फिर बढ़ेगी आपकी EMI, RBI ने फिर रेपो रेट बढ़ाया

देश के आम आदमी को एक बार फिर जोर का झटका लगा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रमुख ब्याज दर अर्थात रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी कर दी है। इसके साथ ही अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी की घोषणा की है

केंद्रीय बैंक ने लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। रेपो रेट बढ़ जाने की वजह से इसका असर होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई पर भी पड़ेगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा मौद्रिक नीति वित्तीय पूर्वानुमान समिति की बैठक खत्म होने के बाद की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ”स्टैंडिग डिपोजिट फैसिलिटी (SDF रेट) को 6 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF रेट) और बैंक रेट को 6.5 फीसदी एडजस्ट किया गया है। अगले 12 महीनों में मुद्रास्फीति दर 4 प्रतिशत से ऊपर रहने की उम्मीद है

उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2023 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 6.7 प्रतिशत पर बरकरार है आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ”एफडीआई प्रवाह अप्रैल से अक्टूबर 2022 में बढ़कर 22.7 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 21.3 अरब डॉलर था उन्होंने कहा, ”अप्रैल- अक्टूबर के दौरान भारतीय रुपए में वास्तविक रूप से 3.2% की बढ़ोतरी हुई थी। जबकि अन्य प्रमुख मुद्राओं में गिरावट आई है

गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 2 दिसंबर को विदेशी मुद्रा भंडार 561.2 बिलियन डॉलर था। हमारे विदेशी मुद्रा भंडार का आकार पहले से अधिक बढ़ा है।गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, देश में फिलहाल महंगाई चिंता का विषय वित्तीय पूर्वानुमान है। लेकिन हम महंगाई पर अर्जुन की तरह अपनी नजर रखेंगे और इसके लिए जरूरी कार्रवाई करते रहेंगे। हमारे कदम फुर्तीले होंगे

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ”भारतीय रिजर्व बैंक के सर्वे से पता चलता है कि उपभोक्ता का विश्वास पहले से अधिक बढ़ा और सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म आउटलुक को लेकर लोग आशावादी हैं। नवंबर में भारत के लिए विनिर्माण, सेवा पीएमआई दुनिया में सबसे ज्यादा रही है।

उन्होंने कहा, मैन्युफैक्चरिंगमौद्रिक नीति समिति की बैठक 5, 6 और 7 दिसंबर को हुई थी। व्यापक आर्थिक स्थिति और इसके दृष्टिकोण के आकलन के आधार पर, MPC ने 6 में से 5 सदस्यों के बहुमत से नीति को तत्काल प्रभाव से 35 बीपीएस से 6.25% करने का फैसला किया है।

भारत जल्द ही इंसान की क्षमता से ज्यादा प्रभाव वाली गर्मी का अनुभव कर सकता है: विश्व बैंक

2030 तक गर्मी के तनाव से संबंधित उत्पादकता में गिरावट के कारण वैश्विक स्तर पर जो 8 करोड़ नौकरियां जाने का अनुमान जताया गया वित्तीय पूर्वानुमान है, उनमें से 3.4 करोड़ नौकरयां भारत में जाएंगी.

भारत जल्द ही इंसान की क्षमता से ज्यादा प्रभाव वाली गर्मी का अनुभव कर सकता है: विश्व बैंक

रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि पूरे भारत में बढ़ती गर्मी आर्थिक उत्पादकता को खतरे में डाल सकती है. (फाइल फोटो)

भारत में पिछले कुछ दशकों में हजारों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार लू का प्रकोप चिंताजनक गति से बढ़ रहा है और भारत जल्द ऐसी भीषण गर्म हवाओं का सामना करने वाला दुनिया का पहला देश होगा, जो इंसान की बर्दाश्त की सीमा से बाहर होगी. एक नई रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है. विश्व बैंक की ‘भारत में शीतलन क्षेत्र में जलवायु निवेश के अवसर' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि देश अपेक्षाकृत ज्यादा गर्मी का सामना कर रहा है, जो जल्द शुरू हो जाती हैं और कहीं ज्यादा समय तक रहती है.

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रिपोर्ट में कहा गया है, “अप्रैल 2022 में भारत समय से पहले लू की चपेट में आ गया था, जिससे आम जनजीवन ठहर-सा गया था और राजधानी नई दिल्ली में तो तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. मार्च का महीना तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि का गवाह बना था और वित्तीय पूर्वानुमान वित्तीय पूर्वानुमान यह इतिहास का सबसे गर्म मार्च महीना बनकर उभरा था.”

यह रिपोर्ट तिरुवनंतपुरम में केरल सरकार के साथ साझेदारी में विश्व बैंक द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘भारत जलवायु एवं विकास साझेदारों' की बैठक में जारी की जाएगी.

रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भारत में जल्द लू की तीव्रता उस सीमा को पार कर जाएगी, जो इंसान के बर्दाश्त करने के योग्य है. इसमें कहा गया है, “अगस्त 2021 में जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) की छठी आंकलन रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि भारतीय उपमहाद्वीप में आने वाले दशक में भीषण लू चलने के अधिक मामले सामने आएंगे.”

रिपोर्ट के मुताबिक, “जी20 क्लाइमेट रिस्क एटलस ने भी 2021 में आगाह किया था कि यदि कार्बन उत्सर्जन का स्तर अधिक बना रहता है तो पूरे भारत में 2036 से 2065 के बीच लू 25 गुना अधिक समय तक चलने की आशंका है. यह वित्तीय पूर्वानुमान आंकलन आईपीसीसी के सबसे खराब उत्सर्जन परिदृश्य के मद्देनजर किया गया था.”

रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि भारत में बढ़ती गर्मी आर्थिक उत्पादकता में कमी ला सकती है. इसमें कहा गया है, “भारत का 75 वित्तीय पूर्वानुमान फीसदी कार्यबल यानी लगभग 38 करोड़ लोग, ऐसे क्षेत्रों में काम करते हैं, जिनमें उन्हें गर्म वातावरण में रहना पड़ता है. कई बार उन्हें जीवन के लिए संभावित रूप से खतरनाक तापमान में काम करना पड़ता है. 2030 तक गर्मी के तनाव से संबंधित उत्पादकता में गिरावट के कारण वैश्विक स्तर पर जो आठ करोड़ नौकरियां जाने का अनुमान जताया गया है, उनमें से 3.4 करोड़ नौकरयां भारत में जाएंगी.”

रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई देशों में भारी श्रम पर गर्मी का सबसे ज्यादा असर भारत में देखा गया है, जहां सालभर में 101 अरब घंटे गर्मी के कारण बर्बाद होते हैं.

वैश्विक प्रबंधन सलाहकार फर्म मैकिन्से एंड कंपनी द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि बढ़ती गर्मी और उमस से होने वाला श्रम का नुकसान इस दशक के अंत तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.5 प्रतिशत यानी लगभग 150-250 अरब अमेरिकी डॉलर खतरे में होगा.

कंपनी ने कहा कि भारत की दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा एक विश्वसनीय कोल्ड चेन शृंखला पर निर्भर करेगी.

Weather Today: तमिलनाडु समेत कई राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, एनडीआरएफ की टीमें तैनात

Weather Today Update 7 December 2022: उत्तरी भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी आदि राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग की ओर से इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

Anshuman Tiwari

Red alert for heavy rains in many states including Tamil Nadu, NDRF teams deployed

तमिलनाडु समेत कई राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, एनडीआरएफ की टीमें तैनात: Photo- Social Media

Weather Today Update 7 December 2022 (आज का मौसम): उत्तरी भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ने (winter increase in north india) के साथ ही दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) और भारी बारिश की आशंका ने मुसीबत खड़ी कर दी है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी आदि राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग की ओर से इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तमिलनाडु में एनडीआरएफ की 6 टीमों की तैनाती की गई है। राज्य सरकार की ओर से अफसरों को सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।

इस बीच उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ने लगी है। जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

चक्रवात बनेगा भारी बारिश का कारण

दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी वित्तीय पूर्वानुमान के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से तमिलनाडु के 13 जिलों में 8 दिसंबर को भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम के जानकारों ने डिप्रेशन के पश्चिम और उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग की ओर से जारी की गई चेतावनी के मुताबिक भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की भी आशंका है। मौसम विभाग का कहना है कि कम दबाव का यह क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक डिप्रेशन में बदल सकता है।

यह उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर पश्चिम व उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा। मौसम विभाग की ओर से लगाए गए पूर्वानुमान के मुताबिक तट पर पहुंचने से पहले यह एक चक्रवात में बदल सकता है। इसके 8 दिसंबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर पहुंचने की संभावना जताई गई है।

इन इलाकों में भारी बारिश की आशंका

तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल के बड़े क्षेत्रों में 7 दिसंबर को झमाझम बारिश होगी। मौसम विभाग का कहना है कि गरज चमक के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई क्षेत्रों में 8 दिसंबर को भी व्यापक तौर पर वर्षा होने का अनुमान है।

मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट के मुताबिक गुरुवार को तमिलनाडु के विल्लुपुरम, कुड्डालोर, माइलादुथुराई, तंजावुर, तिरुवरूर,नागपट्टिनम, पुदुक्कोट्टई जिलों, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

एनडीआरएफ की टीमें तैनात

तमिलनाडु और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए एनडीआरफ को सतर्क कर दिया गया है। तमिलनाडु में एनडीआरएफ की 6 टीमें तैनात की गई हैं। भारी बारिश की आशंका वाले जिलों में इन टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के कंट्रोल रूम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। तमिलनाडु सरकार ने अफसरों को सतर्क और मुस्तैद रहने के निर्देश जारी किए हैं। एनडीआरएफ की टीमों ने भी तमिलनाडु प्रशासन के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर रखा है।

उत्तर भारत के राज्यों में बढ़ी ठंड

इस बीच उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते राजधानी दिल्ली में ठंड बढ़ गई है। राजधानी दिल्ली के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मंगलवार को सामान्य से एक-एक डिग्री की कमी दर्ज की गई। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से दिन में अच्छी धूप होने के कारण अधिकतम तापमान में सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा था मगर अब दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।

दिल्ली के पालम क्षेत्र में दिन का अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी ठंड बढ़ने लगी है।

स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान

स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु मैं एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तटीय तमिलनाडु और आंध्र वित्तीय पूर्वानुमान प्रदेश के दक्षिणी तट पर 8 दिसंबर की सुबह से बारिश की गतिविधियों में काफी वृद्धि होगी। तमिलनाडु में 8 दिसंबर को भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर भी 8 से 10 दिसंबर तक मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका है। पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 8 दिसंबर से बारिश और बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है। यह दौर 11 दिसंबर तक जारी रह वित्तीय पूर्वानुमान सकता है। श्रीलंका, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर समुद्र की स्थिति बेहद खराब रहने की आशंका है।

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