फोटो मे आप देख रहे है नीचे में वह RSI इंडिकेटर है इसकी 3 LEVEL को हम लाल, नीला और हरा रंग की लाइन दिए है। . लाल रंग की लाइन जो है वह 30 LEVEL है नीला रंग की जो लाइन है वह 50 LEVEL और हरा रंग की लाइन वह 70 LEVEL की है। इन सभी LEVEL शेयर के दिशा की अलग अलग स्तिति को बताती है। जभी शेयर की दाम RSI की 30 LEVEL से नीचे आ जाती है तो RSI बताती है SHARE की दाम OVER SOLD हो चुकी है मतलब SHARE की दाम बहुत ज्यादा गिर चुकी है यहां से दाम ऊपर जाने की सम्भाबना है इसीलिए RSI की OVER SOLD ZONE में शेयर की दाम को BUY किया जाता है।ऐसे ही अगर शेयर का दाम ऊपर हरे बाला लाइन मतलब RSI लाइन की 70 लेबल को पार करके ऊपर चला जाये तो वह शेयर की दाम बहुत ज्यादा बढ़ चूका है इसको OVER BOUGHT ZONE बोला जाता है यहां से शेयर की दाम गिरने की सम्भाबना है इसीलिए OVER BOUGHT ZONE में शेयर को SELL किया जाता है। इसके अलाबा सबसे ज्यादा महत्यपूर्ण LEVEL है बीच की नीला रंग की लाइन जो की RSI की 50 LEVEL है अगर शेयर की दाम जभी 30 LEVEL से ऊपर जायगी वह 50 LEVEL तक जाएगी और 50 LEVEL पार कर दी मतलब समझ जाये वह शेयर मै खरीदार ज्यादा हो रहे है और यह शेयर की दाम ऊपर जाने के लिए तैयार हो रहा है। वैसे ही अगर शेयर की दाम 70 LEVEL से नीचे आने लगे तो शेयर मे गिराबट सुरु हो गयी और यह 50 LEVEL तक गिरने की सम्भाबना है ऐसे स्तिति मे अगर शेयर की दाम 50 LEVEL को पार करके नीचे आने लगे तो शेयर को बेचने के लिए हर कोई तैयार हो रहे हैं और ऐसा स्तिति मे शेयर की दाम नीचे ही जायगी। इसीलिए 50 LEVELको हमेशा गुरुत्य दिया जाता है। बह सरे ट्रेनर वह सरे बात बताना भूल जाते हैं।

Learn Intraday Trading from Bhagwad Geeta

Here are few of the Lesson for Intraday Trading in India from Bhagwad Geeta that can help to improve thought process to be a successful intraday trading.

For a intraday trader who is sufferer of Greed, Hope and Fear in Intraday Trading.

हे अर्जुन! जीवात्मा का विनाश करने वाले “काम, क्रोध और लोभ” यह तीन प्रकार के द्वार मनुष्य को नरक में ले जाने वाले हैं, इसलिये इन तीनों को त्याग देना चाहिए

Greed, Hope and Fear should have no position in the intraday trader’s life. Greed will always motivate intraday trader to execute more number of trades, incorrect trades and turns into over intraday trading. Hope will not let trader book the loss at the right time leading to huge losses and Fear will not allow trader to win risk, to hold place for longer time which leads to better profits. A trader should never give space to such emotions in his Intraday Trading Career.

Intraday Trader who only thinks about earning profit and does not count risk in Intraday Trading.

जिस प्रकार धुएँ से अग्नि और धूल से दर्पण ढक जाता है तथा जिस प्रकार गर्भाशय से गर्भ ढका रहता है, उसी प्रकार कामनाओं से ज्ञान ढका रहता है।

Almost every trader has a habit of thinking about earning high profit when he entered in the market. This greed for profit does not let them to make rational thinking about taking care of their risks, long term overview, proper risk and money management, holding place for bigger profits, making good amount of profits from fewer number of trades, etc. So it is the duty of trader to ensure the risk on portfolio just and not think about profit.

Intraday Trader who does not learn from his past and blames others in Intraday Trading.

