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बिज़नेस / 3 फ्लेवर में री-लॉन्च होगा Campa, मुकेश अंबानी ने लगाया बड़ा दांव
New Delhi : मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सॉफ्ट ड्रिंक सेगमेंट में बड़ा दांव लगाया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने नई दिल्ली स्थित प्योर ड्रिंक्स ग्रुप से घरेलू सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड कैंपा (Campa) खरीदा है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। अब Campa को 3 फ्लेवर्स में दिवाली तक देश भर में री-लॉन्च किया जाएगा। यह आइकॉनिक Campa Cola वर्जन के अलावा लेमन और ऑरेंज फ्लेवर में आएगा। ब्रांड को रिलायंस रिटेल के खुद के स्टोर्स और लोकल किराना शॉप्स के जरिए बेचा जाएगा। कैंपा ब्रांड को खरीदने की डील करीब 22 करोड़ रुपये में हुई है।
रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) ने अपने मौजूदा प्राइवेट लेबल्स की पहुंच बढ़ाने के साथ नए प्रॉडक्ट्स लॉन्च करने और मार्केट के लोकल ब्रांड्स खरीदकर अपने फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स बिजनेस को रोलआउट करने का प्लान अनाउंस किया है। कैंपा कोला (Campa Cola) को 1970 में प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने लॉन्च किया है। 1949 में कोका-कोला के लॉन्च और डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा भी इसी ग्रुप के पास था। अमेरिकी ब्रांड को साल 1977 में अस्थायी रूप से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने ब्रांड कैंपा कोला लॉन्च किया था।
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स बिजनेस लॉन्च करेगी कंपनी
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने सोमवार को RIL की 45वीं सालाना जनरल मीटिंग में ग्रुप के अपने FMCG बिजनेस लॉन्च करने से जुड़े प्लान को अनाउंस किया था। उन्होंने कहा था, 'इस साल हम अपना फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स बिजनेस लॉन्च करेंगे। इस कारोबार का मकसद ऐसे प्रॉडक्ट्स डिवेलप और डिलीवर करना है, जो कि हर भारतीय की रोजाना की जरूरतों को पूरा करें। हम किफायती प्राइसिंग पर हाई क्वॉलिटी प्रॉडक्ट्स देना चाहते हैं।' जनरल ट्रेड में अपने प्रॉडक्ट्स को पुश करने के लिए कंपनी डिस्ट्रीब्यूटर्स की नियुक्ति कर रही है।
Business Idea : कम निवेश में बढ़िया कमाई, जानिए शानदार कारोबार
नई दिल्ली, जुलाई 14। आजकल पांच में से हर दूसरा आदमी अपना खुद का व्यापार शुरू करना चाहता है। इन दिनों युवाओं से लेकर नौकरी पेशे वाले लोगों में बिजनेस शुरू करने की होड़ मची हुई है, लोग अलग-अलग बिजनेस आइडिया पर काम कर रहे हैं। लेकिन एक बात हमेशा ध्यान देने की जरूरत है कि आपका आइडिया ऐसा होना चाहिए जिसकी मांग बाजार में हो और एक निश्चित समय के बाद भी बिजनेस अपना व्यापार दांव लगाएं चलता रहें। अगर आप भी खुद का अपना कोई बिजनेस शुरू करना चाह रहे हैं तो पेपर नैपकिन का बिजनेस कम खर्च में एक लांग टर्म बिजनेस प्लान हो सकता है। चलिए आज आपको पेपर नैपकिन का बिजनेस शुरू करने के डिटेल्स बताते हैं।
पेपर नैपकिन के उत्पादन में है कमाई
