जोखिम प्रबंधन एवं पशु बीमा योजना का शुभारंभ आज
झज्जर | कृषिएवं पशु पालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ 29 जुलाई को जोखिम प्रबंधन एवं पशु बीमा योजना का शुभारंभ जोखिम प्रबंधन करेंगे। डीसी अनिता यादव ने बताया कि हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड तथा पशुपालन एवं डेयरी विभाग की ओर से राज्यस्तरीय विपदा प्रबंधन एवं पशु बीमा योजना समारोह झज्जर के राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में सुबह 11 बजे में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समारोह में विभिन्न विभागों की विकासात्मक योजनाओं लोक हितैषी नीतियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
जोखिम प्रबंधन प्रणाली क्या है समझाइए?
इसे जोखिम प्रबंधन सुनेंरोकेंजोखिम प्रबंधन उन सभी जोखिमो को परिभाषित करने की प्रक्रिया है | जिसका सामना कंपनी करती है और भी उन जोखिमों पर नजर रखने और उनका सामना करने के लिए रूपरेखा का निर्माण करती है । हानि करने वाले जोखिमों को कम करना । मौजूदा अवसरों की अवहेलना ना करते हुए उपलब्ध अवसरों का अधिकतम लाभ उठाना ।
जोखिम से क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकें’जोखिम’ शब्द के जोखिम प्रबंधन दो विशिष्ट अर्थ हैं: प्रचलित रूप में अवसर या संभावना की अवधारणा पर जोर दिया जाता है, जैसे ”दुर्घटना का जोखिम” जबकि तकनीकी पद्धति में आमतौर पर कुछ विशेष कारणों, स्थान और अवधि के लिए ‘संभावित नुकसानों’ के संदर्भ में परिणामों पर जोर दिया जाता है।
व्यवसाय जोखिम से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकें’व्यावसायिक जोखिम’ शब्द जोखिम प्रबंधन का अर्थ अपर्याप्त लाभ या अनिश्चितताओं या अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान की संभावना से है।
व्यावसायिक जोखिम कितने प्रकार के होते हैं?
- 1.1. संरचनात्मक जोखिम:
- 1.2. परिचालनात्मक जोखिम:
- 1.3. प्रतिष्ठा से जुड़ा जोखिम:
- 1.4. अनुपालन जोखिम:
जोखिम के तत्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजनसंख्या, सम्पत्ति, आर्थिक क्रियाकलाप, जिसमें जनोपयोगी सेवाएँ शामिल है आदि वे तत्व जोखिम में आने वाले तत्व है जो किसी क्षेत्र में आपदा के जोखिम में होते हैं।
जोखिम के परिणाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजोखिम अस्वीकार्य परिणाम या स्वीकार्य परिणाम की अनुपस्थिति की संभावना है। जोखिम प्रबंधन अवांछित परिणाम की पहचान और नियंत्रण कर रहा है। जोखिम की घटनाएं न केवल अनिश्चित हैं, बल्कि नुकसान की संभावना के साथ दुबक जाती हैं। इसलिए संभाव्यता विश्लेषण के लिए आवश्यकता होती है।
व्यवसाय से जोखिम प्रबंधन क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकेंव्यवसाय की परिभाषा एक ऐसी आर्थिक क्रिया के रूप में दी जा सकती है जिनमें लाभ कमाने के उद्देश्य से वस्तुओं एवं सेवाओं का नियमित उत्पादन क्रय, विक्रय हस्तांतरण एवं विनिमय किया जाता है।
व्यावसायिक संकट से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंआंत्रिक ज्वर (एंटेरिक फ़ीवर), प्लूरिसी, अतिसार, ज्वर, आमाशय व्रण (पेप्टिक अल्सर) श्रमिकों की अल्पकालीन अनुपस्थिति के मुख्य कारण हैं। दीर्घकालीन अनुपस्थिति क्षयरोग, श्वासरोग तथा कुष्ठ रोग के कारण होती है। व्यावसायिक रोगों में त्वचा तथा श्वास के रोगों का बाहुल्य है।
जोखिम कितने प्रकार की होती है?
9 प्रकार के निवेश जोखिम
- #1: बाजार जोखिम सारे बाजार को प्रभावित करने वाली घटनाओं के कारण मूल्य में कमी वाले निवेश का जोखिम।
- #2: चलनिधि जोखिम
- #3: संकेद्रण जोखिम
- #4: ऋण जोखिम
- #5: पुनर्निवेश का जोखिम
- #6: महंगाई का जोखिम
- #7: क्षितिज जोखिम
- #8: दीर्घकाल जोखिम
जोखिम से क्या तात्पर्य है इसे कैसे व्यक्त किया जा सकता है?
इसे सुनेंरोकेंसरल शब्दों में, जोखिम कुछ बुरा होने की संभावना है। जोखिम में किसी गतिविधि के प्रभाव/निहितार्थ के बारे में अनिश्चितता शामिल होती है, जो मानव मूल्य (जैसे स्वास्थ्य, कल्याण, धन, संपत्ति या पर्यावरण) के संबंध में होती है, जो अक्सर नकारात्मक, अवांछनीय परिणामों पर ध्यान केंद्रित करती है।
इसे सुनेंरोकेंजोखिम प्रबंधन उन सभी जोखिमो को परिभाषित करने की प्रक्रिया है जिसका सामना कंपनी करती है और भी उन जोखिमों पर नजर रखने और उनका सामना करने के लिए रूपरेखा का निर्माण करती है । हानि करने वाले जोखिमों को कम करना । मौजूदा अवसरों की अवहेलना ना करते हुए उपलब्ध अवसरों का अधिकतम लाभ उठाना ।
जोखिम प्रबंधन
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