जो हुआ वह अच्छा ही हुआ है, जो हो रहा है वह अच्छा ही हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा ही होगा। बीते समय के लिए पश्चाताप मत करो, आने वाले समय के लिए चिंता मत करो, जो समय चल रहा है केवल उसी पर ध्यान केन्द्रित करो।

Losses are the part of the business because even the most successful trader suffers from losses. In the beginning most of the traders due to various internal and external reasons suffer many losses and even if they get the right group and firm to work with their suspicious mind do not allow taking forward step. They keep abusing and ignore the current experts who could actually help them a big way. Trader should forget the past for whatsoever reason it was. Whatever has happened it is for good. It is to make trader matured one. Trader duty is to keep learning always and improve his Finances.

Intraday Trader who looks for sure shot tips, big bang, etc type trades

तेरा कर्म करने में ही अधिकार इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स है, उसके फलों में अधिकार नहीं है, इसलिए तू न तो अपने-आप को कर्मों के फलों का कारण समझ और कर्म न करने में तेरी आसक्ति भी न हो।

Trader during trading should never focus on the result. The duty is to learn, research and trade and not to think about the profit/loss. Trader can’t decide the outcome even for a single trade. The performance of actions should not be influenced by any thought of future result. In case traders try to think about result, it will lead to anxiety, which will lead to fear and then fear will increase impulse and leads to confusion. The confusion will lose the stability of mind and hence resultant will be wrong decision or no decision.

Intraday Trader who believes that they can’t earn from Intraday Trading in India.

हे भारत! सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके अन्तःकरण के अनुरूप होती है। यह पुरुष श्रद्धामय है, इसलिए जो पुरुष जैसी श्रद्धावाला है, वह स्वयं भी वही है॥

Belief shapes the behavior of Individual. Behavior causes the actions and actions create results. Thus, what you believe is going to structure outcome in the market. Always Work on the thought process. The Trading psychology and trading behavior play 70% or more roles in helping trader to become इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स successful. Also action without proper knowledge is hazardous. So always grab more knowledge and work sincerely for the success in financial life.

The wisdom of geeta is spreading worldwide. If time allows you take some time and read it in the way as if you are taking Intraday Trading related classes. By doing such there will be magic change and your intraday trading life will change drastically.

Prashant Raut is a successful professional stock market trader. He is an expert in understanding and analyzing technical charts. With his 8 इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स years of experience and expertise, he delivers webinars on stock market concepts. He also bags the ‘Golden Book of World Record’ for having the highest number of people attending his webinar on share trading.

ट्रेडिंग स्किल को बनाना चाहते है और बेहतर? तो ये 5 Trading टूल करेंगे आपकी मदद

अगर आप किसी ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के साथ ट्रेड कर रहे हैं, तो संभवत: आपके स्मार्टफोन में एक ऐप होगा। यह फायदेमंद तो है लेकिन ट्रेडिंग अपने आप में काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है और लाभ कमाने के लिए आपको ट्रेड करने के लिए थोड़ी समझदारी की जरूरत होती है। इसलिए कई व्यापारी चाहे अनुभवी हों या नहीं, ट्रेडों को लाभकारी बनाने में मदद करने के लिए कुछ इंडिकेटर का उपयोग करते हैं।

टेक्निकल इंडिकेटर

एक ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप आपको आसानी से ट्रेड करने में मदद करता है। आप सर्वश्रेष्ठ शेयर ट्रेडिंग ऐप का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन आपको खास टेक्निकल इंडिकेटर के बारे में पता होना चाहिए जो आपके ट्रेडों को लाभदायक बनाने में मदद करते हैं। ये आपको रिटर्न की पूरी गारंटी नहीं दे सकते हैं, लेकिन ट्रेडिंग के दौरान आपके अवसरों को बेहतर बनाने के लिए ये एक लंबा रास्ता तय करते हैं। टेक्निकल इंडिकेटर आपको स्टॉक की मांग और आपूर्ति और वर्तमान बाजार की चाल के पीछे के मनोविज्ञान के बारे में जानकारी दे सकते हैं। आप सभी टेक्निकल ट्रेडिंग इंडिकेटर का एक साथ उपयोग नहीं कर सकते हैं, लेकिन आपको निश्चित रूप से एक सुराग मिलेगा कि आपको कब कौन सा टूल इस्तेमाल करना है।

