Technical Analysis क्या है | What is Technical Analysis in Hindi

दोस्तों, हमें इससे पिछले लेखों में share/stock market की बारे में आधिक जानकारी दे चुके है. आज हम फिर से share market के दूसरे हिस्से (Technical analysis kya hai, What is Technical analysis in Hindi) के बारे में अच्छे से जानेंगे. इसमें हम जानेंगे की technical analysis क्या है,

Technical analysis को अच्छे से समझने के लिए किस बुक को पढ़ा जाये, स्टॉक मार्किट में सफल इन्वेस्टर बनने के लिए किस तरह से research करनी चाहिए, किस तरह पता लगाए की मार्किट किस तरफ जाने बाली है?

  1. किस कीमत पर share को खरीदा और बेचना चाहिए
  2. रिस्क कितना प्रतिशत है
  3. मुनाफा कितना हो सकता है
  4. शेयर का होल्डिंग पीरियड

टेक्निकल एनालिसिस (T.A) में बो ताकत है जिससे आपके इन सभी सवालों के जवाव मिल जाएँगे. इससे आप share और index दोनो पर नजर रख सकते है साथ ही मार्किट में घुसने का सही समय और निकलने का सही समय और रिस्क को देखते हुए सौदे को कब ख़त्म किया जाय. रिसर्च करने में उपयोग की गई तकनीकों की तरह ही टेक्निकल एनालिसिस की अपनी विशेषताएं है.

टेक्निकल एनालिसिस क्या है (What is Technical analysis in Hindi)

हम उदहारण को लेकर समझते है –

मान लीजिये की आप किसी देश में छुट्टी मना रह है, और उस देश में मौसम, रहन-सहन और खान-पान आपके लिए बिलकुल नया है. जब आप पहले दिन काफी अधिक घूम लेते है तो आपको काफी भूक भी लगने लगती है. इसके बाद आपको पास में एक जगह दिखी, जहाँ पर काफी खाने पीने की महशूर दुकाने मिली.

आप उनका सुआद लेने का फैसला लेते है और वह उन दुकानों पर अलग-अलग तरह की खाने पीने की मजेदार चीजें दिखीं. इसके बाद में आपको यह समझ नहीं आ रहा की क्या खाया जाये? और वहां पर लोगों से भी नहीं पूछ सकते है क्योकि आप उनकी भाषा नहीं जानते है इस स्थति में आप क्या करेंगे? क्या वो चीजे खाएंगे?

What is Technical analysis in Hindi (विकल्प 1, विकल्प 2)

विकल्प 1: आप सबसे पहली दुकान पर जाएंगे और देखेंगे कि आखीर वह क्या पका रहा है और पकाने के लिए किन – किन पदार्थो को डाल रहा है, वह किस तरह पका रहा है, और क्या पाता उसे आप थोड़ा सा चखकर भी देखेंगे. इसके बाद आप तय कर पाएंगे कि यह चीज आपके खाने लायक है या नहीं !

इसी तरह आप सभी दुकान चलाने वालों के साथ करेंगे तब आप अपनी मन पसंद जगह को ढूंढ पाएंगे और अपने मन पसंदीदा चीज खा सकेंगे. यह करने से आपको ये फायदा है की आप पूरी तरह से संतुष्ट रहंगे कि आप क्या खा रह है इसका मतलब ये हुआ की इस चीज को खाना के लिए आपने खुद ही research की हुई है.

लेकिन समस्या यह होती है जब 100 दुकाने या फिर उससे भी ज्यादा दुकाने है, ऐसे में आप सभी दुकानों को अकेले chack नहीं कर पाएंगे. अधिक दुकाने होने पर काफी दिक्कत होगी. समय की कमी, इससे भी आपको समस्या हो सकती है क्योकि आपके पास इतना समय नहीं है जो सभी दुकानों पर जा सके. ऐसे में तो यही संभव है की आपकी मनपसंद चीज ही छुट जाए.

विकल्प 2 : सबसे पहले आपको मार्किट में बीचो-बिच खड़े होकर नजर डालनी है. और ये देखने की कोशिश करे की किस दुकान पर सबसे ज्यादा भीड़ है और अच्छी बिक्री हो रही है. इसी प्रकार आप अनुमान लगा सकते है की उस दुकान पर अच्छा खाना मिल रहा है इसलिए इतनी भीड़ है.

