प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से भारतीय रुपया पिछले कुछ हफ्तों में कमजोर होकर नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है। पिछले हफ्ते रुपया इतिहास में पहली बार डॉलर के मुकाबले 83 रुपये के स्तर को पार कर गया था। इस साल अब तक रुपये में करीब 10-12 फीसदी तक की गिरावट आई है।

डेली अपडेट्स

मुद्रास्फीति दर: बाज़ार मुद्रास्फीति में परिवर्तन मुद्रा विनिमय दरों में परिवर्तन का कारण बनता है। उदाहरण के लिये दूसरे देश की तुलना में कम मुद्रास्फीति दर वाले देश की मुद्रा के मूल्य में वृद्धि देखी जाती है।

    इसमें निर्यात, आयात, ऋण आदि सहित कुल लेन-देन शामिल हैं।

उत्पादों के आयात पर अपने विदेशी मुद्रा कोअधिक खर्च करने के कारण चालू खाते में घाटा, निर्यात की बिक्री से होने वाली आय से मूल्यह्रास का कारण बनता है और मुफ्त विदेशी मुद्रा यह किसी देश की घरेलू मुद्रा की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव को बढ़ावा देता है।

सरकारी ऋण: सरकारी ऋण केंद्र सरकार के स्वामित्व वाला ऋण है। बड़े सरकारी कर्ज वाले देश में विदेशी पूंजी प्राप्त करने की संभावना कम होती है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ जाती है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न

प्रश्न. भुगतान सन्तुलन के संदर्भ में निम्नलिखित में से किससे/किनसे चालू खाता बनता है? (2014)

  1. व्यापार संतुलन
  2. विदेशी संपत्ति
  3. अदृश्य का संतुलन
  4. विशेष आहरण अधिकार

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) केवल 1, 2 और 4

उत्तर: (c)

व्याख्या:

  • भुगतान संतुलन (BoP) दो मुख्य पहलुओं से बना है: चालू खाता और पूंजी खाता।
  • BoP का चालू खाता वस्तुओं, सेवाओं, निवेश आय और हस्तांतरण भुगतानों के प्रवाह व बहिर्वाह को मापता है। सेवाओं में व्यापार (अदृश्य); माल के रूप में व्यापार (दृश्यमान); एकतरफा स्थानांतरण; विदेशों से प्रेषण; अंतर्राष्ट्रीय सहायता चालू खाते के कुछ मुख्य घटक हैं। जब सभी वस्तुओं और सेवाओं को संयुक्त किया जाता है, तो वे एक साथ मिलकर किसी देश का व्यापार संतुलन (BoT) को दर्शाता है। अतः कथन 1 और 3 सही हैं।
  • BoP का पूंजी खाता किसी मुफ्त विदेशी मुद्रा देश के निवासियों और बाकी दुनिया के बीच उन सभी लेनदेन को मुफ्त विदेशी मुद्रा रिकॉर्ड करता है, जो देश के निवासियों या उसकी सरकार की संपत्ति या देनदारियों में बदलाव का कारण बनते हैं
  • निजी अथवा सार्वजनिक क्षेत्रों द्वारा ऋण और उधार; निवेश; विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन पूंजी खाते के घटकों के कुछ उदाहरण हैं। अतः कथन 2 और 4 सही नहीं हैं। इसलिये विकल्प (c) सही उत्तर है।

मुद्रा विदेशी मुद्रा दर

चाहे आप व्यवसाय या अवकाश के लिए यात्रा कर रहे हों, तो अंतरराष्ट्रीय फॉरेन मुद्रा विनिमय दरें आपके सभी उंगलियों पर हैं सरल, सुंदर और शक्तिशाली - यह मुफ्त संस्करण आपको अपने पैसे को तेज़ और सावधानीपूर्वक रूपांतरित करने की अनुमति देता है

* सहज और आसान उपयोग:
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- निर्मित मानक कैलकुलेटर फ़ंक्शंस।

