बंगाल: कोयला घोटाला में और लोगों से होगी पूछताछ, चिटफंड मामले में पार्थ चटर्जी को किया तलब

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि इन लोगों के कथित विदेशी खातों में कुछ भारतीय लोगों ने विदेशी मुद्रा पाउंड्स के जरिए लाखों रुपये जमा कराए हैं. सीबीआई जानना चाहती है कि इनका आखिर ऐसा कौन सा धंधा है, जिसके चलते इन लोगों ने अपने कथित विदेशी खातों में विदेशी मुद्रा पाउंड्स लिए.

By: ओम प्रकाश तिवारी | Updated at : 14 Mar 2021 04:48 PM (IST)

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की बढ़ती तपिश के बीच सीबीआई की जांच भी अहम मोड़ पर पहुंच रही है और आने वाला हफ्ता वहां के राजनेताओं और अन्य अहम लोगों से पूछताछ और छापेमारी का सुपर सप्ताह साबित हो सकता है. जांच के दौरान यह खुलासा भी हुआ है कि ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड का एक महाप्रबंधक कोयले की दलाली में साथ देने के लिए सरकारी तनख्वाह के अलावा एक करोड़ रुपये का सालाना पैकेज भी दलालों से लेता था.

पश्चिम बंगाल में चुनाव की सरगर्मियां पूरे जोरों पर है. एक तरफ व्हीलचेयर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है तो दूसरी तरफ देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पश्चिम बंगाल में नजर आए. वहीं सोमवार को कोयला घोटाले में पूछताछ के लिए सीएम ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी की साली मेनका गंभीर के पति और ससुर को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय में तलब किया गया है. इन दोनों से इनकी विदेशी कंपनियों को और इनके विदेशी खातों में आए कथित फंड के बारे में पूछताछ की जाएगी.

सीबीआई के एक आला अधिकारी के मुताबिक इन दोनों को पूछताछ के लिए इसलिए बुलाया गया है क्योंकि अभिषेक बनर्जी की साली मेनका गंभीर ने पिछले दिनों ही पूछताछ में कहा था कि उसे नहीं पता कि उसके खाते में या उसकी कंपनी में पैसे कहां से आए क्योंकि उसका सारा काम उसके पति और ससुर देखते हैं. लिहाजा दोनों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है.

लाखों रुपये हुए जमा

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सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि इन लोगों के कथित विदेशी खातों में कुछ भारतीय लोगों ने विदेशी मुद्रा पाउंड्स के जरिए लाखों रुपये जमा कराए हैं. सीबीआई विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल जानना चाहती है कि इनका आखिर ऐसा कौन सा धंधा है, जिसके चलते इन लोगों ने अपने कथित विदेशी खातों में विदेशी मुद्रा पाउंड्स लिए. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले में भारतीय लोगों की पहचान और विदेशी खातों में कुल कितना पैसा जमा कराया गया, इसकी जांच के लिए फाइनेंसियल इन्वेस्टिगेशन यूनिट यानी एफआईयू इंडिया को भी सीबीआई की ओर से पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है. हालांकि अभी तक उसका कोई जवाब नहीं आया है.

वहीं जवाब आने तक सीबीआई इन लोगों से पूछताछ के चरण पूरा कर लेना चाहती है, जिससे यदि अपने जवाबों के दौरान झूठी जानकारी दें तो एफआईयू की जानकारी आने के बाद वह झूठ पकड़ा जाए. इसके साथ ही सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में शिक्षा मंत्री रहे वरिष्ठ टीएमसी लीडर पार्थ चटर्जी को भी 7000 करोड़ रुपये की आई कोर चिटफंड घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है. सीबीआई जानना चाहती है कि वरिष्ठ टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी के आई कोर कंपनी के कर्ताधर्ता अंकुल मेथी से क्या संबंध थे और वह उनके प्रोग्रामों में अक्सर क्यों जाते थे. क्या इसके लिए उन्हें किसी प्रकार की कोई पेमेंट मिलती थी? पार्थ चटर्जी को पहली बार किसी जांच एजेंसी ने इस घोटाले में पूछताछ के लिए तलब किया है.

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि कॉल घोटाले में अब तक की जांच के दौरान यह बड़ा खुलासा भी हुआ है कि ईस्टर्न कोलफील्ड का एक महाप्रबंधक विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल अपनी सरकारी तनख्वाह के अलावा घोटालेबाजों से एक करोड़ रुपये का सालाना पैकेज भी लेता था. सीबीआई इस मामले में ईस्टर्न कोलफील्ड के अनेक अधिकारियों और सीआईएसएफ के कुछ अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाने जा रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक के आने वाले सप्ताह में इन लोगों से पूछताछ के आधार पर कुछ और बड़े लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है यानी आने वाले सप्ताह राजनेताओं, नौकरशाहों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है.