इसी अनुमान लगाने की बजह से आप उस दुकान पर जाकर अच्छा खाना खायेंगे. इस तरह से आपको ज्यादा संभावना होगी की आपको बाजार का सबसे अच्छा खाना मिल सके. इससे ये फायदा होता है की आप अच्छी दुकान को जल्दी खोज सकेंगे. और सबसे ज्यादा भीड़ वाली दुकान पर जाकर अच्छा खाना पाने की उम्मीद कर सकते है.

थोड़ी दिक्कत ये है की क्या पता जिस दूकान पर अधिक भीड़ हो, उनकी पसंद ही गलत है. शायद आपको हर बार खाने के लिए अच्छा खाना ना मिले. आपको इन दोनों बिकल्प को पढ़कर ये समझ में आ गया होगा की पहला विकल्प फंडामेंटल एनालिसिस की तरह है, जिसमे आपको ही कंपनियो के बारे में गहराई से research करनी होती है.

टेक्निकल एनालिसिस-

यह फंडामेंटल एनालिसिस से काफी अलग है टेक्निकल एनालिसिस में इन्वेस्टर/ट्रेडर को मौका तलाश करना होता है की मार्किट इस समय किधर जा रही है. मार्किट क्या चाहती है? टेक्निकल एनालिसिस की तकनीक को मार्किट में सभी इन्वेस्टर/ट्रेडर पसंद करते हुए ट्रेड करते है. शेयर मार्किट में (chart/graph) को देख के ही सभी ट्रेडर/इन्वेस्टर की पसंद को पता कर सकते है.

जब चार्ट में कोई pattern बनता है तब उस pattern को देखकर मार्किट का संकेत को समझ सकते है. टेक्निकल एनालिस्ट (Technical Analyst) का काम ये होता है कि वो इस पैटर्न को समझे और अपना नजरिया बनाए. (Technical analysis kya hai? What is Technical analysis in Hindi)

टेक्निकल एनालिसिस पर कितना भरोसा कर सकते है?

जितने भी नय ट्रेडर होते है उनको लगता है की टेक्निकल एनालिसिस से आधिक रूपए कमाएंगे. लेकिन सच्चाई ये है ना तो इसे करना इतना आसान है और ना ही कम समय में अधिक पैसा कमाने का रास्ता है. यह बात ठीक है यदि टेक्निकल एनालिसिस को ठीक से समझ कर किया जाए तो इससे कम समय में भी बढ़ा मुनाफा कमा सकते है लेकिन इसे सिखने के लिए अधिक महनत करनी होगी.

यदि technical analysis की मदद से कम समय में अधिक पैसा कमाया जा सकता है तो इसी से अधिक नुक्सान भी हो जाता है क्योकि मार्किट में अधिक पैसा डुबाने के बाद आमतौर पर नुकसान का सारा इल्जाम टेक्निकल एनालिसिस पर डाल देते है. वो लोग ट्रेडर की गलती को नहीं देखते है.

टेक्निकल एनालिसिस के दोवारा ट्रेड लेने से पहले अपनी उम्मीद को रखे और अच्छे से समझ कर ट्रेडिंग करे.( Technical analysis kya hai? Technical analysis book in hindi pdf download)

टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है?

  1. ट्रेड (Trader)- टेक्निकल एनालिसिस का सबसे अच्छा उपयोग है- short term सौदा करने के लिए. क्योकि (TA) टेक्निकल एनालिसिस long term investment के लिए ठीक नहीं है.
  2. लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टर को फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करना सही है. यदि आप फंडामेंटल एनालिसिस की मदद से इन्वेस्ट करते हो तो खरीदने का सही समय (entry point) और निकलने के सही समय (exit point) के लिए टेक्निकल एनालिसिस की मदद ले सकते है.
  3. प्रतेक सौदे से मुनाफा- Technical analysis के दोवारा की गय सौदे कम समय के लिए होते है. इसलिए अधिक मुनाफे पाने की उम्मीद ना करे. TA में तभी अच्छा मुनाफा कमा सकते है जब आप बार-बार छोटे-छोटे सौदे (trade) करे और अच्छा मुनाफा कमाए.

Holding Period- TA टेक्निकल एनालिसिस के दोवारा किय गय सौदे कुछ मिनटों से लेकर घंटो या हफ़्तों तक ही होता है इससे ज्यादा नहीं!

