charges

zerodha amc charges

जिरोधा में trading account और commodity account के लिए कोई भी AMC नहीं लगती है। लेकिन अगर आपका डीमैट अकाउंट Individuals, HUFs, NRIs और partnership firms में से किसी एक type का है ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस तो प्रत्येक 3 महीने पर (Quarterly) 75 रुपए + 18% GST Account Maintenance Charge लगेगा।

Zerodha में Corporates जैसे LLPs और private एवं public companies के डीमैट अकाउंट के लिए Quarterly 250 रुपए + 18% GST AMC लगता है।

ऐसे डीमैट अकाउंट जो 15 सितंबर 2015 से पहले के हैं उनके लिए प्रत्येक 3 महीने पर 100 रुपए + 18% GST Account Maintenance Charge लगता है।

zerodha F&O charges

Zerodha में 20 रुपए/ ऑर्डर या ऑर्डर की रकम का 0.03% F&O charges लगते हैं। 20 रुपए या ऑर्डर की रकम के 0.03% में से जो रकम कम होगी वही F&O charges के रूप में काटी जायेगी।

Demat vs Trading Account: डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?

शेयर बाजार

शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?

बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।

Share Market Trading के लिए फ्री में खोलें डीमैट अकाउंट, ये ब्रोकिंग कंपनियां दे रही हैं मौका

Share Market Trading के लिए फ्री में खोलें डीमैट अकाउंट, ये ब्रोकिंग कंपनियां दे रही हैं मौका

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) होना बहुत जरूरी है। आप डीमैट अकाउंट किसी बैंक के साथ खोल सकते हैं या फिर ब्रोकरिंग कंपनियों के साथ भी डिमैट अकाउंट खोला जा सकता है। पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ब्रोकिंग कंपनियां उन्हें मुफ्त डीमैट और ट्रेडिंग खाते खोलने का मौका दे रही हैं। चलिए, इन पर एक नजर डालते हैं।

Sula Vineyards IPO Allotment today (Jagran File Photo)

SBI YONO ऐप पर खोलिए डीमैट अकाउंट, नहीं देनी होगी कोई फीस

वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने पिछले दिनों शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों की बढ़ती भागीदारी पर खुशी जताई थी.

वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने पिछले दिनों शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों की बढ़ती भागीदारी पर खुशी जताई थी.

अगर आप शेयर मार्केट में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इसमें निवेश करने के लिए एक डीमैट और ट्रेडिंग खाते की जरूरत पड़ेगी . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : April 15, 2022, 18:02 IST

नई दिल्ली. शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) जरूर होना चाहिए. इसके साथ ही ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) भी जरूरी है. आमतौर पर डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको फीस देनी होती है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) अपने मोबाइल ऐप योनो (SBI YONO) के जरिए ग्राहकों को फ्री में डीमैट अकाउंट खोलने का ऑफर दे रहा है. इसके अलावा पहले साल में अकाउंट होल्डर को किसी तरह का एएमसी (AMC) चार्ज नहीं देना होगा.

बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल @TheOfficialSBI के जरिए कहा, ”अपना पहला डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोले एसबीआई के योनो ऐप के जरिए. आपको डीमैट अकाउंट और पहले साल के डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) एएमसी पर किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. अब योनो डाउनलोड करें!”

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।

डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई ट्रेडिंग अकाउंट फी और चार्जेस पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।

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