पेपर नैपकिन आजकल हर छोटे बड़े रेस्टोरेंट में दिख जाती है। पहले पेपर नैपकिन केवल महंगे रेस्टोरेंट और होटलों में ही यूज की जाती थी, लेकिन पिछले कुछ सालो से इसका प्रयोग बढ़ रहा हैं। छोटे शहरों और कस्बों के रेस्टोरेंट भी पेपर नैपकिन रखना शुरू कर रहे हैं। ऐसे में पेपर नैपकिन बनाने की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाकर कर बंपर कमाई की जा सकती है। पेपर नैपकिन को अक्सर अपने यह टिश्यू पेपर कहा जाता है, इसका प्रयोग रेस्टोरेंट तक ही सीमित नहीं है, हॉस्पिटल, कॉर्पोरेट ऑफिस, दुकान और घरों में भी किया जाने लगा है। आजकल हर कोई टिश्यू पेपर और उसके प्रयोग को जानता है।
3.50 लाख की लागत से कर सकते हैं शुरू
पेपर नैपकिन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए आपको लगभग 3 से 3.50 लाख रुपए का जुगाड़ करना पड़ेगा। अगर आप लोन लेकर मशीन और अपना व्यापार दांव लगाएं रॉ मैटेरियल को नहीं खरीदना चाहते तो इतने पैसे में छोटे स्तर पर आप पेपर नैपकिन बनाने की मशीन का सेटअप कर सकते हैं। अगर आप लोन लेकर बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो 3.50 लाख रुपए बैंक में जमा करने के बाद आप किसी भी बैंक से टर्म लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आप इस राशि के अगेंस्ट 3.10 लाख का टर्म लोन या फिर 5.30 लाख रुपए का कैपिटल लोन ले सकते हैं। पेपर अपना व्यापार दांव लगाएं नैपकिन का बिजनेस सेट करने के लिए आपको ज्यादा टेक्निकल नॉलेज की जरूरत नहीं है। मशीन सेट-अप के साथ ही आपको ट्रेनिंग दी जाती है।
मुद्रा योजना के तहत ले सकते हैं लोन
पेपर नैपकिन का उत्पादन यूनिट शुरू करने के लिए आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत किसी भी बैंक से लोन भी ले सकते हैं। आप किसी भी नजदीकी बैंक से मुद्रा योजना का फार्म लेकर लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। मुद्रा योजना के लोन के लिए कोई भी गारंटी नहीं देनी पड़ेगी, लोन के अकाउंट को आप किस्तों में जमा कर सकते हैं। अगर आपने मार्केट अच्छे से पकड़ लिया तो आप साल में 1.50 लाख किलोग्राम पेपर नैपकिन का उत्पादन कर सकते हैं। बाजार में नैपकिन 65 रुपए प्रति किलो ग्राम के रेट से बिक जाएगी। मार्केट में अच्छी पकड़ के बाद आप सालाना 10-12 लाख रुपए महीना कमा सकते हैं।
आपके व्यवसाय के लिए स्टार्टअप पूंजी जुटाने के शीर्ष विकल्प
हाल के एक सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 94 प्रतिशत नई फर्में अपने पहले वर्ष में विफल हो जाती हैं। सबसे आम कारणों में से एक धन की कमी है। पूंजी किसी भी कंपनी की जीवनदायिनी होती है। इसके लिए ईंधन के रूप में नकदी के उपयोग की आवश्यकता होती है। उद्यमी पूछते हैं, "मैं अपने स्टार्टअप को कैसे वित्तपोषित कर सकता हूं?" व्यावहारिक रूप से उनके हर कदम पर व्यापार. जब आपको पैसे की आवश्यकता होती है तो यह मुख्य रूप से आपकी फर्म की प्रकृति और शैली से निर्धारित होता अपना व्यापार दांव लगाएं है। हालाँकि, यदि आपने निर्णय लिया है कि आपको धन जुटाने की आवश्यकता है, तो आपके लिए कई वित्तपोषण विकल्पों में से कुछ निम्नलिखित हैं।
अपने स्टार्टअप व्यवसाय को बूटस्ट्रैप करना