Risk- अच्छा ट्रेडर हमेशा अच्छे मौके की तलाश करता है, लेकिन हर बार ठीक सौदा नहीं लगता है और ट्रेडर नुकसान उठाता है. कुछ ट्रेडर ऐसे होते है जो चल रह नुकसान में मुनाफा में बदलाव की उम्मीद करते है. लेकिन ध्यान रह TA पर आधारित सौदे शार्ट term होते है, इसलिए कम नुक्सान होने पर ही मार्किट से बहार निकलने की कोशिश करे.

तकनिकी विश्लेषण - Technical Analysis

तकनीकी विश्लेषण एक ऐसी पद्धति है जो बाजार के आंकड़ों का उपयोग करके निर्णय खरीदती है और बेचती है। इसमें मुख्य रूप से विश्लेषण किए जा रहे चार्टी का अध्ययन करने वाले चार्ट का अध्ययन करना शामिल है और जो भी सुरक्षा का विश्लेषण किया जा रहा है।

यह कैसे काम करता (उदाहरण): तकनीकी विश्लेषण करने के लिए, निवेशक उन चारों से शुरू होते हैं जो किसी विशेष सुरक्षा या इंडेक्स (उदाहरण के लिए, डॉ जोन्स इंडस्ट्रियल औसत) के मूल्य और व्यापार वॉल्यूम इतिहास को दिखाते हैं

और साथ ही अन्य सांख्यिकीय उपायों की मेजबानी करते हैं जैसे मूविंग एवरेज, मैक्सिमम्स और मिनिमम्स, और प्रतिशत परिवर्तन।

विचार उन प्रवृत्तियों में रुझानों और परिवर्तनों की पहचान करने के लिए चार्ट का उपयोग करना है। कई प्रकार के रुझान और पैटर्न हैं, कुछ असामान्य नामों के साथ आयतों, त्रिकोण, बोलिंगर बैंड उलटा सिर और कंधे, candlesticks, एमएसीडी हिस्टोग्राम, stochastics, और बहुत आगे कुछ तकनीकी विश्लेषकों ने व्यापार डेटा की व्याख्या करने के लिए संकेतक और ऑसीलेटर का भी उपयोग किया है। यह क्यों मायने रखता है:

मौलिक विश्लेषण के विपरीत जो वित्तीय विवरण, बाजार दृष्टिकोण, प्रतिस्पर्धा, समष्टि आर्थिक घटनाओं आदि का अध्ययन करके सुरक्षा के "वास्तविक मूल्य" को खोजने पर केंद्रित है तकनीकी विश्लेषण इस विश्वास पर आधारित है कि पिछले बाजार के रुझान भविष्य के व्यवहार की भविष्यवाणी कर सकते हैं पूरी तरह से और व्यक्तिगत स्टॉक के लिए बाजार |

यदि कोई निवेशक चार्ट के "संदेश " की सही व्याख्या कर सकता है और स्टॉक के आंदोलन की भविष्यवाणी कर सकता है, तो वह स्पष्ट रूप से बहुत सारा पैसा कमा सकता है।

तकनीकी विश्लेषण के कुछ पहलू विवादास्पद हैं, जैसे विश्वास यह है कि शेयर और बाजार ऐसे रुझानों में आगे बढ़ते हैं जो लंबे समय तक टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होने वाले चार्ट टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होने वाले चार्ट खेल सकते हैं, और यह कि विवाद कि बाजार कार्रवाई आपूर्ति / मांग संबंधों में बदलाव का पता लगा सकती है। ज्यादातर निवेशक या तो तकनीशियन या मौलिक निवेशक होते हैं, हालांकि कई विश्लेषकों का मानना है कि तकनीकी और मौलिक विश्लेषण का संयोजन निकास और प्रवेश बिंदुओं का मूल्यांकन करने का सबसे अच्छा तरीका हैं। चूंकि बहुत से लोग तकनीकी व्यापार नियमों पर विश्वास करते हैं कम से कम नियम आत्मनिर्भर हो सकते हैं, जिससे उन्हें व्यक्तिगत निवेशक के बारे में जानना महत्वपूर्ण हो जाता है।

कैंडल चार्ट क्या होता है कैंडल चार्ट को कैसे समझें

दोस्तों आज हम बात करेंगे शेयर बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट क्या होता है। Candlestick chart शेयर बाजार में स्टॉक्स में हो रही खरीद बिक्री को लाल और हरे कैंडल में दर्शाते हैं। यहां पर हर एक हरे कैंडल का मतलब खरीददारी और लाल कैंडल का मतलब बिकवाली होता है। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए कैंडल चार्ट बहुत महत्वपूर्ण है। और यह कीमतों के परिवर्तन का विश्लेषण करने के लिए बहुत मायने रखता है।