उपयोग करने के लिए 5 ट्रेडिंग इंडिकेटर

जब आप पहली बार डीमैट एकाउंट खोलते हैं, तो लाभ कमाने के लिहाज से आप तेजी से व्यापार करने के लिए उत्साहित हो सकते हैं। जबकि स्टॉक ट्रेडिंग ऐप आपको बेहतरीन कार्यक्षमता की सुविधा प्रदान करते हैं, वे आपको यह नहीं बता सकते हैं कि ट्रेड करते समय क्या देखना है। इसलिए, आपको कुछ ट्रेडिंग इंडिकेटर पर भरोसा करना चाहिए, और इन पांचों को ज्यादातर समय काम करने के लिए आजमाया और परखा गया है।

1) वॉल्यूम इंडिकेटर (Volume Indicator)

OBV या 'ऑन बैलेंस वॉल्यूम' एक टेक्निकल इंडिकेटर है जो एक अवधि में सिक्योरिटी में पॉजिटिव और नेगेटिव वॉल्यूम फ्लो को मापता है। यह इंडिकेटर 'डाउन' वॉल्यूम के रनिंग टोटल के सरल सिद्धांत पर काम करता है जिसे 'अप' वॉल्यूम से घटाया जाता है। ऊपर की मात्रा उस दिन की मात्रा को इंडीकेट करती है जिस दिन शेयरों में तेजी आई थी और नीचे की मात्रा उस दिन की मात्रा का प्रतिनिधित्व करती है जिस दिन शेयरों की कीमतें गिरती हैं। हर दिन के लिए, वॉल्यूम जोड़ा या घटाया जाता है। इस प्रकार, इस तरह के एक इंडिकेटर से पता चलता है कि जब OBV बढ़ रहा है, तो खरीदार स्टॉक को अधिक ले सकते हैं, और इसके विपरीत OBV घटने पर स्टॉक खरीदना समझदारी नहीं।

2) एरोन इंडिकेटर (Aroon Indicator)

जब आप ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप का उपयोग करते हैं, तो आप यह देखने के लिए इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं कि आपको ट्रेड करना चाहिए या नहीं। यह इंडिकेटर आपको बताता है कि कोई स्टॉक बढ़ने या गिरने की प्रवृत्ति पर है या नहीं। एरोन ऑसिलेटर के साथ, आप एक स्टॉक के उदय की गणना कर सकते हैं, जिसे 'एरोन लाइन' कहा जाता है या लाइन के नीचे स्टॉक के गिरने की प्रवृत्ति कहा जाता है।

3) आरएसआई (The RSI - Relative Strength Index)

यह ज्यादातर व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे सामान्य टेक्निकल ट्रेडिंग इंडिकेटर में से एक है। सूचकांक 0 और 100 के बीच की स्थिति तक पहुंच जाता है, और हाल के नुकसान की तुलना में कीमत में हालिया इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स लाभ की साजिश रची जाती है। नतीजतन, RSI का स्तर निवेशकों को स्टॉक ट्रेंड और मोमेंटम को मापने में मदद करता है।

4) स्टोकेस्टिक ऑसिलेटर (Stochastic Oscillator)

यह इंडिकेटर आपको अतीत में विभिन्न अवधियों में स्टॉक की कीमत की तुलना में स्टॉक की मौजूदा कीमत के कुछ सुराग देता है। इसके पीछे मुख्य विचार यह है कि जब किसी शेयर का रुझान चढ़ रहा होता है, तो कीमत पहले अनुभव नहीं की गई उच्च तक पहुंच जाती है।

एडीएक्स, या Average Directional Index एक अन्य इंडिकेटर है जो किसी दिए इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स गए स्टॉक के ट्रेंड को दर्शाता है। जब आप स्टॉक ट्रेडिंग ऐप्स का उपयोग करते हैं, तो ADX किसी भी स्टॉक ट्रेंड के मोमेंटम और धारण क्षमता को मापता है। यदि दिशा की ताकत ऊपर की ओर है, तो कीमत और अधिक बढ़ने के लिए निहित है, और इसी तरह नीचे की ओर होने पर जाने पर कीमत घटने के संकेत है।

ट्रेड करने से पहले एनालाइज करें

यह सामान्य ज्ञान है कि ट्रेडिंग एक्सपर्ट्स कुछ टेक्निकल इंडिकेटर के आधार पर एनालिसिस करते हैं और फिर ट्रेड करते हैं। इसमें समय लगता है और हम में से अधिकांश लोग तेजी से लाभ के साथ डे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। हालांकि, एक डीमैट एकाउंट खोलने के बाद, आप टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करके डे ट्रेडिंग करके अपने स्टॉक पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं, साथ लॉन्ग टर्म के लिए भी निवेश कर सकते है।