किसी भी कर्षण और संभावित सफलता की योजना के बिना, पहली बार उद्यमियों को पूंजी हासिल करने में कठिनाई होती है। स्व-वित्त पोषण, जिसे अक्सर बूटस्ट्रैपिंग के रूप में जाना जाता है, स्टार्टअप के लिए धन प्राप्त करने का एक उत्कृष्ट तरीका है, खासकर यदि आप अभी शुरुआत कर रहे हैं। आप अपनी नकदी से निवेश कर सकते हैं या रिश्तेदारों और दोस्तों की मदद ले सकते हैं। कम औपचारिकताओं और अनुपालनों और कम लागत बढ़ाने के कारण इसे उठाना आसान होगा। ज्यादातर मामलों में, रिश्तेदार और दोस्त ब्याज दर पर आपके साथ काम करने को तैयार रहते हैं।
इसके फायदों के कारण सेल्फ-फंडिंग या बूटस्ट्रैपिंग को पहले फंडिंग विकल्प के रूप में माना जाना चाहिए। जब आपके पास अपना पैसा होता है, तो आप व्यवसाय से बंधे होते हैं।
क्राउडफंडिंग एक फंडिंग विकल्प है
Crowdfunding एक स्टार्टअप को वित्त पोषण करने का एक अपेक्षाकृत नया तरीका है जिसने हाल ही में बहुत अधिक कर्षण प्राप्त किया है। यह एक साथ कई लोगों से ऋण, पूर्व-आदेश, योगदान या निवेश प्राप्त करने के बराबर है।
यह क्राउडफंडिंग के साथ कैसे काम करता है - एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म पर, एक उद्यमी अपनी फर्म का अपना व्यापार दांव लगाएं विस्तृत विवरण पोस्ट करेगा। वह अपनी फर्म के उद्देश्य, लाभ कमाने की रणनीति, उसे कितने धन की आवश्यकता है और किन कारणों से, इत्यादि बताएगा। उपभोक्ता व्यवसाय के बारे में पढ़ सकते हैं और विचार पसंद आने पर धन दान कर सकते हैं। जो लोग पैसे दान करते हैं, वे सामान या उपहार को प्री-ऑर्डर करने के मौके के बदले में ऑनलाइन प्रतिबद्धताएं करेंगे। कोई भी व्यक्ति उस कंपनी की मदद करने के लिए पैसे दान कर सकता है जिसमें वे विश्वास करते हैं। साथ ही, ध्यान रखें कि क्राउडफंडिंग धन जुटाने के लिए एक प्रतिस्पर्धी स्थान है, इसलिए जब तक कि आपकी फर्म उत्कृष्ट न हो और केवल एक विवरण और इंटरनेट पर कुछ तस्वीरों के साथ नियमित उपभोक्ताओं को आकर्षित कर सके। , आपको क्राउडफंडिंग एक व्यवहार्य विकल्प नहीं मिल सकता है।
अपने स्टार्टअप में एंजेल निवेश प्राप्त करें
एंजेल निवेशक अतिरिक्त आय वाले व्यक्ति होते हैं और इनमें निवेश करने की तीव्र इच्छा होती है नए व्यवसायों. वित्त पोषण के अलावा, वे सलाह या सलाह प्रदान कर सकते हैं। वे निवेश करने से पहले संयुक्त रूप से प्रस्तावों को स्क्रीन करने के लिए नेटवर्क के समूहों में भी सहयोग करते हैं।
वे अधिक लाभ के लिए अपने निवेश में अधिक जोखिम स्वीकार करेंगे। कंपनी के विकास के शुरुआती चरणों में इस प्रकार का निवेश सबसे आम है, जिसमें निवेशकों को 30% तक इक्विटी की उम्मीद है। गूगल, याहू और अलीबाबा जैसी कई जानी-मानी कंपनियों की स्थापना एंजेल निवेशकों के सहयोग से की गई थी।
अपने व्यवसाय के लिए उद्यम पूंजी प्राप्त करें
यह वह जगह है जहाँ बड़े दांव लगाए जाते हैं। वेंचर कैपिटल फंड पेशेवर रूप से प्रबंधित फंड हैं जो इसमें निवेश करते हैं उच्च क्षमता वाले व्यवसाय. वे अक्सर अपने स्वयं के पैसे से कंपनियों में निवेश करते हैं और जब वे सार्वजनिक होते हैं या अधिग्रहित होते हैं तो प्रस्थान करते हैं। वीसी ज्ञान और कोचिंग देते हैं, और कंपनी की दीर्घकालिक व्यवहार्यता और मापनीयता के लिए एक लिटमस टेस्ट के रूप में कार्य करते हैं।
बैंक ऋण के माध्यम से धन जुटाएं
जब फंडिंग की बात आती है तो बैंक आमतौर पर पहला स्थान होता है, जिसके बारे में उद्यमी सोचते हैं।