Published at : 14 Mar 2021 04:48 PM (IST) Tags: chit fund case Partha Chatterjee Coal Scam West Bengal Election 2021 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

जरुरी जानकारी | अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे बढ़कर 82.62 पर पहुंचा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 26 पैसे बढ़कर 82.62 पर पहुंच गया।

जरुरी जानकारी | अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे बढ़कर 82.62 पर पहुंचा

मुंबई, 25 अक्टूबर घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 26 पैसे बढ़कर 82.62 पर पहुंच गया।

अंतरबैंक विदेशी मु्द्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 82.71 पर खुला, विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल और फिर बढ़त के साथ 82.62 के स्तर पर आ गया। इस तरह रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 26 पैसे तेज था।

रुपया पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले नौ पैसे टूटकर 82.88 पर बंद हुआ था।

सोमवार को दिवाली के मौके पर विदेशी मुद्रा बाजार बंद थे।

इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत टूटकर 111.85 पर आ गया।

वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.28 प्रतिशत बढ़कर 93.52 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल 062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर पर

नई दिल्ली: आर्थिक र्मोचे पर झटका देने वाली खबर है। लगातार दूसरे हफ्ते विदेशी मुद्रा के भंडार में गिरावट आई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8 जुलाई को समाप्त हफ्ते में 8.062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर रह गया है। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 1.236 अरब डॉलर घटकर 39.186 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।

आरबीआई के जारी आंकड़ों के मुताबिक 8 जुलाई को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर रह गया है जबकि एक जुलाई को समाप्त हफ्ते में यह 5.008 अरब डॉलर घटकर 588.314 अरब डॉलर रह गया था। विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की वजह विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में आई कमी से हुई है, जो कुल मुद्रा भंडार का एक अहम हिस्सा होता है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार घटने से भी विदेशी मुद्रा भंडार कम हुआ है।

रिजर्व बैंक के मुताबिक समीक्षाधीन हफ्ते में एफसीए 6.656 अरब डॉलर घटकर 518.089 अरब डॉलर रह गया। आंकड़ों के अनुसार आलोच्य हफ्ते में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 1.236 अरब डॉलर घटकर 39.186 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 12.2 करोड़ डॉलर घटकर 18.012 अरब डॉलर रह गया। इसी तरह आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 4.9 करोड़ डॉलर घटकर 4.966 अरब डॉलर रह गया है।

विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल

डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती का रुख

-वैश्विक दबाव में 83 रुपये के स्तर तक भी गिर सकती है भारतीय मुद्रा: एक्सपर्ट

नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। बुधवार को रिकॉर्ड स्तर तक नीचे गिरने के बाद भारतीय मुद्रा रुपया में आज डॉलर के मुकाबले मजबूती का रुझान बना नजर आ रहा है। हालांकि आज मुद्रा बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव की बनी हुई है। डॉलर की तुलना में विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल रुपये की कीमत में कभी तेजी नजर आती है, तो कभी रुपया नीचे लुढ़कता हुआ दिखता है।

भारतीय मुद्रा आज डॉलर के मुकाबले मजबूत होकर 81.56 रुपये के स्तर तक भी पहुंची। हालांकि बाद में डॉलर की मांग बढ़ जाने के कारण रुपये में गिरावट का रुख भी बनता नजर आया। इसके पहले कल बुधवार को भारतीय मुद्रा ने डॉलर के मुकाबले गिरावट का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 82.03 रुपये के स्तर को टच किया था। इस गिरावट के बाद रुपये ने मामूली सुधार कर 81.94 रुपये के स्तर पर कारोबार का अंत किया था।

इंटर बैंक फॉरेन सिक्योरिटी एक्सचेंज में आज रुपये ने 35 पैसे की मजबूती के साथ डॉलर के मुकाबले 81.59 रुपये के स्तर पर ओपनिंग की। शुरुआती कारोबार में कुछ देर के लिए डॉलर की मांग में तेजी का रुख बना, जिसके कारण भारतीय मुद्रा लुढ़क कर विदेशी मुद्रा पैसे पश्चिम बंगाल 81.75 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। हालांकि थोड़ी ही देर बाद रुपया एक बार फिर मजबूत होता नजर आया, जिसकी वजह से भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले उछलकर 81.56 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। लेकिन ये स्थिति अधिक देर तक नहीं बनी रही। डॉलर की मांग में एक बार फिर तेजी का रुख बनने लगा, जिससे भारतीय मुद्रा में दोबारा गिरावट आने लगी। मुद्रा बाजार में लगातार जारी उतार-चढ़ाव के बीच सुबह 11 बजे भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 81.72 रुपया प्रति डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही थी।

मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक रुपये की चाल में अभी लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रह सकती है। मौजूदा समय में डॉलर इंडेक्स की मजबूती के कारण दुनिया भर की ज्यादातर मुद्राएं कमजोर हुई है। रुपया भी इस दबाव से अछूता नहीं है। रुपये पर भी डॉलर इंडेक्स की मजबूती का दबाव बना हुआ है। आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। इसकी वजह से डॉलर इंडेक्स की मजबूती और भी अधिक बढ़ सकती है। ऐसा होने पर रुपये पर दबाव और बढ़ जाएगा, जिसके कारण रुपये की कीमत में आगे भी गिरावट देखी जा सकती है।

मयंक मोहन का मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में भारतीय रिजर्व बैंक भी रुपये की कीमत को संभालने के लिए मुद्रा बाजार में डॉलर के प्रवाह को बढ़ाने का जोखिम लंबे समय तक के लिए नहीं ले सकता है। क्योंकि मुद्रा बाजार में डॉलर का प्रवाह बढ़ाने से कुछ समय के लिए तो रुपये की कीमत नियंत्रित हो सकती है, लेकिन जैसे ही आरबीआई की ओर से मुद्रा बाजार में डॉलर का प्रवाह रोका जाएगा, वैसे ही डॉलर इंडेक्स की मजबूती के कारण रुपये में एक बार फिर तेज गिरावट का रुख बन सकता है।

वैश्विक दबाव की मौजूदा स्थिति में फिलहाल आरबीआई भी वैश्विक परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं। मयंक मोहन का मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में यदि जल्दी ही सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में रुपया डॉलर के मुकाबले लुढ़क कर 82.50 से लेकर 83.10 के स्तर तक भी लुढ़क सकता है।

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