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HELLO FRIENDS, आज आप जानेंगे RSI INDICATOR यानि RELATIVE STRENGTH INDEX के बारे मे। RSI इंडिकेटर एक बहुत महत्पूर्ण इंडिकेटर है ये इंडिकेटर कोई भी शेयर की दिशा बताती है। वह शेयर की दाम कहाँ जा रही है शेयर की दाम नीचे जा रही या ऊपर जा रही है इसकी जानकारी देती है। RSI इंडिकेटर मार्किट मे ट्रेड करने के लिए और शेयर चुनने के लिए काम में आती है। स्टॉक मार्किट मे हर ट्रेडर अपना चार्ट में इस इंडिकेटर को इस्तिमाल करते हैं । RSI इंडिकेटर की 3 LEVEL होते हैं पहला 30 LEVEL 50 LEVEL और 70 LEVEL

फोटो मे आप देख रहे है नीचे में वह RSI इंडिकेटर है इसकी 3 LEVEL को हम लाल, नीला और हरा रंग की लाइन दिए है। . लाल रंग की लाइन जो है वह 30 LEVEL है नीला रंग की जो लाइन है वह 50 LEVEL और हरा रंग की लाइन वह 70 LEVEL की है। इन सभी LEVEL शेयर के दिशा की अलग अलग स्तिति को बताती है। जभी शेयर की दाम RSI की 30 LEVEL से नीचे आ जाती है तो RSI बताती है SHARE की दाम OVER SOLD हो चुकी है मतलब SHARE की दाम बहुत ज्यादा गिर चुकी है यहां से दाम ऊपर जाने की सम्भाबना है इसीलिए RSI की OVER SOLD ZONE में शेयर की दाम को BUY किया जाता है।ऐसे ही अगर शेयर का दाम ऊपर हरे बाला लाइन मतलब RSI लाइन की 70 लेबल को पार करके ऊपर चला जाये तो वह शेयर की दाम बहुत ज्यादा बढ़ चूका है इसको OVER BOUGHT ZONE बोला जाता है यहां से शेयर की दाम गिरने की सम्भाबना है इसीलिए OVER BOUGHT ZONE में शेयर को SELL किया जाता है। इसके अलाबा सबसे ज्यादा महत्यपूर्ण LEVEL है बीच की नीला रंग की लाइन जो की RSI की 50 LEVEL है अगर शेयर की दाम जभी 30 LEVEL से ऊपर जायगी वह 50 LEVEL तक इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स जाएगी और 50 LEVEL पार कर दी मतलब समझ जाये वह शेयर मै खरीदार ज्यादा हो रहे है और यह शेयर की दाम ऊपर जाने के लिए तैयार हो रहा इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स है। वैसे ही अगर शेयर की दाम 70 LEVEL से नीचे आने लगे तो शेयर मे गिराबट सुरु हो गयी और यह 50 LEVEL तक गिरने की सम्भाबना है ऐसे स्तिति मे अगर शेयर की दाम 50 LEVEL को पार करके नीचे आने लगे तो शेयर को बेचने के लिए हर कोई तैयार हो रहे हैं और ऐसा स्तिति मे शेयर की दाम नीचे ही जायगी। इसीलिए 50 LEVELको हमेशा गुरुत्य दिया जाता है। बह सरे ट्रेनर वह सरे बात बताना भूल जाते हैं।

Technical Analysis Tool Supertrend Indicator in इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स Hindi

Supertrend indicator , Technical Analysis में एक ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर है जिसे प्राइस के साथ आसानी से प्लॉट किया जा सकता है। Supertrend को चार्ट में लाइन्स के माध्यम से दर्शाया जाता है, जो दो कलर की होती है। पहली लाल और दूसरी हरी , Supertrend में लाल लाइन्स को गिरावट तथा हरी लाइन्स को तेजी का संकेत माना जाता है।

Supertrend का इन्वेंटशन Olivier Seban ने किया था इसे अलग अलग टाइम फ्रेम जैसे 15 मिनट 1 घंटा आदि में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। Supertrend की गणना शेयर के हाई -लौ और ATR के आधार पर की जाती है।