उद्यमों के लिए, बैंक दो प्रकार के वित्त पोषण प्रदान करता है। पहला वर्किंग कैपिटल लोन है, जबकि दूसरा फंडिंग है। राजस्व-सृजन संचालन के एक पूर्ण चक्र को चलाने के लिए आवश्यक ऋण एक कार्यशील पूंजी ऋण है, और बंधक स्टॉक और देनदार आमतौर पर इसकी सीमा निर्धारित करते हैं। व्यवसाय योजना और मूल्यांकन विवरण साझा करने की मानक प्रक्रिया और जिस परियोजना रिपोर्ट पर ऋण स्वीकृत किया गया है, उसका पालन बैंक से धन की मांग करते समय किया जाएगा।
विभिन्न पहलों के माध्यम से भारत में लगभग हर बैंक से एसएमई वित्तपोषण उपलब्ध है। अग्रणी भारतीय बैंक, जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस, 7 से 8 से अधिक विभिन्न संपार्श्विक-मुक्त व्यवसाय ऋण विकल्प प्रदान करते हैं। अधिक जानकारी के लिए विभिन्न बैंकों की वेबसाइटें देखें।
निष्कर्ष
जबकि उधार देने के विकल्पों की प्रचुरता पहले से कहीं अधिक आसान हो सकती है, अभिनव व्यापार उद्यमियों को यह विचार करना चाहिए कि उन्हें कितनी वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। यदि आप तेजी से विस्तार करना चाहते हैं तो आपको निश्चित रूप से बाहरी फंडिंग की आवश्यकता होगी। यदि आप बूटस्ट्रैप करते हैं और एक विस्तारित अवधि के लिए बाहरी वित्त के बिना बने रहते हैं तो आप बाजार के अवसरों का लाभ उठाने में असमर्थ हो सकते हैं। अच्छे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में निवेश करें और इन समस्याओं से निपटने के लिए अपने फंड को बनाए रखें। शुरुआत से ही ठोस कॉर्पोरेट प्रशासन के साथ शुरुआत करना बेहतर है, क्योंकि बाद में वापस जाना और राजकोषीय अनुशासन का प्रयोग करने का प्रयास करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
बुमराह की जगह टीम इंडिया में खेलेंगे Mohammed Siraj, जानिए BCCI ने इस खिलाड़ी पर क्यों लगाया दांव
Mohammed Siraj replace Jasprit Bumrah : टी20 वर्ल्ड कप से जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण बाहर हो गए. अब बीसीसीआई ने बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज को टीम इंडिया में अपना व्यापार दांव लगाएं शामिल करने का ऐलान किया है.
Mohammed Siraj
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 30 सितंबर 2022,
- (Updated 30 सितंबर 2022, 11:39 AM IST)
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के कारण टीम से बाहर होने के बाद उनकी जगह मोहम्मद सिराज को टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया है. शुक्रवार को बीसीसीआई ने ट्वीट करके यह जानकारी दी. अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज के बाकी बचे 2 मैचों के लिए सिराज टीम के लिए उपलब्ध रहेंगे. बता दें कि सीरीज में भारत 0-1 से आगे है.
चोटिल होने के कारण बाहर हुए बुमराह
इससे पहले बीसीसीआई अपना व्यापार दांव लगाएं सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने बुमराह के टी-20 वर्ल्डकप से बाहर होने की पुष्टि की थी. पीटीआई के मुताबिक, जसप्रीत बुमराह को लगी चोट गंभीर है और वह क्रिकेट मैदान से करीब 4 से 6 महीने तक दूर रह सकते हैं. हालांकि, बीसीसीआई की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक अपना व्यापार दांव लगाएं बयान नहीं आया है.
