नए निवेश से पहले सतर्कता

विदेशी मुद्रा परिचालन

एसआईटीबी में विदेशी मुद्रा डीलिंग डेस्क, सभी आधुनिक संचार सुविधाओं, रिउटरस स्वचालित-डीलिंग प्रणाली के माध्यम से अपनी सभी अधिकृत शाखाओं के साथ विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए ऑनलाइन भाव प्रदान करता है.

बैंक निर्यात और आयात के व्यापार में लगे हुए अपने ग्राहकों की विदेशी मुद्रा की आवश्यकताओं को पूरा करता है और एसआईटीबी सभी विश्व की प्रमुख मुद्राओं जैसे अमेरिकी डॉलर ($), स्टर्लिंग पाउंड, यूरो, स्विस फ्रैंक (स्विस फ्रैंक), जापानी येन और अन्य विदेशी मुद्राओं के रूपांतरण के लिए दरें प्रदान करता है. बैंक के ग्राहकों की सेवाओं में विभिन्न डेरिवेटिव उत्पाद और फॉरवर्ड कवर उपलब्ध कराने के द्वारा विदेशी मुद्रा जोखिम की हेजिंग शामिल हैं.

अपनी अधिकतर विदेशी शाखाएं उन स्थानों पर स्थित होने के कारण जहां अधिक मात्रा में अनिवासी भारतीय रह रहे हैं, बैंक अपने एनआरआई ग्राहकों को तुरंत और कुशलतापूर्वक अपने उत्पाद वितरित करने की स्थिति में है. उत्पाद की रेंज में प्रेषण सुविधाएं और भारतीय रुपए (एनआरई/एनआरओ) में जमा राशि की स्वीकृति के साथ नामित विदेशी मुद्राओं (एफसीएनआर) शामिल हैं. निवासी के साथ साथ भारत लौटने वाले भारतीय निवासी विदेशी एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा मुद्रा खातों (आरएफसी) का लाभ उठा सकते हैं.

नए विकल्प: विदेशी मुद्रा रिजर्व से आय बढ़ाने के लिए RBI की नई रणनीति, निवेश के अलग-अलग विकल्पों पर नजर

कोरोना के कारण वैश्विक ब्याज दरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा रिजर्व से आय बढ़ाने के लिए निवेश के अलग-अलग विकल्पों पर काम कर रही है। रॉयटर्स के मुताबिक वर्तमान में आरबीआई का विदेशी मुद्रा रिजर्व 560.63 अरब डॉलर है।

महामारी का असर

रॉयटर्स के मुताबिक एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा भारतीय सेंट्रल बैंक अब तक गोल्ड, सॉवरेन डेट और अन्य रिस्क फ्री डिपोजिट में निवेश करता रहा है। लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के कारण दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती किए, जिसमें अमेरिकी सेंट्रल बैंक भी शामिल है। इससे आरबीआई को मिलने वाले रिटर्न में कमी आई है। अब आरबीआई ने गोल्ड में निवेश बढ़ाने का फैसला लिया है। रॉयटर्स के मुताबिक आरबीआई गोल्ड के साथ-साथ डॉलर और AAA रेटेड कॉर्पोरेट बांड में पहली बार निवेश बढ़ा एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा रहा है।

लगातार चौथे हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 561.16 अरब डॉलर पर पहुंचा

नई दिल्ली। विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) में लगातार चौथे हफ्ते इजाफा (Increase fourth consecutive week) हुआ है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) दो दिसंबर को समाप्त हफ्ते में 11 अरब डॉलर ($ 11 billion increased) बढ़कर 561.16 अरब डॉलर ($ 561.16 billion) पर पहुंच गया है, जबकि 25 नवंबर को समाप्त हफ्ते में यह 2.89 अरब डॉलर उछलकर 550.14 अरब डॉलर रहा था।