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें
कैंडलेस्टिक चार्ट

कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें

जैसा कि आप अगर शेयर बाजार में व्यापार करते हैं या करने में रुचि रखते हैं तो कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न को सीखना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आप एक समुचित ढंग से टेक्निकल एनालिसिस कर सकेंगे। बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट अपने पिछले Trade की गतिविधियों को दर्शाता है जहां से आपको टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट aur रेजिस्टेंस, ट्रेंड लाइन अन्य पैटर्न देखने को मिलते हैं इसके के आधार पर हम अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए अपने strategie के अनुसार रणनीतियां बनाते हैं। शेयर बाजार में अधिकतर टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होने वाले चार्ट ट्रेडर्स candlestick pattern के आधार पर ही बाजार में अपना सौदा या Trade करते हैं।

Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम
Candlestick chart list

Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम

  • SHOOTING STAR
  • HAMMER
  • DOJI
  • PAPER UMBRELLA
  • SPINNING TOPS
  • MARUBOZU
  • ENGULFING CANDLE
  • MORNING STAR
  • HARAMI

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।
कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।

अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडर है या फिर डे ट्रेडर में रुचि रखते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी है। यह किसी भी शेयर का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसे सीखने के लिए आप बाजार में मोमेंट, ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट, ब्रेकडाउन, सपोर्ट और रजिस्टेंस इन चीजों को देखकर आप टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है

शेयर की प्रत्येक कैंडल बाजार के मूल्य की गतिशीलता को प्रदर्शित करती है

HIGH, LOW, OPEN, और CLOSE

अगर आप टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होने वाले चार्ट कैंडल स्टिक चार्ट का बखूबी विश्लेषण करना जानते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं।

इंट्रा डे ट्रेडर के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट उपयोग करने के 2 कारण होते हैं

1 Trade नियंत्रण में मदद

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। कैंडलेस्टिक चार्ट की मदद से आप आपकी चल रही पोजीशन को रखने या बंद करने और जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इससे आपको स्टॉप लॉस और टारगेट को जानना आसान होता है।

2 Entry और Exit जानने में मदद

Candlestick pattern का विश्लेषण करके आप या जान सकते हैं कि मोमेंटम, ब्रेकआउट या ट्रेंड टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होने वाले चार्ट के आधार पर बाजार में एंट्री करें या बाजार में टिके रहे या बाजार से बाहर निकले या निकलने का सही समय निर्धारित करता है। इन सभी तरीकों को सीख कर आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने में मदद मिलेगी।

Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट पहचान और प्रयोग

जापानी शब्दों Heiken Ashi का अर्थ है “औसत बार” – औसत मूल्य का बार| यह परिवर्तनीय घातों के बगैर भी आंकड़ों का बहुत अच्छी तरह विश्लेषण कर सकता है| बेसिक जापानी कैंडलस्टिक चार्ट से विकसित हुआ, Heiken Ashi चार्ट में हाई, लो और समाप्ति पर कीमतें आदि सभी औसत के फार्मूला द्वारा एडजस्ट की हुई होती हैं| फार्मूला लगाने के लिए आपको जापानी कैंडलस्टिक चार्ट लगाना होता है| खास तौर पर फार्मूला कुछ ऐसा होता है:

Recipe for calculating Heiken Ashi candles

  • Close: जापानी कैंडल समाप्ति पर मूल्य है
  • Open: जापानी कैंडल की शुरुआत पर मूल्य
  • High: जापानी कैंडल पर उच्चतम मूल्य
  • Low: जापानी कैंडल पर सबसे कम मूल्य
  • HA Open: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर शुरूआती मूल्य
  • HA Close: Heiken Ashi कैंडलस्टिक पर समाप्ति मूल्य
  • 0: वर्तमान सत्र
  • -1: पिछला सत्र
  • Max: विकल्पों में उच्चतम मूल्य
  • Min: विकल्पों में निम्नतम मूल्य

Heiken Ashi कैंडल्स के लाभ?