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बुमराह के टीम से बाहर होने के बाद लगातार सिराज के नाम की चर्चा चल रही थी, क्योंकि सिराज के हालिया प्रदर्शन को देखें तो उनके रिकार्ड शानदार हैं. सिराज ने इसी महीने वारविकशायर के लिए अपना काउंटी डेब्यू किया था, जहां वह अपने प्रदर्शन से छा गए थे. सिराज ने एजबेस्टन के मैदान पर उस मैच में समरसेट के खिलाफ पहली पारी में 82 रन देकर पांच विकेट हासिल किए.
टीम ंमें सिराज को क्यों चुना गया?
सिराज के रिकार्ड पर नजर डालें तो, उन्होंने भारत के लिए अबतक 13 टेस्ट, 10 वनडे और 5 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं. सिराज ने टेस्ट क्रिकेट में 30.77 की औसत से 40 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान उनका पारी में बेस्ट प्रदर्शन 73 रन देकर पांच विकेट रहा है. वनडे इंटरनेशनल की बात करें तो सिराज ने 31.07 के एवरेज से 13 विकेट हासिल किए हैं. इसके अलावा टी20 इंटरनेशनल में सिराज के नाम पर पांच विकेट दर्ज हैं.
बता दें कि अभी तक यह साफ नहीं है कि बुमराह के टी20 विश्व कप से बाहर होने की सूरत में सिराज रिजर्व खिलाड़ी के रूप में ऑस्ट्रेलिया जाएंगे या नहीं.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 के लिए टीम इंडिया
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, दीपक चाहर, उमेश यादव, श्रेयस अय्यर, शाहबाज अहमद, मो. सिराज
इस कंपनी को हो गया 500 करोड़ का बड़ा नुकसान, मुकेश अंबानी ने लगाया है दांव
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फरवरी 2020 में कहा था कि वह आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 250 करोड़ रुपये में 37.7 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
RIL चेयरमैन मुकेश अंबानी (Photo-PTI )
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अधीन काम करने वाली टेक्सटाइल सेक्टर की कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज को बड़ा नुकसान हुआ है।
कंपनी की ओर से बताया गया है कि 31 मार्च 2021 को खत्म हुई तिमाही के दौरान आलोक इंडस्ट्रीज को 500 करोड़ का घाटा हुआ है। कंपनी ने पिछले साल की समान तिमाही में 1,791 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। आलोक इंडस्ट्रीज ने बताया कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 95.04 प्रतिशत बढ़कर 1,478.63 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले साल की समान तिमाही में 758.11 करोड़ रुपये थी।
आपको बता दें कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फरवरी 2020 में कहा था कि वह आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 250 करोड़ रुपये में 37.7 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। रिलायंस के अलावा जेमएम फाइनेंशियल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी आलोक इंडस्ट्रीज पर दांव लगाया है। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की अहमदाबाद पीठ ने मार्च, 2019 में इनकी बोली को मंजूरी दी थी।
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शेयर में बड़ी गिरावटः इस बीच, आलोक इंडस्ट्रीज के शेयर के में करीब 13 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है। आलोक इंडस्ट्रीज का शेयर भाव 20 रुपये के स्तर पर आ गया है। प्रति शेयर करीब 3 रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, आलोक इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटल भी 10 हजार करोड़ रुपये से घटकर 9,980 करोड़ रुपये पर आ गया है। अगर भारतीय शेयर बाजार की बात करें तो इसमें बढ़त दर्ज की गई है।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सूचकांक 557 अंक यानी 1.15 प्रतिशत मजबूत होकर 48,945 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 168 अंक यानी 1.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,653 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एल एंड टी रहा। इसमें 3 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी।
इसके अलावा बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक में भी तेजी रही। दूसरी तरफ मारुति, एनटीपीसी, कोटक बैंक, नेस्ले इंडिया और डा. रेड्डीज आदि शेयरों में गिरावट रही। (ये पढ़ें-मुकेश अंबानी से ज्यादा है इन दो भाइयों की सैलरी, रिलायंस में मिली है बड़ी जिम्मेदारी)
कोरोना की वजह से आ सकती है गिरावटः हालांकि, बाजार में बढ़त के बावजूद जानकारों का मानना है कि सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आ सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह कोरोना का कंट्रोल नहीं होना है। आपको बता दें कि देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। इस वजह से दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।
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