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त हफ्ते में 11 अरब डॉलर उछलकर 561.16 अरब डॉलर एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा पर पहुंच गया। इससे पिछले हफ्ते यह 2.89 अरब डॉलर उछलकर 550.14 अरब डॉलर रहा था, जबकि 18 नवंबर को समाप्त हफ्ते में यह 2.537 अरब डॉलर बढ़कर 547.252 अरब डॉलर रहा था। इससे पहले हफते में विदेशी मुद्रा भंडार 14.73 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर था।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का अहम घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 9.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 496.98 अरब डॉलर हो गया है। इसी तरह इस अवधि में स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.09 अरब डॉलर उछलकर 41.03 अरब डॉलर एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा हो गया है। अक्टूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन 2022 की शुरुआत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 630 अरब डॉलर था। (एजेंसी, हि.स.)

इस सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में आई 91 लाख डॉलर की गिरावट, जानिए RBI के खजाने में कितना बचा है रिजर्व

इस सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में आई 91 लाख डॉलर की गिरावट, जानिए RBI के खजाने में कितना बचा है रिजर्व

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 22 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 90.8 लाख डॉलर घटकर 640.1 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी. इससे पिछले 15 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशीमुद्रा भंडार 1.492 अरब डॉलर बढ़कर 641.008 अरब डॉलर हो गया था. इससे पूर्व तीन सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में विदेशीमुद्रा भंडार 642.453 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.

आरबीआई के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 22 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशीमुद्रा आस्तियों (एफसीए) और स्वर्ण भंडार के घटने एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा की वजह से हुई जो कुल मुद्राभंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. रिजर्व बैंक ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में भारत की विदेशीमुद्रा आस्तियां (एफसीए) 85.3 करोड़ डॉलर घटकर 577.098 अरब डॉलर रह गई. डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल है.

गोल्ड रिजर्व में आई करीब 14 करोड़ डॉलर की गिरावट

समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण आरक्षित भंडार 13.8 करोड़ डॉलर घटकर 38.441 अरब डॉलर रह गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 7.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.321 अरब डॉलर हो गया. आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशीमुद्रा भंडार एक करोड़ डॉलर बढ़कर 5.240 अरब डॉलर हो गया.

साप्ताहिक आधार पर लगातार तीसरे सप्ताह शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई है. इस सप्ताह सेंसेक्स में 1.13 फीसदी की गिरावट आई है और यह 59306 के स्तर पर बंद हुआ. डॉलर इंडेक्स में इस सप्ताह 0.53 फीसदी की तेजी आई है और यह 94.108 के स्तर पर बंद हुआ. यह इंडेक्स दुनिया की छह प्रमुख करेंसी के मुकाबले डॉलर की मजबूती को बतलाता है. डॉलर में आई मजबूती का सीधा असर विदेशी मुद्रा भंडार पर दिखता है. इसके अलावा कच्चे तेल का रेट भी आसमान छू रहा है. हालांकि, साप्ताहिक आधार पर कच्चे तेल में इस सप्ताह 1.34 फीसदी की गिरावट आई और यह 83.68 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ. भारत कच्चा तेल का बहुत बड़ा आयातक है. ऐसे में क्रूड ऑयल में तेजी से रिजर्व में तेजी से गिरावट आती है.

ED ने पकड़ा 700 करोड़ रुपये का फॉरेन एक्सचेंज घोटाला, खरीदी गई थी विदेशी मुद्रा

ED (प्रतीकात्मक तस्वीर)

  • नई दिल्ली ,
  • 14 फरवरी एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा 2020,
  • (अपडेटेड 14 फरवरी 2020, 12:29 AM IST)
  • कैप्सटोन फॉरेक्स ने फर्जी एयर टिकटों के आधार पर किया करोड़ों का हेरफेर: ED
  • शैल कंपनियों से फंड ट्रांसफर को लेकर जय मेहता के ग्रुप की कंपनी भी रडार पर

महाराष्ट्र स्थित कंपनी कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े 700 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा घोटाले का प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पता लगाया है. एडेलवेइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की जांच के दौरान ED के स्कैनर पर कैपस्टोन फॉरेक्स आई. एडेलवेइस के चेयरमैन रमेश शाह से एजेंसी ने हाल में पूछताछ की थी.

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