Supertrend Indicator का उपयोग कैसे करे

  1. Supertrend Indicator का उपयोग करने के लिए सबसे पहले अपने किसी भी पसंदीदा शेयर का चार्ट ओपन करे जिसे आप ट्रेड करना चाहते हो।
  2. अपने ट्रेड के अनुसार चार्ट के टाइम पीरियड को बदल दे अगर आप इंट्राडे के लिए ट्रेड कर रहे तो चार्ट का पीरियड 15 मिनट कर दे लकिन अगर आप शार्ट - टर्म के लिए ट्रेड कर रहे है तो चार्ट पीरियड को 1 डे पर रखे
  3. चार्ट में अब इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स इंडीकेटर्स में जाकर Supertrend इन्सर्ट करे, Supertrend की सेटिंग को आप अपने मुताबिक बदल भी सकते है
  4. अब प्राइस एक्शन और Supertrend के साथ चार्ट को ट्रैक करे Supertrend के सिगनल को फॉलो करते हुए शेयर में अपनी buy और Sell की पोजीशन बनाइये

Supertrend Indicator के लाभ

  1. Supertrend , RSI और MACD Indicator की तरह एक ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर है जिसे चार्ट में प्राइस के साथ आसानी से प्लॉट किया जा सकता है।
  2. Supertrend शेयर के बाइंग और सेल्लिंग के एक्यूरेट सिग्नल देता है।
  3. Supertrend को लाइन्स के माध्यम से दर्शाया गया है जिसके कारण इसे आसानी से समझा जा सकता है।
  4. Supertrend इंट्राडे के लिए बहुत महवत्पूर्ण है।
  5. Supertrend को किसी भी टाइम फ्रेम में आसानी से'देखा जा सकता है।
  6. Supertrend सभी प्लेटफॉर्म्स पर निशुल्क उपलब्ध है।

Supertrend Indicator की कमियां

  1. Supertrend बाजार के केवल ट्रेंडिंग होने पर ही कार्य करता है। साइडवेज़ मार्केट में Supertrend भी साइडवेज़ हो जाता है
  2. Supertrend हर बार एक्यूरेट सिग्नल नहीं देता है।

Supertrend में कुछ कमियाँ होने के बावजूद भी Intraday ट्रेडिंग के लिए ये बहुत ही अच्छा ट्रैंड फॉलोविंग इंडिकेटर है Supertrend इंट्राडे ट्रेडर्स को तुरंत निर्णय लेने में मदद करता है।

Supertrend Indicator की विभिन्न स्थितियां

Supertrend Signal change to buy

इस स्थिति में अगर शेयर लम्बे समय से कंसोलिडेट कर रहा है या डाउनट्रेंड में चल रहा है और Supertrend में अचानक buy सिग्नल बनता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो रहा है और शेयर में तेजी आने वाली है।

Supertrend Signal Change to Sell

ये स्थिति पहले वाली स्थिति से पूरी तरह उलटी है ,इस स्थिति में अगर शेयर लम्बे समय से तेजी में है और Supertrend में अचानक Sell सिग्नल बनता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो रहा है और शेयर में गिरावट आने वाली है।

Price Nearing Supertrend Support

Supertrend, सपोर्ट और रेसिस्टेन्स के रूप में भी कार्य करता है और इसकी सहायता से स्टॉपलॉस भी आसानी से लगाया जा सकता है। अगर शेयर बार बार Supertrend के सपोर्ट पर आकर रुकता है एवम सपोर्ट से ही वापस ऊपर चला जाता है तो उस प्राइस पॉइंट को हम स्ट्रांग सपोर्ट मानेंगे एवं उसे एक स्टॉपलॉस के रूप में भी उपयोग कर सकते है।

Price Nearing Supertrend Resistance

इस स्थिति में अगर शेयर बार बार Supertrend के रेसिस्टेन्स पर जाकर वापस आ जाता है तो इसका अर्थ है उस प्राइस पॉइंट पर लगातार सेल्लिंग हो रही इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर्स है अगर कभी शेयर उस प्राइस पॉइंट को ब्रेक करता है तो इसे एक बड़ा ब्रेकआउट मानेंगे इस प्राइस पॉइंट को हम स्टॉपलॉस मानकर शेयर को शार्ट भी कर सकते है।

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