ट्रेंड की पहचान करना आसान है

Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट की सहायता से प्राइस ट्रेंड की पहचान करना आसान होता है| निचली छाया रहित UP(बढ़त) कैंडल मजबूत अपट्रेंड दिखाती है, जबकि ऊपरी छाया रहित DOWN(गिरावट) कैंडल मजबूत डाउनट्रेंड दिखाती है| Heiken Ashi कैंडल पर रिवर्स विश्लेषण तकनीक बहुत आसानी से लग जाती है| पिछली कैंडल की जानकारी के औसत से बनी होने के कारण Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट में कोई गैप नहीं होते हैं|

Heiken Ashi candlestick in technical analysis Photo: Olymp Trade

शोर कम करना

जब बाजार में संतुलन होता है और अस्थिरता बहुत कम होती है तो Heiken Ashi कैंडलस्टिक तकनीक शोर को कम करती है| यह ट्रेडरों को इस जोन में ट्रेडिंग करने से बचने में सहायता करती है| खासतौर पर गैप का शोर जिसके कारण विश्लेषण टूल कीमत का विश्लेषण नहीं कर पाते| औसतों के मीन द्वारा, अधिक आसान विश्लेषण के लिए जानकरी देकर, यह अनावश्यक उतार-चढ़ाव को कम करती है|

अस्थिरता को आसानी से ट्रैक करना

चूँकि Heiken Ashi कैंडल दो क्रमागत कैंडल्स के बीच का शोर कम करती हैं, इसलिए आप ट्रेंड, रिवर्सल और पैटर्न को अधिक आसानी से पहचान सकते हैं| बेसिक जापानी कैंडल्स में आमतौर पर खाली जगहें(GAP) होती हैं, इनमें लगातार अप और डाउन होने के कारण इनका विश्लेषण करना कठिन होता है| Heiken Ashi द्वारा शोर को कम करने से समान रंग की कई कैंडल्स बनती हैं जिससे पीछे के लघु-अवधि उतार-चढ़ावों को पहचानना आसान हो जाता है|

Heiken Ashi और Renko के बीच अंतर

Heiken Ashi चार्ट दो क्रमागत कैंडल्स की जानकारियों के आधार पर औसत के सूत्र का उपयोग करता है| इसी बीच, Renko चार्ट केवल स्पष्ट आकार वाली गतिविधियाँ दिखाता है| Renko चार्ट में बॉक्स के आकार होते हैं जो समय द्वारा नियंत्रित नहीं होते बल्कि अप और डाउन चाल को फॉलो करते हैं| Heiken Ashi हर निश्चित समयावधि में नयी कैंडलस्टिक बनाती है जबकि Renko केवल तब नया ब्लॉक बनाती है जब कीमत में एक विशेष वृद्धि होती है|

Heiken Ashi कैंडलस्टिक चार्ट की सीमाएँ

Swing के लिए उचित नहीं होती है

Heiken Ashi तकनीक विश्लेषण के लिए दो क्रमागत सत्रों की जानकारी का उपयोग करती है, इसलिए इस अक्सर दीर्घावधि ट्रेडिंग के लिए प्रयोग किया जाता है| जो ट्रेडर Swing ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं उनके लिए यह ठीक नहीं है| फिर भी, ट्रेडरों को अक्सर तत्काल कदम उठाने पड़ते हैं लेकिन Heiken Ashi समय पर प्रतिक्रिया नहीं देती है| थोड़ी बहुत ट्रेडिंग करने के बाद आपको यह पता चलने लगेगा|

बहुत सारी जानकारियाँ छूट जाती हैं

औसत डेटा अस्थिरता पर प्रतिक्रिया नहीं देता है, और कभी-कभी समय पर प्रतिक्रिया न मिलने से बहुत सी जानकारियाँ छूट जाती हैं| बहुत से ट्रेडरों के लिए हर सत्र के समापन मूल्य बहुत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन Heiken Ashi चार्ट पर वास्तविक समापन मूल्य नहीं दिखाई देता है|

जोखिम से बचने और समय पर टेक प्रॉफिट और स्टॉप लॉस लेने के लिए ट्रेडरों को वास्तविक कीमत लेनी चाहिए| बहुत से ट्रेडर Heiken Ashi कैंडलस्टिक के साथ जापानी कैंडलस्टिक भी प्रयोग करते हैं|

Japanese candlestick chart in technical analysis Photo: Olymp Trade

कोई Gap नहीं होता

बहुत से ट्रेडर, मोमेंटम के विश्लेषण, स्टॉप लॉस सेट करने या एंट्री को ट्रिगर करने के लिए Gap का प्रयोग करते हैं| तकनीकी विश्लेषण में यह बहुत महतवपूर्ण कारक है, इसलिए ट्रेडर मूल डेटा को वरीयता देते हैं|

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