* यात्रा के लिए आदर्श:
- ऑफ़लाइन पहुंच - महंगा महंगा रोमिंग शुल्क
- विनिमय दर संशोधित करें- बैंकिंग शुल्क शामिल करें
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उपलब्ध मुद्राओं: यूरो, अमेरिकी डॉलर, स्विस फ़्रैंक, जापानी येन, ब्रिटिश पाउंड, संयुक्त अरब अमीरात दिर्हाम, अफ़ग़ान अफगानी, अल्बानियाई लेक, अर्मेनियाई ड्रा, नीदरलैंड एंटिलियन गुइलर, अंगोलन क्वान्ज़ा, अर्जेंटीना क्वान्ज़ा, अर्जेंटीना पेसो, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर, बारबाडियन डॉलर, बांग्लादेशी ताका, बल्गेरियाई लेव, बोलिवियाई बोलिवियानो, ब्राजीलियाई रियल, बहामायन डॉलर, बिटकॉइन, कैनेडियन डॉलर, चीनी मुफ्त विदेशी मुद्रा युआन और कई और अधिक।

Forex Reserves: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर, स्वर्ण भंडार भी घटा, एसडीआर बढ़ा

फॉरेक्स

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बीते 21 अक्तूबर को घटकर दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है 524.520 बिलियन डॉलर हो गया है। उससे एक हफ्ते पहले की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडार में 3.85 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 14 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 528.367 बिलियन डॉलर था। बता दें कि दो वर्ष पहले भारत का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 577.00 बिलियन डॉलर था।

आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets) में 3.59 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 465.075 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।

विस्तार

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बीते 21 अक्तूबर को घटकर दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है 524.520 बिलियन डॉलर हो गया है। उससे एक हफ्ते पहले की मुफ्त विदेशी मुद्रा तुलना में विदेशी मुद्रा भंडार में 3.85 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 14 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 528.367 बिलियन डॉलर था। बता दें कि दो वर्ष पहले भारत का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 577.00 बिलियन डॉलर था।

आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets) में 3.59 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 465.075 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।

देश का स्वर्ण भंडार (गाेल्ड रिजर्व) इस दौरान 247 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 37.206 बिलियन डॉलर पर पहुंच मुफ्त विदेशी मुद्रा गया। हालांकि, आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत के विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights, एसडीआर) का मूल्य 70 लाख डॉलर बढ़कर 17.440 अरब डॉलर हो गया।

Forex Reserves: लगातार कमजोर हो रहे रुपये के बीच विदेशी मुद्रा भंडार घटा, दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर

फॉरेक्स

14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर दो साल के निचले स्तर 528.367 अरब डॉलर पर आ गया, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 4.5 अरब डॉलर कम है।

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 532.868 बिलियन अमरीकी डालर था।

केंद्रीय बैंक के अनुसार भारत की विदेशी मुद्रा संपत्ति (फॉरेन करेंसी असेट्स) जो कि विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है, बीते सप्ताह के दौरान 2.828 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 468.668 बिलियन अमरीकी डॉलर हो रह गया है।

विस्तार

14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर दो साल के निचले स्तर 528.367 अरब डॉलर पर आ गया, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 4.5 अरब डॉलर कम है।

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 532.868 बिलियन अमरीकी डालर था।

केंद्रीय बैंक के अनुसार भारत की विदेशी मुद्रा संपत्ति (फॉरेन करेंसी असेट्स) जो कि विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है, बीते सप्ताह के दौरान 2.828 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 468.668 बिलियन अमरीकी डॉलर हो रह गया है।

इस दौरान सोने के भंडार का मूल्य 1.5 अरब डॉलर घटकर 37.453 अरब डॉलर रह गया। आरबीआई के आंकड़ों से मुफ्त विदेशी मुद्रा पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ भारत के विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 149 मिलियन अमरीकी डालर घटकर 17.433 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

Forex Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार ने बढ़ाई टेंशन, लगातार 8वें हफ्ते आई गिरावट

Forex Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार ने बढ़ाई टेंशन, लगातार 8वें हफ्ते आई गिरावट

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है। बीते 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया। इससे पिछले सप्ताह 5.2 अरब डॉलर से अधिक घटकर 545.54 अरब डॉलर रह गया था। यह लगातार आठवां सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है।

वजह क्या है: विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में गिरावट के कारण 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। एफसीए समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है। आरबीआई के मुताबिक इस दौरान एफसीए 7.688 अरब डॉलर घटकर 477.212 अरब डॉलर रह गया।

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